Arastu ki Nikomachiyan Nitishastra ka hindi Anuvad: अरस्तू की निकोमाचियन नीति शास्त्र का हिंदी अनुवाद
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- Synopsis
- "अरस्तू का निकोमाचियन नीतिशास्त्र" अरस्तू की नैतिकता पर सबसे प्रसिद्ध कृति है, जिसमें दस पुस्तकें शामिल हैं। यह कृति अरस्तू की नैतिक दृष्टिकोण को परिभाषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और माना जाता है कि यह उनके लिसेयुम में दिए गए व्याख्यानों पर आधारित है। शीर्षक उनके बेटे निकोमैचस के संदर्भ में हो सकता है, जिन्हें यह कार्य समर्पित किया गया था या जिन्होंने इसे संपादित किया हो, या फिर उनके पिता के संदर्भ में, जिनका नाम भी निकोमाचुस था। इस कृति का मुख्य प्रश्न यह है कि मनुष्य सबसे अच्छा जीवन कैसे जी सकता है, जो एक सामाजिक प्रश्न है जिसे पहले अरस्तू के शिक्षक प्लेटो द्वारा उठाया गया था। अरस्तू ने अपने उत्तर में सुकरात की भूमिका को रेखांकित किया, जिन्होंने दर्शन को मानवीय प्रश्नों में परिवर्तित किया, जबकि पूर्व-सुकरातिक दर्शन केवल सैद्धांतिक था। अरस्तू की नैतिकता व्यावहारिक है और इसका उद्देश्य केवल अच्छे जीवन का चिंतन नहीं, बल्कि अच्छे जीवन का निर्माण भी है। यही कारण है कि यह कृति राजनीति से भी जुड़ी हुई है, जिसका उद्देश्य लोगों को अच्छा बनाना है। नैतिकता व्यक्तियों के सर्वश्रेष्ठ जीवन की दिशा में मार्गदर्शन करती है, जबकि राजनीति पूरे समुदाय की भलाई के लिए कानून बनाने वाले दृष्टिकोण से इसे देखती है। इस प्रकार, अरस्तू की नैतिकता और राजनीति आपस में घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए हैं।
- Copyright:
- 2020
Book Details
- Book Quality:
- Excellent
- Book Size:
- 172 Pages
- ISBN-13:
- 9788126731442
- Publisher:
- Center for Innovative Leadership
- Date of Addition:
- 08/28/24
- Copyrighted By:
- Dr. Alok Kumar
- Adult content:
- No
- Language:
- Hindi
- Has Image Descriptions:
- Yes
- Categories:
- History, Law, Legal Issues and Ethics, Politics and Government
- Submitted By:
- Bookshare Staff
- Usage Restrictions:
- This is a copyrighted book.