Rag Virag Ek Vivechan: राग-विराग एक विवेचन
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- Synopsis
- 'राग-विराग' निराला की 130 महत्त्वपूर्ण एवं सर्वश्रेष्ठ कविताओं का प्रामाणिक संकलन है, जिसे हिंदी साहित्य के सुविख्यात विद्वान् डॉ. रामविलास शर्मा ने संकलित एवं संपादित किया है। निश्चय ही यह संकलन निराला के संपूर्ण काव्य-साहित्य का प्रतिनिधित्व करता है। प्रस्तुत पुस्तक 'राग-विराग: एक विवेचन' में इन्हीं कविताओं की सर्वांगीण समीक्षा व विशद व्याख्या प्रस्तुत की गई है। 'राग-विराग: एक विवेचन' नाम्नी प्रस्तुत पुस्तक दो भागों में विभक्त है- आलोचना भाग व व्याख्या भाग। 'आलोचना भाग' में निराला से संबद्ध सभी महत्त्वपूर्ण विषयों पर वैज्ञानिक ढंग से शोधपूर्ण विवेचन प्रस्तुत किया गया है। साथ ही उनकी तीन कालजयी कविताओं से संबंधित समीक्षात्मक विषयों का भी समावेश किया गया है। 'व्याख्या भाग' में विभिन्न विश्व विद्यालयों के पाठ्यक्रम में निर्धारित कविताओं की प्रामाणिक व्याख्या प्रस्तुत की गई है। प्रस्तुत संशोधित/परिवर्धित संस्करण में पुस्तक को और अधिक उपयोगी बनाने की चेष्टा की गई है।
- Copyright:
- 1974
Book Details
- Book Quality:
- Excellent
- Book Size:
- 295 Pages
- Publisher:
- Anita Prakashan Delhi
- Date of Addition:
- 06/30/22
- Copyrighted By:
- Anita Prakashan Delhi
- Adult content:
- No
- Language:
- Hindi
- Has Image Descriptions:
- Yes
- Categories:
- Poetry, Literature and Fiction
- Submitted By:
- Bookshare Staff
- Usage Restrictions:
- This is a copyrighted book.