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Anandmay Ganit class 2 - NCERT - 23: आनंदमय गणित २री कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by National Council of Educational Research and Trainingप्रस्तुत पाठ्यपुस्तक दक्षता आधारित सामग्री को सरल, रोचक और आकर्षक रूप में प्रस्तुत करने का एक प्रयास है। इस पाठ्यपुस्तक को समावेशी एवं प्रगतिशील बनाने के लिए पाठों और चित्रों की प्रस्तुति के माध्यम से अनेक रूढ़ियों को तोड़ा गया है। परंपरा, संस्कृति, भाषा प्रयोग तथा भारतीयता समेत स्थानीय संदर्भों की बच्चों के सर्वांगीण विकास में महती भूमिका इस पुस्तक में परिलक्षित होती है। इस पाठ्यपुस्तक को बच्चों के लिए आकर्षक एवं आनंददायी बनाने का प्रयास किया गया है। पुस्तक में कला और शिल्प का ऐसा बेजोड़ संयोजन है जिससे बच्चे गतिविधियों में अंतर्निहित सौंदर्यबोध की सराहना कर सकते हैं। यह पाठ्यपुस्तक बच्चों को स्वयं से संबंधित अवधारणाओं को अपने संदर्भों में समझने की स्थितिजन्य जागरूकता प्रदान करती है। यद्यपि इनमें विषय-वस्तु का बोझ कम है, तथापि ये पाठ्यपुस्तकें सारगर्भित हैं। इस पाठ्यपुस्तक में खिलौनों और खेलों के माध्यम से सीखने की अलग-अलग युक्तियों के साथ-साथ अन्य गतिविधियाँ और प्रश्न, जो बच्चों में तार्किक चिंतन और समस्या को सुलझाने की योग्यता विकसित करने के लिए प्रेरित करते हैं, को भी सम्मिलित किया गया है। इसके अतिरिक्त, पाठ्यपुस्तकों में ऐसी पर्याप्त विषय सामग्री और गतिविधियाँ भी हैं जो बच्चों में पर्यावरण के प्रति आवश्यक संवेदनशीलता विकसित करने में सहायक हैं। साथ ही ये पाठ्यपुस्तकें हमारे राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की संस्तुतियों के अनुरूप उनके द्वारा विकसित किए जाने वाले संस्करणों में स्थानीय परिदृश्य के साथ-साथ अन्य तत्वों के समायोजन/अनुकूलन की संभावना भी उपलब्ध कराती हैं।
Sarangi class 1 - NCERT - 23: सारंगी १ली कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadसारंगी भाग 1 किताब का निर्माण करते हुए मुख्य रूप से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार भाषा राष्ट्रीय विकास को बढ़ावा देने और न्यायप्रिय समाज को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस नीति में बच्चों की शिक्षा में भाषा और साक्षरता के विकास को बहुत महत्व दिया गया है। यह माना जाता है कि भाषा और साक्षरता की ठोस नींव बच्चों के लिए अन्य विषयों को सीखने में बहुत सहायक होती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में बुनियादी स्तर (फाउंडेशनल स्टेज) पर बच्चों में भाषा के विकास के साथ-साथ सतत सीखने की कला, समस्या-समाधान, तार्किक और रचनात्मक सोच के विकास पर भी बहुत बल दिया गया है। इस स्तर पर भाषा के साथ-साथ अन्य विषयों और गतिविधियों में भारतीय परंपरा, सांस्कृतिक मूल्य, चरित्र निर्माण, नैतिकता, करुणा और पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता को समेकित रूप में सम्मिलित करने की भी अनुशंसा की गई है।
Manav Paristhitiki Evan Parivaar Vigyan Bhag 2 class 12 - NCERT - 23: मानव पारिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान भाग-२ १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadमानव पारिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान (एच.ई.एफ.एस.) विषय जो अब तक ‘गृह विज्ञान’ के रूप में जाना जाता है, इसकी पाठ्यपुस्तकें एन.सी.ई.आर.टी. की राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 के दृष्टिकोण और सिद्धांतों के आधार पर विकसित की गई हैं। विश्व में, गृह विज्ञान का क्षेत्र नए नामों से जाना जाता है परंतु इसमें मूलरूप से पाँच क्षेत्र सम्मिलित हैं, जिनके नाम हैं- भोजन एवं पोषण, मानव विकास एवं परिवार अध्ययन, वस्त्र एवं परिधान, संसाधन प्रबंधन और संचार एवं विस्तारा इनमें से प्रत्येक क्षेत्र या विशेषज्ञता प्राप्त (जैसा कि विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में निर्दिष्ट है) व्यक्तियों, परिवारों, उद्योग और समाज की बढ़ती ज़रूरतों को ध्यान में रख, बढ़ते हुए दायरे के साथ विकसित और परिपक्व हुआ है। परिणामस्वरूप, इन क्षेत्रों में रोजगार बाजार विकसित करने के उद्देश्य से नए आकर्षण विकसित किए गए हैं और बहुत से विश्वविद्यालयों में इनकी वर्तमान प्रतिष्ठा और कार्य क्षेत्र को बेहतर तरीके से दर्शाने के लिए इन्हें नए नाम दिए गए हैं।
Manav Paristhitikee Evan Parivaar Vigyan Bhag 2 class 12 - NCERT: मानव परिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान भाग 2 कक्षा 12 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadमानव पारिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान (एच.ई.एफ.एस.) विषय जो अब तक गृह विज्ञान' के रूप में जाना जाता है, इसकी पाठ्यपुस्तकें एन.सी.ई.आर.टी. की राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा - 2005 के दृष्टिकोणऔर सिद्धांतों के आधार पर विकसित की गई हैं। विश्व में, गृह विज्ञान का क्षेत्र नए नामों से जाना जाता है परंतु इसमें मूलरूप से पाँच क्षेत्र सम्मिलित हैं, जिनके नाम हैं- भोजन एवं पोषण, मानव विकास एवं परिवार अध्ययन, वस्त्र एवं परिधान, संसाधन प्रबंधन और संचार एवं विस्तारा इनमें से प्रत्येक क्षेत्र या विशेषज्ञता प्राप्त (जैसा कि विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में निर्दिष्ट है) व्यक्तियों, परिवारों, उद्योग और समाज की बढ़ती ज़रूरतों को ध्यान में रख, बढ़ते हुए दायरे के साथ विकसित और परिपक्व हुआ है। परिणामस्वरूप, इन क्षेत्रों में रोजगार बाजार विकसित करने के उद्देश्य से नए आकर्षण विकसित किए गए हैं और बहुत से विश्वविद्यालयों में इनकी वर्तमान प्रतिष्ठा और कार्य क्षेत्र को बेहतर तरीके से दर्शाने के लिए इन्हें नए नाम दिए गए हैं।
Sanshipt Budhcharit class 8 - NCERT - 23: संक्षिप्त बद्धचरित ८वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadसंक्षिप्त बुद्धचरित कक्षा 8 के लिए हिंदी की पूरक पाठ्यपुस्तक। यह पुस्तक बुद्धचरित 28 सर्गों में था जिसमें 14 सर्गों तक बुद्ध के जन्म से बुद्धत्व-प्राप्ति तक का वर्णन है। किन्तु बुद्धचरितम् मूल रूप में अपूर्ण ही उपलब्ध है। 28 सर्गों में विरचित इस महाकाव्य के दूसरे सर्ग से लेकर तेरहवें सर्ग तक पूर्ण रूप से तथा पहला एवं चौदहवाँ सर्ग के कुछ अंश ही मिलते हैं।
Sanshipt Budhcharit class 8 - NCERT: संक्षिप्त बुद्धचरित कक्षा 8 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadसंक्षिप्त बुद्धचरित कक्षा 8 के लिए हिंदी की पूरक पाठ्यपुस्तक। यह पुस्तक विद्यालयी शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा - 2000 और इस रूपरेखा के अनुरूप तैयार किए गए पाठ्यक्रम पर आधारित है। एन.सी.ई.आर.टी. की कार्यकारिणी समिति की दिनांक 19 जुलाई 2004 को आयोजित बैठक में पाठ्यपुस्तकों की गुणवत्ता से संबंधित सभी पहलुओं पर चर्चा की गई और यह निर्णय लिया गया कि सभी विषयों की पाठ्यपुस्तकों की शीघ्र ही समीक्षा की जाए। इस निर्णय का अनुपालन करते हुए एन.सी.ई.आर.टी. ने सभी पाठ्यपुस्तकों के परीक्षण के लिए 23 त्वरित समीक्षा समितियों का गठन किया। इन समितियों ने संकल्पनात्मक, तथ्यात्मक तथा भाषा संबंधी विविध अशुद्धियों की पहचान की। समीक्षा की इस प्रक्रिया में पहले किए गए पाठ्यपुस्तकों के मूल्यांकन को भी ध्यान में रखा गया। यह प्रक्रिया अब पूर्ण हो चुकी है और पाई गई अशुद्धियों का सुधार कर दिया गया है। हमें आशा है कि पुस्तक का यह संशोधित संस्करण शिक्षण व अधिगम का प्रभावी माध्यम सिद्ध होगा। इस पुस्तक की गुणवत्ता में और अधिक सुधार के लिए हमें आपके सुझावों की प्रतीक्षा रहेगी।
Hamare Ateet Bhag-3 class 8 - NCERT - 23: हमारे अतीत भाग-३ ८वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadकक्षा 8 के लिए इतिहास की पाठ्यपुस्तक, यह पुस्तक बहुत सारे इतिहासकारों, शिक्षाविदों और शिक्षकों की सामूहिक कोशिशों का फल है। इन अध्यायों के लेखन और संशोधन में कई माह लगे हैं। ये अध्याय कार्यशालाओं में हुई चर्चाओं और ई-मेल पर हुए विचारों के आदान-प्रदान से उपजे हैं। इस प्रक्रिया में प्रत्येक सदस्य ने प्रकारांतर से अपनी क्षमता के अनुरूप योगदान दिया है। बहुत सारे व्यक्तियों और संस्थानों ने इस किताब को तैयार करने में मदद दी। प्रोफेसर मुजफ्फर आलम और डॉ. कुमकुम रॉय ने इसके मसविदे पढ़े और बदलाव के लिए कई अहम सुझाव दिए। किताब में दिए गए चित्रों के लिए हमने कई संस्थाओं के संग्रहों का इस्तेमाल किया। दिल्ली शहर और 1857 की घटनाओं के बहुत सारे चित्र अल्काज़ी फ़ाउंडेशन फ़ॉर दि आर्ट्स से लिए गए हैं। ब्रिटिश राज के बारे में लिखी गयी उन्नीसवीं सदी की बहुत सारी सचित्र पुस्तकें इंडिया इंटरनैशनल सेंटर के बहुमूल्य इंडिया कलेक्शन का हिस्सा थीं।
Samajik Vigyan Hamare Ateet Bhag 3 class 8 - NCERT: सामाजिक विज्ञान हमारे अतीत 3 कक्षा 8 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadकक्षा 8 के लिए इतिहास की पाठ्यपुस्तक, यह पुस्तक बहुत सारे इतिहासकारों, शिक्षाविदों और शिक्षकों की सामूहिक कोशिशों का फल है। इन अध्यायों के लेखन और संशोधन में कई माह लगे हैं। ये अध्याय कार्यशालाओं में हुई चर्चाओं और ई-मेल पर हुए विचारों के आदान-प्रदान से उपजे हैं। इस प्रक्रिया में प्रत्येक सदस्य ने प्रकारांतर से अपनी क्षमता के अनुरूप योगदान दिया है। बहुत सारे व्यक्तियों और संस्थानों ने इस किताब को तैयार करने में मदद दी। प्रोफेसर मुजफ्फर आलम और डॉ. कुमकुम रॉय ने इसके मसविदे पढ़े और बदलाव के लिए कई अहम सुझाव दिए। किताब में दिए गए चित्रों के लिए हमने कई संस्थाओं के संग्रहों का इस्तेमाल किया। दिल्ली शहर और 1857 की घटनाओं के बहुत सारे चित्र अल्काज़ी फ़ाउंडेशन फ़ॉर दि आर्ट्स से लिए गए हैं। ब्रिटिश राज के बारे में लिखी गयी उन्नीसवीं सदी की बहुत सारी सचित्र पुस्तकें इंडिया इंटरनैशनल सेंटर के बहुमूल्य इंडिया कलेक्शन का हिस्सा थीं।
Bharatiya Kala Ka Parichay Bhag-1 class 11 - NCERT - 23: भारतीय कला का परिचय भाग-१ ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadकला के इतिहास का अध्ययन व्यापक प्रलेखन तथा उत्खनन कार्यों के आधार पर विकसित हुआ है इसलिए कलात्मक वस्तुओं का वर्णन इस विषय के अध्ययन का प्रमुख आधार बन गया है। बीसवीं सदी के प्रारंभिक वर्षों में ऐसे बहुत ही कम उल्लेखनीय अध्ययन किए गए, जहां चिंतन का विषय साधारण वर्णन से आगे बढ़ा हो और अध्ययनकर्ताओं ने वर्णन के अलावा कुछ और भी विवेचन किया हो। अनेक स्मारकों, मूर्तियों और शैलियों का नामकरण तत्कालीन राजवंशों के आधार पर किया गया, जैसे- मौर्य कला या मौर्य कालीन कला, सातवाहन कला, गुप्त कालीन कला आदि। इसके अलावा, कुछ कलाकृतियों के काल का नामकरण धार्मिक आधार पर भी किया गया, जैसे- बौद्ध काल, हिंदू काल और इस्लामिक या मुस्लिम काल। लेकिन इस तरह निर्धारित किए गए नाम, कला की परंपराओं को समझने के लिए उपयोगी नहीं हैं। मध्य युगीन कला और वास्तु संबंधी स्मारकों को अनेकों रूपों में राजवंशों का संरक्षण मिला, लेकिन इससे पहले के ऐतिहासिक काल को भी राजवंशों के नामों से जोड़ दिया गया और वे आज भी प्रचलित हैं। तथापि प्रस्तुत पुस्तक में मानक परंपरागत विवरणात्मक लेखन से परे हटकर कला तथा पुरातत्त्वीय स्मारकों के अपेक्षाकृत अधिक व्यापक विकास का अध्ययन किया गया है और यह बताने का प्रयास किया गया है कि उनके विकास की शैलियाँ क्या थीं और सामाजिक तथा राजनीतिक संबंध कैसे और किसके साथ थे। इस प्रकार यह पाठ्यपुस्तक भारतीय कला के इतिहास के अध्ययन का एक विनम्र प्रयास है।
Bharatiy Kala Ka Parichay Bhag 1 class 11 - NCERT: भारतीय कला का परिचय भाग 1 11वीं कक्षा - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभारतीय कला का परिचय भाग 1 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक के आठ अध्याय एकक हैं। प्रस्तुत पुस्तक में मानक परंपरागत विवरणात्मक लेखन से परे हटकर कला तथा पुरातत्वीय स्मारकों के अपेक्षाकृत अधिक व्यापक विकास का अध्ययन किया गया है और यह बताने का प्रयास किया गया है कि उनके विकास की शैलियाँ क्या थीं और सामाजिक तथा राजनीतिक संबंध कैसे और किसके साथ थे। इस प्रकार यह पाठ्यपुस्तक भारतीय कला के इतिहास के अध्ययन का एक विनम्न प्रयास है।
Manav Paristhitiki Evan Parivaar Vigyan Bhag 1 Class 12 - NCERT - 23: मानव पारिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान भाग-१ १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadमानव पारिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान (एच.ई.एफ.एस.) विषय जो अब तक ‘गृह विज्ञान’ के रूप में जाना जाता है, इसकी पाठ्यपुस्तकें एन.सी.ई.आर.टी. की राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 के दृष्टिकोण और सिद्धांतों के आधार पर विकसित की गई हैं। विश्व में, गृह विज्ञान का क्षेत्र नए नामों से जाना जाता है परंतु इसमें मूलरूप से पाँच क्षेत्र सम्मिलित हैं, जिनके नाम हैं- भोजन एवं पोषण, मानव विकास एवं परिवार अध्ययन, वस्त्र एवं परिधान, संसाधन प्रबंधन और संचार एवं विस्तारा इनमें से प्रत्येक क्षेत्र या विशेषज्ञता प्राप्त (जैसा कि विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में निर्दिष्ट है) व्यक्तियों, परिवारों, उद्योग और समाज की बढ़ती ज़रूरतों को ध्यान में रख, बढ़ते हुए दायरे के साथ विकसित और परिपक्व हुआ है। परिणामस्वरूप, इन क्षेत्रों में रोजगार बाजार विकसित करने के उद्देश्य से नए आकर्षण विकसित किए गए हैं और बहुत से विश्वविद्यालयों में इनकी वर्तमान प्रतिष्ठा और कार्य क्षेत्र को बेहतर तरीके से दर्शाने के लिए इन्हें नए नाम दिए गए हैं।
Manav Paristhitiki Evan Parivaar Vigyan Bhag 1 class 12 - NCERT: मानव परिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान भाग 1 कक्षा 12 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadमानव पारिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान (एच.ई.एफ.एस.) विषय जो अब तक गृह विज्ञान' के रूप में जाना जाता है, इसकी पाठ्यपुस्तकें एन.सी.ई.आर.टी. की राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा - 2005 के दृष्टिकोणऔर सिद्धांतों के आधार पर विकसित की गई हैं। विश्व में, गृह विज्ञान का क्षेत्र नए नामों से जाना जाता है परंतु इसमें मूलरूप से पाँच क्षेत्र सम्मिलित हैं, जिनके नाम हैं- भोजन एवं पोषण, मानव विकास एवं परिवार अध्ययन, वस्त्र एवं परिधान, संसाधन प्रबंधन और संचार एवं विस्तारा इनमें से प्रत्येक क्षेत्र या विशेषज्ञता प्राप्त (जैसा कि विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में निर्दिष्ट है) व्यक्तियों, परिवारों, उद्योग और समाज की बढ़ती ज़रूरतों को ध्यान में रख, बढ़ते हुए दायरे के साथ विकसित और परिपक्व हुआ है। परिणामस्वरूप, इन क्षेत्रों में रोजगार बाजार विकसित करने के उद्देश्य से नए आकर्षण विकसित किए गए हैं और बहुत से विश्वविद्यालयों में इनकी वर्तमान प्रतिष्ठा और कार्य क्षेत्र को बेहतर तरीके से दर्शाने के लिए इन्हें नए नाम दिए गए हैं।
Paryavaran Shikshan: पर्यावरण शिक्षण: भारत में रुझान एवं प्रयोग
by Chong Shimrayयह पुस्तक पर्यावरण शिक्षा में बुनियादी समझ के साथ-साथ स्कूली पाठ्यक्रम में इसे शामिल करने के लिए मूल्यवान दिशानिर्देश भी प्रदान करती है। पर्यावरण शिक्षा शिक्षण: भारत में रुझान और प्रथाएं अध्ययन के सैद्धांतिक और व्यावहारिक पहलुओं को समझाने और भारतीय स्कूल पाठ्यक्रम में पर्यावरण शिक्षा को शामिल करने के लिए एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाता है। यह स्कूली पाठ्यक्रम में एक आवश्यक घटक के रूप में पर्यावरण शिक्षा के महत्व को स्थापित करता है और नीतियों और रणनीतियों के सफल विकास और कार्यान्वयन के लिए महत्वपूर्ण रोड मैप का सुझाव देता है। ऐसा करने में, पुस्तक पर्यावरण शिक्षा, पर्यावरण विज्ञान और पर्यावरण अध्ययन के बीच महत्वपूर्ण संबंधों को भी स्पष्ट करती है और शिक्षा कैसे सतत विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
Bharat Ki Aantarik Suraksha Evam Aapda Prabandhan: भारत की आंतरिक सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन
by Aman Kumar Ips Udaybhan Singhप्रस्तुत पुस्तक ‘भारत की आंतरिक सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन’ संघ लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा हेतु लिखी गई है। यह पुस्तक भारत की आंतरिक सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन से संबद्ध समस्त अवधारणाओं का निष्पक्षत व सरल भाषा में विवरण प्रस्तुत करती है। इसमें संगाठित अपराध, आतंकवाद, नक्सलवाद, साइबर अपराध, कालाधन, मनी लांड्रिंग, हवाला कारोबार, कश्मीर समस्या, सांप्रदायिकता इत्यादि ज्वलंत विषयों पर विश्लेषणात्मक सामग्री प्रस्तुत की गई है। प्रमुख विशेषताएँ भारत की आंतरिक सुरक्षा के विभिन्न पक्षों पर सटीक व विश्लेषणात्मक सामग्री आपदा प्रबंधन पर एक समग्र अवलोकन। मानचित्रों के द्वारा तथ्यों का सरल प्रस्तुतीकरण।
Beticket Muzrim Se Arabpati Banne Ki Kahani: बेटिकट मुजरिम से अरबपति बनने की कहानी
by Rajiv Singhएक वास्तविक समयकाल के समांतर राजनीतिक और आर्थिक-सामाजिक परिदृश्य में स्थित यह उपन्यास, सपने की शक्ति, विश्वास की शक्ति और प्यार की शक्ति की असाधारण कहानी है। यह कहानी है गाँव के एक वंचित लड़के की, जिससे उसके सपने पूरे करने का प्रत्येक अवसर छीन लिया जाता है, लेकिन जीवन में अनेक मुश्किलों का सामना करते हुए भी वह अपने सपने का पीछा करना नहीं छोड़ता। वर्ष 1978 में उत्तर प्रदेश के एक पिछड़े गाँव में जिला कलेक्टर का दौरा गरीब, श्रमिक परिवार के ग्यारह वर्षीय गोदना को आई.ए.एस. अफसर बनने के लिए प्रेरित करता है। क्या वह अपना सपना पूरा कर पाता है या परिस्थितियों के आगे हार मान लेता है? या फिर वह और अधिक ऊँचाइयाँ प्राप्त कर लेता है? क्या जाति आधारित आरक्षण नीतियों से उसे मदद मिलती है? क्या जाति आधारित राजनीति उसे आकर्षित कर पाती है? क्या वह अपने खिलाफ चली गईं चतुर ‘कॉरपोरेट चालों और साजिशों का सामना कर पाता है?
Chaho! Sab Kuchh Chaho: चाहो! सब कुछ चाहो
by Sadhguruचाहो! सब कुछ चाहो “लोग मुझसे अक्सर पूछते हैं,” ‘बुद्ध ने कहा इच्छा न करो। लेकिन आप तो कहते हैं- सारा कुछ पाने की इच्छा करो। यह विरोधाभास क्यों है?’ जो अपने जीवन-काल के अंदर समस्त मानव जाति को ज्ञान प्रदान करने की इच्छा करते रह, क्या उन्होंने लोगों को इच्छा का त्याग करने को कहा होगा? कभी नही। बड़ी से बड़ी इच्छाएं पालिए। उन्हें पाने के लिए सौ फीसदी लगन के साथ कार्य कीजिए। ध्यानपूर्वक इच्छा का निर्वाह करेंगे तो वांछित मनोरथ पा सकते हैं। सद्गुरु बेहद लोकप्रिय साप्तहिक ‘आनंद विकटन’ में एक वर्ष-पर्यत धारावाहिक रूप से निकलकर, फिर पुस्तकाकार प्रकाशित सद्गुरु के वचनामृत अब आपके हाथों में है - ‘चाहो! सब कुछ चाहो’ ये हैं जीवन की बाधाओं को जीतकर, वांछित मनोरथ प्राप्त करते हुए सम्पूर्ण जीवन जीने की राह बताने वाले अनमोल वचन; जीवन में कायाकल्प लाने वाले अमोघ वचन.
Heera Pheri: हीरा फेरी
by Surender Mohan PathakTaxi driver Jeet Singh is cruising for fare when a man being tailed by a bunch of goons blocks his way. Entrusting him with a briefcase full of secret, classified government documents to be delivered in lieu of a huge sum to a girl in Jogeshwari, he jumps off the moving taxi. His dead body is found by the railway track in a Mumbai suburb the next morning, whileJeet Singh finds he has nobody to give the briefcase to; the girl died mysteriously the previous night. He opens the briefcase, and a free-for-all for diamonds worth millions is set into motion. From the badshah of crime writing comes another blockbuster of a novel, Heera Pheri.
Agnishikha: अग्निशिखा
by Sameerसमीर को रोमांटिक उपन्यास सम्राट कहते हैं। समीर इश्क और मोहब्बत का तानेबाना ऐसा बुनते हैं कि आपको लगता है कि आपकी आंखों के सामने कोई चलचित्र चल रहा है। प्यार की टीस, दर्द का एहसास, नायिका के हृदय की वेदना, नायक के हृदय की निष्ठुरता का वर्णन मर्मस्पर्शी होता हैं। इसके बाद नायिका को पाने की तड़प और दिल की कशिश का अनुभव शब्दों की चासनी में इस कदर डूबो कर परोसते हैं कि पाठक वाहवाह कर उठता है। समीर अपने साथ अपने पाठकों को भी प्रेम रस के सागर में सराबोर करते हैं जिससे वह एकबार में ही पूरा उपन्यास पढ़े बगैर नहीं रहता। प्यार एवं इश्क की तड़प के तानबाने में उलझा समीर का नया उपन्यास ‘अग्निशिखा’ आपके हाथ में है।
Vigyan Evam Praudyogiki class 6 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कक्षा 6 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पाठ्यपुस्तक कक्षा 6 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में सोलह अध्याय दिये गए है। पाठ्यपुस्तक में हमारी पृथ्वी और सौर परिवार के बारे में बताया है, पर्यावरण के घटक, पदार्थ की प्रकृति और पदार्थों का पृथक्करण, हमारे चारों और होनेवाले बदल और परिवर्तन आदि के बारे में समजाया गया है। मापन, सजीवों के लक्षण एवं वर्गीकरण, सजीवों की संरचना तथा उनके कार्य, गति-बल तथा दाब इनके बारे में पाठ्यपुस्तक में स्पष्टीकरण दिया गया है। इस पाठ्यपुस्तक में विज्ञान और गणित के क्षेत्र में विश्व को गौरवशाली योगदान प्रदान करने वाले कुछ महान भारतीय वैज्ञानिकों तथा गणितज्ञों के विषय में जानकारी भी दी गई है।
Triveni Competetive Exam
by Acharya Ramachandra Shukla'Triveni' is a collection of three critical essays by Acharya Ramchandra Shukla. Those essays are: 1. Malik Muhammad Jayasi, 2. Mahakavi Surdas and 3. Goswami Tulsidas. Acharya Shukla is known as an outstanding literary writer, critic, essayist and historian of literature. He was also a skilled translator. The paradigms he set for analyzing and evaluating Hindi literature have not been able to progress beyond this.
Phans: फांस
by Sanjeevसंजीव 38 वर्षों तक एक रासायनिक प्रयोगशाला, 7 वर्षों तक 'हंस' समेत कई पत्रिकाओं के सम्पादन और स्तम्भ-लेखन से जुड़े संजीव का अनुभव संसार विविधता से भरा हुआ है, साक्षी हंम उनकी प्रायः 150 कहानियाँ और 12 उपन्यास। इसी विविधता और गुणवत्ता ने उन्हें पाठकों का चहेता बनाया है। इनकी कुछ कृतियों पर फिल्में बनी हैं, कई कहानियाँ और उपन्यास विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों में हैं। अपने समकालीनों में सर्वाधिक शोध भी उन्हीं की कृतियों पर हुए हैं। 'कथाक्रम', 'पहल', 'अन्तरराष्ट्रीय इन्दु शर्मा', 'सुधा-सम्मान' समेत अनेक पुरस्कारों से सम्मानित... । नवीनतम है हिन्दी साहित्य के सर्वोच्च सम्मानों में से एक इफको का श्रीलाल शुक्ल स्मृति साहित्य सम्मान-2013। अगर कथाकार संजीव की भावभूमि की बात की जाये तो यह उनके अपने शब्दों में ज्यादा तर्कसंगत, सशक्त और प्रभावी होगा-“मेरी रचनाएँ मेरे लिए साधन हैं, साध्य नहीं। साध्य है मानव मुक्ति।”
Dhani Dharati
by Ishaan Mahesh“धानी धरती—श्री ईशान महेश का बाल-उपन्यास है। इसका केंद्रभूत विषय पर्यावरण के लिए सजगता और बाल-सुलभ उत्साह है। यह पुस्तक उपन्यास के रूप में पर्यावरण रक्षा के तमाम बिंदुओं को रोचक तरीके से प्रस्तुत करने की दृष्टि से बेहद उपयोगी है।
Bhartiya Arthvyastha: भारतीय अर्थव्यवस्था
by संजीव वर्मायूपीएससी पाठ्यक्रम के नए पैटर्न के आधार पर पूरी तरह से संशोधित और अद्यतन संस्करण - अब 4 व्यापक खंडों में संरचित- ए। घरेलू अर्थव्यवस्था, बी। बाहरी क्षेत्र- बाहर की ओर, सी। ग्लोबल इकोनॉमी और आउटलुक और डी। इंडियन इकोनॉमी रिविजिटेड, आउटलुक और चुनौतियां। पुस्तक आर्थिक मुद्दे को महान वैचारिक स्पष्टता के साथ रेखांकित करने और आवेदन के हिस्से में लाने और वर्तमान समय में इसकी प्रासंगिकता का प्रयास है। नई पीढ़ी के छात्रों को अर्थव्यवस्था को सही परिप्रेक्ष्य में समझने का प्रयास। निम्नलिखित अध्यायों में अर्थव्यवस्था में भारत सरकार द्वारा शुरू की जा रही नई अवधारणाओं, नीतियों और कार्यान्वयन को अद्यतन करने और जोड़ने के दौरान सीखने की आसानी को ध्यान में रखा गया है: 1. मुख्य विशेषताएं: नया भारत 2. गरीबी और सामाजिक क्षेत्र 3. सरकार फाइनेंसिंग और बैंकिंग 4. विदेश व्यापार नीति ... कुछ का नाम दिया जाना है निम्नलिखित वर्गों को नए संस्करण में डाला गया है: 1. भारतीय अर्थव्यवस्था तारकीय प्रदर्शन 2. भारत की अर्थव्यवस्था भर में फैले JAM 3. माल और सेवा कर: एक प्रगतिशील कर व्यवस्था 4 निति आयोग: द प्रीमियर पॉलिसी थिंक टैंक 5. स्टार्टअप इंडिया: विंग्स टू द स्काई ऊपर 6. डिमॉनेटाइजेशन पॉलिसी: काले धन के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक को कुछ ही समय में अवधारणा (ओं) को सीखने और समझने की सुविधा के लिए आरेखों के साथ समृद्ध किया गया है।
Agni Ki Udaan
by Arun Tiwari A. P. J. Abdul KalamThe book Agni Ki Udaan is the Hindi translation of the book Wings of Fire by Dr. A.P.J Abdul Kalam. Published by Prabhat Prakashan, this book is truly inspirational.
Indian Business Women: इंडियन बिझनेस वूमैन
by Suman Vajpayeeप्रस्तुत पुस्तक में उद्यम-जगत् में अपना वर्चस्व कायम कर चुकी कुछ महिलाओं की निजी व प्रोफेशनल जिंदगी की प्रेरक घटनाओं का विवेचन किया गया है। इन महिलाओं का जीवन, सोच एवं मेहनत प्रेरणाप्रद है और इससे नई पीढ़ी को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। स्त्री-शक्ति को सही मायने में उद्घाटित करती नारी का सम्मान बढ़ानेवाली लोकप्रिय पुस्तक।