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Bhulakkad Vaigyanik
by Rabindranath TagoreThe story is about the absent minded Scientist Nilmoni, And how people around him suffered because of his absent minded nature.
Chhupa Dhan
by Rabindranath TagoreThis book is about the story of a person who finds the note for the treasure. How and what happens with him when he finds the treasure.
Gora
by Rabindranath TagoreGora is one of the novel by Tagore where he attacks the social taboos. Gora is a very complex novel. The divided society of Hindus has been presented in a very matchless way. Rabindranath Tagore brings out the inner controversies of both the Brahmo samaj and traditional orthodox society. Gora is an advocate of the Hinduism and its practises but opposes all the wrong doing in the society. He is a very patriotic person which is reflected all over in the novel. Readers of Indian classic must read this.
Kabuliwala
by Rabindranath TagoreKabuliwala delicately explores the bonds of friendship and relationship between a middle-aged Pathan and a five year old Bengali girl. It is a simple tale of a father’s love for his daughter and the transfer of that love to another little girl.
Ravindranath Tagore Ki Kahaniyan
by Rabindranath TagoreA collection of beautiful stories of Rabindranath Tagore from where a reader can pluck out all the petals and gather all the beauty in him. Each of the story gives the message that you will never get tired of reading Tagore and being optimist.
Yogayog
by Rabindranath TagoreThe novel was published in three parts in Vichitra magazine. In first two parts it was called Teen Peedhiyan (Three Generations) and in the third it was named as Yogayog. One more jewel from one of the greatest writer from India.
Gulivar Ki Liliput Yatra
by Jonathan SwiftAn Anglo-Irish writer and clergyman Jonathan Swift wrote a children's novel is very interesting. The protagonist of the story of Gulliver's ship breaks in Hurricane, where the human being only 6 Inn were long, he captured Gulliver. Let's read the wonderful island of Gulliver and the Lilliputians interesting story cruise. Look at the pretty pictures and also with a quiz at the end, which will be able to write their examination by the solution.
Do Bahino Ki Baate (Two Sisters): दों बहिनों की बातें
by Acharya Swadeshप्रस्तुत कहानी में वैदिक सिद्धांतों के आधार पर आचार्य स्वदेश जी ने ' दों बहिनों की बातें ' की रचना की है। इस कहानी छोटी बहन बड़ी बहन को ईश्वर के बारे मे सब सवाल कर रही है और बड़ी बहन ईश्वर के बारे मे वो जानती है उतना वो समजाती है। बस इसे ही दोनों कैसे बातें करती है वो दर्शाया गया है।
gajmukta ki talaash
by Ira Suxena Surendra SumanGajmukta pearl handed over to his granddaughter Ambika Dewan live in the freedom struggle have gone to jail. Ambika and her friends Jeelni such problems arose because the British Government at all costs wanted to Gajmukta. Ultimately who win? To know this read the story of ‘Gajmukta Ki talaash’.
Billi Ke Bachche
by V. Suteyev“बिल्ली के बच्चे” बिल्ली के तीन बच्चे जिनका रंग काला, भूरा और सफेद है की चित्रकथा है। चूहे के पीछे आटे के डिब्बे में कूदने पर तीनों सफेद रंग के हो जाते है। मेंढ़क के पीछे पाइप में घुसने के कारण तीनों काले रंग हो जाते है। मछली को देखकर तालाब में छलाँग लगाने पर उनका रंग धुल जाता है। तीनों अपने असली रंग में आ जाते है। अंत में अपने घर वापस चले जाते है। "Billi Ke Bachche" is the picture story of three kittens which are black, brown and white in colour.They become white when Jumped on Flour box behind the Rat. They become black when they entered the pipe behind the frogs.And when they jump into pond behind the fish then their color is washed away. All three have come in its true colors. Finally, they are go back to home.
Chuhe Ko Milee Pencil
by V. Suteyevइस पुस्तक में एक चित्रकथा है जिसमें चूहे को एक पेंसिल मिलती है और वह उसे कुतरना चाहता है पर पेंसिल चूहे से आखिरी बार एक चित्र बनाने का अनुरोध करती है। The is a comic story book in which mice finds a pencil and he wants to nibble it. But pencil request the mice to making a painting in last time.
Mai Bhee...
by V. Suteyevइस पुस्तक में एक चित्रकथा है जिसमें एक चूजा और एक बत्तख के बच्चे की कहानी है। चूजा बत्तख की तरह बनने की कोशिश करता है। लेखक ने इस कथा को चित्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया है। In this book is a comic story in which a chick and a child duck. chick tries to be like child Duck. The author presented this story through images.
Rusi Aur Pusi
by V. Suteyev“रूसी और पूसी”दो दोस्त एक छोटी लड़की (रूसी) और बिल्ली (पूसी) की कहानी है। एक दिन रूसी ने पूसी के लिए एक घर की तस्वीर बनाई। पूसी उसमें अपनी पसन्दीदा चीज़ें बनवाती गई। आखिर में उसके घर की रखवाली के लिए कुत्ते का चित्र देखकर पूसी नाराज हो जाती है और उस घर में रहने को मना कर देती है।‘Rusi and Pusi’ is the story of two friends girl (Rusi) and Cat (Pusi). One day the Rusi built the picture of a house for the Pusi. Pusi built its own favorite things. After seeing the picture of the dog to guard his house Pusi got angry and refused to live in that house.
Atlantis Ek Rahasyamay Dwip: अटलांटिस एक रहस्यमयी द्वीप
by Shivendra Suryavanshiहम जब भी अटलांटिस के बारे में सोचते हैं, हमारी आँखों के सामने सागर में डूबी एक भव्य सभ्यता नजर आने लगती है। अटलांटिस देवताओं की वह धरती जिसका जिक्र सर्वप्रथम प्लेटो ने अपनी पुस्तक ‘टाइमियस’ और ‘क्रिटियास’ में किया था। कहते हैं अटलांटिस का विज्ञान आज के विज्ञान से हजारों गुना ज्यादा बेहतर था। पर एक दिन धरती के जोर से हिलने की वजह से पूरी अटलांटिस सभ्यता कहीं सागर में समा गई। तब से लेकर आज तक वैज्ञानिक, आर्कियोलॉजिस्ट उस सभ्यता को ढूंढने का प्रयत्न कर रहे हैं। ईश्वर को ब्रह्मांड के निर्माण के लिये 7 तत्वों की आवश्यकता थी- अग्नि, जल, वायु, पृथ्वी, आकाश, ध्वनि और प्रकाश। इन 7 तत्वों से ईश्वर ने ब्रह्मांड का निर्माण किया। पर अभी भी ईश्वर की सबसे अद्वितीय रचना बाकी थी और वह थी जीवन की उत्पत्ति। जीवन की उत्पत्ति के लिये ईश्वर ने ‘ब्रह्मकण’ का निर्माण किया, जिसे अंग्रेजी में ‘गॉड-पार्टिकल’ या 'हिग्स-बोसन' कहा जाता है। इस ब्रह्मकण ने ब्रह्मांड के हर जीव का निर्माण किया। क्या था यह ब्रह्मकण? जिसने अलग-अलग प्रकार के अरबों-खरबों जीवों की रचना की, जिसने इन्हें इतना अलग-अलग बनाया। इस कथानक में जहां एक ओर तिलिस्म, जादू, चमत्कार और रहस्य है, वहीं दूसरी ओर विज्ञान की एक अद्भुत दुनिया है, जो बिग-बैंग, ब्लैक होल, नेबुला और डार्क मैटर जैसे सिद्धांतों को खोलती है। पौराणिक कथाओं और विज्ञान के ताने बाने से बुना हुआ एक अद्भुत कथानक।
Devshakti Adbhut Divyastra: देवशक्ति अद्भुत दिव्यास्त्र
by Shivendra Suryavanshiशक्ति- एक ऐसा शब्द जिसे प्राप्त करने के लिये, मनुष्य, देवता, दैत्य ही नहीं अपितु अंतरिक्ष के जीव भी सदैव लालायित रहते हैं। शक्ति का पर्याय स्वामित्व से जुड़ता है, इसलिये ब्रह्मांड के सभी जीव शक्ति को प्राप्त कर, स्वयं को श्रेष्ठ दिखाना चाहते हैं। वन में मौजूद एक सिंह भी, अन्य वन्य प्राणियों के समक्ष अपनी शक्ति का प्रदर्शन करने से नहीं चूकता। ठीक उसी प्रकार कुछ देवता भी मनुष्यों के समक्ष, अपना शक्ति प्रदर्शन कर, उनमें भय की भावना उत्पन्न करते रहते हैं। जैसे देवराज इंद्र के द्वारा जलप्रलय लाना या सूर्यदेव के द्वारा सूखे की स्थिति उत्पन्न कर देना। यह सब भी शक्ति प्रदर्शन के अद्वितीय उदाहरण हैं। दैत्यों ने हमेशा त्रिदेवों से ही शक्ति प्राप्त कर, उनका प्रयोग देवताओं के ही विरुद्ध किया है। इन शक्तियों को प्राप्त करने के लिये, मनुष्यों ने भी घोर तप किये हैं। कुछ ऐसी ही देवशक्तियों को, पृथ्वी की सुरक्षा के लिये, देवताओं ने पृथ्वी के अलग-अलग भागों में छिपा दिया, जिससे समय आने पर कुछ दिव्य मानव, उन देव शक्तियों को धारण कर, पृथ्वी की सुरक्षा का भार उठा सकें। ऐसे ही देवशक्ति धारक कुछ विलक्षण मनुष्य बाद में ब्रह्मांड रक्षक कहलाये।
Devyuddh - Mahasangram Gatha: देवयुद्ध - महासंग्राम गाथा
by Shivendra Suryavanshiजब ब्रह्मदेव ने महादेव से पृथ्वी का भविष्य जानने की इच्छा व्यक्त की, तो महादेव ने उन्हें क्षीरसागर में स्थित रुद्रासन के पास भेज दिया। ब्रह्मदेव जब रुद्रासन को ढूंढते हुए क्षीरसागर में पहुंचे, तो वहां उन्हें सप्तकणों से निर्मित सप्तपुस्तकें दिखाई दीं। उन सप्तपुस्तकों में अलग-अलग प्रकार से भविष्य को देखने की शक्तियां थीं। ब्रह्मदेव ने उन सप्तशक्तियों की सहायता से, पृथ्वी का भविष्य देखने की कामना व्यक्त की। परंतु पृथ्वी का भविष्य देखकर ब्रह्मदेव अत्यंत चिन्तित हो गये, क्योंकि पृथ्वी के भविष्य में एक देवयुद्ध छिपा था, जिसमें पृथ्वी का महाविनाश संलिप्त था। ब्रह्मदेव ने पृथ्वी को महाविनाश से बचाने के लिये, उन सभी सप्तपुस्तकों को पृथ्वी के 7 सबसे सुरक्षित स्थानों पर छिपा दिया। ब्रह्मदेव को विश्वास था कि जब भविष्य में ब्रह्मांड रक्षक इन पुस्तकों को प्राप्त कर लेंगे, तो देवयुद्ध से होने वाले महाविनाश को टाला जा सकेगा। इसके बाद शुरु हुई एक समयचक्र की एक ऐसी कथा श्रृंखला जिसमें देवता तो क्या ब्रह्मांड के कई ग्रह भी उलझ गए।
Joshimath - Vikas ya Vinash?: जोशीमठ - विकास या विनाश?
by Shivendra Suryavanshi"जोशीमठ - विकास या विनाश?" शिवेन्द्र सूर्यवंशी द्वारा लिखित एक पुस्तक है जो उत्तराखंड के जोशीमठ क्षेत्र में हो रहे पर्यावरणीय और विकासात्मक परिवर्तनों पर केंद्रित है। पुस्तक का मुख्य उद्देश्य जोशीमठ के विकास और पर्यावरणीय प्रभावों के बीच के संबंधों की गहराई से जांच करना है। यहाँ इस पुस्तक का सारांश प्रस्तुत है: परिचय और पृष्ठभूमि, विकास की यात्रा, विकास के सकारात्मक पहलू, विनाश के चिन्ह, स्थानीय निवासियों की आवाज़, विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन और निष्कर्ष और भविष्य की राह। शिवेन्द्र सूर्यवंशी ने इस पुस्तक में गहन शोध और स्थानीय अनुभवों के माध्यम से जोशीमठ के विकास और पर्यावरणीय चुनौतियों को प्रस्तुत किया है। यह पुस्तक उन सभी के लिए महत्वपूर्ण है जो विकास और पर्यावरण के बीच के जटिल संबंधों को समझना चाहते हैं और जोशीमठ जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में टिकाऊ विकास की संभावनाओं का अन्वेषण करना चाहते हैं।
Kala Moti: काला मोती: ब्रह्मकण शक्ति
by Shivendra Suryavanshiहिमालय की गुफाओं से निकलकर, अटलांटिस की धरती के रहस्यों की परतों को खोलने वाली, देवताओं के द्वारा रची गयी ऐसी महागाथा, जिसे आप बार बार पढना चाहेंगे। यह कहानी है सन राइजिंग नामक एक ऐसे पानी के जहाज की जो किसी कारणवश रास्ता भटक कर बरमूडा ट्रायंगल के खतरनाक क्षेत्र में फंस जाता है। कहानी के कुछ पात्र भयानक मुसीबतों से जूझते हुए अटलांटिस की धरती पर पहुंच जाते हैं जहां पर उनका इंतजार कर रहा होता है इस ब्रम्हांड का सबसे बड़ा तिलिस्म। 28 दरवाजे वाले इस तिलिस्म में मौजूद हैं - सप्ततत्व, 12 राशियां, ग्रीक गॉड, रोमन योद्धा, ब्रह्मांड के सबसे खतरनाक जीव, अनोखे ग्रह, और विज्ञान की अनोखी दुनिया।
Mayavan - Ek Rahasyamay Jungle: मायावन - एक रहस्यमय जंगल
by Shivendra Suryavanshiमाया सभ्यता अमेरिका की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में गिनी जाती है, जिसके प्राप्त अवशेषों में भगवान शिव, गणेश और नरसिंह आदि देवताओं की मूर्तियां प्रचुर मात्रा में पायी गयी हैं। भारतवर्ष से इतनी दूर आखिर कैसे हिंदू सभ्यता विकसित हुई? यह आज भी रहस्य बना हुआ है। कुछ पुरातत्वविद् माया सभ्यता का सम्बन्ध दैत्यराज मयासुर से जोड़ते हैं। मयासुर, एक ऐसा दैत्य, जिसे उसके अद्भुत निर्माणकार्य के लिये देवताओं ने भी सराहा। तारकासुर के समय में ‘त्रिपुरा’नामक 3 भव्य नगरों का निर्माण, दैत्यराज वृषपर्वन के लिये बिंदुसरोवर के निकट अद्भुत सभाकक्ष का निर्माण, रामायणकाल में रावण के लिये सोने की लंका का निर्माण एवं महाभारतकाल में पांडवों के लिये, खांडवप्रस्थ के वन में अकल्पनीय इन्द्रप्रस्थ का निर्माण मयासुर की अद्भुत शिल्पकला की कहानी कहतें हैं। रावण की पत्नि मंदोदरी का पिता मयासुर, वास्तुशिल्प और खगोलशास्त्र में प्रवीण था। खगोलशास्त्र के क्षेत्र में मयासुर ने भगवान सूर्य नारायण से विद्या सीखकर ‘सूर्य सिद्धान्तम’की रचना की। आज भी हम ज्योतिष शास्त्र की गणनाएं सूर्य सिद्धान्तम के आधार पर ही करते हैं। महादेव के इस परमज्ञानी शिष्य ने किस प्रकार की ये अद्भुत रचनाएं? क्या भगवान शिव की पारलौकिक शक्तियां मयासुर के पास थीं? तो दोस्तों तैयार हो जाइये, इस कथानक के अद्भुत संसार में डूब जाने के लिये, जहां का हर एक दृश्य आपको वस्मीभूत कर देगा। हिमालय की गुफाओं से माया सभ्यता तक, ग्रीस के ओलंपस पर्वत से अंटार्कटिका की बर्फ की चादर तले फैले, एक अविश्वसनीय और अद्वितीय कथानक को पढ़ने के लिये।
Sun Rising - Ek Rahasyamay Jahaaj: सन राइजिंग: एक रहस्यमय जहाज
by Shivendra Suryavanshiहिमालय की गुफाओं से निकलकर, अटलांटिस की धरती के रहस्यों की परतों को खोलने वाली, देवताओं के द्वारा रची गयी ऐसी महागाथा, जिसे आप बार बार पढना चाहेंगे। यह कहानी है सन राइजिंग नामक एक ऐसे पानी के जहाज की जो किसी कारणवश रास्ता भटक कर बरमूडा ट्रायंगल के खतरनाक क्षेत्र में फंस जाता है। कहानी के कुछ पात्र भयानक मुसीबतों से जूझते हुए अटलांटिस की धरती पर पहुंच जाते हैं जहां पर उनका इंतजार कर रहा होता है इस ब्रम्हांड का सबसे बड़ा तिलिस्म। 28 दरवाजे वाले इस तिलिस्म में मौजूद हैं- सप्ततत्व, 12 राशियां, ग्रीक गॉड, रोमन योद्धा, ब्रह्मांड के सबसे खतरनाक जीव, अनोखे ग्रह, और विज्ञान की अनोखी दुनिया। ‘रिंग ऑफ अटलांटिस’ सीरीज की ये पहली पुस्तक है।
Tilismaa Avishvasniya Mayajal: तिलिस्मा अविश्वसनीय मायाजाल
by Shivendra Suryavanshiमायाजाल- एक ऐसा शब्द, जो हमारी आँखों के सामने रहस्यों से भरी पहेलियों का एक संसार खड़ा कर देता है। जहां एक ओर गणितीय उलझनें होती हैं, तो वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसी वैचारिक पहेलियां, जिनमें उलझना अधिकांशतः लोगों को पसंद होता है। पर क्या हो? जब ऐसी उलझनों और पहेलियों के मध्य आपका जीवन दाँव पर लगा हो। अर्थात अगर आप इन उलझनों को पार ना कर पायें, तो आप हमेशा-हमेशा के लिये इस मायाजाल में कैद हो जाएं। इस पुस्तक में कुछ मनुष्यों के सामने, कुछ ऐसी ही मुसीबतें खड़ी हैं।ऐसे ही अनगिनत सवालो का जवाब है यह पुस्तक। रहस्य, रोमांच, तिलिस्म और साहसिक कार्यों से भरपूर, एक ऐसा हिंदी कथानक, जो विज्ञान के इस युग में भी ईश्वरीय शक्ति का अहसास दिलाता है।
Pratinidhi Kahaniyan-Hrishikesh Sulabh
by Hrishikesh Sulabh''अपनी कहानियों पर बात करना मेरे लिए कठिन काम है। बहुत हद तक अप्रिय भी। लिखी जा चुकी और प्रकाशित हो चुकी कहानियों से अक्सरहाँ मैं पीछा छुड़ाकर भाग निकलता हूँ, पर मुझे लगता है कि यह मेरा भ्रम ही है। मेरी कहानियों के कुछ पात्र लगातार मेरा पीछा करते हैं और अपनी छवि बदलकर, किसी लिखी जा रही नई कहानी में घुसने की बार-बार कोशिशें करते हैं। कई बार तो घुस भी आते हैं और मैं उन्हें न रोक पाने की अपनी विवशता पर हाथ मलते रह जाता हूँ। जैसे, 'वधस्थल से छलाँगÓ का रामप्रकाश तिवारी, जो 'यह गम विरले बूझे' या 'काबर झील का पाखी' जैसी कहानियों में घुस आया। मैंने अपनी कहानियों में प्रवेश के लिए किसी एक रास्ते का चुनाव नहीं किया। हर कहानी में प्रवेश के लिए मेरी राह बदल जाती है। कभी किसी पात्र की बाँह पकड़कर प्रवेश करता हूँ, तो कभी कोई घटना या व्यवहार या स्मृति या विचार कहानी के भीतर पैठने के लिए मेरी राहों की निर्मिति करते हैं। हमेशा एक अनिश्चय और अनिर्णय की स्थिति बनी रहती है। हर बार नई कहानी शुरू करने से पहले मेरा मन थरथर काँपता है। शायद यही कारण है कि बहुत कम कहानियाँ लिख सका हूँ। मेरे कुछ मित्रों का मानना है कि कहानी और नाटक लिखने के बीच आवाजाही के कारण मेरी कहानियों पर आलोचकों की नज़र नहीं पड़ी। पर यह सच है कि नाटक और कहानी के बीच मेरी यह आवाजाही मुझे बहुत प्रिय है। हर बार नौसिखुए की तरह अथ से आरम्भ करना मुझे पुनर्नवा करता है। मैं यह करते रहना चाहता हूँ।'' —भूमिका से
Sadguru: सद्गुरु
by Arundhathi Subramaniamयह पुस्तक सद्गुरु की प्रेरणागाथा है- वह असाधारण दिव्यपुरुष; जो युवावस्था में ही ईश्वर को जानने के लिए तत्पर हो उठे; मोटरसाइकिलों का शौकीन; जो जीवन के रहस्य खोजने के लिए उद्यत हो उठे; संशयवादी होने के बावजूद आध्यात्मिक सत्पुरुष बन गए। बाल्यकाल में जग्गी वासुदेव (जो अब सद्गुरु के नाम से वियात हैं) उच्छृंखल स्वभाव के थे; कक्षा छोड़कर भाग जाना; हुड़दंग करना; चुहलबाजी करना उनकी प्रकृति में था; बाद में उन्हें मोटरसाइकिल और रेसिंग गाडि़यों का शौक हो गया। उनकी आध्यात्मिक यात्रा में इस तेजी और तत्परता को सहज ही अनुभव किया जा सकता है। ऐतिहासिक ‘ध्यानलिंग’ की स्थापना किसी जिद्दी; हठधर्मी व्यति के द्वारा ही किया जाना संभव था; और सद्गुरु ने वह कर दिखाया। सद्गुरु का विश्वास है कि आस्था; आध्यात्मिकता और विज्ञान एक-दूसरे से जुडे़ हैं। इनके समन्वय मात्र से ही मानव का कल्याण होगा; सद्गुणों के विकास के लिए प्रत्येक व्यति को सतत सक्रिय होना होगा। सद्गुरु के साथ लंबी बातचीत और उनके अनुयायियों तथा शिष्यों के साथ साक्षात्कारों के आधार पर अरुंधती सुब्रह्मण्यम द्वारा तैयार की गई यह पुस्तक एक जीवंत किंवदंती ‘सद्गुरु’ का जीवनवृ प्रस्तुत करती है। सद्गुरु की त्वरित मेधा; अद्भुत वाक्पटुता और आधुनिक शद-संपदा से सज्जित यह पुस्तक आपके आध्यात्मिक उन्नयन का मार्ग प्रशस्त करेगी और आपके जीवन की दिशा बदल देगी।
Neetishashtra, Satyanishtha Evm Abhivratti
by Gi Subbarao P.N. Roy ChaudhryBook on Ethics, Integrity And Aptitude for civil services aspirants
Trishuldhari - Devo Aur Asuro Ki Kahaniyan: त्रिशूलधारी: देवों और असुरो की कहानियाँ
by Satyam Srivastavaदेवों और असुरों की एक ऐसी कहानी, जिसमें ध्रुव-लोक नाम के मिथिकीय देश में भगवान् शिव का त्रिशूल रखा है, जिसे सदियों से कोई भी धारण नहीं कर सका है। भविष्यवाणी, शपथ, वरदान और अभिशाप के साथ न्याय, कर्तव्य और प्रेम के बीच एक साहसिक युद्ध की परिस्थितियाँ बन चुकी हैं। शक्तिशाली त्रिशूल को किसने धारण किया? अवश्यंभावी युद्ध में भगवान् विष्णु किसका पक्ष लेंगे? क्या एक सदाचारी अपनी शपथ का पालन करने के लिए अधर्म करेगा? क्या एक निम्नवर्गीय छात्र के साथ अन्याय होगा? क्या एक राजा अपने पुत्र-प्रेम में बँध जाएगा? धर्म का पालन कौन करता है और कौन डगमगा जाता है? एक युद्ध-कथा इस विषय पर कि मनुष्य होने का अर्थ कया होता है! प्रस्तुत पुस्तक आपको इस महागाथा के मूल तक ले जाती है। देवों और असुरों की सेनाएँ अपनी शक्तियों का प्रदर्शन करने के लिए आमने-सामने खड़ी हैं। सभी के प्रारब्ध आपस में टकराने वाले हैं और एक भीषण संग्राम छिड़ने वाला है।