Bonu: बोनू
By:
Sign Up Now!
Already a Member? Log In
You must be logged into Bookshare to access this title.
Learn about membership options,
or view our freely available titles.
- Synopsis
- ‘मैं अपनी बहनों को केंचुओं की तरह तड़पाऊंगी... यह घर तो किसी कीमत पर नहीं बिकेगा। अरे मेरी जुत्ती भी इसे न बेचे। और अगर मैं न रही तो मेरी आत्मा किसी को इसे छूने तक नहीं देगी!’ स्वर्गवासी बिनोदिनी ठाकुर तय कर चुकी थी कि वह नई दिल्ली के पॉश इलाके हेली रोड में बनी अपने बाऊजी की आलीशान कोठी में से ख़ुद को मिला हिस्सा कभी बिकने नहीं देगी। और उसकी बेटी बोनू के लिए अपनी मां की कही बात पत्थर की लकीर थी। लेकिन अपनी चार रौबदार मौसियों से कैसे निबटे जो किसी भी तरह इस घर को बेचने पर अमादा थीं? एक बेरोज़गार और सिंगल; एक सिर-मुंडाई, जलनखोर; एक को ‘देश बचाने के लिए’ पैसे चाहिए; तो एक बोनू के बचपन के क्रश की सौतेली मां। बचपन का प्यार जो अब मशहूर बॉलीवुड डायरेक्टर समर वीर सिंह था, जिसने बीजे से वादा कर दिया था कि वह उनका घर बेचकर पैसा सबमें बराबर बांटेगा... छोटी बोनू के पहले शब्द थे ‘बॉल्ज’, और वास्तव में वह बहादुर, नकचढ़ी, किसी की न सुनने वाली ख़ूबसूरत लड़की थी। लेकिन उसकी हिम्मत क्या उसे इस इमोशनल ब्लैकमेलिंग से बचा पाएगी? और परेशान करने वाले किरायदारों, लालची बिल्डरों, झूठों और समर की गहरी आंखो से भी तो बचना था।
- Copyright:
- 2015
Book Details
- Book Quality:
- Excellent
- Book Size:
- 288 Pages
- ISBN-13:
- 9789385724312
- Publisher:
- Westland/Yatra
- Date of Addition:
- 08/28/24
- Copyrighted By:
- Anuja Chauhan
- Adult content:
- No
- Language:
- Hindi
- Has Image Descriptions:
- Yes
- Categories:
- Romance, Literature and Fiction, Mystery and Thrillers
- Submitted By:
- Bookshare Staff
- Usage Restrictions:
- This is a copyrighted book.