Aapka Banti: आपका बंटी
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- Synopsis
- 'आपका बंटी' एक कालजयी उपन्यास है। इसे हिंदी साहित्य की एक मूल्यवान उपलब्धि के रूप में देखा जाता है। इस उपन्यास की खासियत यह है कि यह एक बच्चे की निगाहों से घायल होती संवेदना का बेहद मार्मिक चित्रण करता है, जिसमें मध्यमवर्गीय परिवार में संबंध विच्छेद की स्थिति एक बच्चे की दुनिया का भयावह दुःस्वप्न बन जाती है। सभी एक-दूसरे में ऐसे उलझे हैं कि पारिवारिक त्रासदी से उपजी स्थितियां सभी के लिए यातना बन जाती हैं। कहना मुश्किल है कि यह कहानी बालक बंटी की है या माँ शकुन की। शकुन के जीवन का सत्य है कि स्त्री की जायज महत्वाकांक्षा और आत्मनिर्भरता पुरुष के लिए चुनौती है- नतीजे में दाम्पत्य तनाव से उसे अलगाव तक ला छोड़ता है। यह शकुन का नहीं, समाज में निरन्तर अपनी जगह बनाती, फैलाती और अपना कद बढ़ाती 'नई स्त्री' का सत्य है। पति-पत्नी के इस द्वन्द में यहाँ भी वही सबसे अधिक पीसा जाता है, जो नितान्त निर्दोष, निरीह और असुरक्षित है- और वह है बंटी। बच्चे की चेतना में बड़ों के इस संसार को कथाकार मन्नू भंडारी ने पहली बार पहचाना था। बाल मनोविज्ञान की गहरी समझ-बूझ के लिए चर्चित, प्रशंसित इस उपन्यास का हर पृष्ठ ही मर्मस्पर्शी और विचारोत्तेजक है।
- Copyright:
- 2018
Book Details
- Book Quality:
- Excellent
- Book Size:
- 153 Pages
- ISBN-13:
- 9788183614870
- Publisher:
- Radhakrishna Parkashan
- Date of Addition:
- 03/30/23
- Copyrighted By:
- Mannu Bhandari
- Adult content:
- No
- Language:
- Hindi
- Has Image Descriptions:
- Yes
- Categories:
- Psychology
- Submitted By:
- Bookshare Staff
- Usage Restrictions:
- This is a copyrighted book.