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Vikram-Betaal Ki Prasiddh Kahaniyan

by Om Kidz

Stories of adventure, mystery and intrigue - all told by the vampire Betal to King Vikramaditya. Fascinating illustrations bring each story to life.

Healing Is The New High: हीलिंग इज द न्यू हाई

by Vex King

यदि आपने मेरी पहली पुस्तक, 'Good Vibes, Good Life' पढ़ी है, तो आप उच्च स्तर पर कंपन के महत्त्व को जानते होंगे। ‘Healing Is The New High', जिस पर मैंने कई वर्षों तक काम किया है, मैं आपको एक कदम और आगे ले जाकर आपको पूरी तरह ठीक करने में मदद करना चाहता हूँ, जिसकी कमी आपको आगे बढ़ने से रोक रही है। इनर हीलिंग हमारे अतीत की कंडीशनिंग को छोड़ने, अपने लिए एक नई व सशक्त विश्वास प्रणाली बनाने और भविष्य की अज्ञात बातों को इस विश्वास के साथ गले लगाने का कार्य है कि हम मजबूत और सक्षम हैं, फिर चाहे हमारा सामना किसी भी परिस्थिति से हो। इस पुस्तक को आप पढ़ने से महसूस कर सकेंगे की आप में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने की क्षमता है, और अपनी शक्ति और सामर्थ्य में आपका विश्वास अटल है।

Rana Hara Nahi

by Kiran Tamuli, Utpal Talukdar

किरण तामुली दवारा रचित यह पुस्तक एक लगंड़े बच्चे राणा की कहानी पर आधारित है। जिसमें अपने आत्मविश्वास के दवारा वह क्रिकेट मैच के साथ अपने जीवन की लड़ाई भी जीतता है। This book, written by Kiran Tamuli, is based on the story of a lame boy Rana. In which, he wins the battle of his life and the cricket match. through his confidence.

Retire Young Retire Rich: रिटायर यंग रिटायर रिच

by Robert T. Kiyosaki

यदि आप जीवन भर कड़ी मेहनत करने की योजना नहीं बनाते हैं... तो यह पुस्तक आपके लिए है। जीवन भर के लक्ष्य को प्राप्त करने का तरीका। यह सपना है जो जल्दी से एक वास्तविकता बन रहा है, कम उम्र में इतना पैसा कमा रहा है कि आप तय कर सकते हैं कि कब सेवानिवृत्त होना है, यह अच्छी तरह से जानते हुए कि आपने जीवन को आराम से सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त रूप से छिपाया है। इस पुस्तक में, वित्तीय गुरु रॉबर्ट कियोसाकी व्यावहारिक अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं कि एक वित्तीय योजना कैसे तैयार की जाए जो न केवल आपको समृद्ध बनाएगी, बल्कि आपको अपनी सेवानिवृत्ति की आयु चुनने की स्वतंत्रता का मानचित्रण करने की भी अनुमति देगी।

Rich Dad Poor Dad: रिच डैड पुअर डैड

by Robert T. Kiyosaki

रिच डैड पुअर डैड यह पुस्तक इस मिथक तोड़ती है कि अमीर बनने के लिए ज़्यादा कमाना ज़रूरी है, खासकर ऐसी दुनिया में जहां तकनीक, रॉबर्ट और एक वैश्विक अर्थव्यवस्था नियमों को बदल रहे हैं। रॉबर्ट कियोसाकी ने दुनिया भर के लाखों-करोड़ों लोगों की पैसों के बारे में सोच को चुनौती देते हुए उसे बदल दिया है। ऐसे दृष्टिकोण के साथ जो परम्परागत सोच का विरोध करता है, रॉबर्ट ने सीधी बात, अवमानना और साहस के द्वारा अपनी छवि अर्जित की है। यह बेस्टसेलिंग पुस्तक सरल भाषा में सिखाती है कि पैसे की सच्चाई क्या है और अमीर कैसे बना जाता है। लेखक के अनुसार दौलतमंद बनने की असली कुंजी नौकरी करना नहीं है, बल्कि व्यवसाय या निवेश करना है। व्यक्तिगत वित्त-प्रबंधन की सर्वकालिक #1 पुस्तक!

80-20 Siddhant - Kam Se Jyada Hasil Karne Ka Rahasya: ८०-२० सिद्धांत: कम से ज़्यादा हासिल करने का रहस्य

by Richard Koch

कम से ज़्यादा हासिल करें: अपने पहले प्रकाशन के बीस वर्षों बाद, 80/20 सिद्धांत दुनिया की सर्वाधिक बिकनेवाली पुस्तकों में शामिल है, जिसे पूरे विश्व में फैले लाखों प्रभावी लोग प़ढते हैं। अब यह पहले से कहीं अधिक प्रभावशाली और अनिवार्य हो गई है। पहले इसे जिसने भी प़ढा और इस्तेमाल किया, उसे इसका फायदा मिला। भविष्य में, यह उन सभी के लिए एक अनिवार्य साधन बन जाएगी जो सफल होना चाहते हैं। और यह प्रभावशाली है। सहज ज्ञान के विपरीत लेकिन इस व्यापक सच्चाई पर आधारित होने के कारण कि 80% परिणाम 20% कारणों से मिलते हैं, 80/20 सिद्धांत यह दिखाता है कि महज 20% सबसे ज़रूरी बातों पर ध्यान देकर आप बहुत कम समय और प्रयास के साथ बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं। इस विस्तृत नए संस्करण में चार ताज़ातरीन अध्याय हैं जो आपको बताते हैं कि कैसे: १. ब़ढते नेटवर्क का इस्तेमाल आप अपने फायदे के लिए कर सकते हैं। २. इस सिद्धांत के अत्यधिक फायदेमंद 90/10 और 99/1 रूपों का लाभ उठा सकते हैं। ३. अपने अवचेतन मन की मदद से अपने जीवन पर एक परम-प्रभावी और चमत्कारिक रूप से अनुकूल प्रभाव डाल सकते हैं। ४. पाँच परम नियमों को अपनाकर और अधिक सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

HIN 213 Hindi Kathetar Sahitya S.Y.B.A. - Y.C.M.O.U

by Vishwas Krishnabari Suryanarayan Ransubhe M. B. Shah

HIN 213 Hindi Kathetar Sahitya text book for S.Y.B.A from Yashwantrao Chavan Maharashtra Open University, Nashik in Hindi.

Dharma Par Lenin Ke Vichar

by Krishnadas

The book is a collection of the thoughts of Lenin on religion which he had written at different times in his life. Lenin was against the oppression of the society in the name of religion.

Aapko Apne Jeevan Mein Kya Karna Hai?: आपको अपने जीवन में क्या करना है?

by J. Krishnamurti

जीवन से जुडे़ जीवंत प्रश्नों का गहन अन्वेषण जे. कृष्णमूर्ति का बीसवीं सदी के मनोवैज्ञानिक व शैक्षिक विचार में मौलिक तथा प्रामाणिक योगदान है। ‘आपको अपने जीवन में क्या करना है?’ यह पुस्तक उनकी विभिन्न पुस्तकों से संकलित अपने प्रकार का पहला संग्रह है, जिसमें विशेषकर युवा वर्ग को शिक्षा तथा जीवन के विषय में कृष्णमूर्ति की विशद दृष्टि का व्यवस्थित एवं क्रमबद्ध परिचय प्राप्त होता है।

Pratham Aur Antim Mukti: प्रथम और अंतिम मुक्ति

by J. Krishnamurti

प्रथम और अंतिम मुक्ति में जे कृष्णमूर्ति की अंतर्दृष्टियों का व्यापक व सारगर्भित परिचय तथा उनमें सहभागिता का चुनौती भरा निमंत्रण प्राप्त होता है। कृष्णमूर्ति की शिक्षाओं के विविध सरोकारों का समावेश इस एक पुस्तक में उपलब्ध है जो अंग्रेजी पुस्तक द फर्स्ट एंड लास्ट फ्रीडम का अनुवाद है। इस पुस्तक का प्रकाशन १९५४ में हुआ था लेकिन आज भी यह पुस्तक कृष्णमूर्ति की सर्वाधिक पढ़ी जाने वाली पुस्तकों में से एक है। कृष्णमूर्ति की शिक्षाओं के सघन अध्ययन में एक और आयाम जुड़े, इसी अभिप्राय से यह संस्करण प्रस्तुत है।

Shuttle Ki Rani P. V. Sindhu Ki Biography: शटल की रानी पी. वी. सिंधु की बायोग्राफी

by V. Krishnaswamy

चिडि़यों की उड़ान नौ साल की उम्र में पी.वी. सिंधु ने खेल-खेल में एक विजिटिंग कार्ड डिजाइन किया था, जिस पर लिखा था- बैडमिंटन अर्जुन अवार्डी। चौबीस साल की उम्र में उन्होंने अपनी अलमारी में सन् 2020 के ओलंपिक स्वर्ण पदक के लिए एक स्थान खाली रखा था। ‘शटल की रानी’, इन दो चरणों के बीच उनके सफर की कहानी है। जब वह रेलवे कॉलोनी से प्रशिक्षण मैदान तक प्रतिदिन पचास किलोमीटर से अधिक की यात्रा करती थीं, तो सिंधु का एक ही सपना था- भारत की सर्वश्रेष्ठ बैडमिंटन खिलाड़ी बनना। वॉलीबॉल, जो उनके माता-पिता का खेल था, उसकी चर्चा डिनर टेबल पर हुआ करती थी, लेकिन स्पोर्ट्स आइकन पुलेला गोपीचंद उनके आदर्श थे। ऐसे समय में जब साइना नेहवाल एक उभरती हुई स्टार थीं, सिंधु भी उन्हीं की अकादमी में शामिल हुई और इस फैसले ने उनकी जिंदगी बदल दी। आज वह एक ओलंपिक रजत पदक विजेता, पद्मभूषण और फोर्ब्स द्वारा जारी दुनिया की सबसे अधिक पैसा कमाने वाली एथलीटों की सूची में शामिल होनेवाली एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं। उन्होंने भारी पराजय के झटके और जोश भरने वाली जीत के साथ विश्वप्रसिद्ध प्रतिद्वंद्विता भी देखी। फिर भी वह एक ऐसी लड़की हैं, जिन्हें फिल्मों, शरारतों और मैसूर पाक से प्यार है। ‘शटल की रानी’ पुस्तक बताती है कि कैसे दिग्गज बैडमिंटन खिलाडि़यों की हताशा युवा पीढ़ी के लिए एक परिवर्तनकारी बदलाव लेकर आई; क्यों भारत में खेल के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी एक ही शहर हैदराबाद से आते हैं और इन सबसे बढ़कर, कितने परिश्रम, त्याग और संघर्ष के बाद एक विश्व-विजेता खिलाड़ी तैयार होता है।

Life Aajkal: लाइफ आजकल

by Alok Kumar

इन कहानियों में प्यार भी है तो तकरार भी, दोस्ती भी है तो लड़ाई भी, विश्वास भी है तो धोखा भी, मिलन है तो जुदाई भी। किसी कहानी में वो लड़का भी है जो लड़कियों से बात करने में शर्माता है तो मुहल्ले की वो दीदी भी हैं जो समाज से लड़कर अपनी जिंदगी संवारने में लगी हैं। यहाँ दो दोस्त भी हैं जो एक ही लड़की से प्यार कर बैठते हैं तो वो लड़की भी जो दोस्ती में प्यार खोज रही है। वहीं एक बेटी है जो बेटा होने का फ़र्ज निभा रही है। लाइफ आजकल की कहानियाँ उन सपनों की भी हैं जो कभी तो पूरे होते हैं और कभी अधूरे ही रह जाते हैं।

Bharat Ki Antarik Suraksha Mukhya Chunautiya

by Ashok Kumar

This book has especially written for students who are struggling to understand the internal security and disaster management. A very good book to understand administrative reforms and wonderful resource for students preparing for civil services.

Martin Luther King

by Dinkar Kumar

Against the backdrop of beatings, killings, bombings, threats and imprisoning, emerged Martin Luther King, driven to uplift all Americans, even if it meant martyrdom. This biography is a stellar introduction to the foremost leader of the civil rights movement. We gain critical insight into the Kennedy and Johnson Administrations, as King negotiated with the presidents for equal rights for blacks.

Rajaneetik Bhugol - Ranchi University, N.P.U: राजनीतिक भूगोल - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.

by Dr Ratan Kumar Dr Sudipta Adhikari

राजनीतिक भूगोल इस पुस्तक में समग्र रूप में चर्चा करने का प्रयास किया गया है । प्रत्येक अध्याय में तथ्यों को उदाहरण देकर स्पष्ट करने का प्रयास किया गया है, जिससे कि तथ्यों को समझने में आसानी हो सके । यह पुस्तक स्नातक तथा स्नातकोत्तर स्तर के विधार्थियों के लिए राजनीतिक भूगोल के आधारभूत सिद्धान्तों तथा राजनीतिक भूगोल की बदलती प्रकृति को बेहतर ढंग से समझने के दृष्टिकोण से तैयार किया गया है ।

Saaye Me Dhoop TYBA Sixth Semester - SPPU: साये में धूप टी.वाय.बी.ए. सेमिस्टर ६ - सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी

by Dushyant Kumar

जिंदगी में कभी-कभी ऐसा दौर आता है जब तकलीफ गुनगुनाहट के रास्ते बाहर आना चाहती है ! उसमे फंसकर गेम-जाना और गेम-दौरां तक एक हो जाते हैं ! ये गजलें दरअसल ऐसे ही एक दौर की देन हैं ! यहाँ मैं साफ़ कर दूँ कि गजल मुझ पर नाजिल नहीं हुई ! मैं पिछले पच्चीस वर्षों से इसे सुनता और पसंद करता आया हूँ और मैंने कभी चोरी-छिपे इसमें हाथ भी आजमाया है ! लेकिन गजल लिखने या कहने के पीछे एक जिज्ञासा अक्सर मुझे तंग करती रही है और वह है कि भारतीय कवियों में सबसे प्रखर अनुभूति के कवि मिर्जा ग़ालिब ने अपनी पीड़ा की अभिव्यक्ति के लिए गजल का माध्यम ही क्यों चुना ? और अगर गजल के माध्यम से ग़ालिब अपनी निजी तकलीफ को इतना सार्वजानिक बना सकते हैं तो मेरी दुहरी तकलीफ (जो व्यक्तिगत भी है और सामाजिक भी) इस माध्यम के सहारे एक अपेक्षाकृत व्यापक पाठक वर्ग तक क्यों नहीं पहुँच सकती ? मुझे अपने बारे में कभी मुगालते नहीं रहे ! मैं मानता हूँ, मैं ग़ालिब नहीं हूँ ! उस प्रतिभा का शतांश भी शायद मुझमें नहीं है ! लेकिन मैं यह नहीं मानता कि मेरी तकलीफ ग़ालिब से कम हैं या मैंने उसे कम शिद्दत से महसूस किया है ! हो सकता है, अपनी-अपनी पीड़ा को लेकर हर आदमी को यह वहम होता हो..लेकिन इतिहास मुझसे जुडी हुई मेरे समय की तकलीफ का गवाह खुद है ! बस..अनुभूति की इसी जरा-सी पूँजी के सहारे मैं उस्तादों और महारथियों के अखाड़े में उतर पड़ा !

Khichadi Ek Lokkatha

by Jitendra Kumar

खिचड़ी एक छोटी सी लोककथा है। जिसमें बिरजू नामक व्यक्ति अपनी सास की बनाई खिचड़ी को खाता है और उसे दोबारा खाने के लिए उसका नाम याद करते हुये अपने घर जाता है, रास्ते में खिचड़ी शब्द बदल कर कुछ का कुछ हो जाता है और अन्त में मां के बोलने पर उसे खिचड़ी शब्द वापस याद आ जाता है। इस छोटी सी लोककथा को लेखक ने बच्चो के लिए ढेर सारे चित्रो से सजाया है।The book Khichadi is a small Folklore. In this story there is a man named Birju who had eaten khichadi made by his mother in law.He wanted to eat khichadi again.How he ate khichadi and return home is an interesting affair.

Bablu Kee Veerta

by Nirbhay Kumar

इस पुस्तक में एक बहादुर बच्चे बबलू की कहानी है। जिसने जनता को आतंकवादियों से बचाने में पुलिस की मदद की और राष्ट्रीय पुरूस्कार प्राप्त किया। In this book there is a story of a brave child Bablu Who helped the police to save the public from the terrorists and received a national award.

Darwin Justice: डार्विन जस्टिस

by Pravin Kumar

"किसी को उम्र के 16वें मोड़ पर चाहना, इस सृष्टि का सबसे खूबसूरत एहसास है।"हमारे पूर्वजों के साथ ज़मीन के बंटवारे में अन्याय हुआ है। एक आदमी के पास मरने के बाद शव दफनाने तक की जगह नहीं है और एक आदमी के पास इतनी जमीनें हैं कि उसे पता ही नहीं है कि उसके पास कितनी जमीनें है। हमें ज़मीन चाहिए। सबको जीने का हक़ है. भूखे मरने से अच्छा है. संघर्ष करो। उनकी जमीनें छीनो! जहाँ लड़ाई अस्तित्व बचाने की हो, वहाँ युद्ध का कोई नियम नहीं होता। कल जब इतिहास के पन्ने सवाल करेंगे तो जवाब होगा कि हाँ, हमने बच्चों को मारा। इसलिए मारा कि कल ये बच्चे बड़े होकर नक्सल बनते। हाँ, हमने औरतों को मारा क्योंकि वे औरतें नक्सल पैदा करती थीं और जवान तो नक्सल थे ही। इन्हें तो हर हाल में मारना ही था हमें। बिहार के इतिहास को बुद्ध, महावीर के शांति सन्देशों के अलावा सामाजिक संरचना में ' डार्विन जस्टिस की थ्योरी को समझाना था। सामाजिक संरचना में सदियों से चला आ रहा असंतुलन, संतुलित होने के नाम पर रक्त रंजित होने जा रहा था। तैयारियाँ शुरू हो गईं। लोग दूर दराज़ से आने लगे। जिन्हें अपने खेतों से लाल झंडे हटवाने थे, वे मनचाहा योगदान देने को तैयार थे। अनय और चश्मिश की कहानी काल के किसी कार्यक्रम का हिस्सा है। किसी इंसान के बहाने इंसानियत को कलंकित करना है। उसे 'कार्ल मार्क्स' के अंदर 'डार्विन के सिद्धान्त' को समझाना है। उसे समझाना है कि 'न्यूटन का सिद्धान्त' सिर्फ़ भौतिकी विज्ञान की किताबों में ही नहीं बल्कि सामाजिक संरचना के अंदर भी घुसा है। उसे समझाना है कि 'लिंकन' के जिस प्रजातंत्र का हम दम्भ भरते हैं, वहाँ भी 'डार्विन की थ्योरी' चुपचाप अपना काम करती रहती है।

Adhunik Bharat KA Samajik Itihas

by Ravinder Kumar Aditya Narayan Singh

The book tells about the vast national movement as the most improtant historical process, establishment of independent states. The rise of nationalism in India and its success is a historical event of significance.

Saalok - Devtao Ka Sabse Bada Dar: सालोक: देवताओं का सबसे बड़ा डर

by Saket Kumar

सालोक-एक ऐसा अस्त्र जिसका रहस्य ब्रहमा, विष्णु तथा महादेव ने लाखों वर्षो से अपने अंदर छिपा कर रखा था किंतु ये राज अब कलियुग जान चुका है और इससे पहले की इन्द्र तथा बाकि देवताओं को ये बात पता चले उससे पहले ही विष्णु और महादेव को बचाना होगा 'सालोक' को कलियुग से। क्योंकि 'सालोक' मिलने का अर्थ है देवताओ का अंत और अगर देवताओ को ये बात पता चली तो वो खुद को बचाने के लिये पृथ्वी का सर्वनाश कर देंगे। पृथ्वी का सर्वनाश!! यानि इंसानो को सर्वनाश! किंतु जिस इंसानो से विष्णु तथा महादेव इतना प्रेम करते है वो भला ऐसा कैसे होने देंगे। विष्णु के सामने एक कठिन चुनौती है ना वो देवताओ को मरने दे सकते है और ना ही इंसानो का साथ छोड़ सकते है और साथ ही उन्हे खत्म करना है कलियुग को भी। और आज महादेव के सुझाव से लेने जा रहे है वो अपना दसंवा अवतार किंतु ऐसा करते ही वो कलियुग तथा ब्रहमा के बीच हुये समझौते को तोड़ देगें और जिसका अर्थ है इंसानो की मौत। कैसे तोड़ेगें इस चक्रव्युह को विष्णु? और कैसे जन्म लेगा उनका दसंवा अवतार? कैसे आयी पृथ्वी पर सालोक? कौन सी शक्तियां है सालोक में जिसने त्रिदेवों को भी चिंता मे डाल दिया है और कैसे पता चला कलियुग को सालोक के बारे मे? सालोक के इस पुस्तक में परत दर परत खुलते इन सभी रहस्यो के साथ ही जिक्र है किवदंती बन चुके उन देवों का तथा उन शापित इंसानो का जो हजारों सालो से छुप कर रह रहें है किंतु अब उन्हे भी बाहर आना ही होगा। और वे आयेंगे विष्णु के दसंवे अवतार के आवाहन पर। क्योंकि विष्णु भी ये समझ चुके है की उनके सभी अवतार ने अपने अपने युगो मे पैदा हुये दुष्टों को खात्मा किया है किंतु इस बार उनका सामना हुआ है खुद एक युग से कलियुग से।

Railway Samanya Adhyayan

by Sanjet Kumar

रेलवे सामान्य अध्ययन (पूर्णतः संशोधित संस्करण) रेलवे भर्ती बोर्ड परिक्षा के हेतु स्पीडी प्रकाशन के द्वारा ये किताब प्रकाशित किया है। रेलवे के विभिन्न पदों के लिए होने वाली परीक्षाओं में 27 वर्षों (1992-2018) में आयोजित रेलवे के लगभग 558 परीक्षाओं के पूछे गए प्रश्नों का विस्तृत व्याख्या सहित हल मुख्य बिन्दु के रूप में प्रस्तुत किया गया है। साथ-ही-साथ भारत के राज्य के अंतर्गत भारत के उन महत्वपूर्ण 29 राज्यों एवं 7 केन्द्र शासित राज्यों का पूर्ण विवरण दिया गया है अति महत्त्वपूर्ण विषय के अंतर्गत क्षेत्रीय सामान्य ज्ञान, राष्ट्रिय प्रतीक एवं चिह्न, पुरस्कार एवं सम्मान, खेल-कूद, विश्व दर्शन, परिवहन, संचार, फिल्म जगत, उद्योग, बैंकिंग, मुद्रा-प्रणाली, बजट एवं वैट, कला एवं संस्कृति, मानव शरीर, भारतीय प्रतिरक्षा, हमारी पृथ्वी, नोबेल पुरस्कार, प्रमुख गवर्नर जनरल एवं वायसराय के अलावा इतिहास, राज्यव्यवस्था, अर्थव्यवस्था, भूगोल, विज्ञान तथा कम्प्यूटर से संबंधित विषयों पर इनके अंतर्गत पूछे जाने वाले प्रश्नों का क्रमानुसार संग्रह दिया गया है।

Seepiyan

by Sulekha Kumar Subhadra Malwi

The world of children is very colorful. A stubborn and unbending in their environment, so there is no polite way to show others new. With such characters episodically what takes new twist? Read us, tickler with, laugh with, inspiring, enchanting stories full of diverse entertainment.

Autism & Multiple Disability: स्वालीनता एवं बहु - विकलांगता (बहु - दिव्यांगता)

by Susheel Kumar

यह संक्षेपण विश्व स्वास्थ संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा परिभाषित दिव्यांगता और समावेश के अवधारणा का अवलोकन प्रदान करता है, जैसा कि भारतीय कानूनों में व्यक्त होता है। यह सभी व्यक्तियों के लिए समान अवसर और अधिकारों की आवश्यकता को जोर देता है, चाहे वे किसी भी क्षमता या दिव्यांगता के साथ हों। दिव्यांग जन अधिकार अधिनियम 2016 ने विभिन्न प्रकार की दिव्यांगता, जैसे ऑटिज़्म, बहु-दिव्यांगता और बहरेपन, को मान्यता दी है। पूर्ववर्ती दिव्यांग जन अधिनियम 1995 इन मुद्दों पर समारोह नहीं करता था। नेशनल ट्रस्ट एक्ट 1999 और अपंगता व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम 2016 भी समावेशितता और बहु-दिव्यांगता की महत्वपूर्णता पर बल देते हैं। यह संक्षेपण इन अवधारणाओं की हिंदी में सरलीकृत व्याख्या प्रदान करने का उद्देश्य रखता है, जिससे साधारण जनता व छात्र इस विषय को समझ सकें। लेखक सुझाव और सुधारों की प्रतीक्षा करता है, ताकि यह प्रयास पाठकों और छात्रों को ज्ञान की प्राप्ति में सशक्त कर सके।

Comparative Politics Meaning, Nature and Scope: तुलनात्मक राजनीति अर्थ, प्रकृति और कार्यक्षेत्र

by Kanchan Kumari

तुलनात्मक शासन और राजनीति के परिचय के पेपर पर आधारित तुलनात्मक राजनीति अर्थ, प्रकृति और कार्यक्षेत्र को समझने के लिए एक पुस्तक।

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