"जोशीमठ - विकास या विनाश?" शिवेन्द्र सूर्यवंशी द्वारा लिखित एक पुस्तक है जो उत्तराखंड के जोशीमठ क्षेत्र में हो रहे पर्यावरणीय और विकासात्मक परिवर्तनों पर केंद्रित है। पुस्तक का मुख्य उद्देश्य जोशीमठ के विकास और पर्यावरणीय प्रभावों के बीच के संबंधों की गहराई से जांच करना है। यहाँ इस पुस्तक का सारांश प्रस्तुत है: परिचय और पृष्ठभूमि, विकास की यात्रा, विकास के सकारात्मक पहलू, विनाश के चिन्ह, स्थानीय निवासियों की आवाज़, विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन और निष्कर्ष और भविष्य की राह। शिवेन्द्र सूर्यवंशी ने इस पुस्तक में गहन शोध और स्थानीय अनुभवों के माध्यम से जोशीमठ के विकास और पर्यावरणीय चुनौतियों को प्रस्तुत किया है। यह पुस्तक उन सभी के लिए महत्वपूर्ण है जो विकास और पर्यावरण के बीच के जटिल संबंधों को समझना चाहते हैं और जोशीमठ जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में टिकाऊ विकास की संभावनाओं का अन्वेषण करना चाहते हैं।