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Jaipur diaries: जयपुर डायरीज़
by Aryan Upadhyayयह मोहब्बत की ऐसी कहानी है जिसके साकार होने की तमन्ना हर दिल में हमेशा जवाँ रहती है, फिर वह नौजवान हो या बु़जुर्ग। यह प्यार का ऐसा स़फर है जिस पर अमूमन हर कोई चलना चाहेगा। किशोरवय और यौवन के बीच खड़े किरदारों की यह कहानी स़ख्त दिलों को भी छू लेने की क्षमता रखती है। इसमें एक प्रेम-त्रिकोण है; एक नायक और दो नायिकाएँ। आम कहानियों के उलट, इस अलहदा कहानी में दोनों ही नायिकाएँ अपने नायक को पा लेती हैं और अंत में आकाश, सिया और नव्या ‘साथ-साथ' रहने लगते हैं। कैसे? यही तो इस प्रेम कहानी की ख़ूबसूरती है और इसका रहस्य भी। मुख्य कथानक के साथ ही समांतर रूप में चलने वाली अन्य दिलचस्प उपकथाएँ भी हैं। सहज भाषा-शैली में रचा गया यह उपन्यास पाठक को अंत तक बाँधे रखता है और अंतत: उसके मन में सुखद एहसास के साथ एक मीठी-सी कसक भी छोड़ जाता है। इसमें प्यार है, रोमांस है, चुहल है, कॉलेज की मस्ती है, लड़कपन की शरारतें हैं, दोस्ती के रंग हैं, साज़िशें भी हैं, और वह सबकुछ है जो आपको गुदगुदाएँगा, हँसाएगा, रुलाएगा, सपने दिखाएगा और रोमांचित करेगा। हकीक़त और कल्पना के मेल से रची गई ऐसी कथा जिस पर हर दिल सौ फ़ीसद यक़ीन करना चाहेगा।
Jaiv Bhugol B.A (Hons.) Sixth Semester - Ranchi University, N.P.U: जैव भूगोल बी.ए. (ऑनर्स) सेमेस्टर VI - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by Dr Santosh Kumar Dangiडॉ. सन्तोष कुमार दांगी द्वारा लिखित 'जैव-भूगोल' झारखण्ड स्थित विनोबा भावे विश्वविद्यालय के बी. ए. सेमेस्टर-III, कोल्हान विश्वविद्यालय के बी. ए. सेमेस्टर VI और राँची विश्वविद्यालय के बी. ए. सेमेस्टर VI-DSE-4 के पाठ्यक्रम के अनुरूप लिखी गई पुस्तक है। जैव-भूगोल में जैविक तत्वों की विस्तृत विवेचना की गई है। जैसे-जैव भूगोल की परिभाषा, महत्व, जलचक्र, पारिस्थितिकी तन्त्र, ऊर्जा प्रवाह, पादप प्राणियों का विसरण, जीवोम, राष्ट्रीय उद्यान एवं अभयारण्य, जैव-विविधता, मिट्टी निर्माण, बंजर भूमि का विकास तथा प्रबन्ध इत्यादि को इस पुस्तक में स्थान दिया गया है। विनोबा भावे विश्वविद्यालय के अतिरिक्त झारखण्ड के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के लिए यह पुस्तक अति उपयोगी होगी।
Jalpari Ka Mayajal
by Webstar Devis JeervaThe state of Meghalaya in India is divided in three parts, out of which two are of Khasi and one is of Jayantia mountain range. The current story is the collection from Khasi land of Meghalaya. The writer has kept alive the attraction of Angels in the story.
Jalsuraksha class 10 - Maharashtra Board: जलसुरक्षा १०वीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneजलसुरक्षा पाठ्यपुस्तक पर्यावरणीय जागरूकता को बढ़ाने और जल संरक्षण की महत्वता को समझाने के लिए तैयार की गई है। यह पाठ्यपुस्तक छात्रों को जल शिक्षा, जल संवर्धन, जल प्रबंधन, और जल गुणवत्ता जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर ज्ञान प्रदान करती है। इसमें पर्यावरण और परिसंस्था के बीच संबंधों, जल की मापन विधियों, जल संरक्षण में जनसहभागिता और जल प्रदूषण के प्रभावों पर प्रकाश डाला गया है। प्राचीन भारतीय जल प्रबंधन की उत्कृष्ट परंपराओं जैसे पुष्करिणी, फड़ सिंचाई प्रणाली और मालगुजारी जलाशयों का उल्लेख भी इसमें शामिल है। छात्रों को जल संकट से जुड़े उपाय सुझाने और अपने दैनिक जीवन में इन समाधानों को लागू करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। इसके माध्यम से, पाठ्यपुस्तक जल के प्रति जिम्मेदार व्यवहार विकसित करने और प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा के लिए प्रेरित करती है।
Jambudweepe Bharatkhande - (Sanatan Pravah Ka Mul Sthan): जंबूद्वीपे भरतखंडे - (सनातन प्रवाह का मूल स्थान)
by Dr Mayank Murari"जंबूद्वीपे भरतखंडे - सनातन प्रवाह का मूल स्थान" पुस्तक भारतीय सभ्यता, संस्कृति और सनातन परंपराओं की गहरी पड़ताल करती है। इसमें भारत के ऐतिहासिक, दार्शनिक और आध्यात्मिक मूल्यों का विश्लेषण किया गया है। पुस्तक में कालचक्र, युगचक्र, धर्मचक्र, भाग्यचक्र और कर्मचक्र की अवधारणाओं पर विस्तृत चर्चा की गई है। भारतीय जीवन दर्शन, ऋतुचक्र, यज्ञीय जीवन, लोकपरंपराएँ और सनातन प्रवाह के महत्व को दर्शाते हुए, यह ग्रंथ भारत की सांस्कृतिक जड़ों को समझाने का प्रयास करता है। लेखक भारतीय इतिहास, वेद, पुराण, रामायण और महाभारत के संदर्भों के माध्यम से भारतवर्ष की सनातन परंपरा को जीवंत बनाते हैं। यह पुस्तक भारत की आध्यात्मिक विरासत और उसके सतत प्रवाह को जानने और समझने की दिशा में एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
Jasoos ka Jaal: जासूसों का जाल
by James Hadley Chaseजासूसी उपन्यास की दुनिया में जेम्स हेडली चेज का कोई जवाब नहीं है। पूरी दुनिया में चेज के उपन्यास का जबर्दस्त क्रेज है। उनके अनेक उपन्यासों पर फिल्म भी बनायी गयी है। डायमंड बुक्स में प्रकाशित हिंदी उपन्यासों में रहस्य, रोमांच, सेक्स, और सनसनीखेज दास्तान का अद्भुत मिश्रण होता है। इनके लेखन की एक खास बात यह है कि जैसे ही आप किसी उपन्यास को अपने हाथों में लेते हैं तो उसके सम्मोहन में ऐसे बंध जाते हैं कि उसे अंत तक पढ़े बगैर नहीं रह पाते। साथ ही साथ पाठकों को पूरी दुनिया की सैर भी हो जाती है क्योंकि चेज के पात्र अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका, आस्ट्रेलिया आदि महाद्वीप में आते-जाते रहते हैं। आपको तभी सुकून मिलता है जब तक आप रहस्य और रोमांच के पर्दाफाश का पूरा वर्णन नही जान लेते।
Jay Jay Raghuveer Samarth
by Harikrishna DevsareIn this book Harikrishna Devsare described about the life of the saint Ramdas, his messages and thoughts. इस पुस्तक हरिकृष्ण देवसरे ने संत रामदास के जीवनकाल, उनके दिये गये संदेशों और विचारों का अध्ययन किया है।
Jayshankar Prasad
by Ramesh Chandar ShahRamesh Chandra Shah has presented the biography of Jayshankar Prasad in this book and has presented the in-depth evaluation of his work. Shah presents Prasad as a writer whose writings are based on the foundation of psychological realism.
Jayshankar Prasad: जयशंकर प्रसाद
by Rameshchandra Shahहिन्दी के मूर्धन्य उपन्यासकार जैनेन्द्र कुमार ने जयशंकर प्रसाद की प्रशंसा हमारे साहित्य के पहले महान् स्वतंत्रचेता के रूप में की है। प्रसाद का दर्शन भारतीय इतिहास-प्रवाह में अर्जित, गँवाई गई तथा फिर से प्राप्त नैतिक तथा सौन्दर्यात्मक, व्यावहारिक तथा रहस्यात्मक, अंतर्दृष्टियों का समन्वयन करने का साहसिक प्रयास है। उनकी कविकल्पना सदैव उनके निजी जीवन-अनुभवों तथा अन्वीक्षणों से संयमित तथा संचरित रही। उनका कथा साहित्य तथा नाट्य साहित्य अपने सारे रूमानी तथा रहस्यात्मक वातावरण के बावजूद गहरे मनोवैज्ञानिक यथार्थवाद की नींव पर खड़ा है। कवि-नाटककार उपन्यासकार तथा कहानी लेखक जयंशंकर प्रसाद पर लिखे गए प्रस्तुत विनिबंध में हिन्दी के विख्यात आलोचक, चिन्तक तथा उपन्यासकार रमेशचन्द्र शाह ने प्रसाद को उनके ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में रखा है, जीवन वृत्तांत प्रस्तुत किया है तथा पाठक को उनके पूरे कृतित्व के गहनतर मूल्यांकन की ओर प्रेरित किया है।
Jeev Vigyan class 11 - NCERT: जीव विज्ञान 11वीं कक्षा - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadजीव विज्ञान 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल पाँच इकाईयाँ दिये है, उसमे बाइस अध्याय है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है और इस पाठपुस्तक में जीवन की उत्पत्ति, जैव-विविधता के विस्तार की उत्पत्ति, विभिन्न पर्यावासों में वनस्पति एवं प्राणियों का विकास आदि जैसे मूलभूत भाग समाविष्ट किये गये है ।
Jeev Vigyan class 11 - NCERT - 23: जीव विज्ञान ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadजीव विज्ञान 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल पाँच इकाईयाँ दिये है, उसमे उन्नीस़ अध्याय है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है और इस पाठपुस्तक में जीवन की उत्पत्ति, जैव-विविधता के विस्तार की उत्पत्ति, विभिन्न पर्यावासों में वनस्पति एवं प्राणियों का विकास आदि जैसे मूलभूत भाग समाविष्ट किये गये है।
Jeev Vigyan class 11 - RBSE Board: जीव विज्ञान 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerजीव विज्ञान कक्षा 11वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है, इस पुस्तक में कुल पाँच इकाईयाँ दिये है, उसमे बाइस अध्याय है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है और इस पाठपुस्तक में जीवन की उत्पत्ति, जैव-विविधता के विस्तार की उत्पत्ति, विभिन्न पर्यावासों में वनस्पति एवं प्राणियों का विकास आदि जैसे मूलभूत भाग समाविष्ट किये गये है ।
Jeev Vigyan class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: जीव विज्ञान कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadजीव विज्ञान कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में बाइस अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है और इस पाठपुस्तक में जीवन की उत्पत्ति, जैव-विविधता के विस्तार की उत्पत्ति, विभिन्न पर्यावासों में वनस्पति एवं प्राणियों का विकास आदि जैसे मूलभूत भाग समाविष्ट किये गये है ।
Jeev Vigyan class 12 - NCERT: जीव विज्ञान 12वीं कक्षा
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadजीव विज्ञान 12वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में मानव एवं पुष्पीय पादपों में प्रजनन, वंशागति के सिद्धांत, आनुवंशिकीय पदार्थों की प्रकृति तथा उनके कार्यों मानव कल्याण में जीव विज्ञान का योगदान, जैव प्रौद्योगिकी के प्रक्रमों तथा इनके उपयोगों एवं उपलब्धियों आदि का वर्णन है। कक्षा 12 की पुस्तक में, एक ओर तो जीन से विकासवाद के संबंध तथा दूसरी ओर पारिस्थितिकी अन्योन्य क्रिया, जनसंख्या का बर्ताव तथा परितंत्र के पारे में बताया गया है। अत्यंत महत्त्वपूर्ण तो यह है कि एन सी एफ-2005 के मार्गदर्शन का पूर्णरूपेण अनुपालन किया गया है। अधिगम का कुल बोझ काफी हद तक कम करने का प्रयास किया गया है तथा पर्यावरणीय पहलुओं, किशोरों की समस्याओं तथा जनन स्वास्थ्य को कुछ विस्तार से प्रस्तुत किया गया है।
Jeev Vigyan class 12 - NCERT - 23: जीव विज्ञान १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadजीव विज्ञान 12वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में मानव एवं पुष्पीय पादपों में प्रजनन, वंशागति के सिद्धांत, आनुवंशिकीय पदार्थों की प्रकृति तथा उनके कार्यों मानव कल्याण में जीव विज्ञान का योगदान, जैव प्रौद्योगिकी के प्रक्रमों तथा इनके उपयोगों एवं उपलब्धियों आदि का वर्णन है। कक्षा 12 की पुस्तक में, एक ओर तो जीन से विकासवाद के संबंध तथा दूसरी ओर पारिस्थितिकी अन्योन्य क्रिया, जनसंख्या का बर्ताव तथा परितंत्र के पारे में बताया गया है। अत्यंत महत्त्वपूर्ण तो यह है कि एन सी एफ-2005 के मार्गदर्शन का पूर्णरूपेण अनुपालन किया गया है। अधिगम का कुल बोझ काफी हद तक कम करने का प्रयास किया गया है तथा पर्यावरणीय पहलुओं, किशोरों की समस्याओं तथा जनन स्वास्थ्य को कुछ विस्तार से प्रस्तुत किया गया है।
Jeev Vigyan class 12 - RBSE Board: जीवविज्ञान 12वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerमाध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान, अजमेर द्वारा जीवविज्ञान के कक्षा बारह के विद्यार्थियों के लिए संशोधित एवं नवीन पाठ्यक्रम प्रस्तावित किया है। प्रस्तुत पुस्तक का प्रणयन बोर्ड के नवीन पाठ्यक्रम के अनुसार किया गया है। बोर्ड की कक्षा XI की इसी विषय की गत वर्ष प्रकाशित पुस्तक के समान ही प्रस्तुत पुस्तक की विषय-वस्तु को भी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं मुख्यतः राष्ट्रीय स्तर पर आयोज्य चिकित्सा विज्ञान की प्रतियोगी परीक्षा के अनुरूप तैयार किया गया है। पुस्तक में कुल 42 अध्याय सम्मिलित किए गए हैं। प्रत्येक अध्याय के अंत में महत्वपूर्ण बिन्दु व विभिन्न प्रकार के प्रश्न दिए गए हैं । पुस्तक में सर्वत्र तकनीकी शब्दों के हिन्दी पदों के साथ उनके अंग्रेजी पर्याय भी दिए गए हैं। तकनीकी शब्दों को तकनीकी शब्दावली आयोग' मानव संसाधन मंत्रालय, शिक्षा विभाग, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित "वृहत् परिभाषिक शब्द संग्रह-विज्ञान खण्ड, II" के नवीन संस्करण से लिया गया है ।
Jeev Vigyan class 12 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: जीव विज्ञान कक्षा 12 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.जीव विज्ञान कक्षा 12 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में सौलाह अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है और इस पाठपुस्तक में चित्र कि सहायता से हर भाग का विस्तुर्त रूप मे विवरण किया गया जिससे विद्यार्थीयो को समझने मे आसानी होगी ।
Jeev Vigyan Prayogik 1 class 11 - RBSE Board: जीव विज्ञान प्रायोगिक 1 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerजीव विज्ञान प्रायोगिक 1 कक्षा 11वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है। कक्षा 11 की पुस्तक में विद्यार्थियों के लिए स्तरीय, प्रासंगिक, रोचक, सहज व सरल सामग्री सम्मिलित करने का प्रयास किया गया है । आशा है कि इस पाठ्यपुस्तक के माध्यम से वर्तमान परिवेश में पर्यावरण विज्ञान के विभिन्न आयामों को समझने में सहायता मिलेगी ।
Jeevan ke 12 Niyam: जीवन के १२ नियम
by Jordan B. Petersonजीवन के 12 नियम अव्यवस्था से व्यवस्था की ओर... वे सबसे मूल्यवान बातें कौन सी हैं, जिनसे हर किसी को परिचित होना चाहिए? जाने-माने मनोवैज्ञानिक जॉर्डन पीटरसन ने इंसानी व्यक्तित्व के बारे में आधुनिक समझ पर गहरा प्रभाव डाला है और अब वे दुनिया के सबसे मशहूर विचारकों में से एक के तौर पर जाने जाते हैं। बाइबल से लेकर प्रेम-संबंधों और पौराणिक आख्यानों तक विविध विषयों पर उनके लेक्चर्स ने करोड़ों दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया है। अभूतपूर्व बदलावों और धुव्रीकरण (फूट डालने) की राजनीति वाले इस दौर में व्यक्तिगत जिम्मेदारी और प्राचीन प्रज्ञा से जुड़े उनके स्पष्टतावादी और नई सोच वाले संदेशों को दुनिया भर में हाथों-हाथ लिया गया है। इस किताब में उन्होंने बारह ऐसे गहन और व्यावहारिक नियम बताए हैं,जो हमें सिखाते हैं कि एक अर्थपूर्ण जीवन कैसे जिया जाए। अपने निजी जीवन व अपने मरीजों के साथ हुए जीवंत अनुभवों से और मानवता के सबसे प्राचीनतम मिथकों और कहानियों से मिलनेवाली शिक्षाओं से प्रेरित होकर, उन्होंने जीवन के 12 नियम शीर्षक वाली इस किताब में हमारे जीवन में मौजूद अराजकता के नाशक आधुनिक समस्याओं पर लागू होने वाले शाश्वत सच को प्रस्तुत किया है।
Jeevan ke Adbhut Rahasya: जीवन के अद्भुत रहस्य
by Gaur Gopal Dasआज मनुष्य के जीवन में इतनी आपाधापी और तनाव घर कर गया है कि उसे देखकर ऐसा लगता है, मानो वह जीना ही भूल गया हो। इसका एकमात्र समाधान यह है कि जीवन में संतुलन और उद्देश्य का समावेश किया जाए। अत्यधिक पसंद और फॉलो किए जाने वाले जीवन-प्रशिक्षक गौर गोपाल दास ने अपनी इस पुस्तक में जीवन में उद्देश्य एवं संतुलन प्राप्त करने की गहन-गंभीर शिक्षाओं को मनोरंजन कथाओं तथा रोचक किस्सों के माध्यम से प्रस्तुत करती है।
Jhanjha Bhawan
by Emily Bronte Madhubraj ShrimaliJhanjha Bhawan is the Hindi Translation of the famous book "Wuthering Heights" by Emily Bronte.
Jharakhand Ka Itihaas B.A. Sem-I - Ranchi University, N.P.U
by Satrughan PandeyJharakhand Ka Itihaas Text book for B.A. Sem-I of Ranchi and Nilambar Pitambar University in hindi.
Jharkhand Itihas Evam Sanskruti M.A. SEM-II Ranchi University, N.P.U: झारखंड इतिहास एवं संस्कृति एम.ए. सेमीस्टर-II राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by B. Virottamप्रस्तुत ग्रंथ “झारखंड : इतिहास एवं संस्कृति", डॉ. बी. वीरोक्तम, द्वारा लिखित है, जो भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय (शिक्षा-विभाग) के शत-प्रतिशत अनुदान से बिहार हिंदी ग्रन्थ अकादमी द्वारा सप्तम् संस्करण के रूप में प्रकाशित किया जा रहा है। इस पाठपुस्तक में तेराह अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है । यह ग्रंथ इतिहास विषय के स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।
Jharkhand Ki Rajneeti M.A. - Kolhan University Chaibasa, Jharkhand: झारखण्ड की राजनीति एम. ए. – कोल्हान विश्वविद्यालय चाईबासा, झारखंड
by Prof. Mahabir Singh Tyagi Rashmi Sharmaविश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा प्रदत्त मॉडल पाठ्यक्रमानुसार Choice Based Credit सेमेस्टर प्रणाली (CBCS) पर आधारित लोकप्रिय तथा छात्रोपयोगी पुस्तक है। झारखण्ड की राजनीति यह पुस्तक कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा झारखंड की एम. ए. की कक्षाओं के नवीनतम् पाठ्यक्रमानुसार लघु उत्तरीय तथा वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर सहित है। इस पुस्तक में सम्पूर्ण नवीनतम् पाठ्यक्रम, गत वर्षों के सोल्वड पेपर्स, सरल प्रश्नोत्तर रूप और अधुनातम् क्रमबद्ध विषय-सामग्री दी गई है।
Jharkhand Public Service Commission - Jharkhand Samanya Gyan 2021: झारखंड लोक सेवा आयोग - झारखंड सामान्य ज्ञान 2021
by Dr Manish Rannjan Iasझारखंड राज्य प्राकृतिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और भौगोलिक संरचना की सघन विविधता का अद्भुत उदाहरण है। संगीत और नृत्य में झूमता यह प्रदेश मांदर और बाँसुरी की धुन पर जीते हुए सामूहिकता की भावना को आगे बढ़ाता है। करमा, सरहुल, टुसु, सोहराई जैसे पर्व और अनुष्ठानों के बीच जनजातीय जीवन की सादगी तथा स्वच्छता के साथ प्रकृति की सुषमा का वरदान इसकी विशेषता है। ‘चलना जहाँ नृत्य और बोलना जहाँ संगीत’—वास्तव में यही झारखंड की परिभाषा एवं प्रस्तावना है। यह पुस्तक झारखंड के विषय में संपूर्ण जानकारी देती है। 20 अध्यायों में विभक्त यह पुस्तक प्रदेश की ऐतिहासिक, भौगोलिक, राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक स्थिति का विस्तार से विश्लेषण करती है। संप्रति झारखंड में वर्तमान में हुए विकास और परिवर्तन की तर्कपूर्ण एवं रोचक प्रस्तुति इसे विशिष्ट बनाती है। इस पुस्तक में ज्ञानवर्द्धक तथ्यों के साथ-साथ एक विचारपरक व्याख्या भी प्रस्तुत है, जिससे यह पुस्तक न केवल प्रतिभागियों की दृष्टि से अपितु शोधकों, अध्यापकों और पाठकों के झारखंड दिग्दर्शन हेतु पूर्णतया उपयोगी और पठनीय है।