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Shivagami Katha - Khand 1: शिवगामी कथा - खंड १
by Anand Neelakantanपांच वर्ष की अल्पायु में जब शिवगामी ने अपनी आंखों से देखा कि माहिष्मती के सम्राट ने उसके पिता को राजद्रोही घोषित कर मृत्यु का आदेश दिया है, तभी उसने प्रतिज्ञा कर ली कि एक दिन वह इस साम्राज्य का सर्वनाश कर देगी। इसी बीच, अपने कर्तव्यों पर आंख मूंदकर विश्वास करने वाला स्वाभिमानी एवं आदर्शवादी नौजवान कटप्पा स्वयं को एक विलासी राजकुमार की सेवा में पाता है। जैसे ही शिवगामी पैशाची भाषा में लिखी एक पांडुलिपि के रहस्य से पर्दा उठाने का प्रयास करती है, वह पाती है कि माहिष्मती का साम्राज्य षड्यंत्रकारियों, क्रांतिकारियों, भ्रष्ट अधिकारियों और राजमहल के भीतर साजिश रचने वालों से घिरा हुआ है। वहीं, तीन सौ वर्ष पूर्व पवित्र पर्वत से निष्कासित किये जाने से क्रुद्ध एक कबीला सम्राट के विरुद्ध युद्ध का उद्घोष करने की तैयारी में जुटा है। शिवगामी कथा विचलित कर देने वाले षड्यंत्रों और कभी न भूलने वाले किरदारों से भरी है।
Musafir Cafe: मुसाफ़िर कॅफे
by Divya Prakash Dubeyहम सभी के जीवन में एक या दूसरी सूचियाँ होती हैं। मुसाफिर कैफे जीवन और इन सभी सूचियों के बारे में है। यह जीवन में एक ठहराव की तरह है, जब हम कोशिश करते हैं और अपने आप को धीमा करते हैं कि हम कहाँ हैं, और हम यहाँ से कहाँ जाना चाहते हैं? मुसाफिर कैफे दो युवा और आधुनिक व्यक्तियों, सुधा और चंदर की कहानी है। सुधा जो पेशे से वकील है और व्यक्ति में एक मजबूत मुक्त उत्साही लड़की है। वह देश की शीर्ष वकील बनना चाहती है जबकि चंदर एक भ्रमित सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। हालाँकि उन दोनों को यकीन है कि वे शादी नहीं करना चाहते हैं और किसी के साथ घर बसाना चाहते हैं, लेकिन वे माता-पिता की खातिर हर सप्ताहांत इस मीटिंग गेम को खेलते हैं। घटनाएँ उन्हें एक सप्ताह के लिए एक साथ रहने के लिए प्रेरित करती हैं, लेकिन वे एक-दूसरे की उपस्थिति और जीवन में हस्तक्षेप करने के लिए अभ्यस्त हो जाते हैं, यह एक अनियोजित लिव-इन संबंध बन जाता है। मुसाफिर कैफे केवल सुधा और चंदर की कहानी नहीं है, यह हम सभी की कहानी है, जो बकेट लिस्ट पर टिकने की कोशिश कर रहे हैं और एक आदर्श जीवन की तलाश कर रहे हैं।
Sanyasi Yoddha: संन्यासी योद्धा
by Kaustubh Anand Chandolaइस उपन्यास में गोलू आज उत्तराखण्ड में न्याय के देवता के रूप में स्थापित है। गोलू का चरित्र एक सामान्य निम्न कुल में बढ़े बालक के रूप में सम्मुख आता है। उसके पालक माता-पिता निम्न धीवर कुल के होने के कारण गोलू को गुरुकुल में शिक्षा प्राप्त करने से वंचित होना पड़ता है। जिस कारण भाना धीवर उसे गुरु गोरखनाथ के पास शिक्षार्थ भेजते हैं। गुरु गोरखनाथ उसे केवल शास्त्र सम्मत शिक्षा ही नहीं देते अपितु अस्त्र-शस्त्र की भी शिक्षा देते हैं। गोलू आगे चलकर इस शिक्षा का लाभ लेकर उसे सामाजिक भलाई के निमित्त प्रयुक्त करता है। वह हर ऐसे अहंकार, अंधशक्ति और बाहुबल के प्रतीक मसाणों, तात्रिकों को साधता है जो जन सामान्य की अंधभक्ति का फायदा उठाकर उन्हीं का शोषण करते हैं। अंतत: एक दलित सामान्य जन से उठकर अपने योगबल और बाहुबल से वह धूमाकोट का एक न्यायप्रिय, निष्पृह, साधु राजा के रूप में मान्यता प्राप्त करता है और सामाजिक विद्वेष तथा जाति मनोवृत्ति से ग्रस्त रूढ़िवादी समाज के सम्मुख समातावादी मनोवृत्ति एवं सामाजिकता की स्थापना का आदर्श प्रस्तुत करता है। लेखक ने एक दलित नायक के सिहांसनारूढ़ होने को गाथा से हटकर यथार्थ का जामा पहनाया है। साथ ही राजधर्म, साधुधर्म और वर्तमान विसंगतियों का उपन्यास में सटीक चित्रण किया है। राजतंत्र की विडम्बनाओं पर भी स्थान-स्थान पर कटु व्यंग्य किया गया है। वस्तुत: गोलू के चरित्र का नायकत्व समतावादी समाज के पोषक और गीता के कर्मवाक्य प्रस्थापक के रूप में हुआ है। कहीं जहाँ यथार्थ से हटकर चित्रण हुआ है वहाँ अतिमानवीय तत्वों का वर्णन आ गया है। गोलू के चरित्र को बल देने के लिए राजा गरूण और भागवती, गुरु गोरखनाथ, देवहरु, सैसज्यू, वीर कलुआ, सेनानायक उग्र भट्ट, महामंत्री नरोत्तम, चंपावत के राजा नागनाथ, धरमदास, सात रानियाँ हालूराय, सामण दैत्य आदि की कथाएं अवांतर के रूप में उपन्यास में आयी हैं।
Perfect Crime: परफेक्ट क्राईम
by Prakash Bhartiसुनसान हाईवे…। खून से लथपथ जख्मी आदमी को अजय द्वारा कार में लिफ्ट और शुरुआत एक हौलनाक सिलसिले की…। ट्रक ड्राइवर मनोहर की हत्या… शराब की बोतलों से भरा ट्रक लापता…। एक खूबसूरत जवान लड़की गायब…। एक के बाद एक तीन और हत्याएँ। कानून भी किलर को सजा नहीं दे सकता था… यानि परफैक्ट क्राइम। या लांग टर्म प्लांड क्राइम। खुद को इस खौफनाक बरवेड़े में गले तक फंसा चुके अजय के सामने एक ही रास्ता था… गहरी साजिश के प्लानर के मोहरे को उसी के खिलाफ इस्तेमाल करना…। यानि जवाबी परफैक्ट क्राइम। (रहस्य, रोमांच एवं सस्पैंस से भरपूर तेज रफ्तार उपन्यास)।
Jinni: जिन्नी
by Anuja Chauhanइस उपन्यास में अनुजा चौहान ने भारतीय लोक सभा इलेक्शन के रोलरकोस्टर राइड का रोमांच दर्शाया है। किताब में बहुत ही होशियार और वास्तविक किरदार पेश किए गए हैं। अनुजा दिलचस्प किरदार और बोल्ड अंदाज़ से भारतीय संस्कारों का गिरेबान पकड़ के पन्ना दर पन्ना पाठकों को हंसाते हुए आखिर तक उन्हें मजबूती से थामे रखती हैं साथ ही वो भारत और इंडिया के बीच तेजी से उभरती नई भाषा को बहुत विश्वसनीय ढंग से रखते हुए इनके मज़ेदार संयोजन को रचती हैं।
Kaun Ho Tum: कौन हो तुम
by Sangeeta Pandeyक्या होता है जब प्यार शादीशुदा ज़िंदगी में दस्तक देता है? अंजाम किस हद तक ले जाता है? बर्बादी या प्यार की एक ऐसी कहानी जिसकी मिसाल दिल को छू जाए। आसान नही थी मोहिनी के लिए मोहब्बत की डगर, पर न जाने ऐसी कौन सी ताकत थी प्यार में कि हर दरिया पार करती चली गई। पर ये सुख ज़िंदगी को मंज़ूर कहां था? एक ऐसा पड़ाव आया... जहां, जिस शख़्स के लिए बहुत ख़ास थी मोहिनी, उसी की नज़रों से उतर गई... जो उसकी पूरी ज़िंदगी है, उसका वह एक लम्हा भी नहीं। सवाल उसकी खुशी का था तो मोहिनी ने चुप्पी साध ली पर आनंद की चुप्पी डसने लगी उसे, उसके अतीत की परछाई ने सब छीन लिया उससे। चाहत प्यार की थी, बेशुमार ग़म भर गए झोली में। क्या आनंद मोहिनी की ख़ामोशी कभी समझ पाएगा? क्या मोहिनी को तमन्नाओं की उड़ान मिलेगी या बिरह की अग्नि में जल जाएगी मोहब्बत? सामाजिक बंधनों के बीच उपजा आनंद और मोहिनी का प्यार परवान तो चढ़ा लेकिन क्या समाज के नाम की बलि चढ़ जाएगा या उनके जज़्बात एक नया मोड़ लेंगे?
Bharat mein Lok Prashasan
by B. L. FadiaThis is an iconic book written on the subject of public administration in India. By nature India is a social welfare state and in the development processes we are growing in multiple direction. This book covers many of those areas topics like IAS, planning commission, NDC, Finance commission Panchayati Raj etc.
Main Samay Hoon: मैं समय हूँ
by Deep Trivedi‘मैं समय हूँ’ यह पुस्तक बेस्टसेलर्स ‘मैं मन हूँ’, ‘मैं कृष्ण हूँ’ और ‘101 सदाबहार कहानियां’ के लेखक तथा स्पीरिच्युअल सायको-डाइनैमिक्स के पायनियर दीप त्रिवेदी ने लिखी है। मनुष्यजीवन को गहराई से समझने और समझाने वाले दीप त्रिवेदी ने विश्व की अंतिम और निर्णायक सत्ता समय के रहस्यों का अपनी किताब ‘मैं समय हूँ’ में रहस्योद्घाटन किया है। इस किताब में दीप त्रिवेदी ने घड़ी की सूइयों से परे समय के कई स्वरूपों का खुलासा किया है। यही नहीं, उन्होंने न सिर्फ इन सभी स्वरूपों की विस्तार से चर्चा की है, बल्कि उनके प्रभावों को भी समझाया है। इस किताब की सबसे विशेष बात यह कि लेखक ने इसमें इतनी सरल भाषा का उपयोग किया है जिससे कि एक सामान्य मनुष्य भी समय जैसी महासत्ता की पूरी कार्यप्रणाली आसानी से समझ सके। इस किताब में यह स्पष्ट होता है कि एक समय ही है जिस कारण न सिर्फ मनुष्य बल्कि यह पूरा ब्रह्मांड भी चलायमान है तथा मनुष्य के जीवन में घटने वाली तमाम ऊंच-नीच भी समय के ही अधीन है। अतः चाहे मनुष्यजीवन सरल बनाना हो या फिर ब्रह्मांड के गहरे रहस्य समझने हों, समय के गहरे स्वरूपों को समझे बिना इनमें से कुछ भी शक्य नहीं है। इसीलिए इस बात पर विशेष ध्यान देते हुए लेखक ने मनुष्यों को उनका बिगड़ा समय संवारने के कई सरल उपाय भी दिये हैं। यह बात तय है कि जो भी समय की ताल-से-ताल मिला लेगा, एक सुखी और सफल जीवन गुजारना उसका भाग्य हो जाएगा।
Samanya Gyan
by Sunil Kumar SinghThis book has been prepared taking into consideration different types of questions being asked in the competitive exams. boon for students preparing for ssc, banking, railways etc. It covers topics from science, social science, current affairs, polity and economics. This is a must read book for all aspirants.
Jadu Bhari Ladki: जादू भरी लड़की
by Kishore Chaudharyजादू भरी लड़की, ये नौ कहानियों का संकलन है। शीर्षक कहानी एक लड़की के अटूट धैर्य और सादगी का बयान है। जीवन के कठोर पठार पर जीते जाना ही असल में लड़की का जादू से भरा होना है। किशोर चौधरी की कहानियों की भाषा शालीनता से भरी होती है और जीवन की विद्रूपता को सरल बिंबों के माध्यम से कहना इनकी कहानियों की विशेषता है। इन कहानियों का कथ्य अवास्तविक जीवन और कल्पना की उड़ान नहीं भरता है। इस संग्रह में शामिल कहानियाँ स्त्री केन्द्रित न होते हुए भी उनके आस पास के दुरूह जीवन को चित्रित करती हैं। इन कहानियों में सरल प्रेम का जटिल पक्ष मुखरित है। इस संग्रह में शामिल नौ कहानियाँ अपने-आप से अलग हैं। ये कहानियाँ महानगरीय जीवन के अकेलेपन से लेकर कस्बाई तन्हाई को चित्रित करती हुई हैं। इन कहानियों को पढ़ते हुए पाठक अपने संसार और अतीत से खुद को जोड़ पाता है, ऐसा लगता है कि कहानीकार की जगह पाठक खुद को पढ़ रहा है।
Mitrata Banking Se: मित्रता बैंकिंग से
by Vandana Dharmadhikariसौ वंदना धर्माधिकारी द्वारा लिखित "मित्रता बैंकिंग से" पुस्तक का यह पहला संस्करण 2014 में प्रकाशित हुआ है। आम जनता बैंकिंग के बारे में इस पुस्तक से सरल और आसान तरीके से सीखती है। बैंकिंग की तकनीकीताओं के बावजूद, यह पुस्तक पाठकों के लिए विशेष रूप से उपयोगी प्रतीत होती है। हालांकि बैंकिंग का कॉन्सेप्ट हर जगह एक जैसा है, लेकिन आज के ऑनलाइन सिस्टम ने बैंकिंग की पूरी परिभाषा ही बदल दी है। वास्तविक बैंकों में जाने की जरूरत नहीं रह गई है। ऐसे प्रतिस्पर्धी और परिष्कृत युग में, बैंकिंग की अवधारणा लगातार बदल रही है। इसलिए, विवरणों को समझकर जानकारी को अद्यतन रखने की आवश्यकता है। हालांकि बुनियादी बैंकिंग सभी प्रकार के बैंकों और सहकारी ऋण समितियों जैसे राष्ट्रीयकृत, निजी, सहकारी, विदेशी, लघु वित्त में समान है, प्रत्येक प्रकार के नियमों और लेनदेन में परिवर्तन को समझना आवश्यक है, और इसका विवरण इस पुस्तक में दिया गया है। बैंकिंग क्षेत्र में वर्तमान में बड़ी संख्या में नई भर्तियां हो रही हैं। यह पुस्तक ऐसे उम्मीदवारों के लिए भी एक उपयुक्त मार्गदर्शिका है जो बैंकिंग करियर का चयन कर रहे हैं। भारत के सभी प्रकार के बैंकों में हिंदी में कामकाज हो इस उद्देश्य से राजभाषा विभाग कार्यरत हैं। उनकी सहायता यह पुस्तक करेगी। इसलिए मेरी 'मित्रता बैंकिंग से' यह पुस्तक उन्हीं राजभाषा कक्षों को सविनय समर्पित किया गया है।
Krishi Bhugol - Ranchi University, N.P.U: कृषि भूगोल - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by Ram Chandra Tiwari Brahmanand Singhकृषि भूगोल इसमें पुस्तक की समूची सामग्री को न केवल संशोधित और परिवर्द्धित किया गया है वरन् कुछ नये विषयांगों, कृषि में कतिपय उदीयमान प्रवृत्तियों आदि को समाहित कर विश्वविद्यालय स्तर के छात्रों तथा प्रतियोगी परीक्षा में सम्मिलित होने वाले अभ्यर्थियों हेतु पुस्तक को अधिक उपयोगी बनाने का प्रयास किया गया है। पुस्तक के अन्त में दिये गये परिशिष्ट में उपलब्ध आँकड़ों के माध्यम से विश्व एवं भारत के स्तर पर विभिन्न कृषि उपजों के उत्पादन-स्तर और वितरण सम्बन्धी ज्ञान को प्राप्त करने में मदद मिलेगी। जिससे पुस्तक में सुधार और इसे अधिक उपयोगी बनाने में सहायता मिलती है।
Tulsidas: तुलसीदास
by Aacharya Shuklaतुलसीदास यह पुस्तक हिंदी भाषा में श्री प्रकाशन ने प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में गोस्वामीजी का जीवनचरित भी गौण रूप में सम्मिलित किया गया है। यह पुस्तक अपने विशुद्ध आलोचनात्मक रूप में पाठकों के सामने रखी जाती है। इस पुस्तक में गोस्वामीजी के महत्त्व के साक्षात्कार और उनकी विशेषताओं के प्रदर्शन का लघु प्रयत्न समझाया गया है। इस प्रयत्न में कहाँ तक सफलता हुई है, इसका निर्णय तो गोस्वामीजी की कृतियों से परिचित और प्रभावित सहृदय समाज ही कर सकता है। किताब में तुलसी की भक्तिपद्धति और काव्यपद्धति को समझाया है ।
Bharat Ki Videsh Niti (Competitive Exam): भारत की विदेश नीति
by Vijay Kumar Bhatiyaवर्तमान पुस्तक भारतीय विदेश नीति पाठ्यक्रम के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों की महसूस की गई जरूरत का परिणाम है। भारतीय विदेश नीति की किताब विशेष रूप से MA और BA (ऑनर्स) पॉलिटिकल साइंस के छात्रों के लिए CBCS सिलेबस और BA (ऑनर्स) पॉलिटिकल साइंस स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए है। पुस्तक इग्नू के छात्रों के लिए भी उपयोगी है, विशेष रूप से भारत और विश्व के राजनीति विज्ञान के पेपर के लिए और क्षेत्र अध्ययन कार्यक्रम के छात्रों के लिए भी फायदेमंद होगी। पुस्तक घरेलू स्रोतों के बुनियादी मुद्दों और भारत की विदेश नीति की उत्पत्ति, विकास और अभ्यास पर संरचनात्मक विश्लेषण से संबंधित है। पुस्तक के सभी अध्याय अच्छी तरह से लिखा है। पुस्तक में सभी समकालीन मुद्दों को शामिल किया गया है इस पुस्तक में भारत अमेरिका संबंधों, भारत रूस संबंधों, भारत चीन संबंधों आदि जैसे विषयों को शामिल किया गया है। यह पुस्तक अनुसंधान और शिक्षण के बहुत उपयोगी है।
Rajnitik Samajshastra - Ranchi University N.P.U: राजनीतिक समाजशास्त्र - रांची युनिवर्सिटी, एन.पि.यू.
by B. L. Fadia Pukhraj Jainराजनीतिक समाजशास्त्र साहित्य भवन पब्लिकेशन्स : आगरा ने पुस्तक हिन्दी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में 'राजनीतिक समाजशास्त्र' को सहज और सुबोध भाषा-शैली में प्रस्तुत करने का विनम्र प्रयास है । इसमें विषय से सम्बद्ध सभी पक्षों, यथा-राजनीतिक संस्कृति, राजनीतिक विकास, राजनीतिक भर्ती, राजनीतिक सहभागिता, राजनीतिक समाजीकरण, राजनीतिक अभिजन, मतदान व्यवहार, राजनीतिक आधुनिकीकरण, राजनीतिक समाजशास्त्र का मार्क्सवादी उपागम, शक्ति, सत्ता एवं औचित्यपूर्णता की अवधारणा, राजनीतिक परिवर्तन या क्रान्ति आदि का विशद् विवेचन हुआ है ।
Kahi Ankahi (Kahani Sangrah): कही अनकही (कहानी-संग्रह)
by Kusumlata Malik'कही-अनकही' मात्र एक कहानी संग्रह नहीं है। बल्कि एक व्यक्ति, एक समाज, एक जीवन, एक समय के सतत संघर्ष का दस्तावेज भी है। व्यक्ति जो समाज चाहता है किंतु, समाज उसे नहीं चाहता। समाज जो जीवन चाहता है परंतु, अपनी खोह में कैद होने के कारण जीवन से कहीं दूर छिटक गया है। जीवन जो समय में अपनी दखल चाहता है किंतु, विडंबना यह है कि दखल करके भी अपने को दर्ज नहीं करवा पाता। समय जो जीवन की ही तरह, सर्वत्र परिव्याप्त है परंतु, सर्वत्र होकर भी, सभी में एक समान मूर्त तथा गतिशील नहीं हो पाता। जबकि यह भी सच है कि वह सबके योग से ही बनता है। सीधे और साफ शब्दों में प्रस्तुत संग्रह सीलन और अंधकार से परिव्याप्त उन उपेक्षित कोनों के सन्नाटों को वाणी देने की कोशिश भर है जिनकी उपस्थिति हमारे आसपास सब कहीं है किंतु, वह उपस्थिति, अनुपस्थिति के बराबर होती है। इसे उपेक्षा की पराकाष्ठा ही कहा जा सकता है।
Neetishashtra, Satyanishtha Evm Abhivratti
by Gi Subbarao P.N. Roy ChaudhryBook on Ethics, Integrity And Aptitude for civil services aspirants
Vigyan Evam Praudyogiki class 7 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी कक्षा 7 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी पाठ्यपुस्तक कक्षा 7 वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में इक्कीस अध्याय दिये गए है। पाठ्यपुस्तक में हमारी पृथ्वी और पृथ्वी पर जीवन, जल, पदार्थ की संरचना और अम्ल क्षारक एवं लवण, मापन, सजीव जगत में संगठन, ऊष्मा तथा ताप और ऊष्मा का संचरण आदि के बारे में समजाया गया है। सजीवों में पोषण, सजीवों में श्वसन, रेशों से वस्त्र, प्रकाश का परावर्तन, सजीवों में परिवहन, उत्सर्जन, सजीवों में नियंत्रण एव समन्वय के बारे में पाठ्यपुस्तक में जानकारी दि है। स्थिर विद्युत, कंकाल जोड़ एवं पेशियाँ, मिट्टी, सजीवों में प्रजनन और विद्युत धारा ओर इसके प्रभाव आदि पुस्तक में स्पष्टीकरण दिया गया है। इस पाठ्यपुस्तक में वैज्ञानिकों के चिंतन तथा वैज्ञानिक पद्धति से मानव जीवन में आए क्रांतीकारी परिवर्तनों का अध्ययन करेंगे।
Vishv Ki Prachin Sabhyataon Ka Itihaas
by Sushil Madhav Pathakबिहार हिंदी ग्रंथ अकादमी हिंदी प्रांतों में स्थापित हिंदी ग्रंथ अकादमियों के समकक्ष है और इसे भी भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के शिक्षा विभाग से प्रकाशन अनुदान प्राप्त होता है। अकादमी ने अनेक उत्कृष्ट पुस्तकों का सृजन तथा प्रकाशन किया है। प्रस्तुत ग्रंथ "विश्व की प्राचीन सभ्यताओं का इतिहास", डॉ. सुशील माधव पाठक की मौलिक कृति का नवम् संस्करण है। डॉ. सुशील माधव पाठक जी इतिहास एवं पुरातत्त्व-विषय के विद्वान और अनुभवी लेखक हैं। आशा की जाती है कि यह ग्रंथ विश्वविद्यालय-स्तर के छात्र-छात्राओं, अध्यापकों तथा सामान्य पाठकों के लिए रूचिकर होगा। इस ग्रंथ में विश्व की प्राचीन सभ्यताओं के इतिहास का सर्वेक्षण प्रस्तुत करने की कोशिश की गई है। स्नातकोत्तर कक्षाओं में पिछले उन्नीस वर्षों से इस विषय को पढ़ाने के अनुभव के आधार पर यह ग्रंथ लिखा गया है। हिंदी भाषा के माध्यम से एम. ए. कक्षाओं में इतिहास को पढ़ने की अभिरुचि विद्यार्थियों में बढ़ती जा रही है। ग्रंथ के मुद्रण-प्रकाशन में प्राप्त सभी प्रत्यक्ष तथा परोक्ष सहयोग के लिए अकादमी आभार स्वीकार करती है।
Jharkhand Itihas Evam Sanskruti M.A. SEM-II Ranchi University, N.P.U: झारखंड इतिहास एवं संस्कृति एम.ए. सेमीस्टर-II राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by B. Virottamप्रस्तुत ग्रंथ “झारखंड : इतिहास एवं संस्कृति", डॉ. बी. वीरोक्तम, द्वारा लिखित है, जो भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय (शिक्षा-विभाग) के शत-प्रतिशत अनुदान से बिहार हिंदी ग्रन्थ अकादमी द्वारा सप्तम् संस्करण के रूप में प्रकाशित किया जा रहा है। इस पाठपुस्तक में तेराह अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है । यह ग्रंथ इतिहास विषय के स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।
Hitopdesh
by Archana Guptaहितोपदेश भारतीय जन-मानस तथा परिवेश से प्रभावित उपदेशात्मक कथाएँ हैं। हितोपदेश की कथाएँ अत्यन्त सरल व सुग्राह्य हैं, बुकशेयर के माध्यम से इन्हें सुगम्य भी बनाया गया है। पशु-पक्षियों पर आधारित कहानियाँ इसकी खास विशेषता हैं। रचयिता ने इन पशु-पक्षियों के माध्यम से कथाशिल्प की रचना की है जिसकी समाप्ति किसी शिक्षापद बात से ही हुई है। पशुओं को नीति की बातें करते हुए दिखाया गया है। सभी कथाएँ एक-दूसरे से जुड़ी हुई प्रतीत होती हैं।
Kara Kunti ke: कारा कुन्ती की
by Kusumlata Malik'कारा कुन्ती की' यह नाटक को जिन द्वंद्वात्मक मनःस्थितियों एवं विकट परिस्थितियों में लिखा गया, वे वास्तव में आत्यांतिक रूप से अकथनीय हैं। परिणामतः नाटक अनेक विचारधाराओं की टकराहट का कोलाज बन गया है। पूर्वार्द्ध और उत्तरार्द्ध के अंतर्गत कई दृश्यान्तरों में निबद्ध यह नाटक अपनी स्वाभाविक प्रकृति में धीरे-धीरे खुलता है। यह खुलना वैसे ही है जैसे एक बीज का शनै:-शनैः वृक्ष हो जाना। भाव तथा कार्य दोनों एक साथ गति पकड़ते हैं। इस तरह आद्यन्त नाटक अपनी आंतरिक एव बाह्य संचालन प्रक्रिया में सक्रिय बना रहा है। सात्विक अभिनय पर अधिक जोर देते हुए भी अभिनय के अन्य रूपात्मक बाह्य प्रकारों के लिए पर्याप्त स्पेस है। नाटक का आन्तरिक पक्ष उसके बाह्य पक्ष का आधार होता है और नाटक का बाह्य पक्ष आन्तरिक अनुभूति का विस्तार होता है। इस प्रकार नाट्यानुभूति और रंगसज्जा दोनों अन्योन्याश्रित होते हैं। प्रस्तुत नाटक में मैनें इसका समुचित निर्वाह करने का प्रयास किया है।
Hindi - Course A class 10 - NCERT Guide Book: हिंदी - पाठ्यक्रम ए कक्षा १० - एनसीईआरटी गाइड बुक
by Full Marks Pvt. Ltdहिंदी-10 'अ' का यह संस्करण सी०बी०एस०ई० द्वारा जारी नवीनतम पाठ्यक्रम एवं प्रस्तावित वर्तमान परीक्षा संबंधी सुधारों के परिप्रेक्ष्य में समग्र रूप से संशोधित है। इस पुस्तक में काफी परिवर्तन किए गए हैं। व्यावहारिक व्याकरण के अंतर्गत आए सभी व्याकरणिक बिंदुओं को परिष्कृत एवं समृद्ध किया गया है तथा प्रस्तुत पुस्तक के सभी पाठों में गत परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्नों का समायोजन एवं संपूर्ण अध्ययन सामग्री का परिशोधन किया गया है। आशा है कि यह पुस्तक छात्रों के अंदर पठन-पाठन के प्रति रुचि एवं गहन आत्म-विश्वास पैदा करने में सक्षम साबित होगी। CBSE द्वारा प्रकाशित पाठ्यक्रम/परीक्षा-पद्धति के अनुरूप। संपूर्ण पाठ की सहज, संक्षिप्त प्रस्तुति तथा महत्वपूर्ण सिद्धांतों, शब्दों एवं अवधारणाओं की संक्षिप्त व्याख्या। NCERT पाठ्यपुस्तकों के सभी प्रश्नों का संतुलित हल।
Hindi - Course A class 9 - NCERT Guide Book: हिंदी - पाठ्यक्रम ए कक्षा ९ - एनसीईआरटी गाइड बुक
by Full Circle Education Pvt.Ltdसीबीएसई द्वारा हाल ही में किए गए परीक्षा सुधारों को देखते हुए पूर्ण अंक हिंदी पाठ्यक्रम A-9 को पूरी तरह से संशोधित किया गया है। इस पुस्तक का संशोधित संस्करण NCERT पाठ्यपुस्तक पर आधारित एक पूर्ण समर्थन पुस्तक है। यह सभी प्रकार के अध्ययन-सह-अभ्यास सामग्री प्रदान करता है और इस प्रकार छात्र में मजबूत आत्मविश्वास पैदा करता है। यह सीबीएसई के दिशानिर्देशों के अनुसार एक अद्यतित, भरोसेमंद और अनुकूल संसाधन है।
Antrang: अंतरंग
by Dr Ramavtar Sharmaप्रस्तुत “अंतरंग” कविता संग्रह दाम्पत्य प्रेम पर आधारित है। संग्रह के खण्ड तीन की कवितायें सर्वनिवेदित है। ‘कुछ भी गलत नहीं है’ कविता में कवि का सामाजिक दृष्टिकोण स्पष्ट हुआ है। यह संग्रह पुरुष निष्ठा का द्योतक है। अपनी प्रिया, अपनी पत्नी पर कविताएं लिखना कोई नया प्रचलन नहीं किंतु, दाम्पत्य संबंध की जीवंतता एवं गरिमा को आज के दौर में बनाये रखने में ये कवितायें एक सीख देती हैं। कविताओं की भाषा सहज है, शिल्प सरल है। लिविंग रिलेशनशीप के आज के दौर में संबंधों की संस्कृति के प्राणतत्व को ये कवितायें स्थापित करती हैं।