Stri Vimarsh Ka Lokpaksh: स्त्री-विमर्श का लोकपक्ष
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- Synopsis
- महिलाओं के अधिकार पर संघर्षशील लेखिका, कवयित्री अनामिका ने स्त्री-विमर्श पर हिन्दी भाषा में पहली शोधपूर्ण पुस्तक 'स्त्री-विमर्श का लोकपक्ष' प्रस्तुत की है । पुस्तक हर वर्ग, नस्ल, आयु या जाति की स्त्री के सामाजिक, व्यक्तिगत व राजनीतिक त्रिकोण पर प्रकाश डालती है । पुस्तक स्त्री-विमर्श पर वर्तमान काल में उपलब्ध साहित्य से इसलिए अलग है क्योंकि न तो यह पूर्ण रूप से पाश्चात्य परम्परा के बौद्धिक विमर्शों पर केन्द्रित है और न ही समाज में स्त्री की दुर्दशा का ब्योरा भर देती है । बल्कि यह इन दोनों तरह के स्त्री-वैमर्शिक साहित्य को जोड़ती है, यानी इसमें स्त्री-विमर्श की वर्तमान परिस्थितियों पर बोद्धिक रूप से तर्कपूर्ण चर्चा है ।
- Copyright:
- 2017
Book Details
- Book Quality:
- Excellent
- Book Size:
- 238 Pages
- ISBN-13:
- 9789350721469
- Publisher:
- Vani Prakashan
- Date of Addition:
- 12/10/22
- Copyrighted By:
- Anamika
- Adult content:
- No
- Language:
- Hindi
- Has Image Descriptions:
- Yes
- Categories:
- Literature and Fiction
- Submitted By:
- Bookshare Staff
- Usage Restrictions:
- This is a copyrighted book.