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Bhartiya Kavya Shastra Avam Pashchatya Sahitya Chintan B.A. SEM-V Ranchi University, N.P.U: भारतीय काव्यशास्त्र एवं पाश्चात्य साहित्य चिन्तन बी.ए. सेमीस्टर-V राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by Sabhapati Mishraप्रस्तुत पुस्तक ‘भारतीय काव्यशास्त्र एवं पाश्चात्य साहित्य चिन्तन’ डॉ. सभापति मिश्र द्वारा लिखित है, जो जयभारती प्रकाशन, इलाहाबाद द्वारा चतुर्थ संस्करण के रूप में प्रकाशित किया जा रहा है। इस पाठ्यपुस्तक में काव्यशास्त्र प्राचीन ज्ञाशशाखा है जो अद्यतन प्रवाहित है। इस शास्त्र की एक सुंदीर्घ परम्परा रही है जिसका प्रवर्तन आचार्य भरतमुनि के 'नाट्यशास्त्र' में दृष्टिगोचर होता है। इसी प्रकार अरस्तू ने 'पोइटिक्स' में काव्यशास्त्र के सिद्धान्तों का निरूपण किया है। काव्यशास्त्र का प्रमुख उद्देश्य काव्य के तत्त्वों का विवेचन करना एवं काव्य के स्वरूप का निरूपण करना है। काव्यशास्त्र में अमिधा, लक्षणा और व्यंजना तीन शब्दशक्तियाँ मानी गयी हैं। काव्य सर्जन महाकाव्य, खण्डकाव्य, गीतिकाव्य आदि रूपों में होता है। काव्यशास्त्र के अन्तर्गत विविध काव्यभेदों के सिद्धान्त निरूपित किये गये हैं। काव्यभेदों के स्नान गद्य के भी भेद हैं। प्रस्तुत पुस्तक में भारतीय काव्यशास्त्र के साथ-साथ पाश्चात्य साहित्य-चिन्तन का विवेचन किया गया है।
Bhartiya Nari aur Muktee
by Brinda KaratThe book a compilation of articles from various newspapers and magazines, describes the pathetic condition of women in India in 21st century.
Bhartiya Rajvyasththa Evam Samvidhan Railway Group D (Competitive Exam)
by Indic TrustThe candidates who are preparing for the Railway Group D examination can refer this book for learning about the Indian polity and our constitution.
Bhartiya Samajshastra ke Pathpradarshak- Competitive Exam
by M. L. Gupta D. D. Sharmaइस पुस्तक में भारतीय समाजशास्त्रियों के सामाजिक चिन्तन, उनके विचारों की व्याख्या प्रस्तुत की गयी है। भारतीय समाजशास्त्रियों में राधाकमल मुकर्जी, डी.पी. मुकर्जी, आन्द्रे बिताई, जी. एस. घुरिये, इरावती कर्वे, एम. एम. श्रीनिवास, एस सी दुबे और योगेन्द्र सिंह प्रमुख है। समाज संरचना तथा सामाजिक पारिस्थितिकी, सांस्कृतिक विविधाएं, सामाजिक स्तरीकरण, कृषक समाज की समस्या समाज की लोक संस्कृति, जाति भेद उनके सम्बन्ध, भारत में सामाजिक तनाव, भारतीय ग्राम की सामाजिक संरचना, आनुनिकीकरण आदि के बारे में सरल भाषा में लिखा गया है। जिससे छात्रों को भारत में होने वाले विभिन्न परिवर्तन, समस्याओं उन्नति, संस्कृति का ज्ञान होता है और वह इन विचारों को अपने भावी जीवन में उपयोग कर सके।
Bhartiya Shasan avom Rajneeti - M.A.,P.S.C.- Ranchi University, N.P.U
by S. C. SinhalBhartiya Shasan avom Rajneeti text book for M.A.,P.S.C. According to the Latest Syllabus based on University Grants Commission (U.G.C.) from Ranchi University, Nilambar Pitambar University in hindi.
Bhauteek Bhugol Ke Mul Sinddhant class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत 11 वीं कक्षा का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस किताब में कुल छः ईकाई दि गयी है, और उसमें पंधरह अध्याय दिए है । यह पुस्तक, ज्ञानवर्धक, ज्ञानोपयोगी एवं उपलब्धि स्तर की वृद्धि में सहायक सिद्ध होगी, यद्यपि संवर्धन एवं परिष्करण की सम्भावनाएँ सदैव भविष्य के लिए संचित रहती हैं, यह किताब में स्पष्टिकरण किया है।
Bhautik Bhugol Ke Mul Siddhant class 11 - NCERT - 23: भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में छह इकाईयाँ दी गई है। इकाई 1 में भूगोल एक विषय के रूप में भूगोल एक समाकलित विषय के रूप में, स्थानिक गुण विज्ञान के रूप में; भूगोल की शाखाएँ; भौतिक भूगोल की विशेषता। इकाई 2 में पृथ्वी-पृथ्वी की उत्पत्ति एवं विकास, पृथ्वी का आंतरिक भाग; वेगनर का महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत एवं प्लेट विवर्तनिकी, भूकंप एवं ज्वालामुखी। इकाई 3 में भू-आकृतियाँ खनिज एवं शैल-शैलों के प्रमुख प्रकार एवं उनकी विशेषताएँ; भू-आकृतिक प्रक्रियाएँ-अपक्षय, बृहत्क्षरण, अपरदन एवं निक्षेपण, मृदा-निर्माण, भू-आकृतियाँ तथा उनका विकास। इकाई 4 में जलवायु वायुमंडल-संघटन एवं संरचना; मौसम एवं जलवायु के तत्व, वर्षण: वाष्पीकरण, संघनन-ओस, पाला, धुंध, कोहरा एवं मेघ; वर्षा-प्रकार एवं विश्व वितरण, विश्व जलवायु-वर्गीकरण (कोपेन), ग्रीनहाउस प्रभाव, भूमंडलीय ऊष्मन एंव जलवायु परिवर्तन और इकाई 5 में जल (महासागर) जलीय चक्र; महासागर-अंतः समुद्री उच्चावच, लवणता एवं तापमान का वितरण; महासागरीय-तरंगें, ज्वार भाटा एवं धाराएँ आदी के बारे में पाठपुस्तक बताया गया है। इकाई 6 में पृथ्वी पर जीवन इस इकाई के विवरण: जैवमंडल - पाद्प एवं अन्य जीवों की विशेषताएँ, पारितंत्र; जैव-भू रासायनिक चक्र, पारिस्थितिक संतुलन तथा जैवविविधता एवं संरक्षण।
Bhautik Bhugol Ke Mul Sidhant class 11 - NCERT: भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत 11वीं कक्षा - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में पाँच इकाईयाँ दी गई है। इकाई 1 में भूगोल एक विषय के रूप में भूगोल एक समाकलित विषय के रूप में, स्थानिक गुण विज्ञान के रूप में; भूगोल की शाखाएँ; भौतिक भूगोल की विशेषता। इकाई 2 में पृथ्वी - पृथ्वी की उत्पत्ति एवं विकास, पृथ्वी का आंतरिक भाग; वेगनर का महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत एवं प्लेट विवर्तनिकी, भूकंप एवं ज्वालामुखी। इकाई 3 में भू-आकृतियाँ खनिज एवं शैल-शैलों के प्रमुख प्रकार एवं उनकी विशेषताएँ; भू-आकृतिक प्रक्रियाएँ - अपक्षय, बृहत्क्षरण, अपरदन एवं निक्षेपण, मृदा-निर्माण, भू-आकृतियाँ तथा उनका विकास। इकाई 4 में जलवायु वायुमंडल - संघटन एवं संरचना; मौसम एवं जलवायु के तत्व, वर्षण: वाष्पीकरण, संघनन-ओस, पाला, धुंध, कोहरा एवं मेघ; वर्षा-प्रकार एवं विश्व वितरण, विश्व जलवायु - वर्गीकरण (कोपेन), ग्रीनहाउस प्रभाव, भूमंडलीय ऊष्मन एंव जलवायु परिवर्तन और इकाई 5 में जल (महासागर) जलीय चक्र; महासागर - अंतः समुद्री उच्चावच, लवणता एवं तापमान का वितरण; महासागरीय-तरंगें, ज्वार भाटा एवं धाराएँ आदी के बारे में पाठपुस्तक बताया गया है।
Bhautik Bhugol Ke Mul Sidhant class 11 - RBSE Board: भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerभौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत कक्षा 11वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है, इस पाठ्यपुस्तक में छहः इकाईयाँ दी गई है। इकाई 1 में भूगोल एक विषय के रूप में भूगोल एक समाकलित विषय के रूप में, स्थानिक गुण विज्ञान के रूप में; भूगोल की शाखाएँ; भौतिक भूगोल की विशेषता। इकाई 2 में पृथ्वी - पृथ्वी की उत्पत्ति एवं विकास, पृथ्वी का आंतरिक भाग; वेगनर का महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत एवं प्लेट विवर्तनिकी, भूकंप एवं ज्वालामुखी। इकाई 3 में भू-आकृतियाँ खनिज एवं शैल-शैलों के प्रमुख प्रकार एवं उनकी विशेषताएँ; भू-आकृतिक प्रक्रियाएँ - अपक्षय, बृहत्क्षरण, अपरदन एवं निक्षेपण, मृदा-निर्माण, भू-आकृतियाँ तथा उनका विकास। इकाई 4 में जलवायु वायुमंडल - संघटन एवं संरचना; मौसम एवं जलवायु के तत्व, वर्षण: वाष्पीकरण, संघनन-ओस, पाला, धुंध, कोहरा एवं मेघ; वर्षा-प्रकार एवं विश्व वितरण, विश्व जलवायु - वर्गीकरण (कोपेन), ग्रीनहाउस प्रभाव, भूमंडलीय ऊष्मन एंव जलवायु परिवर्तन और इकाई 5 में जल (महासागर) जलीय चक्र; महासागर - अंतः समुद्री उच्चावच, लवणता एवं तापमान का वितरण; महासागरीय-तरंगें, ज्वार भाटा एवं धाराएँ आदी के बारे में पाठपुस्तक बताया गया है।
Bhautik Bhugol - Ranchi University, N.P.U: भौतिक भूगोल - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by Savindra Singhभौतिक भूगोल के विक्षय-क्षेत्र में होने वाले परिवर्तनों को देखते हुए भौतिक भूगोल की इस पुस्तक में भी परिवर्तन किए गये हैं। विषय वस्तु के विस्तरण को सीमित किया गया है तथा अनावश्यक एवं पुरानी पड़ गयी पाठ्य सामग्री को पुस्तक से हटा दिया गया है तथा नवीन तथ्यों को सम्मिलित किया गया है। पुस्तक का कलेवर भी सीमित किया गया है ताकि विद्यार्थी विषय वस्तु को आसानी से समझ एवं ग्रहण कर सकें।
Bhautik Vigyan class 12 - RBSE Board: भौतिक विज्ञान 12वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerभौतिक विज्ञान के उत्तरोत्तर विकास को दृष्टिगत रखकर विद्यार्थियों को अद्यतन विषय सामग्री प्रदान करने हेतु माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान ने भौतिकी की पाठ्यसामग्री को निये सिरे से तैयार किया है । प्रस्तुत पुस्तक, बारहवीं कक्षा के लिए भौतिक विज्ञान हेतु माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा निर्धारित नवीन पाठ्यक्रमानुसार लिखी गई है । पाठ्यपुस्तक में प्रत्येक संकल्पना के अन्त में आंकिक उदाहरण और अध्याय के अन्त में सारगर्भित महत्त्वपूर्ण बिन्दु दिये गये हैं । अभ्यासार्थ प्रश्नों में बहुचयानात्मक, अति - लघुउत्तरात्मक, लघुउत्तरात्मक, निबन्धात्मक एवं आंकित प्रश्न भी दिये गये हैं । प्रश्नों के चयन में अखिल भारतीय स्तर पर चिकित्सा, अभियान्त्रिकी व अन्य पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रतियोगी परीक्षाओं के स्तर का ध्यान रखा गया है । पुस्तक को संशोधित एवं परिमार्जित रूप में, विद्यार्थियों के लिये अधिकाधिक उपयोगी बनाने की दृष्टि से, जिन विषय मर्मज्ञों एवं शिक्षकों ने सहयोग प्रदान किया है।
Bhautiki Bhag 1 class 11 - NCERT: भौतिकी भाग 1 कक्षा 11 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभौतिकी भाग 1 11 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अन्य क्षेत्रों अथवा दैनिक जीवन में कुछ अनुप्रयोगों को दर्शाना, सरल प्रयोग सुझाना, भौतिकी के विभिन्न क्षेत्रों में अभिधारणाओं में संबंध, एकरसता अथवा नीरसता को तोड़कर पुस्तक को सजीव बनाना है। पुस्तक के प्रत्येक अध्याय के अंत में सारांश, विचारणीय विषय, अभ्यास तथा अतिरिक्त अभ्यास एवं उदाहरण जैसे विशिष्ट लक्षणों को बनाए रखा गया है। संकल्पनाओं पर आधारित कई अभ्यासों को अध्यायों के अंत में दिए गए अभ्यासों से 'उदाहरण एवं उनके हल' के रूप में पाठ्य सामग्री में स्थानांतरित किया गया है। यह आशा की जाती है कि ऐसा करने से अध्याय में दी गई संकल्पनाएँ अधिक बोधगम्य बन जाएँगी।
Bhautiki Bhag-1 class 11 - NCERT - 23: भौतिकी भाग-१ ११ वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभौतिकी भाग 1 11 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अन्य क्षेत्रों अथवा दैनिक जीवन में कुछ अनुप्रयोगों को दर्शाना, सरल प्रयोग सुझाना, भौतिकी के विभिन्न क्षेत्रों में अभिधारणाओं में संबंध, एकरसता अथवा नीरसता को तोड़कर पुस्तक को सजीव बनाना है। पुस्तक के प्रत्येक अध्याय के अंत में सारांश, विचारणीय विषय, अभ्यास तथा अतिरिक्त अभ्यास एवं उदाहरण जैसे विशिष्ट लक्षणों को बनाए रखा गया है। संकल्पनाओं पर आधारित कई अभ्यासों को अध्यायों के अंत में दिए गए अभ्यासों से 'उदाहरण एवं उनके हल' के रूप में पाठ्य सामग्री में स्थानांतरित किया गया है। यह आशा की जाती है कि ऐसा करने से अध्याय में दी गई संकल्पनाएँ अधिक बोधगम्य बन जाएँगी।
Bhautiki Bhag 1 Class 11 - RBSE Board: भौतिकी भाग 1
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerभौतिकी भाग 1 पाठ्यपुस्तक में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अन्य क्षेत्रों अथवा दैनिक जीवन में कुछ अनुप्रयोगों को दर्शाना, सरल प्रयोग सुझाना, भौतिकी के विभिन्न क्षेत्रों में अभिधारणाओं में संबंध, एकरसता अथवा नीरसता को तोड़कर पुस्तक को सजीव बनाना है। पुस्तक के प्रत्येक अध्याय के अंत में सारांश, विचारणीय विषय, अभ्यास तथा अतिरिक्त अभ्यास एवं उदाहरण जैसे विशिष्ट लक्षणों को बनाए रखा गया है। संकल्पनाओं पर आधारित कई अभ्यासों को अध्यायों के अंत में दिए गए अभ्यासों से 'उदाहरण एवं उनके हल' के रूप में पाठ्य सामग्री में स्थानांतरित किया गया है। यह आशा की जाती है कि ऐसा करने से अध्याय में दी गई संकल्पनाएँ अधिक बोधगम्य बन जाएँगी।
Bhautiki Bhag 1 class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: भौतिकी भाग 1 कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.भौतिकी भाग-1 कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में आठ अध्याय दिये गये है, भौतिकी की विशेष प्रकृति, धारणाओं की समझ के अलावा कुछ परिपाटियों का ज्ञान, आधारभूत गणितीय साधन, महत्त्वपूर्ण भौतिक स्थिरांकों के आंकिक मान, सूक्ष्म स्तर से गैलेक्सीन स्तर के परिसर तक उपयोगी मात्रकों की प्रणाली की अपेक्षा करती है। विद्यार्थियों की सहायता के लिए हमने पुस्तक के अंत में परिशिष्ट A1 से A7 के रूप में आवश्यक साधन एवं डाटाबेस दिए हैं। अतिरिक्त जानकारी या किसी अध्याय विशेष में वर्णित विषय के उपयोग के लिए कुछ अध्यायों के अंत में भी कुछ परिशिष्ट दिए गए हैं।
Bhautiki Bhag 1 class 12 - NCERT - 23: भौतिकी भाग-१ १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभौतिकी भाग 1 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अन्य क्षेत्रों अथवा दैनिक जीवन में कुछ अनुप्रयोगों को दर्शाना, सरल प्रयोग सुझाना, भौतिकी के विभिन्न क्षेत्रों में अभिधारणाओं में संबंध, एकरसता अथवा नीरसता को तोड़कर पुस्तक को सजीव बनाना है। पुस्तक के प्रत्येक अध्याय के अंत में सारांश, विचारणीय विषय, अभ्यास तथा अतिरिक्त अभ्यास एवं उदाहरण जैसे विशिष्ट लक्षणों को बनाए रखा गया है। संकल्पनाओं पर आधारित कई अभ्यासों को अध्यायों के अंत में दिए गए अभ्यासों से 'उदाहरण एवं उनके हल' के रूप में पाठ्य सामग्री में स्थानांतरित किया गया है। यह आशा की जाती है कि ऐसा करने से अध्याय में दी गई संकल्पनाएँ अधिक बोधगम्य बन जाएँगी।
Bhautiki Bhag 2 class 11 - NCERT: भौतिकी भाग 2 कक्षा 11 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभौतिकी भाग 2 11 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अन्य क्षेत्रों अथवा दैनिक जीवन में कुछ अनुप्रयोगों को दर्शाना, सरल प्रयोग सुझाना, भौतिकी के विभिन्न क्षेत्रों में अभिधारणाओं में संबंध, एकरसता अथवा नीरसता को तोड़कर पुस्तक को सजीव बनाना है। पुस्तक के प्रत्येक अध्याय के अंत में सारांश, विचारणीय विषय, अभ्यास तथा अतिरिक्त अभ्यास एवं उदाहरण जैसे विशिष्ट लक्षणों को बनाए रखा गया है। संकल्पनाओं पर आधारित कई अभ्यासों को अध्यायों के अंत में दिए गए अभ्यासों से 'उदाहरण एवं उनके हल' के रूप में पाठ्य सामग्री में स्थानांतरित किया गया है। यह आशा की जाती है कि ऐसा करने से अध्याय में दी गई संकल्पनाएँ अधिक बोधगम्य बन जाएँगी।
Bhautiki Bhag-2 class 11 - NCERT - 23: भौतिकी भाग-२ ११ वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभौतिकी भाग 2 11 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अन्य क्षेत्रों अथवा दैनिक जीवन में कुछ अनुप्रयोगों को दर्शाना, सरल प्रयोग सुझाना, भौतिकी के विभिन्न क्षेत्रों में अभिधारणाओं में संबंध, एकरसता अथवा नीरसता को तोड़कर पुस्तक को सजीव बनाना है। पुस्तक के प्रत्येक अध्याय के अंत में सारांश, विचारणीय विषय, अभ्यास तथा अतिरिक्त अभ्यास एवं उदाहरण जैसे विशिष्ट लक्षणों को बनाए रखा गया है। संकल्पनाओं पर आधारित कई अभ्यासों को अध्यायों के अंत में दिए गए अभ्यासों से 'उदाहरण एवं उनके हल' के रूप में पाठ्य सामग्री में स्थानांतरित किया गया है। यह आशा की जाती है कि ऐसा करने से अध्याय में दी गई संकल्पनाएँ अधिक बोधगम्य बन जाएँगी।
Bhautiki Bhag 2 class 11 - RBSE Board: भौतिकी भाग 2 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerभौतिकी भाग 2 पाठ्यपुस्तक में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अन्य क्षेत्रों अथवा दैनिक जीवन में कुछ अनुप्रयोगों को दर्शाना, सरल प्रयोग सुझाना, भौतिकी के विभिन्न क्षेत्रों में अभिधारणाओं में संबंध, एकरसता अथवा नीरसता को तोड़कर पुस्तक को सजीव बनाना है। पुस्तक के प्रत्येक अध्याय के अंत में सारांश, विचारणीय विषय, अभ्यास तथा अतिरिक्त अभ्यास एवं उदाहरण जैसे विशिष्ट लक्षणों को बनाए रखा गया है। संकल्पनाओं पर आधारित कई अभ्यासों को अध्यायों के अंत में दिए गए अभ्यासों से 'उदाहरण एवं उनके हल' के रूप में पाठ्य सामग्री में स्थानांतरित किया गया है। यह आशा की जाती है कि ऐसा करने से अध्याय में दी गई संकल्पनाएँ अधिक बोधगम्य बन जाएँगी।
Bhautiki Bhag 2 class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: भौतिकी भाग-2 कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.भौतिकी भाग-2 कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में सात अध्याय दिये गये है, भौतिकी की विशेष प्रकृति, धारणाओं की समझ के अलावा कुछ परिपाटियों का ज्ञान, आधारभूत गणितीय साधन, महत्त्वपूर्ण भौतिक स्थिरांकों के आंकिक मान, सूक्ष्म स्तर से गैलेक्सीन स्तर के परिसर तक उपयोगी मात्रकों की प्रणाली की अपेक्षा करती है। विद्यार्थियों की सहायता के लिए हमने पुस्तक के अंत में परिशिष्ट A1 से A9 के रूप में आवश्यक साधन एवं डाटाबेस दिए हैं। अतिरिक्त जानकारी या किसी अध्याय विशेष में वर्णित विषय के उपयोग के लिए कुछ अध्यायों के अंत में भी कुछ परिशिष्ट दिए गए हैं।
Bhautiki Bhag 2 class 12 - NCERT - 23: भौतिकी भाग-२ १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभौतिकी भाग 2 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अन्य क्षेत्रों अथवा दैनिक जीवन में कुछ अनुप्रयोगों को दर्शाना, सरल प्रयोग सुझाना, भौतिकी के विभिन्न क्षेत्रों में अभिधारणाओं में संबंध, एकरसता अथवा नीरसता को तोड़कर पुस्तक को सजीव बनाना है। पुस्तक के प्रत्येक अध्याय के अंत में सारांश, विचारणीय विषय, अभ्यास तथा अतिरिक्त अभ्यास एवं उदाहरण जैसे विशिष्ट लक्षणों को बनाए रखा गया है। संकल्पनाओं पर आधारित कई अभ्यासों को अध्यायों के अंत में दिए गए अभ्यासों से 'उदाहरण एवं उनके हल' के रूप में पाठ्य सामग्री में स्थानांतरित किया गया है। यह आशा की जाती है कि ऐसा करने से अध्याय में दी गई संकल्पनाएँ अधिक बोधगम्य बन जाएँगी।
Bhavna Se Sudhare Janmo Janam: भावना से सुधरे जन्मोंजन्म
by Dada Bhagwan९ कलमे, परम पूज्य दादा भगवान द्वारा दी गई अमूल्य भेट है| यह कलमे संसार के सभी शास्त्रों के ज्ञान को निचोडकर बनायीं हुई है जो भीतर से हमारे भावो में फेरबदल करती है और हमें एक आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा देती है| अक्सर लोग यह सोचते है कि, इस जीवन में उन्होंने किसीके साथ कुछ भी बुरा व्यवहार नहीं किया फिर भी क्यों उन्हें इतने सारे दुःख और तकलीफों का सामना करना पड़ता है| इसका जवाब देते हुए दादाजी बताते है कि, यह अभी का जो कुछ भी हो रहा है, वह तो सिर्फ परिणाम है, हमारे पिछले जन्मों में किये गए भावो का| और अभी हम जो भी नए भाव करेंगे उसका फल हमें आने वाले जन्मों में भुगतना रहेगा| यह ९ कलमे, हमें हमारे भीतर के भावो को बदलने में सहायरूप है जिससे हम अभी आनेवाली परेशानियों का सामना कर सके और अगले जन्मों के लिए कोई भी नयी परेशानियाँ खड़ी ना करे| हज़ारो लोगो को यह कलमे हर दिन बोलने से फायदा हुआ है| आप भी जान सकते है इस अभूतपूर्व विज्ञान को इस पुस्तक द्वारा|
BHDF-101 Hindi Me Aadhar Pathyakram - Khand 1 Bhasha Tatva Aur Bodhan – IGNOU: BHDF - 101 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम - खंड 1 भाषा तत्व और बोधन – इग्नू
by Indira VishvavidyalayaBHDF 101 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम खंड 1 भाषा तत्व और बोधन – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस खंड में छः परस्पर संबद्ध इकाइयाँ हैं, इस खंड में पढ़ने और समझने के कौशलों का विकास करना है। इसके लिए चार प्रकार के पाठ्यांश चुने हैं। इकाई तीन में विज्ञान से संबंधित एक पाठ है, जो पत्र की शैली में लिखा गया है। इकाई चार और पाँच में सांस्कृतिक और सामाजिक विषयों पर दो पाठ हैं। ये दोनों पाठ निबंध की शैली में हैं। इकाई छह में स्व. श्रीमती इन्दिरा गांधी के 1966 में लाल किले से दिये गये भाषण के अंश हैं। यह पाठ भाषण शैली का नमूना है। इन पाठों के साथ-साथ इन शैलियों की विशेषताओं पर भी चर्चा कर रहे हैं। पाठ में जो कठिन या पारिभाषिक शब्द आये हैं, उनके अर्थ भी दिये गये हैं।
BHDF 101 Hindi Me Aadhar Pathyakram (Khand 2 Vachan Aur Vividh Vishay) IGNOU: BHDLA 135 हिंदी भाषा : विविध प्रयोग (खंड 2: वाचन और विविध विषय) इग्नू
by Indira VishvavidyalayaBHDF-101 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम (खंड 2: वाचन और विविध विषय) – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस खंड में छः परस्पर संबद्ध इकाइयाँ हैं, इन इकाइयों में विषय क्षेत्र का व्यापक आधार सम्मिलित किया गया है और बहुत सी आधारभूत अवधारणाओं को स्पष्ट किया गया है। इन सब इकाइयों में पाठों से संबंधित व्याकरणिक बिंदुओं को विशेष रूप से समझाया गया है। ज्ञान - विज्ञान के विषयों को पढ़ने के लिए इन विषयों की विशिष्ट पारिभाषिक शब्दावली का ज्ञान आवश्यक है। पारिभाषिक शब्द बोलचाल की भाषा से भिन्न निश्चित अर्थ में प्रयुक्त होते हैं। ज्ञान -विज्ञान के विषयों का वाचन करने की प्रक्रिया में बहुत से पारिभाषिक शब्द उन विषयों के संदर्भ में आपके सामने आएँगे। इनके बारे में हमने इकाइयों में आपको विस्तार से जानकारी दी है।
BHDF -101 Hindi Me Aadhar Pathyakram - Khand 3 Sahitya Ka Aasvadan - IGNOU: BHDF -101 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम - खंड 3 साहित्य का आस्वादन -इग्नू
by Indira VishvavidyalayaBHDF-101 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम (खंड 3: साहित्य का आस्वादन) – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस खंड में हम कुल छह इकाइयाँ दे रहे हैं। इकाई 13 में प्रेमचंद की कहानी ‘पूस की रात’ वाचन के लिए दी जा रही है। इकाई 14 में हरिशंकर परसाई द्वारा लिखित एक व्यंग्य-निबंध : ‘वैष्णव की फिसलन’ दिया गया है। इकाई 15 में मोहन राकेश का ‘बहुत बड़ा सवाल’ शीर्षक एकांकी वाचन के लिए दिया गया है। इकाई 16 में ‘जीने की कला’ शीर्षक महादेवी का एक नारी समस्या से संबंधित निबंध दिया गया है। इकाई 17 में 'जूठन' शीर्षक ओम प्रकाश वाल्मीकि की आत्मकथा का एक अंश दिया गया है। अंतिम इकाई में सूरदास, तुलसीदास, मैथिलीशरण गुप्त, सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ एवं महादेवी वर्मा का काव्य, वाचन के लिए दिया गया है। इस प्रकार इन इकाइयों में कहानी, व्यंग्य, निबंध, आत्मकथा और कविता नामक विधाओं का अध्ययन करेंगे। वाचन के अतिरिक्त इनमें इन विधाओं की विशेषताएँ बतायी गयी हैं।