Main Begunah Hoon: मैं बेगुनाह हूँ
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- Synopsis
- "मैं बेगुनाह हूँ" सुरेंद्र मोहन पाठक द्वारा लिखित एक रोमांचक हिंदी उपन्यास है, जो पत्रकार सुनील कुमार चक्रवर्ती के इर्द-गिर्द घूमता है। कहानी एक रहस्यमयी फोन कॉल से शुरू होती है, जिसमें सुनील को बताया जाता है कि एक फिल्म अभिनेता और नवोदित राजनीतिज्ञ सत्येंद्र पराशर का संबंध कैबरे डांसर नताशा पुरी से है। नताशा का राजनगर के अंडरवर्ल्ड के कुख्यात मुरारी से भी कनेक्शन होता है, जो सोहनलाल जोशी नामक एक गैंगस्टर का करीबी है। जैसे-जैसे सुनील इन किरदारों के संबंधों की गहराई में उतरता है, वह पाता है कि यह मामला व्यक्तिगत प्रतिशोध और राजनीतिक षड्यंत्र से भरा हुआ है। सत्येंद्र पराशर के अभियान और चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसलर किशोरीलाल की सत्ता की जंग के बीच सुनील कई खतरे उठाकर सच उजागर करने में जुटा रहता है।
- Copyright:
- 1984
Book Details
- Book Quality:
- Excellent
- Book Size:
- 182 Pages
- Publisher:
- Surender Mohan Pathak
- Date of Addition:
- 10/29/24
- Copyrighted By:
- Surender Mohan Pathak
- Adult content:
- No
- Language:
- Hindi
- Has Image Descriptions:
- Yes
- Categories:
- Literature and Fiction, Mystery and Thrillers
- Submitted By:
- Bookshare Staff
- Usage Restrictions:
- This is a copyrighted book.