Jambudweepe Bharatkhande - (Sanatan Pravah Ka Mul Sthan): जंबूद्वीपे भरतखंडे - (सनातन प्रवाह का मूल स्थान)
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- Synopsis
- "जंबूद्वीपे भरतखंडे - सनातन प्रवाह का मूल स्थान" पुस्तक भारतीय सभ्यता, संस्कृति और सनातन परंपराओं की गहरी पड़ताल करती है। इसमें भारत के ऐतिहासिक, दार्शनिक और आध्यात्मिक मूल्यों का विश्लेषण किया गया है। पुस्तक में कालचक्र, युगचक्र, धर्मचक्र, भाग्यचक्र और कर्मचक्र की अवधारणाओं पर विस्तृत चर्चा की गई है। भारतीय जीवन दर्शन, ऋतुचक्र, यज्ञीय जीवन, लोकपरंपराएँ और सनातन प्रवाह के महत्व को दर्शाते हुए, यह ग्रंथ भारत की सांस्कृतिक जड़ों को समझाने का प्रयास करता है। लेखक भारतीय इतिहास, वेद, पुराण, रामायण और महाभारत के संदर्भों के माध्यम से भारतवर्ष की सनातन परंपरा को जीवंत बनाते हैं। यह पुस्तक भारत की आध्यात्मिक विरासत और उसके सतत प्रवाह को जानने और समझने की दिशा में एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
- Copyright:
- 2023
Book Details
- Book Quality:
- Excellent
- Book Size:
- 224 Pages
- Publisher:
- Prabhat Prakashan
- Date of Addition:
- 02/28/25
- Copyrighted By:
- Dr. Mayank Murari
- Adult content:
- No
- Language:
- Hindi
- Has Image Descriptions:
- Yes
- Categories:
- History, Literature and Fiction, Religion and Spirituality
- Submitted By:
- Bookshare Staff
- Usage Restrictions:
- This is a copyrighted book.