Jhuthiyapa: झूठियापा
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- Synopsis
- झूठ बोलकर बर्बाद होना आसान है, सच बोलकर कामयाब होना मुश्किल है। ये बात मयूर को तब समझ आयी जब उसके घरवालों ने, गर्लफ्रेंड ने, दोस्तों ने, यहाँ तक सबने उसका साथ छोड़ दिया। क्योंकि झूठ का साथ हर कोई नहीं देता, सब साथ देते है सच का; जैसे मुजरिम का वकील भी पहले उससे सारी सच्चाई पूछता है तब साथ देता है। आज से दस साल पहले जहाँ मयूर के पास चलने के लिये तीन रास्ते थे। पहला रास्ता था, जहाँ उसके घरवाले चलाना चाहते थे। दूजा वह जहाँ उसके दोस्त चल रहे थे। तीज़ा वह जहाँ वह खुद चलना चाहता था। पच्चीस का होते ही वह तीन रास्ते भी बंद हो गये।
- Copyright:
- 2023
Book Details
- Book Quality:
- Excellent
- Book Size:
- 119 Pages
- ISBN-13:
- 9789391439118
- Publisher:
- Flydreams Publications
- Date of Addition:
- 08/28/24
- Copyrighted By:
- Sachin Tyagi
- Adult content:
- No
- Language:
- Hindi
- Has Image Descriptions:
- Yes
- Categories:
- Literature and Fiction
- Submitted By:
- Bookshare Staff
- Usage Restrictions:
- This is a copyrighted book.