Mitrata Banking Se: मित्रता बैंकिंग से
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- Synopsis
- सौ वंदना धर्माधिकारी द्वारा लिखित "मित्रता बैंकिंग से" पुस्तक का यह पहला संस्करण 2014 में प्रकाशित हुआ है। आम जनता बैंकिंग के बारे में इस पुस्तक से सरल और आसान तरीके से सीखती है। बैंकिंग की तकनीकीताओं के बावजूद, यह पुस्तक पाठकों के लिए विशेष रूप से उपयोगी प्रतीत होती है। हालांकि बैंकिंग का कॉन्सेप्ट हर जगह एक जैसा है, लेकिन आज के ऑनलाइन सिस्टम ने बैंकिंग की पूरी परिभाषा ही बदल दी है। वास्तविक बैंकों में जाने की जरूरत नहीं रह गई है। ऐसे प्रतिस्पर्धी और परिष्कृत युग में, बैंकिंग की अवधारणा लगातार बदल रही है। इसलिए, विवरणों को समझकर जानकारी को अद्यतन रखने की आवश्यकता है। हालांकि बुनियादी बैंकिंग सभी प्रकार के बैंकों और सहकारी ऋण समितियों जैसे राष्ट्रीयकृत, निजी, सहकारी, विदेशी, लघु वित्त में समान है, प्रत्येक प्रकार के नियमों और लेनदेन में परिवर्तन को समझना आवश्यक है, और इसका विवरण इस पुस्तक में दिया गया है। बैंकिंग क्षेत्र में वर्तमान में बड़ी संख्या में नई भर्तियां हो रही हैं। यह पुस्तक ऐसे उम्मीदवारों के लिए भी एक उपयुक्त मार्गदर्शिका है जो बैंकिंग करियर का चयन कर रहे हैं। भारत के सभी प्रकार के बैंकों में हिंदी में कामकाज हो इस उद्देश्य से राजभाषा विभाग कार्यरत हैं। उनकी सहायता यह पुस्तक करेगी। इसलिए मेरी 'मित्रता बैंकिंग से' यह पुस्तक उन्हीं राजभाषा कक्षों को सविनय समर्पित किया गया है।
- Copyright:
- 2014
Book Details
- Book Quality:
- Excellent
- Book Size:
- 291 Pages
- ISBN-13:
- 9789384316068
- Publisher:
- Sakal Prakashan
- Date of Addition:
- 10/24/21
- Copyrighted By:
- Vandana Dharmadhikari
- Adult content:
- No
- Language:
- Hindi
- Has Image Descriptions:
- Yes
- Categories:
- Nonfiction
- Submitted By:
- Bookshare Staff
- Usage Restrictions:
- This is a copyrighted book.