प्रस्तुत पाठ्यपुस्तक को गुणवत्तायुक्त तथा छात्रभोग्य बनाने के लिए भरसक प्रयत्न किया गया है। अपने चतुरंगी स्वरूप के कारण छात्रों को विशेष तौर पर रसप्रद लगे, ऐसा लक्ष्य की रखा गया है।
सेमिस्टर 1 और २ दोनों साथ में है १६ पाठ दिये गे हैय और ४ पुनरावर्तन दिये गये है.