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Bujurgo Ka Care: बुजुर्गों का केयर: कुछ आपबीती - कुछ जगबीती

by Dr Omkar Mittal

"बुजुर्गों की केयर: कुछ आपबीती - कुछ जगबीती" डॉ. ओंकार मित्तल द्वारा लिखित पुस्तक है, जो वृद्ध देखभाल की जटिल चुनौतियों और जिम्मेदारियों को उजागर करती है। यह पुस्तक व्यक्तिगत किस्सों और व्यापक सामाजिक दृष्टिकोणों को मिलाकर भावनात्मक, शारीरिक और सामाजिक पहलुओं पर प्रकाश डालती है। यह सहानुभूति, समझ और संरचित समर्थन प्रणालियों के महत्व पर जोर देती है। मुख्य विषयों में बढ़ती वृद्ध जनसंख्या और उनकी बढ़ती देखभाल की आवश्यकताएं, परिवार द्वारा की जा रही देखभाल की व्यक्तिगत कहानियाँ, और पेशेवर देखभालकर्ताओं की भूमिका शामिल हैं। "काखी मेरी माँ" जैसे अध्यायों के माध्यम से, पुस्तक देखभालकर्ताओं द्वारा सामना की जाने वाली व्यक्तिगत और तार्किक कठिनाइयों को मार्मिक तरीके से प्रस्तुत करती है। यह परिवारों और समाज से मिलकर वृद्धजनों की भलाई और गरिमा सुनिश्चित करने का आह्वान करती है।

Buland Awaaz: बुलंद आवाज

by Nand Kishore Yadav

बुलंद आवाज एक ऐसी आवाज, जिसे अनसुना करना नामुमकिन 'नंद किशोर यादव: बुलंद आवाज बिहार भाजपा के जनप्रिय नेता' नंदूजी यानी संघर्ष और विकास के प्रतीकपुरुष श्री नंद किशोर यादव के संसदीय जीवन का सफरनामा है। नेता प्रतिपक्ष और विपक्ष के विधायक के तौर पर जन- आवाज बनकर उन्होंने जो अमिट लंबी लकीर खींची है, उसी का दस्तावेजीकरण प्रस्तुत पुस्तक में हुआ है। जदयू से गठबंधन टूटने के बाद सरकार से अलग होने पर वर्ष 2013 में श्री नंद किशोर यादव को भारतीय जनता पार्टी ने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का दायित्व सौंपा। सदन के भीतर और बाहर नीतीश कुमार जैसे मुख्यमंत्री की उस सरकार, जिसमें थोड़े दिन पहले तक वे खुद भी साझीदार थे, को उसकी विफलता का आईना दिखाना बड़ी चुनौती थी। सरकार से हटने के बाद जल्द ही प्रभावी विपक्ष के तेवर में स्वयं को ढालना और पार्टी का नेतृत्व करना सरल नहीं था, लेकिन बिहार की जनता ने देखा कि नंद किशोर यादव ने करीब दो साल नेता प्रतिपक्ष की अपनी भूमिका का किस आक्रामकता के साथ निर्वाह किया।"

Canvaas Par Bikhre Yadon Ke Rang: कैनवास पर बिखरे यादों के रंग

by Abhidha Sharma

उपन्यास में नयी पीढ़ी के प्रेम की परिभाषा है और परिवार का यथार्थ है। नयी पीढ़ी ने जीविका के पारंपरिक अर्थगर्भ से असंतोष व्यत्तफ़ किया, तो उसमें भी सभ्यता के अधैर्य का व्यापक आधार है। संस्कृति की पूंजी और परंपरामोह ने नई पीढ़ी के आत्मप्रवाह के अर्थ में विकास दंभ की रूपरेखा भी खींची, तो अपनी संपूर्ण विज्ञान सहमति के साथ अभिधा के उपन्यास में बड़े घरों की नई पीढ़ी की जीविका की तलाश है और प्रेम यहाँ धैर्य का प्रतीक बनकर उपस्थित हुआ है।

CCR BJM 002 Samudayik Rediyo me Sanchalan Khand 1 Sthapana Ke Liye Takneek – IGNOU: सी.सी.आर. बी.जे.एम. 002 सामुदायिक रेडियो में संचालन खंड 1 स्थापना के लिए तकनीक - इग्नू

by Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalaya

सामुदायिक रेडियो में प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम का यह दूसरा पाठ्यक्रम, रेडियो स्टेशन में होने वाले विभिन्न क्रिया कलाप की जानकारी देता है। जिसमें केन्द्र की स्थापना की प्रक्रिया भी शामिल है। पाठ्यक्रम के इस दूसरे भाग में रेडियो के तकनीकी पक्ष पर विशेष ध्यान दिया गया है जैसे तकनीकी उपकरण, उनका रखरखाव तथा कार्यक्रम निर्माण की तकनीक। पाठ्यक्रम 2 की समाप्ति के बाद आपको किसी सामुदायिक रेडियो केन्द्र पर 10 दिवसीय इन्टर्नशिप करना होगी जहां आप रेडियो के कार्यक्रम बनाने के लिए तकनीकी, सैद्धान्तिक तथा प्रायोगिक रूप में जानकारियां प्राप्त करेंगे। कार्यक्रम प्रबंधन भी इसका अंग होगा जो आप पाठ्यक्रम 1 और 2 में जान चुके हैं। सामुदायिक रेशियों में प्रमाण-पत्र के पाठ्यक्रम 2 का यह पहला खंड "स्थापना के लिए टेक्नोलॉजी" शीर्षक वाला खंड है। सामुदायिक रेडियो केन्द्र की स्थापना के लिए आधारभूत ढांचे तथा तकनीकी जरूरतों को के बारे में सम्पूर्ण ज्ञान प्रदान करता है।

CCR BJM 002 Samudayik Rediyo me Sanchalan Khand 2 Karyakram Nirman – IGNOU: सी.सी.आर. बी.जे.एम. 002 सामुदायिक रेडियो में संचालन खंड 2 कार्यक्रम निर्माण - इग्नू

by Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalaya

सामुदायिक रेडियो में प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम का यह दूसरा पाठ्यक्रम, रेडियो स्टेशन में होने वाले विभिन्न क्रिया कलाप की जानकारी देता है। जिसमें केन्द्र की स्थापना की प्रक्रिया भी शामिल है। पाठ्यक्रम के इस दूसरे भाग में रेडियो के तकनीकी पक्ष पर विशेष ध्यान दिया गया है जैसे तकनीकी उपकरण, उनका रखरखाव तथा कार्यक्रम निर्माण की तकनीक। पाठ्यक्रम 2 की समाप्ति के बाद आपको किसी सामुदायिक रेडियो केन्द्र पर 10 दिवसीय इन्टर्नशिप करना होगी जहां आप रेडियो के कार्यक्रम बनाने के लिए तकनीकी, सैद्धान्तिक तथा प्रायोगिक रूप में जानकारियां प्राप्त करेंगे। कार्यक्रम प्रबंधन भी इसका अंग होगा जो आप पाठ्यक्रम 1 और 2 में जान चुके हैं। सामुदायिक रेडियो में प्रमाण-पत्र के पाठ्यक्रम 2 का यह दूसरा खंड "कार्यक्रम निर्माण" शीर्षक वाला खंड है। इस पाठ्यक्रम में कार्यक्रमों की योजाना और विशेषज्ञों की भूमिका और बाहरी स्रोत जैसे अहम पक्षों पर प्रकाश डाला गया है।

CCR BJM 002 Samudayik Rediyo me Sanchalan Khand 3 Nirman ki Takniki – IGNOU: सी.सी.आर. बी.जे.एम. 002 सामुदायिक रेडियो में संचालन खंड 3 निर्माण की तकनीक – इग्नू

by Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalaya

सी.सी.आर. बी.जे.एम. 002 सामुदायिक रेडियो का संचालन खंड 3 निर्माण की तकनीक – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । सामुदायिक रेडियो में प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम का यह दूसरा पाठ्यक्रम, रेडियो स्टेशन में होने वाले विभिन्न क्रिया कलाप की जानकारी देता है। जिसमें केन्द्र की स्थापना की प्रक्रिया भी शामिल है। पाठ्यक्रम के इस दूसरे भाग में रेडियो के तकनीकी पक्ष पर विशेष ध्यान दिया गया है जैसे तकनीकी उपकरण, उनका रखरखाव तथा कार्यक्रम निर्माण की तकनीक। पाठ्यक्रम 2 की समाप्ति के बाद आपको किसी सामुदायिक रेडियो केन्द्र पर 10 दिवसीय इन्टर्नशिप करना होगी जहां आप रेडियो के कार्यक्रम बनाने के लिए तकनीकी, सैद्धान्तिक तथा प्रायोगिक रूप में जानकारियां प्राप्त करेंगे।

CCR BJM 002 Samudayik Rediyo me Sanchalan Khand 4 Dirghakalin Kshamata – IGNOU: सी.सी.आर. बी.जे.एम. 002 सामुदायिक रेडियो में संचालन खंड 4 दीर्घकालीन क्षमता - इग्नू

by Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalaya

सामुदायिक रेडियो में प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम का यह दूसरा पाठ्यक्रम, रेडियो स्टेशन में होने वाले विभिन्न क्रिया कलाप की जानकारी देता है। जिसमें केन्द्र की स्थापना की प्रक्रिया भी शामिल है। पाठ्यक्रम के इस दूसरे भाग में रेडियो के तकनीकी पक्ष पर विशेष ध्यान दिया गया है जैसे तकनीकी उपकरण, उनका रखरखाव तथा कार्यक्रम निर्माण की तकनीक। पाठ्यक्रम 2 की समाप्ति के बाद आपको किसी सामुदायिक रेडियो केन्द्र पर 10 दिवसीय इन्टर्नशिप करना होगी जहां आप रेडियो के कार्यक्रम बनाने के लिए तकनीकी, सैद्धान्तिक तथा प्रायोगिक रूप में जानकारियां प्राप्त करेंगे। कार्यक्रम प्रबंधन भी इसका अंग होगा जो आप पाठ्यक्रम 1 और 2 में जान चुके हैं। सामुदायिक रेडियो में प्रमाण-पत्र के पाठ्यक्रम 2 का यह चौथा खंड "दीर्घकालीन क्षमता शीर्षक वाला खंड है। इसमें व्यावसायिक योजनाओं और दीर्घकालीन क्षमता विकास के बारे में चर्चा की गयी है।

Chadhta Suraj

by Gauhar Jalali

The poems from Gauhar Jalali are filled with the human religion. The literature is idealistic as well as progressive.

Chadhta Suraj

by Goohar Jalali

The poem Chadhta Suraj by Gaurav Jalali states that time is moving fast and the generation of today would be looked by generation of tomorrow as dead and decomposed. The creation of poet resembles of Kabir.

Chaho Aur Paa Lo: चाहो और पा लो!

by Sadhguru

हमारे दैनिक जीवन में, हमें असंख्य स्थितियों से निपटना और प्रबंधित करना होता है, चाहे वह परिवार हो, पेशा हो, रिश्ते हों या अन्य जिम्मेदारियां हों। यह पुस्तक अंतर्दृष्टि प्रकट करती है और इन जीवन स्थितियों से आनंदपूर्वक और सहजता से निपटने के तरीके के बारे में सुझाव देती है। यह पुस्तक सद्गुरु की गहरी अंतर्दृष्टि और तीखे तर्क का संकलन प्रस्तुत करती है जो दिलचस्प कहानियों और उपाख्यानों के माध्यम से व्यक्त की जाती हैं। जिन मुद्दों से हम गुजर रहे हैं, उनके बारे में स्पष्टता लाकर सद्गुरु हमारे दैनिक जीवन में आने वाली समस्याओं का समाधान प्रदान करते हैं। यह पुस्तक जीवन का अन्वेषण करने और जीवन को उसकी पूरी क्षमता के साथ जीने का निमंत्रण है। ईशा क्रिया और कल्पवृक्ष ध्यान इस पुस्तक में दिए गए दो सरल लेकिन शक्तिशाली साधन हैं, जो व्यक्ति को एक आनंदमय जीवन जीने और अपने इच्छित लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करते हैं।

Chaho! Sab Kuchh Chaho: चाहो! सब कुछ चाहो

by Sadhguru

चाहो! सब कुछ चाहो “लोग मुझसे अक्सर पूछते हैं,” ‘बुद्ध ने कहा इच्छा न करो। लेकिन आप तो कहते हैं- सारा कुछ पाने की इच्छा करो। यह विरोधाभास क्यों है?’ जो अपने जीवन-काल के अंदर समस्त मानव जाति को ज्ञान प्रदान करने की इच्छा करते रह, क्या उन्होंने लोगों को इच्छा का त्याग करने को कहा होगा? कभी नही। बड़ी से बड़ी इच्छाएं पालिए। उन्हें पाने के लिए सौ फीसदी लगन के साथ कार्य कीजिए। ध्यानपूर्वक इच्छा का निर्वाह करेंगे तो वांछित मनोरथ पा सकते हैं। सद्गुरु बेहद लोकप्रिय साप्तहिक ‘आनंद विकटन’ में एक वर्ष-पर्यत धारावाहिक रूप से निकलकर, फिर पुस्तकाकार प्रकाशित सद्गुरु के वचनामृत अब आपके हाथों में है - ‘चाहो! सब कुछ चाहो’ ये हैं जीवन की बाधाओं को जीतकर, वांछित मनोरथ प्राप्त करते हुए सम्पूर्ण जीवन जीने की राह बताने वाले अनमोल वचन; जीवन में कायाकल्प लाने वाले अमोघ वचन.

Chakravyuh: चक्रव्यूह

by Shalini Soni

जब इंसान स्वप्न के उड़नखटोले पर बैठकर खुले आसमान में उड़ता है, तो उसे अद्भुत आनंद का अहसास होता है। लेकिन जब यही उड़नखटोला उसे हकीकत के घरातल पर उतारता है, तो धरती की तपेदिक उसके पदों को घायल कर देती है, जिसे सहन कर पाना आसान नहीं होता। आज के प्रतिस्पर्धात्मक युग में, हर बच्चे को भाग लेना अनिवार्य हो गया है, चाहे वह अपनी मर्जी से हो या परिवार की इक्षापूर्ति के लिए। नतीजतन, कभी-कभी उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं मिलते, कभी काबिलियत की कमी के कारण तो कभी चाहत की पूर्ति न होने से। इस दौड़ में कोटा जैसे कोचिंग हब में बच्चों की तादाद बढ़ रही है, जहां से उनका उच्च शिक्षा और स्वाभिमान का सफर शुरू होता है। लेकिन कई बार यह देखा गया है कि जो कुछ भलाई के लिए बनाया गया होता है, वह अक्सर बुराई में परिणत हो जाता है। आज कोटा एक शिक्षा का शहर होने के बजाय आत्महत्या का केंद्र बन रहा है, जो अभी तक चेतावनी नहीं दे रहा है, पर आने वाले कल में एक चिंतनीय विषय बन सकता है। इन्ही बढ़ती कुरीतियों को रोकने की कोशिश में माताएं अपनी जान जोखिम में डाल कर किस तरह साहस का परिचय देती है यह हमें आगे जानने को मिलेगा।

Chalava

by Mrudula Garg

The book is written by Mrudula Garg. In this book there are many collection of children's story. These stories will not only provide moral lessons to children, but also will be instrumental in making them good citizens.

Chamatkar: चमत्कार

by Dada Bhagwan

आज के युग में जहाँ विज्ञान ने इतनी प्रगति की है वहाँ लोगो के बीच अभी भी बहुत सारी चमत्कार और जादू-टोना संबंधित भ्रामक मान्यताएँ है| चमत्कार का मतलब है हमारी समझ से परे किसी अद्वितीय शक्ति का अस्तित्व होना| हमारे भारत देश में लोगो को धर्म और चमत्कार के नाम पर गुमराह करना बहुत ही आसान है क्योंकि किसी अवांछित घटना से बचने के लिए लोग इन बातों पर आसानी से भरोसा कर लेते है| ज्ञानी पुरुष दादा भगवान हमें इन चमत्कारों में छुपी हुई सच्चाई से वाकिफ कराते हुए चमत्कार और सिद्धि के बीच का अंतर बताते है| सामान्यतः लोगो में खड़े होने वाले प्रश्न जैसे- चमत्कार कौन करता है? किस तरह वह हमारे जीवन को प्रभावित करता है? क्या हम कोई चमत्कार करके भगवान को प्रसन्न कर सकते है?||इत्यादि के उत्तर हमें इस पुस्तक में मिलते है| दादाश्री स्पष्टतौर पर यही बताना चाहते है कि आत्मा इन सभी बातों से परे हैं और आत्म-साक्षात्कार मोक्ष प्राप्त करने का एकमात्र सरल उपाय है| आध्यात्मिकता और चमत्कार के बीच का सही अंतर जानने के लिए यह किताब अवश्य पढ़े|

Chanakya Niti: चाणक्य नीति

by Dr Ashwini Parashar

आचार्य विष्णुगुप्त (चाणक्य) द्वारा प्रणीत चाणक्य नीति का मुख्य विषय मानव मात्र को जीवन के प्रत्येक पहलू की व्यावहारिक शिक्षा देना है। इसमें मुख्य रूप से धर्म, संस्कृति, न्याय, शांति, सुशिक्षा एवं सर्वतोमुखी मानव-जीवन की प्रगति की झांकियां प्रस्तुत की गई हैं। आचार्य चाणक्य के नीतिपरक इस महत्वपूर्ण ग्रंथ में जीवन-सिद्धान्त और जीवन व्यवहार तथा आदर्श यथार्थ का बड़ा सुन्दर समन्वय देखने को मिलता है। जीवन की रीति-नीति सम्बन्धी बातों का जैसा अद्भुत और व्यावहारिक चित्रण यहां मिलता है अन्यत्र दुर्लभ है। इसी लिए यह ग्रन्थ पुरे विश्व में समादृत है।

Chanda Mama Ki Kahaniyan

by Shyam Dua

Chandamama presents the stories of the book is the collection of such stories, some enlightening children will provide healthy entertainment. These stories will not only provide moral lessons to children, but also will be instrumental in making them good citizens.

Chandabhai Ki Chandani

by Ghijjubhai Badheka

In this book Ghijjubhai Badheka discribe about the children’s stories. This stories full of entertainment for kids. इस पुस्‍तक में गिजुभाई बधेका ने बच्‍चों की कहानियों के बारे में बताया है। यह कहानियाँ बच्‍चों के लिए मनोरंजन से भरपूर है।

Chandi Charitra: चण्डी-चरित्र

by Dr Puranchand Tandan

“वरदायिनी चण्डी-चरित्र” (गुरु गोविन्द सिंह विरचित) वास्वत में भक्ति-भावों को सशक्त एवं प्रखर बनाने की विलक्षण प्रेरणा है। भक्ति की अन्य रचनाएँ जिनमें विनय, प्रेम, वात्सल्य अथवा दास्य आदि भाव प्रबल रहते हैं, उनसे यह रचना नितान्त भिन्न है। इस रचना से पाठकों-भक्तों के भीतर उत्साह, उमंग एवं पराक्रम की भावना का संचार भी होता है। शक्ति-स्तुति की भावना से जुड़कर हम अपने भीतर के कालुष्य का निवारण करते हैं। मन की परतें उज्ज्वल हो जाती हैं। वीरता और भक्ति भावना का यह अद्भुत संगम ही इस रचना की विशिष्टिता है। शक्ति की उपासना, वास्तव में विश्वास की, शिवत्व की तथा सत्य-भावना की उपासना है। अपने भीतर की शक्ति को हम सब जगाएँ, आज यह आवश्यक भी है। न्याय और धर्म की प्रतिष्ठा के लिए, सहनशीलता, क्षमा और दया की निरंतर पूजा के लिए यह आवश्यक है कि हम 'शक्तिमान' बनें। गुरु गोविन्द सिंह का यही स्वप्न है जो ‘चण्डी-चरित्र' के माध्यम से वे देखते हैं। निष्क्रीय समाज को सक्रिय बनाने एवं अकर्मण्य को कर्म का सूत्र प्रदान करने की यह नित्य-कोशिश है।

Chandi ka Batan

by Srikant Vyas Richard Burtan

This book is written by Shrikant Vyas. This story title is 'Silver buttons'. This story is full of great events plucked.

Chandra Pahad

by Vibhutibhushan Bandhyopadhyay

Chandra Pahad is the creation of the famous Bengali storyteller Vibhutibhushan Bandhyopadhyay. Sahitya Akademi for the first time presents a unique story of the daring teenager.

Chandrakanta

by Devki Nandan Khatri

A book which compelled and drove the imagination of a generation and brought Hindi to the forefront, Chandrakanta is first work of prose in modern Hindi language.

Chardiwari: चारदीवारी

by Deepa Mehta

नारी का जीवन एक अनंत यात्रा है। नारी की इसी अनकही जीवन यात्रा को शब्दों में समेटने का प्रयास है, प्रस्तुत लघु कथा संग्रह - चारदीवारी। नारी के बचपन, किशोरावस्था, युवावस्था, वृद्धावस्था के मूक क्षणों की आवाज है प्रस्तुत लघु कथाएं। नारी जीवन के कुछ अनदेखे - अनछुए पहलुओं का प्रतिनिधित्व करता प्रस्तुत लघु कथा संग्रह नारी के दुख, बैचेनी, परेशानियां, रोष, शिकायतों का पुलिंदा मात्र नहीं है। मां, पत्नी, बेटी आदि अनेकों भूमिकाओं को निभाती दृश्य - अदृश्य चारदीवारी में कैद भिन्न-भिन्न पहचान, शैक्षिक स्थिति, आयु वर्ग की नारी के रोजमर्रा के जीवन से संबंधित है यह लघु कथाएं। नारी की पहचान, समानता, ख्वाहिशों, सपनों, संबंधों, घरेलू हिंसा, छेड़छाड़, लैंगिक उत्पीड़न, प्रजनन, स्वास्थ्य, मातृत्व, बॉडी इमेज आदि महत्वपूर्ण मुद्दों से संबंधित यह विचारोत्तेजक लघु कथाएं प्रस्तुत है, पाठकों के अवलोकन और विचारमंथन के लिए। इस आशा के साथ कि प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप में यह प्रयास जनमानस की मानसिकता को बदल नारी जीवन में परिवर्तन की एक नई बयार ला पाने में सफल होगा…।

Charitraheen

by Sharat Chandra Chatopadhyay

The novel is set in Bengali society of the early 1900's and has four main women characters, two are the ones on whom the accusation of being charitraheen (of loose character) is made. Kiranmayi is the most striking character of the novel. Young and extremely beautiful, very intelligent and argumentative. She surprises and impresses all the three main men in the novel - Satish, Upendra and Diwakar - but her life is ultimately reduced to a shambles by these unthinking men. The three men play very important roles in the lives of the four women, but most of the time, their actions are detrimental to the women. They are orthodox, unthinking, and not in control of their emotions. There is a redemption of all the women in the end but wrong done to the women cannot be righted just like that, even if the women themselves feel so.The depiction of orthodox Hindu society in conflict with Western thoughts brought in by British rule is good. The character sketches are the best part, and their emotions, swinging from one end of the spectrum to the other, make for thoughtful reading.

Charitraheen

by Sharat Chandra Chattopadhyay

Set in Bengali society of the early 1900's this novel is a depiction of orthodox Hindu society in conflict with Western thoughts brought in by British rule is good.

Charkhi Ka Beta

by Pulak Vish‍vaas Vinayak

Submit story "Charkhi Ka Beta" is written by Vinayak and Pulak Vishvaas. Vinayak writes stories focused on the forest and the animals. Presented in the story is the story of a lion and wolves.

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