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Bharat mein Lok Prashasan
by B. L. FadiaThis is an iconic book written on the subject of public administration in India. By nature India is a social welfare state and in the development processes we are growing in multiple direction. This book covers many of those areas topics like IAS, planning commission, NDC, Finance commission Panchayati Raj etc.
Bharatiya Arthavyavstha Ka Vikas class 11 - RBSE Board: भारतीय अर्थव्यवस्था का विकास 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer'भारतीय आर्थिक विकास' पर इस पुस्तक की रचना का मुख्य ध्येय पाठक को भारतीय अर्थव्यवस्था के समक्ष मुख्य समस्याओं और मुद्दों से परिचित कराना है। इसी प्रक्रिया में नव युवाओं को इन विषयों के प्रति संवेदनशील बनाने के साथ-साथ उन्हें विभिन्न आर्थिक क्रियाओं में सरकार की भूमिका की समालोचना कर पाने में सक्षम बनाना भी है। यह पुस्तक देश के आर्थिक संसाधनों और विभिन्न क्षेत्रकों में उनके प्रयोग के विषय में भी जानकारी प्रदान कर रही है। साथ ही भारतीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न आयामों से जुड़े आँकड़ों द्वारा परिमाणात्मक जानकारी के साथ-साथ देश की आर्थिक नीतियों की भी एक झलक इसमें समाहित है। इन सबके आधार पर आशा की जा रही है कि पाठक अपनी विश्लेषण क्षमताओं को विकसित कर आर्थिक घटनाक्रम को समझने और भारत के आर्थिक भविष्य के विषय में अपना एक दृष्टिकोण विकसित कर पाने में सफल होंगे। फिर भी, हमारा प्रयास रहा है कि पाठक पर अवधारणाओं ओर आँकड़ों का अधिक बोझ न होने पाए।
Bhartiya Darshan Ki Roop - Rekha- Competitive Exam
by Harendra Prasad Sinhaप्रस्तुत पुस्तक में आध्यात्मिक और दार्शनिक विकास के सभी विषयों को शामिल किया गया है। दर्शन क्या है? भारतीय दर्शन और पश्चिमी दर्शन के स्वरूप की विशेषताएं और तुलनात्मक व्याख्या, उनका विकास, ईश्वर विचार वेदों का दर्शन उनके सिद्धान्त, उपनिषदों का दर्शन उनकी विचारधारा गीता का दर्शन गीता का महत्व ज्ञान, भक्ति, और कर्म योग के विचार को प्रस्तुत किया गया है। योग दर्शन, मीमांसा दर्शन, शंकर का अद्वैतवाद के अन्तर्गत जगत विचार, माया, ब्रह्म विचार, आत्म विचार, भ्रम विचार, शंकर के दर्शन में नैतिकता और धर्म का स्थान रामानुज का विशिष्टाद्वैत दर्शन, जैन और बौद्ध दर्शन के सिद्धान्तों को शामिल किया गया है।इस प्रकार यह पुस्तक सरल भाषा में दर्शन विषयक की समस्त जानकारी प्राप्त कराने में उपयोगी सिद्ध हुर्ह है। जिससे छात्रों में आध्यात्मिक और मानवीय गुणों का विकास हो सके।
Bhavna Se Sudhare Janmo Janam: भावना से सुधरे जन्मोंजन्म
by Dada Bhagwan९ कलमे, परम पूज्य दादा भगवान द्वारा दी गई अमूल्य भेट है| यह कलमे संसार के सभी शास्त्रों के ज्ञान को निचोडकर बनायीं हुई है जो भीतर से हमारे भावो में फेरबदल करती है और हमें एक आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा देती है| अक्सर लोग यह सोचते है कि, इस जीवन में उन्होंने किसीके साथ कुछ भी बुरा व्यवहार नहीं किया फिर भी क्यों उन्हें इतने सारे दुःख और तकलीफों का सामना करना पड़ता है| इसका जवाब देते हुए दादाजी बताते है कि, यह अभी का जो कुछ भी हो रहा है, वह तो सिर्फ परिणाम है, हमारे पिछले जन्मों में किये गए भावो का| और अभी हम जो भी नए भाव करेंगे उसका फल हमें आने वाले जन्मों में भुगतना रहेगा| यह ९ कलमे, हमें हमारे भीतर के भावो को बदलने में सहायरूप है जिससे हम अभी आनेवाली परेशानियों का सामना कर सके और अगले जन्मों के लिए कोई भी नयी परेशानियाँ खड़ी ना करे| हज़ारो लोगो को यह कलमे हर दिन बोलने से फायदा हुआ है| आप भी जान सकते है इस अभूतपूर्व विज्ञान को इस पुस्तक द्वारा|
Bhugate Uski Bhool: भुगते उसी की भूल
by Dada Bhagwanजो दुःख भोगे तो उसकी भूल और सुख भोगे तो उसका इनाम। लेकिन भ्रांति का कानून निमित्त को पकड़ता है। भगवान का कानून, रीयल कानून, तो जिसकी भूल होगी, उसको पकड़ेगा। वह कानून एक्ज़ेक्ट है और उसमें कोई परीवर्तन कर सके, ऐसा है ही नहीं। ऐसा कोई कानून जगत् में नहीं है जो किसी को ‘भुगतना’ [दुःख] दे सके। जब कभी हमें अपनी भूल के बिना भुगतना पड़ता है, तब हृदय को चोट लगती है, और वह पूछता है – मेरा क्या कसूर है ? मैंने क्या गलत किया ? भूल किसकी है ? चोर की या जिसका चुराया गया है उसकी ? इन दोनों में से कौन भुगत रहा है ? “जो भुगते उसीकी भूल”। प्रस्तुत संकलन में, दादाश्री ने “भुगते उसीकी भूल” का विज्ञान प्रकट किया है। इसे प्रयोग में लाने से आपकी सारी गुत्थियाँ सुलझ जाएँ, ऐसा अनमोल यह सूत्र है।
Billi Ke Bachche
by V. Suteyev“बिल्ली के बच्चे” बिल्ली के तीन बच्चे जिनका रंग काला, भूरा और सफेद है की चित्रकथा है। चूहे के पीछे आटे के डिब्बे में कूदने पर तीनों सफेद रंग के हो जाते है। मेंढ़क के पीछे पाइप में घुसने के कारण तीनों काले रंग हो जाते है। मछली को देखकर तालाब में छलाँग लगाने पर उनका रंग धुल जाता है। तीनों अपने असली रंग में आ जाते है। अंत में अपने घर वापस चले जाते है। "Billi Ke Bachche" is the picture story of three kittens which are black, brown and white in colour.They become white when Jumped on Flour box behind the Rat. They become black when they entered the pipe behind the frogs.And when they jump into pond behind the fish then their color is washed away. All three have come in its true colors. Finally, they are go back to home.
Chaho Aur Paa Lo: चाहो और पा लो!
by Sadhguruहमारे दैनिक जीवन में, हमें असंख्य स्थितियों से निपटना और प्रबंधित करना होता है, चाहे वह परिवार हो, पेशा हो, रिश्ते हों या अन्य जिम्मेदारियां हों। यह पुस्तक अंतर्दृष्टि प्रकट करती है और इन जीवन स्थितियों से आनंदपूर्वक और सहजता से निपटने के तरीके के बारे में सुझाव देती है। यह पुस्तक सद्गुरु की गहरी अंतर्दृष्टि और तीखे तर्क का संकलन प्रस्तुत करती है जो दिलचस्प कहानियों और उपाख्यानों के माध्यम से व्यक्त की जाती हैं। जिन मुद्दों से हम गुजर रहे हैं, उनके बारे में स्पष्टता लाकर सद्गुरु हमारे दैनिक जीवन में आने वाली समस्याओं का समाधान प्रदान करते हैं। यह पुस्तक जीवन का अन्वेषण करने और जीवन को उसकी पूरी क्षमता के साथ जीने का निमंत्रण है। ईशा क्रिया और कल्पवृक्ष ध्यान इस पुस्तक में दिए गए दो सरल लेकिन शक्तिशाली साधन हैं, जो व्यक्ति को एक आनंदमय जीवन जीने और अपने इच्छित लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करते हैं।
Chamatkar: चमत्कार
by Dada Bhagwanआज के युग में जहाँ विज्ञान ने इतनी प्रगति की है वहाँ लोगो के बीच अभी भी बहुत सारी चमत्कार और जादू-टोना संबंधित भ्रामक मान्यताएँ है| चमत्कार का मतलब है हमारी समझ से परे किसी अद्वितीय शक्ति का अस्तित्व होना| हमारे भारत देश में लोगो को धर्म और चमत्कार के नाम पर गुमराह करना बहुत ही आसान है क्योंकि किसी अवांछित घटना से बचने के लिए लोग इन बातों पर आसानी से भरोसा कर लेते है| ज्ञानी पुरुष दादा भगवान हमें इन चमत्कारों में छुपी हुई सच्चाई से वाकिफ कराते हुए चमत्कार और सिद्धि के बीच का अंतर बताते है| सामान्यतः लोगो में खड़े होने वाले प्रश्न जैसे- चमत्कार कौन करता है? किस तरह वह हमारे जीवन को प्रभावित करता है? क्या हम कोई चमत्कार करके भगवान को प्रसन्न कर सकते है?||इत्यादि के उत्तर हमें इस पुस्तक में मिलते है| दादाश्री स्पष्टतौर पर यही बताना चाहते है कि आत्मा इन सभी बातों से परे हैं और आत्म-साक्षात्कार मोक्ष प्राप्त करने का एकमात्र सरल उपाय है| आध्यात्मिकता और चमत्कार के बीच का सही अंतर जानने के लिए यह किताब अवश्य पढ़े|
Chinta: चिंता
by Dada Bhagwanचिंता से काम बिगड़ते हैं, ऐसा कुदरत का नियम है। चिंता मुक्त होने से सभी काम सुधरते हैं। पढ़े-लिखे खाते-पीते घरों के लोगों को अधिक चिंता और तनाव हैं। तुलनात्मक रूप से, मज़दूरी करनेवाले, चिंता रहित होते हैं और चैन से सोते हैं। उनके ऊपरी (बॉस) को नींद की गोलियाँ लेनी पड़ती हैं। चिंता से लक्ष्मी भी चली जाती है। दादाश्री के जीवन का एक छोटा सा उदाहरण है। जब उन्हें व्यापार में घाटा हुआ, तो वे किस तरह चिंता मुक्त हुए। “एक समय, ज्ञान होने से पहले, हमें घाटा हुआ था। तब हमें पूरी रात नींद नहीं आई और चिंता होती रहती थी। तब भीतर से उत्तर मिला की इस घाटे की चिंता अभी कौन-कौन कर रहा होगा? मुझे लगा कि मेरे साझेदार तो शायद चिंता नहीं भी कर रहे होंगे। अकेला मैं ही चिंता कर रहा हूँ। और बीवी-बच्चे वगैरह भी हैं, वे तो कुछ जानते भी नहीं। अब वे कुछ जानते भी नहीं, तब भी उनका चलता है, तो मैं अकेला ही कम अक्लवाला हूँ, जो सारी चिंताएँ लेकर बैठा हूँ। फिर मुझे अक्ल आ गई, क्योंकि वे सभी साझेदार होकर भी चिंता नहीं करते, तो क्यों मैं अकेला ही चिंता किया करूँ?” चिंता क्या है? सोचना समस्या नहीं है। अपने विचारों में तन्मयाकर हुआ कि चिंता शुरू। ‘कर्ता’ कौन हैं, यह समझ में आ जाए तभी चिंता जाएगी।
Chinta Chhodo Sukh Se Jiyo: चिंता छोड़ो सुख से जियो
by Del Carnegiजीवन में प्रत्येक व्यक्ति किसी-न-किसी चिंता से ग्रस्त है। चिंता कई प्रकार की होती है। जीवन है तो चिंता है। प्रत्येक चिंता का कोई-ना-कोई समाधान भी अवश्य होता है, लेकिन हम अपनी समस्याओं में इतना घिरे रहते हैं कि चिंता कर-करके परेशान होते रहते हैं। चिंता के साथ बहुत बुरी बात यह है कि यह हमारी एकाग्रता की शक्ति को खत्म कर देती है और स्वस्थ आदमी को भी बीमार बना सकती है। डॉ. अलेक्सिस कैरेल ने कहा था - 'जो चिंता से लड़ना नहीं जानते, वे जवानी में ही मर जाते हैं।' अगर आप चिंता रूपी कैंसर से बचना चाहते हैं, तो इस पुस्तक को अवश्य पढ़ें। इस पुस्तक में चिंता की समस्याओं का विश्लेशण कैसे करें और उन्हें कैसे सुलझायें, के व्यावहारिक जवाब दिए गए हैं। इन पर अमल करके आप न सिर्फ अपनी चिंता पर विजय पा सकते हैं, बल्कि खुश व स्वस्थ्य रहकर शांतिपूर्वक अपना जीवन भी जी सकते हैं। इस पुस्तक को पढ़े और चिंता पर विजय प्राप्त कर सुख से जीने का मूलमंत्र जानें। इससे पहले कि चिंता आपको खत्म करे, आप चिंता को खत्म कर दें...।
Choti Ghathbandhan
by Ghanshyam Murari Saxena‘चोटी गठबंधन’यह तीन विद्यार्थियों की कहानी है। घनश्याम शरारत में कक्षा में अपने दो सहपाठी हरि और बिहारी की चोटी बाँध देता है। इस कारण वह शिक्षक से डाँट खाता है। शिक्षक के कहने पर, चोटी खोलने के प्रयास में उससे एक सहपाठी की चोटी पूरी कट जाती है जिसके कारण सहपाठी उससे बहुत नाराज होता है। अन्त में घनश्याम अपनी शरारत के लिये दोनों सहपाठी से माफी माँगता है और तीनों में सुलह हो जाती है। ‘Choti Gathbandhan’ is the story of three students. A Student Ghanshyam, ties the hair braid of his two classmates hari and Bihari in the class. The teacher scold him due to his mischief. Spurred by the teacher to open the hair braid, he cuts the entire braid of a classmate. The classmate got very angry with him. Lastly, Ghanshyam apologized to both classmates for his mischief, and three are in the reconciliation.
Colonel Jim Corbett
by K. R. PandeyThis is biography of great nature lover to had said to save forest and its animals from human being. This biography by Pandey gives a vidvid discription of life of Colonel jim Corbett. In the modern era where we are killing our nature and its resources this is a very good read for all of us.
Daan: दान
by Dada Bhagwanदान का अर्थ होता है किसीको कुछ देना| यह दान पैसों के रूप में हो सकता है, खाने के रूप में या सिर्फ किसी को खुश करने हेतु हो सकता है| दान देने से हमें खुशी मिलती है क्योंकि हमें लगता है कि हमने कुछ अच्छा काम किया है| दान करने से बहुत सारे फायदे होते है| जिसका विस्तारित वर्णन दादाश्री ने अपनी किताब ‘दान’ में किया है|इस किताब में दादाजी हमें यह भी बताते है कि किसे दान दे,क्या दान करना चाहिए, दान कितने प्रकार के होते है,दान करने के क्या फायदे है इत्यादि| दान करने से हम सिर्फ सामने वाले की मदद नहीं कर रहे पर खुद भी बहुत सारी खुशियाँ पाते है|दान का महत्व हमारे जीवन में क्या है, यह अधिक जानने के लिए, यह किताब ज़रूर पढ़े|
Dada Bhagwan?: दादा भगवान?
by Dada Bhagwanअम्बालाल मुल्जिभई पटेल (जिन्हें हम दादा भगवान के नाम से जानते है), इन्हें जून १९५८ में सूरत स्टेशन पर आत्मा के पूर्ण साक्षात्कार का अनुभव हुआ| मूल भादरण में एक बहुत ही प्रतिष्ठित परिवार में जन्मे अम्बालाल भाई कोन्त्रक्टोर का धंधा करते थे| जून १९५८ की एक शाम वह वड़ोदरा जाने के लिए सूरत स्टेशन पर, अँधेरा होने से पहले अपना शाम का भोजन समाप्त कर, ट्रेन का इंतज़ार कर रहे थे| जब उनका नौकर उनका डब्बा धोने के लिए गया तब उन्हें संपूर्ण ब्रम्हांड का ज्ञान केवल ४८ मिनिटों में हुआ| जगत कौन चलता है? मैं कौन हूँ? मोक्ष क्या है? मुक्ति का अर्थ क्या है? मोक्ष कैसे प्राप्त हो सकता है इत्यादि प्रश्नों का उत्तर उन्हें उन ४८ मिनिटों में हुआ| यह आत्म साक्षात्कार केवल एक ही जन्म का फल नहीं था परंतु उनकी जन्मो जनम की खोज का नतीजा था| ‘दादा भगवान’, इस शब्द का प्रयोग उनके भीतर प्रकट हुए भगवान को संबोधित करने के लिए किया जाने लगा| A.M Patel, शादी शुदा थे पर उन्हें बचपन से ही सनातन सुख और शाश्वत धर्म को जानने की कुतूहलता रहती थी| ऐसे अद्वितीय इंसान, मतलब अम्बालाल भाई ने जून १९५८ में लोगो को आत्मा ज्ञान प्राप्त करवाने का आसान तरीका खोज निकला जिसे उन्होंने ‘अक्रम विज्ञान’कहा|
The Diary of a Young Girl: द डायरी ऑफ़ ए यंग गर्ल
by Anne Frankविश्व की सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तकों में से एक यह उस युवती का मर्मस्पर्शी दस्तावेज़ है जो दूसरे विश्व युद्ध के दौरान एक यहूदी होने के नाते नाज़ी अत्याचारों की शिकार बनी. ऐन फ्रैंक का परिवार 1942 से 1944 के दरमियान एक ईमारत में स्तिथ किताबों की अलमारी के पीछे बने कुछ गुप्त कमरों में छिप कर रहा.ऐन के तेरहवें जन्मदिन पर तोहफ़े के रूप में एक नई डायरी भेंट की गई, जिसमें वह अपने जीवन के आख़िरी दिनों तक अपनी यादें दर्ज़ करती रही. ऐन की मृत्यु 15 वर्ष की उम्र में नाज़ी कॉनसन्ट्रेशन कैम्प के टाइफस नाम की बीमारी से हुई. युद्ध समाप्त होने के पश्चात् ऐन के पिता के प्रयासों के फलस्वरूप 1947 में इस डायरी का प्रकाशन इस पुस्तक के रूप में किया गया. युद्ध की भयावहता को दर्शाती यह पुस्तक मानवीय भावनाओं का एक आश्चर्यजनक व् दिलचस्प वृत्तांत है, जिसे द्वितीय विश्व युद्ध के बचे हुए महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों में से एक मन जाता है. मूलतः डच भाषा में लिखी गई इस पुस्तक का 60 से अधिक भाषाओँ में अनुवाद किया जा चूका है."इतिहास में जितने भी लोगों ने घोर विपदा और पीड़ा के दौर में मानव गरिमा की बात की है, उनमें ऐन फ्रैंक की आवाज़ सबसे आगे है.
Dost Banaye Naye Naye
by Alka ShankerDost Banaye Naye Naye is two story book is written by Alka Shankar tells us the story of two girls who take care of kittens in her home इस पुस्तक में दो कहानियाँ है जिसमें दो बहने बिल्ली के बच्चों को अपने घर में पालती है तथा दूसरी कहानी में लीला की नानी लीला को एक पौधा उपहार में देती है और लीला उसकी देखभाल करती है। दोनों कहानियाँ हमें दूसरों की मदद करना सिखाती है।
Draupadi: द्रौपदी
by Pratibha Raiद्रौपदी महाभारत ही नहीं, भारतीय जीवन तथा संस्कृति का एक अत्यन्त विलक्षण और महत्त्वपूरर्ण चरित्र है- परन्तु साहित्य ने अब तक उसे प्राय: छुआ नहीं था। उपन्यास के रूप में इस रचना का एक विशिष्ट लक्ष यह भी है कि इसे एक महिला ने उठाया और वाणी दी है, जिस कारण वे इसके साथ न्याय करने में पूर्ण स्थान हुई हैं। डॉ. प्रतिभा राय उडिया की अग्रणी लेखिका हैं जिनके अनेक उपन्यास प्रकाशित होकर लोकप्रिय हो चुके हैं। उन्हें अनेक पुरस्कार मिले हैं, फिल्मे बनी है तथा कई कृतियां हिन्दी में भी आमने आ चुकी हैं। कृष्ण समर्पित तथा पांच पांडवों से ब्याही द्रोपदी का जीवन अनेक दिशाओं में विभवत्त है है फिर भी उसका व्यक्तित्व बँटत्ता नहीं, टूटता नहीं, वह एक ऐसी इकाई के रूप में निरन्तर जीती है जो तत्कालीन घटनाचक्र क्रो अनेक विशिष्ट आयाम देने में समर्थ है। नारी-मन की वास्तविक पीडा, सुख-दुख और व्यक्तिगत अन्तर्संबंधों की जटिलता को गहराई से पकड़ पाना, इस उपन्यास की विशेषता है।
Dusht Kaua
by Sanjeev Thakur"दुष्ट कौआ" यह एक दुष्ट कौवें की कहानी हैं। जो घोंसले में रहने वाले पक्षियों के अण्डों को फोड़कर नुकसान पहुँचाता था। वह एक के बाद एक सबके पास मदद माँगने जाता है और अंत में वह शरमा कर जंगल की ओर उड़ जाता है। This is a story about a cruel crow who used to destroy the eggs of other birds and run away to the forest.
Edison (Adrishya Niyamon Ke Gyata)
by Tejgyan Global FoundationThis book is not only Thomas Edisons biography. This is portrayal of a man who fund out his internal capabilities. This book is not only about Edison success factors that have made the highlights, but also his lifes many tales.
EHI01 Aamul Parivartanvaadi Pravattiyan Rashtravaad aur Mahatama Gandhi - IGNOU
by IgnouThis unit will tell the readers about the growth of marxism and socialism. This also explains about the scientific socialism. The first world war took place in the same time so it traces the causes of world war also. Russian revolution, causes and effects have been discussed in detail for the benefit of student of history. This era also saw the rise of revolutionaries and its effect on India can also be seen. Readers will the the emergence of Gandhi at the end of the unit.
EHI01 Rashtravaad Vishwa Yudhdho ke Madhya-2 - IGNOU
by IgnouThis unit traces the Indian Naitional Movement during 1920 and 1930. Unit 23 studies the effect of literature on National movement. further chapters discuss about revolutionalry and terrorist movement in the late 1920. Congress started the second revolution in 1930. causes of start of non cooperation movement have also been discussed. communist moement has also been analysed in this unit.
EHI01 Rastravad Vishwa Yudhdho ke Dauraan-1 - IGNOU
by IgnouThis unit discusses about the constitutional development happening between 1892 to 1920. Non cooperation movement and khilafat movement are discussed in detail. Regional movements like akali and non brahmin movement have also been discussed. swaraj party, its rise and fall has been discussed. The rise of communalism during national movement have also been analysed in this unit.
EHI01 Samrajyavaad,Upniveshvaad tatha Rashtravaad - IGNOU
by IgnouThis unit analyses the rise of colonialism and nationalism in India. With the nationalism it also traces the history of the movement of 1857 in India. Expansionism of Britishers have been discussed and analysed. Administrative and colonial rule have also been discussed and analysed in a very simple way.
EHI07 Vishwa Yudhdh - IGNOU
by IgnouEHI07 Vishwa Yudhdh (8) Chapter 1-Do Vishwa Yudhdh. Chapter 2-Yudhdhyon ka Swaroop. Chapter 3-Yudhdhyottar Vishwa ki Jhalak. Iss Khand Ke Liye Kuch Upyogi Pustaken.