मुकेश माथुर एक स्वतंत्र आपराधिक वकील हैं। कमलेश दीक्षित पर उनके लॉजिस्टिक्स अभय सिंह राजपुरिया, क्रिस्टल लॉज के मालिक की हत्या का आरोप है। मुकेश ने कमलेश दीक्षित का बचाव करने का फैसला किया। उसकी जांच उसे कई अन्य संदिग्धों तक ले जाती है, जिन्हें पुलिस ने आसानी से अनदेखा करने के लिए चुना है। दीक्षित के खिलाफ सभी सबूतों के बावजूद, वह निर्दोष की दलील दे रहा है। क्या मुकेश माथुर दीक्षित का बचाव करने में सक्षम होंगे? पुलिस उसे पकड़ने के लिए इतनी उत्सुक क्यों है?