Pavanputra Abhimanyu: पवनपुत्र अभिमन्यु
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- Synopsis
- पवनपुत्र अभिमन्यु एक काल्पनिक और रहस्यमयी कथा है, जिसमें अभिमन्यु के जीवन और उसके रोमांचकारी सफर को दर्शाया गया है। कहानी पाताल लोक, रावण की स्वर्ण लंका, और मायावी शक्तियों के इर्द-गिर्द घूमती है। अभिमन्यु केशव पंडित का खोया हुआ बेटा है, जिसे सिंगही नामक खलनायक ने अपहरण कर लिया था और थाईलैंड में मार्शल आर्ट्स के तहत प्रशिक्षित किया गया था। सिंगही, अभिमन्यु को केशव पंडित के खिलाफ इस्तेमाल करना चाहता था, लेकिन अभिमन्यु अपने असली परिवार से जा मिलता है। कहानी में अभिमन्यु, अपने जुड़वा भाई आशीर्वाद और उनके सहयोगी ठरकी बंदर के साथ कई रहस्यमयी और खतरनाक मिशनों पर निकलता है। वे पाताल लोक में छिपे रहस्यों को उजागर करने, स्वर्ण लंका की खोज, और विभिन्न खलनायकों जैसे सिंगही और जादूगर सांगली से मुकाबला करते हैं। ठरकी, एक बुद्धिमान बंदर है, जो एक वैज्ञानिक का मस्तिष्क प्रत्यारोपित कर रखा गया है, और वह कहानी में हास्य और रहस्य का एक अद्वितीय तत्व जोड़ता है। अभिमन्यु का मुख्य उद्देश्य न केवल अपने परिवार को बचाना है बल्कि स्वर्ण लंका और पाताल लोक के रहस्यों का भी पर्दाफाश करना है। उपन्यास में भेड़ियों, अद्वितीय वन्यजीवों, और जादुई पात्रों का समावेश कहानी को और भी दिलचस्प बनाता है।
- Copyright:
- 2021
Book Details
- Book Quality:
- Excellent
- Book Size:
- 196 Pages
- Publisher:
- Ravi Pocket Books
- Date of Addition:
- 09/30/24
- Copyrighted By:
- Abhimanyu Pandit
- Adult content:
- No
- Language:
- Hindi
- Has Image Descriptions:
- Yes
- Categories:
- Literature and Fiction, Mystery and Thrillers
- Submitted By:
- Bookshare Staff
- Usage Restrictions:
- This is a copyrighted book.