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CCR BJM 002 Samudayik Rediyo me Sanchalan Khand 1 Sthapana Ke Liye Takneek – IGNOU: सी.सी.आर. बी.जे.एम. 002 सामुदायिक रेडियो में संचालन खंड 1 स्थापना के लिए तकनीक - इग्नू
by Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalayaसामुदायिक रेडियो में प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम का यह दूसरा पाठ्यक्रम, रेडियो स्टेशन में होने वाले विभिन्न क्रिया कलाप की जानकारी देता है। जिसमें केन्द्र की स्थापना की प्रक्रिया भी शामिल है। पाठ्यक्रम के इस दूसरे भाग में रेडियो के तकनीकी पक्ष पर विशेष ध्यान दिया गया है जैसे तकनीकी उपकरण, उनका रखरखाव तथा कार्यक्रम निर्माण की तकनीक। पाठ्यक्रम 2 की समाप्ति के बाद आपको किसी सामुदायिक रेडियो केन्द्र पर 10 दिवसीय इन्टर्नशिप करना होगी जहां आप रेडियो के कार्यक्रम बनाने के लिए तकनीकी, सैद्धान्तिक तथा प्रायोगिक रूप में जानकारियां प्राप्त करेंगे। कार्यक्रम प्रबंधन भी इसका अंग होगा जो आप पाठ्यक्रम 1 और 2 में जान चुके हैं। सामुदायिक रेशियों में प्रमाण-पत्र के पाठ्यक्रम 2 का यह पहला खंड "स्थापना के लिए टेक्नोलॉजी" शीर्षक वाला खंड है। सामुदायिक रेडियो केन्द्र की स्थापना के लिए आधारभूत ढांचे तथा तकनीकी जरूरतों को के बारे में सम्पूर्ण ज्ञान प्रदान करता है।
CCR BJM 002 Samudayik Rediyo me Sanchalan Khand 2 Karyakram Nirman – IGNOU: सी.सी.आर. बी.जे.एम. 002 सामुदायिक रेडियो में संचालन खंड 2 कार्यक्रम निर्माण - इग्नू
by Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalayaसामुदायिक रेडियो में प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम का यह दूसरा पाठ्यक्रम, रेडियो स्टेशन में होने वाले विभिन्न क्रिया कलाप की जानकारी देता है। जिसमें केन्द्र की स्थापना की प्रक्रिया भी शामिल है। पाठ्यक्रम के इस दूसरे भाग में रेडियो के तकनीकी पक्ष पर विशेष ध्यान दिया गया है जैसे तकनीकी उपकरण, उनका रखरखाव तथा कार्यक्रम निर्माण की तकनीक। पाठ्यक्रम 2 की समाप्ति के बाद आपको किसी सामुदायिक रेडियो केन्द्र पर 10 दिवसीय इन्टर्नशिप करना होगी जहां आप रेडियो के कार्यक्रम बनाने के लिए तकनीकी, सैद्धान्तिक तथा प्रायोगिक रूप में जानकारियां प्राप्त करेंगे। कार्यक्रम प्रबंधन भी इसका अंग होगा जो आप पाठ्यक्रम 1 और 2 में जान चुके हैं। सामुदायिक रेडियो में प्रमाण-पत्र के पाठ्यक्रम 2 का यह दूसरा खंड "कार्यक्रम निर्माण" शीर्षक वाला खंड है। इस पाठ्यक्रम में कार्यक्रमों की योजाना और विशेषज्ञों की भूमिका और बाहरी स्रोत जैसे अहम पक्षों पर प्रकाश डाला गया है।
CCR BJM 002 Samudayik Rediyo me Sanchalan Khand 3 Nirman ki Takniki – IGNOU: सी.सी.आर. बी.जे.एम. 002 सामुदायिक रेडियो में संचालन खंड 3 निर्माण की तकनीक – इग्नू
by Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalayaसी.सी.आर. बी.जे.एम. 002 सामुदायिक रेडियो का संचालन खंड 3 निर्माण की तकनीक – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । सामुदायिक रेडियो में प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम का यह दूसरा पाठ्यक्रम, रेडियो स्टेशन में होने वाले विभिन्न क्रिया कलाप की जानकारी देता है। जिसमें केन्द्र की स्थापना की प्रक्रिया भी शामिल है। पाठ्यक्रम के इस दूसरे भाग में रेडियो के तकनीकी पक्ष पर विशेष ध्यान दिया गया है जैसे तकनीकी उपकरण, उनका रखरखाव तथा कार्यक्रम निर्माण की तकनीक। पाठ्यक्रम 2 की समाप्ति के बाद आपको किसी सामुदायिक रेडियो केन्द्र पर 10 दिवसीय इन्टर्नशिप करना होगी जहां आप रेडियो के कार्यक्रम बनाने के लिए तकनीकी, सैद्धान्तिक तथा प्रायोगिक रूप में जानकारियां प्राप्त करेंगे।
CCR BJM 002 Samudayik Rediyo me Sanchalan Khand 4 Dirghakalin Kshamata – IGNOU: सी.सी.आर. बी.जे.एम. 002 सामुदायिक रेडियो में संचालन खंड 4 दीर्घकालीन क्षमता - इग्नू
by Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalayaसामुदायिक रेडियो में प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम का यह दूसरा पाठ्यक्रम, रेडियो स्टेशन में होने वाले विभिन्न क्रिया कलाप की जानकारी देता है। जिसमें केन्द्र की स्थापना की प्रक्रिया भी शामिल है। पाठ्यक्रम के इस दूसरे भाग में रेडियो के तकनीकी पक्ष पर विशेष ध्यान दिया गया है जैसे तकनीकी उपकरण, उनका रखरखाव तथा कार्यक्रम निर्माण की तकनीक। पाठ्यक्रम 2 की समाप्ति के बाद आपको किसी सामुदायिक रेडियो केन्द्र पर 10 दिवसीय इन्टर्नशिप करना होगी जहां आप रेडियो के कार्यक्रम बनाने के लिए तकनीकी, सैद्धान्तिक तथा प्रायोगिक रूप में जानकारियां प्राप्त करेंगे। कार्यक्रम प्रबंधन भी इसका अंग होगा जो आप पाठ्यक्रम 1 और 2 में जान चुके हैं। सामुदायिक रेडियो में प्रमाण-पत्र के पाठ्यक्रम 2 का यह चौथा खंड "दीर्घकालीन क्षमता शीर्षक वाला खंड है। इसमें व्यावसायिक योजनाओं और दीर्घकालीन क्षमता विकास के बारे में चर्चा की गयी है।
MASO 102 Samajshastriy Siddhant - IGNOU: MASO 102 समाजशास्त्रीय सिद्धान्त - इग्नू
by Indira Gandhi Rashtriya Mukta VishvavidyalayaMASO 102 समाजशास्त्रीय सिद्धान्त – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस किताब में सत्ताईस परस्पर संबद्ध इकाइयाँ हैं, इन इकाइयों में समाजशास्त्रीय सिद्धान्त की अवधारणा को समझाने का प्रयास किया गया है। इसके साथ ही इसकी प्रकृति, निर्माण, प्रमुख प्रकारों तथा महत्त्व को स्पष्ट करना भी इस इकाई का उद्देश्य है। आशा है कि इस किताब में समाजशास्त्रीय सिद्धान्त की अवधारणा को समझ पाएँगे; समाजशास्त्रीय सिद्धान्त की प्रकृति अथवा इसकी विशेषताओं की व्याख्या कर पाएँगे; समाजशास्त्रीय सिद्धान्तों का निर्माण समझ पाएँगे; समाजशास्त्रीय सिद्धान्तों के प्रकारों की व्याख्या कर पाएँगे; तथा समाजशास्त्रीय सिद्धान्तों के महत्त्व को स्पष्टतया समझ पाएँगे।
NES-101- Praathamik Vidyaalay Ka Baalak - Ek Adhyayan- 3 - IGNOU
by Indira Gandhi Rashtriya Mukta VishvavidyalayaNES- 101 प्राथमिक विद्यालय का बालक – एक अध्ययन खंड 3 इनमें शारीरिक एवं गामक विकास, संज्ञानात्मक एवं भाषा विकास तथा सामाजिक, संवेगात्मक एवं नैतिक विकास पर चर्चा की गई है। इकाई 6 शारीरिक एवं गामक विकास पर है, इसमें शारीरक विकास की विशेषताओं के बारे में अध्ययन किया गया है। संज्ञानात्मक और भाषा विकास से संबंधित इकाई 7 में विकास की अवस्थाओं के बारे में पियाजे ने जिन आधारभूत मान्यताओं की स्थापना की थी, उन पर विचार करने का प्रयास किया गया है। इकाई 8 में बच्चों के सामाजिक, संवेगात्मक एवं नैतिक विकास पर विचार किया गया है। यह दृष्टान्तों के प्रस्तुतीकरण द्वारा उनमें अन्तर्सम्बन्धों पर प्रकाश डालता है। प्रस्तुत किए गए दृष्टान्त के विश्लेषण से बच्चों में सामाजिक, संवेगात्मक एवं नैतिक विकास के लक्षणों को समझने के लिए रोचक सहायता मिलती है। इन क्षेत्रों में विकास के प्रतिमान पर विस्तृत विचार किया गया है।
NES-103 - Adhigam Ke Lie Maargadarshan-2 -IGNOU
by Indira Gandhi Rashtriya Mukta VishvavidyalayaNES- 103 अधिगम के लिए मार्गदर्शन खंड 2 में चार इकाई दि गई है, अधिगम प्रक्रिया सुगम बनाना अभिभावकों एवं शिक्षकों का इसमें महत्वपूर्ण कार्य है। अधिगम की क्षमता मूलतः तीन महत्वपूर्ण कारकों पर निर्भर करती है: खुद सीखने वाला, अधिगम-सामग्री तथा अधिगम विधियाँ। यह आवश्यक है कि हम सीखने वालों की अभिवृत्तियों तथा योग्यताओं, क्षमताओं तथा अक्षमताओं की पहचान करें। इस खंड में छात्रों की अधिगम संबंधी कुछ समस्याओं जैसे, अवधान, अभिप्रेरणा और अभिरुचि आदि की चर्चा करने का प्रयास किया गया है। इसके अतिरिक्त इसमें बच्चों की योग्यताओं तथा आवश्यकताओं को पहचानने एवं उनका मूल्यांकन करने तथा अधिगम की स्थितियों को अनुकूल बनाने के लिए सुझाव दिए गए हैं।
NES-104 Bachchon Ke Samajik-Sanvegatmak Vikas me Margadarshan-1 - IGNOU
by Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalayaएन ई एस – 104 संवृद्धी एवं विकास को सुगम बनाना खंड 1 इस पाठ्यक्रम में बच्चों की विशेष समस्याओं, जैसे बच्चों को प्यार, दुलार, स्नेह, मान्यता की आवश्यकता होती है। इन आवश्कताओं की पूर्ति बच्चों में सुरक्षा एवं आत्मविश्वास की भावना विकसित करती है। जब इन आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होती है तो बच्चों में असुरक्षा की भावना जागृत होती हैं एवं बच्चा परिवेश से समायोजन करने के कौशल नहीं सीख पाता है। इस खंड में हम बच्चों की सामान्य आवश्यकताओं एवं विभिन्न संवेगात्मक एवं आचरण संबंधी समस्याओं के बारे में अध्ययन करेंगे।
NES-104 Bachchon Ke Samajik-Sanvegatmak Vikas me Margadarshan-2 - IGNOU
by Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalayaएन ई एस – 104 संवृद्धी एवं विकास को सुगम बनाना खंड 2 इस पाठ्यक्रम में ‘बच्चो के सामाजिक-संवेगात्मक विकास में मार्गदर्शन’ में बच्चों की विशेष समस्याओं, जैसे वाक् दोष, अनुसूचित जनजाति के बच्चे एवं लड़कियों की सामाजिक और संवेगात्मक समस्याएँ आदी के बारे में जानकारी दि गई है। बच्चों के सामाजिक एवं संवेगात्मक समस्याओं का विश्लेषण, उनकी आत्मधारणा, अभिभावकों की प्रवृत्ति और सामाजिक पूर्वाग्रह का अध्ययन भी किया गया है।
Praathamik Vidyaalay Ka Baalak - Ek Adhyayan- 1 NES-101 - IGNOU
by Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalayaएन ई एस – 101 प्राथमिक विद्यालय का बालक - एक अध्ययन खंड 1 इस पाठ्यक्रम में प्राथमिक विद्यालय के बच्चो के शारीरिक, स्वास्थ्य, सामाजिक एवं संवेगात्मक पहलुओं से संबंधित आवश्यताओं और समस्याओं को शिक्षक तथा अभिभावक को समझने की आवश्यताओं का विवेचन किया गया है। इसमें शैक्षिक निर्देशन संबंधित अनेक उन किर्याकलापों की चर्चा भी की गई है। जो बच्चो को घर तथा स्कूल में समायोजन के अवसर प्रदान करते है।
Praathamik Vidyaalay Ka Baalak - Ek Adhyayan- 2 NES-101 - IGNOU
by Indira Gandhi Rashtriya Mukta VishvavidyalayaNES- 101 प्राथमिक विद्यालय का बालक – एक अध्ययन खंड 2 बच्चे के विकास के सिद्धान्त एवं कारक पाठ्यक्रम में प्राथमिक विद्यालय के बालक की सामान्य तस्वीर प्रस्तुत करती है तथा विकास के विभिन्न पक्षों, यथा- संज्ञानात्मक, सामाजिक, संवेगात्मक, भाषिक, शारीरिक एवं गतिक विकास पर प्रकाश डालती है। इस खंड में मानव जीवन से सम्बधीत विकास की अवधारणा का भी संक्षिप्त विवेचन किया गया है।
sanvrddhi aur vikaas ko sugam banaana-1 NES-102 - IGNOU
by Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalayaएन ई एस – 102 संवृद्धी एवं विकास को सुगम बनाना खंड 1 इस पाठ्यक्रम में बच्चों के शारीरिक, बोद्धिक, सामाजिक और संवेगात्मक विकास को सुगम बनाने का प्रयत्न किया है। खंड 1 ‘विकास को प्रभावित करने वाले कारक’ इस पाठ्यक्रम में सामकलित व्यक्तित्व विकास की अवधारणा की प्रस्तावना, एकीकृत व्यक्तित्व की विशेषताएँ और इन कार्यकलापों का परिचय दिया है। इस खंड 1 में विकास संबंधी समस्याओं पर भी चर्चा की गई।
Sanvruddhi Aur Vikas Ko Sugam Banana-2 NES-102 - IGNOU
by Indira Gandhi Rashtriya Mukta Vishvavidyalayaएन ई एस – 102 संवृद्धी एवं विकास को सुगम बनाना खंड 2 इस पाठ्यक्रम में बच्चो के विकास को प्रभावित करने वाली समस्याओं के विषयों पर चर्चा की गई है। इस खंड में शिक्षक एवं माता-पिता के रूप में बच्चो की विशेष क्षमताओं को ध्यान में रखते हुए बच्चो के विकास में वह किस प्रकार सहायक सिद्ध हो सकते है इस पर प्रभाव डाला गया है। उनकी योग्यताओं के प्रोत्साहन एवं मार्गदर्शन के तरीके और उपाय भी सुझाए गए है। बच्चो के विकास में होने वाले विभिन्न प्रकार के खेलो से संबंधित कार्यकलापों इस खंड में बताया गया है।
Jilani Bano Ki Do Bal Kahaniyan
by Shams Iqbalशम्श इक़बाल द्वारा प्रकाशित यह पुस्तक बच्चों के लिए दो कहानियों पर आधारित है। This book is published by Shams Iqbal, is based on two stories for children.
Sabhi Ke Liye Yoga
by B. K. S. IyengarYoga, meditation and worship renowned Yogacharya. The first book on the subject published in Hindi by Iyengar yoga. It is no exaggeration to say that yoga is different from the traditions, the book written on the subject, such as wide. The yoga purely for their Suddhacrn, their bits, according to the body's deficiencies and disease-related issues, etc. In relation to the selection of yoga elaborated intuitive guidance, as is simple and understandable. Microscopic analysis of yoga and yoga, which is useful for readers of all age groups.
Ameriki Aadivasi Lok-kathayen
by Usha Iyengarअमरीकी आदिवासी एक लोक कथा है जो उषा आयंगर द्वारा लिखी गयी है। इन कथाओं में छलकपट, होशियारी आदि गुणों को दर्शाया गया है क्योंकि ये जानवर और इंसान के गुण है।The American Aboriginal is a folk tale, written by Usha Iyengar. In these stories, properties like Guile, Intelligibility etc. are shown because its are the properties of animals and humans.
Punarbhav: पुनर्भव: महायोद्धा पाणिनि का उदय
by Ashutosh Jainदेवताओं का एक कट्टर दुश्मन, शक्ति और अमरता की अपनी निरंतर खोज में, हजारों वर्षों की गुप्त यात्रा करते हुए कलियुग में पहुँच गया है। एक ऐसे काल खंड में, जब धर्म के अभाव में देवता निष्क्रिय हो कर योग-निद्रा में सो चुके हैं। खतरा बहुत बड़ा है। अब विध्वंसकारी शक्तियों के सामने सृष्टि असुरक्षित खड़ी है। इस बीच, सियाचिन की बर्फीली पहाड़ी इलाके में अजीब घटनाएं घट रही हैं, जिनके केंद्र में है भारतीय सेना स्पेशल फोर्स ‘२२’ का नौजवान कैप्टन अभिनव त्रिवेदी। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाए, कैप्टन अभिनव और उसका कमांडिंग ऑफिसर मेजर रवि चंद्रा अपने आप को पृथ्वी से बहुत दूर एक रहस्यमयी, अनजान और जादुई दुनिया में पाते हैं। सृष्टि और पंचतत्व के पल-पल खुलते नए रहस्यों के बीच एक विलक्षण बालक सनत कुमार (एक ब्रह्मऋषि जो कि समय जितने ही प्राचीन हैं) अभिनव को उसकी नियति और सृष्टि पर मंडरा रहे खतरे के बारे में बताता है। ‘पुनर्भव: महायोद्धा पाणिनि का उदय’ – इन सब सवालों के जवाब देती एक ऐसी हैरान कर देने वाली कथा जो कि पौराणिक कथाओं, श्रीमद्भगवद गीता, उपनिषदों और पुराणों के गहन ज्ञान के साथ आपको अपने अनोखे, जादुई ब्रह्मांड में खींच लेगी।
Adhunik Vishva Itihas (1500-2000) For Civil Services (Main) Exams - Ranchi University, N.P.U.
by Hukam Jain Krishn MatureJPM History of Modern World (Aadhunik Vishwa ka itihas) 1500 se 2000 Tak for Civil Services (Main) Exams. & Other Allied. Tests and University Exams.
Adhunik Vishwa Itihas - Competitive Exam
by Jain Mathurआधुनिक विश्व का इतिहास पुस्तक विश्व के इतिहास का एक दर्पण की तरह है, जिस को विद्यार्थी गण उसे पढ़कर एवं उससे समझ कर भावी जीवन का निर्माण कर सके। भारतीय एवं पाश्चात्य इतिहासकार ने जो विषय लिये है उसमें विश्व की प्रारम्भिक स्थिति, अन्तर्राष्ट्रीय व्यक्तित्व, आधुनिक विश्व की झलक, सुरक्षा परिषद, प्रबोधन तथा आधुनिक विचार, आधुनिक राजनीति के उद्गम, विभिन्न देशों की क्रांति, विश्व युद्ध, शीत युद्ध, औपनिवेशिक मुक्ति, उपनिवेश वाद का अंत तथा अल्प विकास शीलता, यूरोप का एकीकरण, सोवियत विघटन तथा एकध्रुवीय विश्व, एवं महत्वपूर्ण सिंधियों का उल्लेख किया गया है। प्रत्येक विषय तथा उनके उपविषय को अलग अलग करके बहुत ही सरल ढंग से समझाने का प्रयास किया है। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगी के लिए आधुनिक विश्व का इतिहास आत्म-बोध दिशा-बोध प्रेरणा एवं सबक का विषय है।
Rajneeti Vigyan B.A. First Year Sem-I - M.P. University
by Pukharaj JainRajneeti Vigyan text book According to the Latest Syllabus for B.A. First Year Sem-I from M.P. University in hindi.
Rajneeti Vigyan B.A. Second Year M.P. University
by Pukharaj JainRajneeti Vigyan text book According to the Latest Syllabus for B.A. Second Year from M.P. University in hindi.
Rajneeti Vigyan B.A (Hons.) Sem-I -Ranchi University, N.P.U
by Pukhraj JainRajneeti Vigyan text book for B.A (Hons.) Sem-I from Ranchi University, Nilambar Pitambar University in hindi.
Pratiyogita Darpan Hindi December 2020 - Competitive Exam: प्रतियोगिता दर्पण हिंदी दिसंबर 2020
by Rahul Jainप्रतियोगिता दर्पण हिंदी दिसंबर 2020 में निम्नलिखित मुख्य बातें हैं। पाठक अपने सभी प्रतियोगी परीक्षाओं और सामान्य ज्ञान के लिए इसे सर्वश्रेष्ठ पाएंगे। 1.परमाणु हथियार निषेध संधि जनवरी 2021 में प्रभावी 2.भारत-अमरीका 2+2 वार्ता 3.डेन्मार्क व श्रीलंका के साथ भारत के आभासी शिखर सम्मेलन 4.चुनाव में उम्मीदवारों के व्यय की अधिकतम सीमा में वृद्धि 5.अटल टनल का लोकार्पण 6.शौर्य, पृथ्वी-2, स्मार्ट, रुद्रम, नाग व ब्रम्होस आदि मिसाइलों के सफल परीक्षण 7.आईएनएस कवरत्ती नौसेना में व आईसीजीएस कनकलता बरुआ तटरक्षक बल में शामिल 8.2020-21 की पहली छमाही में देश के वस्तुगत निर्यातों व आयातों में भारी गिरावट 02020-21 की तीसरी मौद्रिक नीति में प्रमुख बैंकिंग दरें अपरिवर्तित 9.मौद्रिक नीति समिति का पुनर्गठन 10.औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) के आधार वर्ष में परिवर्तन 11.आयुष्मान सहकार योजना, स्वामित्व योजना 12.मरकरी की ओर अग्रसर अंतरिक्ष यान बेपिकोलंबो शुक्र के निकट पहुँचा 13.ओसिरिस-रेक्स ने बेन्नु एस्टेरॉइड की मिट्टी के नमूने लिए 14.ग्लोबल हंगर इंडेक्स में 107 देशों में भारत का 94वाँ स्थान 15.वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के निष्पादन पर एडीबी व आईएमएफ की रिपोर्ट्स 16.फ्रांसीसी ओपन टेनिस (2020) 17.उ.प्र. सिविल सेवा, 2018 नोबेल पुरस्कार-2020 : विश्व खाद्य कार्यक्रम को शांति का नोबेल 18. हल प्रश्न-पत्र : सिविल सेवा प्रा., 2020, उत्तर प्रदेश पीसीएस प्रा., 2020, बिहार बी.एड. संयुक्त प्रवेश, 2020, आईबीपीएस पीओ/एमटी (प्रा.), 2019 , केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल/ दिल्ली पुलिस सब-इंस्पेक्टर, 2019
Pratiyogita Darpan Hindi January 2021 - Competitive Exam: प्रतियोगिता दर्पण हिंदी जनवरी 2021
by Rahul Jainप्रतियोगिता दर्पण हिंदी जनवरी 2021 में निम्नलिखित मुख्य बातें हैं। पाठक अपने सभी प्रतियोगी परीक्षाओं और सामान्य ज्ञान के लिए इसे सर्वश्रेष्ठ पाएंगे। 1)नोवाक जोकोविच का छठी बार एटीपी की वर्षांत रैंकिंग में शीर्ष स्थान 2)लुइस हैमिल्टन : सातवीं बार फार्मूला-1 रेसों के विश्व चैम्पियन 3)बिहार में एनडीए का सत्ता पर कब्जा बरकरार-नीतीश कुमार पुनः मुख्यमंत्री बने 4)पीएसएलवी-सी 49 के जरिए पृथ्वी अवलोकन उपग्रह ईओएस1 का प्रक्षेपण 5)लक्ष्मी विलास बैंक के डीबीएस बैंक इंडिया लि. में विलय की योजना 6)'क्वाड' देशों का संयुक्त नौसैनिक अभ्यास-मालाबार 2020 7)बुकर पुरस्कार-2020 8)भारत-इटली आभासी शिखर सम्मेलन 9)भारत-लक्जमबर्ग आभासी शिखर सम्मेलन 10)जी-20 शिखर सम्मेलन (2020) 11)शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन (2020) 12)आसियान शिखर सम्मेलन (2020) (पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन व आसियान-भारत शिखर सम्मेलन आदि सहित) 13)एपेक शिखर सम्मेलन (2020) 14)स्वतंत्र व्यापार समझौते आरसेप (RCEP) पर हस्ताक्षर 15)चन्द्रमा की सतह से चट्टानों के नमूने लाने के लिए चीन के 'चांग-ई-5' मिशन का प्रक्षेपण 16)मुंबई इंडियंस पाँचवीं बार आईपीएल की विजेता 17)हल प्रश्न-पत्र : उ.प्र. लोक सेवा आयोग समीक्षा अधिकारी/ सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रा.), 16, केन्द्रीय विद्यालय संगठन प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक भर्ती, 18, आई.बी.पी.एस. आर.आर.बी. ऑफीसर (प्रा.), 19,.नाबार्ड (ग्रेड-बी) ऑफीसर, 20