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Kritika Bhag 1 class 9 - NCERT: कृतिका भाग 1 9वीं कक्षा - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

कृतिका भाग 1 कक्षा 9वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल पाँच पाठ हैं – इस जल प्रलय में, मेरे संग की औरतें, रीढ़ की हड्डी, माटी वाला और किस तरह आखिरकार में हिंदी में आया और अंत में लेखक परिचय दिय़ा है। पुस्तक में पाठ के साथ प्रश्न-अभ्यास दिए गए हैं, जो पाठ को रोचक बनाने, उसे स्पष्ट करने में मदद करेंगे। पुस्तक के अंत में लेखक परिचय का संक्षिप्त परिचय भी दिया गया है।

Kritika Bhag 1 class 9 - RBSE Board: कृतिका भाग 1 9वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

कृतिका भाग 1 माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान हेतु कक्षा नवमी के हिन्दी विषय हेतु निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुरूप तैयार की गई है। इस पुस्तक में कुल पाँच पाठ हैं – इस जल प्रलय में, मेरे संग की औरतें, रीढ़ की हड्डी, माटी वाला और किस तरह आखिरकार में हिंदी में आया और अंत में लेखक परिचय दिय़ा है। पुस्तक में पाठ के साथ प्रश्न-अभ्यास दिए गए हैं, जो पाठ को रोचक बनाने, उसे स्पष्ट करने में मदद करेंगे। पुस्तक के अंत में लेखक परिचय का संक्षिप्त परिचय भी दिया गया है।

Kritika Bhag 2 class 10 - NCERT: कृतिका भाग 2 10वीं कक्षा - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

कृतिका भाग 2 कक्षा 10वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल पाँच पाठ हैं – माता का अँचल, जॉर्ज पंचम की नाक, साना साना हाथ जोडि, एही ठैयाँ झूलनी हेरानी हो रामा! मैं क्यों लिखता हूँ? पुस्तक में पाठ के साथ प्रश्न-अभ्यास दिए गए हैं, जो पाठ को रोचक बनाने, उसे स्पष्ट करने में मदद करेंगे। पुस्तक के अंत में लेखक परिचय का संक्षिप्त परिचय भी दिया गया है।

Kritika Bhag-1 class 9 - JCERT: कृतिका भाग-१ ९वीं कक्षा - जेसीईआरटी

by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchi

कृतिका भाग-1 की हिंदी पूरक पाठ्यपुस्तक, कक्षा 9 की एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, जिसमें तीन विविध गद्य रचनाएँ शामिल हैं। इनमें से प्रत्येक रचना में साहित्यिक विधाओं का उत्तम उदाहरण मिलता है। पाठ्यपुस्तक का उद्देश्य छात्रों में न केवल पाठ्यक्रम की समझ विकसित करना है, बल्कि उनके साहित्यिक और भाषाई कौशल को भी समृद्ध करना है। पहली रचना "इस जल प्रलय में" फणीश्वरनाथ रेणु की है, जो 1975 की पटना की प्रलयंकारी बाढ़ का वर्णन करती है। इसमें बाढ़ की विभीषिका, मानवीय संकट, और सामूहिक विवशताओं को बड़े मार्मिक तरीके से प्रस्तुत किया गया है। दूसरी रचना "मेरे संग की औरतें" मृदुला गर्ग द्वारा लिखित है, जिसमें परंपरागत स्त्रियों के अद्वितीय अनुभवों को साझा किया गया है। इसमें नारी जीवन की जटिलताओं और उनके साहसिक पक्ष को उकेरा गया है। तीसरी रचना "रीढ़ की हड्डी" जगदीश चंद्र माथुर की एकांकी है, जो स्त्रियों के प्रति समाज की रूढ़िवादी मानसिकता और उनके आत्मसम्मान की लड़ाई को दर्शाती है। यह पाठ स्त्री सशक्तिकरण और शिक्षा की महत्ता पर प्रकाश डालता है। इस पुस्तक का मुख्य उद्देश्य छात्रों को विभिन्न साहित्यिक विधाओं से परिचित कराना और उन्हें स्वअध्ययन के लिए प्रेरित करना है। इसके अंत में दिए गए प्रश्न-अभ्यास छात्रों की समझ को परखते हैं और उन्हें गहरे विश्लेषण के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

Kritika Bhag-2 class 10 - JCERT: कृतिका भाग-२ १०वीं कक्षा - जेसीईआरटी

by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchi

कृतिका भाग-2 में पाँच रचनाएँ संकलित हैं, जो विविधतापूर्ण और रोचक साहित्यिक रचनाएँ हैं। इनमें से प्रमुख रचना "माता का अंचल" शिवपूजन सहाय द्वारा लिखित है, जिसे "देहाती दुनिया" उपन्यास से लिया गया है। इस अंश में गाँव के बालक भोलानाथ की कहानी है, जिसमें माँ-बाप का स्नेह, ग्रामीण जीवन की सहजता और बालकों की मासूमियत को बहुत ही सुंदर ढंग से चित्रित किया गया है। गाँव की संस्कृति, खेल, और पारिवारिक संबंधों का सुंदर वर्णन किया गया है। एक अन्य रचना "जॉर्ज पंचम की नाक" है, जिसे कमलेश्वर ने लिखा है। यह कहानी व्यंग्य के रूप में अंग्रेजी हुकूमत से आज़ादी मिलने के बाद भी सत्ता से जुड़े लोगों की मानसिकता और विदेशी आकर्षण पर गहरी चोट करती है। तीसरी रचना "साना-साना हाथ जोड़ि..." मधु कांकरिया का यात्रा-वृत्तांत है, जिसमें हिमालय के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन है। इस वृत्तांत में सिक्किम की घाटियों और लोगों की जीवनशैली को काव्यात्मक रूप में प्रस्तुत किया गया है। "एही ठैयाँ झुलनी हेरानी हो रामा!" शिवप्रसाद मिश्र 'रुद्र' की रचना है, जिसमें काशी के सांस्कृतिक परिवेश का चित्रण है। पाँचवीं रचना "मैं क्यों लिखता हूँ?" अज्ञेय का आत्मकथात्मक निबंध है, जिसमें लेखक के रचनात्मक उद्देश्यों का विवेचन किया गया है।

Kritika Bhag-2 class 10 - NCERT - 23

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

कृतिका भाग-2 कक्षा 10 वीं का पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में तीन रचनाएँ संकलित की गई हैं। तीनो रचनाएँ अपने कथ्य, शिल्प और प्रस्तुति में विशिष्ट हैं। देहाती दुनिया और बहती गंगा जैसी कृतियाँ एक अलग तरह की विषयवस्तु और कथा-शिल्प की प्रयोगधर्मिता के कारण साहित्य जगत में चर्चित रही हैं। इनके बारे में कहा गया है कि जिस तरह शिवप्रसाद मिश्र 'रुद्र' की बहती गंगा का कोई दूसरा मॉडल नहीं है उसी तरह देहाती दुनिया भी अपने ढंग की अकेली औपन्यासिक कृति है।

Kritika Bhag-2 class 10 - NCERT - 23: कृतिका भाग-२ कक्षा १० - एन सी ई आर टी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

कृतिका भाग-2 कक्षा 10 वीं का पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में तीन रचनाएँ संकलित की गई हैं। तीनो रचनाएँ अपने कथ्य, शिल्प और प्रस्तुति में विशिष्ट हैं। देहाती दुनिया और बहती गंगा जैसी कृतियाँ एक अलग तरह की विषयवस्तु और कथा-शिल्प की प्रयोगधर्मिता के कारण साहित्य जगत में चर्चित रही हैं। इनके बारे में कहा गया है कि जिस तरह शिवप्रसाद मिश्र 'रुद्र' की बहती गंगा का कोई दूसरा मॉडल नहीं है उसी तरह देहाती दुनिया भी अपने ढंग की अकेली औपन्यासिक कृति है।

Krodh: क्रोध

by Dada Bhagwan

हमें क्रोध क्यों आता है? क्रोध आने के कुछ कारण यह है - जब कोई भी कार्य हमारी इच्छानुसार नहीं होता या हमें यह लगे कि सामनेवाला व्यक्ति हमारी बात नहीं समझ रहा या फिर किसी बात पर किसी के साथ मनमुटाव हो तब| लेकिन क्रोध आने का कोई भी निश्चित कारण नहीं होता| कई बार हमारी समझ से हमें यह लगता है कि, हम जो भी सोच रहे है या जो कुछ भी कर रहे है वह सब सही ही है| पर, उस वक्त यदि कोई दूसरा व्यक्ति आकार हमें गलत साबित करे तो हम अपना आपा खो बैठते है और उसपर अत्यंत क्रोधित हो जाते है| क्रोध करने से ना सिर्फ सामनेवाला व्यक्ति दुखी होता है पर हमें भी उतना ही दुःख होता है| कई किस्सों में यह देखा गया है कि जिससे हम सबसे अधिक प्यार करते है, उसपर ही सबसे ज्यादा गुस्सा भी करते हैं| इस तरह बिना सोचा समझे गुस्सा करने से कई बार हमारे संबंधो में भी काफी तनाव पैदा हो जाता है जिसका फल अच्छा नहीं होता| किस प्रकार हम अपने क्रोध पर काबू पा सकते है या किसी और क्रोधित व्यक्ति के साथ कैसा बर्ताव करे ताकि हमारे औरों से प्रेमपूर्वक सम्बन्ध बने रहे, इन प्रश्नों का हल पाने के लिए आगे पढ़े|

Krusnayan: कृष्णायन

by Kajal Oza Vaidya

‘महाभारत’में कृष्ण एक राजनीतिज्ञ के रूप में प्रकट होते हैं तो’भागवत’में उनका दैवी स्वरूप दिखाई देता है।’गीता’में वे गुरु हैं,ज्ञान के भंडार हैं|स्वयं चेतना बन प्रकट होते हैं तो कभी सहज,सरल मानवीय संवेदनाओं के साथ|हम क्यों उन्हें नहीं देख सकते?द्रौपदी के साथ उनका संबंध आज से हजारों वर्ष पहले स्त्री - पुरुष की मित्रता का एक श्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत करता है|रुक्मिणी के साथ का दांपत्य - जीवन विद्वत्तापूर्ण,समझदारी पर आधारित,स्नेह और एक - दूसरे के प्रति परस्पर सम्मान से भरा गृहस्थ - जीवन है|राधा के साथ उनका प्रेम इतना सत्य है कि सिर्फ विवाह को मान्यता देनेवाले इस समाज ने राधा - कृष्ण की पूजा की है|

Kshitij Bhag 1 Class 9 - NCERT - 23: क्षितिज भाग-१ ९वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

क्षितिज भाग-1 9वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पुस्तक में दो खंड (गद्य-खंड और काव्य खंड) दिए है, काव्य खंड में हिंदी कविता के विभिन्न कालों का प्रतिनिधित्व करने वाले नौ कवियों की कविताओं को यहाँ संकलित किया गया है। हिंदी कविता के ऐतिहासिक विकास से भी वे वाकिफ़ हो सकें इसलिए संकलित कवियों की कविताओं को काल-क्रमानुसार रखा गया है। गद्य विधाओं के चयन में कहानी, यात्रा-वृत्तांत, निबंध, डायरी, व्यंग्य, आत्मकथा आदि विधाओं की गद्य रचनाएँ पुस्तक में रखी गई हैं। पुस्तक में गद्य और काव्य खंड के रचनाओं को 'सरलता से कठिनता की ओर' के शैक्षणिक सूत्र को ध्यान में रखकर संकलित किया गया है।

Kshitij Bhag 1 class 9 - NCERT: क्षितिज भाग 1 9वीं कक्षा - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

क्षितिज भाग 1 9वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है । इस पुस्तक में दो खंड (गद्य-खंड और काव्य खंड) दिए है, काव्य खंड में हिंदी कविता के विभिन्न कालों का प्रतिनिधित्व करने वाले नौ कवियों की कविताओं को यहाँ संकलित किया गया है। हिंदी कविता के ऐतिहासिक विकास से भी वे वाकिफ़ हो सकें इसलिए संकलित कवियों की कविताओं को काल-क्रमानुसार रखा गया है। गद्य विधाओं के चयन में कहानी, यात्रा-वृत्तांत, निबंध, डायरी, व्यंग्य, आत्मकथा आदि विधाओं की कुल आठ गद्य रचनाएँ पुस्तक में रखी गई हैं। पुस्तक में गद्य और काव्य खंड के रचनाओं को 'सरलता से कठिनता की ओर' के शैक्षणिक सूत्र को ध्यान में रखकर संकलित किया गया है।

Kshitij Bhag 1 class 9 - RBSE Board: क्षितिज भाग 1 9वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

क्षितिज भाग 1 माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान हेतु कक्षा नवमी के हिन्दी विषय हेतु निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुरूप तैयार की गई है। इस पुस्तक में दो खंड (गद्य-खंड और काव्य खंड) दिए है, काव्य खंड में हिंदी कविता के विभिन्न कालों का प्रतिनिधित्व करने वाले नौ कवियों की कविताओं को यहाँ संकलित किया गया है। हिंदी कविता के ऐतिहासिक विकास से भी वे वाकिफ़ हो सकें इसलिए संकलित कवियों की कविताओं को काल-क्रमानुसार रखा गया है। गद्य विधाओं के चयन में कहानी, यात्रा-वृत्तांत, निबंध, डायरी, व्यंग्य, आत्मकथा आदि विधाओं की कुल आठ गद्य रचनाएँ पुस्तक में रखी गई हैं। पुस्तक में गद्य और काव्य खंड के रचनाओं को 'सरलता से कठिनता की ओर' के शैक्षणिक सूत्र को ध्यान में रखकर संकलित किया गया है।

Kshitij Bhag 2 class 10 - NCERT: क्षितिज भाग 2 10वीं कक्षा - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

क्षितिज भाग 2 10वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है । दसवीं कक्षा के लिए हिंदी के ‘अ’ पाठ्यक्रम की पाठ्यपुस्तक क्षितिज भाग 2 आपके सामने है। इस संकलन में सत्रह रचनाकारों की रचनाएँ शामिल हैं जिनमें आठ गद्य रचनाएँ और नौ कवियों की कविताएँ हैं। कविताओं को ऐतिहासिक कालक्रम के अनुसार रखा गया है। उद्देश्य यह रहा है कि भक्तिकाल, रीतिकाल और आधुनिक काल की विभिन्न प्रवृत्तियों का प्रतिनिधित्व करने वाले कवियों की कविताओं के माध्यम से विद्यार्थी हिंदी कविता की विकास-यात्र से परिचित हो सकें।

Kshitij Bhag-1 class 9 - JCERT: क्षितिज भाग-१ ९वीं कक्षा - जेसीईआरटी

by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchi

"क्षितिज भाग 1" कक्षा 9 की हिंदी पाठ्यपुस्तक है जो झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा प्रकाशित की गई है। यह पुस्तक एन. सी. ई. आर. टी. द्वारा विकसित पाठ्यचर्या के आधार पर तैयार की गई है और राज्य के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से बनाई गई है। इस पुस्तक में विद्यार्थियों को रोचक और सृजनात्मक गतिविधियों के माध्यम से सीखने का अवसर प्रदान किया गया है। इसमें कक्षा 9 के विद्यार्थियों के मानसिक और भाषायी विकास को ध्यान में रखते हुए रचनाओं का चयन किया गया है। पुस्तक में विभिन्न विधाओं की आठ गद्य रचनाएँ और नौ कविताएँ शामिल हैं, जो साहित्यिक संवेदना और जीवन के विविध संदर्भों से विद्यार्थियों को परिचित कराती हैं। इस पाठ्यपुस्तक में "दो बैलों की कथा", "मेरे बचपन के दिन", "ल्हासा की ओर" जैसी प्रमुख कहानियाँ और "कबीर", "रसखान", "माखनलाल चतुर्वेदी" जैसे कवियों की कविताएँ सम्मिलित की गई हैं। इन रचनाओं के माध्यम से विद्यार्थियों को साहित्य की समृद्ध परंपरा और आधुनिक संदर्भों से अवगत कराया गया है। पुस्तक का उद्देश्य विद्यार्थियों में भाषा की समझ को बढ़ाना और उन्हें साहित्य के माध्यम से जीवन के महत्वपूर्ण मूल्यों से परिचित कराना है। यह पुस्तक भाषा की कक्षाओं को रोचक और चुनौतीपूर्ण बनाने का प्रयास करती है, ताकि विद्यार्थी हिंदी भाषा और साहित्य में गहरी रुचि विकसित कर सकें।

Kshitij Bhag-2 class 10 - JCERT: क्षितिज भाग-२ १०वीं कक्षा - जेसीईआरटी

by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchi

"क्षितिज भाग 2" दसवीं कक्षा की हिंदी पाठ्यपुस्तक है जिसमें 17 लेखकों की रचनाएँ सम्मिलित हैं। इसमें आठ गद्य रचनाएँ और नौ कविताएँ हैं। इसका उद्देश्य छात्रों को हिंदी साहित्य की प्रमुख प्रवृत्तियों से परिचित कराना है। गद्य खंड में विभिन्न साहित्यिक शैलियों का उपयोग करते हुए लेखकों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से सामाजिक, सांस्कृतिक और भावनात्मक मुद्दों पर विचार व्यक्त किए हैं। कविता खंड में सूरदास, तुलसीदास, देव, जयशंकर प्रसाद, सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' जैसे प्रमुख कवियों की रचनाएँ दी गई हैं। इन कविताओं के माध्यम से विभिन्न कालों की साहित्यिक प्रवृत्तियों को दर्शाया गया है, जैसे भक्तिकाल, रीतिकाल और आधुनिक काल। कविताओं में भाषा और छंद के माध्यम से काव्य-सौंदर्य को उकेरा गया है। गद्य खंड में विभिन्न विधाओं की कहानियाँ, आत्मकथाएँ और संस्मरण हैं। इनमें लेखक अपनी जीवन की घटनाओं और समाज के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हैं। मन्नू भंडारी, यशपाल, रामवृक्ष बेनीपुरी जैसे लेखकों की रचनाएँ इसमें शामिल हैं। इन गद्य रचनाओं का उद्देश्य छात्रों को विचारशीलता, व्यंग्य और सामाजिक मुद्दों पर सोचने के लिए प्रेरित करना है। इस पुस्तक का उद्देश्य छात्रों को हिंदी साहित्य के गहन अध्ययन के लिए प्रेरित करना और उनकी भाषा कौशल को निखारना है।

Kshitij Bhag-2 class 10 - NCERT - 23: क्षितिज भाग-२ १०वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

क्षितिज भाग 2 10वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। दसवीं कक्षा के लिए हिंदी के ‘अ’ पाठ्यक्रम की पाठ्यपुस्तक क्षितिज भाग 2 पाठ्यपुस्तक मे बारह रचनाकारों की रचनाएँ शामिल हैं जिनमें छह गद्य रचनाएँ और छह कवियों की कविताएँ हैं। कविताओं को ऐतिहासिक कालक्रम के अनुसार रखा गया है। हिंदी की प्रमुख गद्य विधाओं और शैलियों का परिचय कराने के लिए विचारात्मक और व्यंग्यात्मक निबंधों के साथ कहानी, संस्मरण, रेखाचित्र, आत्मकथा आदि विधाओं को शामिल किया गया है। प्रसिध्द लेखकों के साथ कुछ नए लेखकों और शैलियों का समावेश किया गया है।

Kshitiz class 10 - RBSE Board: क्षितिज 10वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा विषय को अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया गया है । बोर्ड द्वारा गठित इस विषय की पाठ्यक्रम समिति द्वारा नवीन पाठ्यक्रमानुसार विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर अथक मेहनत के साथ पुस्तक लेखन किया गया है । इस पुस्तक की रूपरेखा उन्नीस पाठों में समाहित है । दस पद्य पाठ और नौ गद्य पाठ । कवियों को कालक्रमानुसार सजाया गया है । गद्य में इस टेक का निर्वहन संभव नहीं हो पाया है । गद्य खण्ड में यह प्रयास रहा है कि नवलेखन की विविध बहुरंगी विधाओं से आपका रचनात्मक परिचय एवं लगाव स्थापित हो जाए । शब्द और स्मृति के इस आयोजन की आप सैर करें ।

Kuch Sahityik Samasyein

by Sriyut Sahridaya

The book deals with the problems writers face while writing literature. The author picks up all the major problematic areas and tries to explain them.

Kuraj Bandhi Gaay

by Indardan Detha

इन्दरदान देथा दवारा रचित यह पुस्तक एक गाय की कहानी पर आधारित है। जिसमें गाय से मिलने वाले लाभ और उनके पालन पोषण के बारे में बताया गया है।This book is based on the story of a cow written by Indrada Detha. In which the benefits of cow's and their upbringing are reported through the story.

Kurukshetra April 2022: कुरूक्षेत्र अप्रैल 2022

by Publications Division

कुरुक्षेत्र हिंदी अप्रैल 2022 ग्रामीण महिला सशक्तिकरण विशेष मासिक पत्रिका

Kurukshetra April 2023: कुरुक्षेत्र अप्रैल २०२३

by Publications Division

कुरुक्षेत्र अप्रैल २०२३ पत्रिका का संस्करण ग्रामीण विकास को समर्पित है। पत्रिका में प्रमुख बिंदु पंचायती राज और गरीबी मुक्त एवं उन्नत आजीविका, बाल हितैषी गाँव, पर्याप्त जल संसाधन युक्त गाँव, ढांचागत आत्मनिर्भर गाव, सुशासित गाँव, भेदभाव रहित विकास, स्वस्थ गाँव, सामाजिक रूप से सुरक्षित गाँव और स्वच्छ एवं हरित गाँव हैं। पंचायती राज संस्थाओं के माध्यम से आज देश में हर दूसरे गाँव में सफलता की नित नई कहानियाँ लिखी जा रही है। आज पंचायतों में महिलाओं सहित सभी कमजोर वर्गों को प्रतिनिधित्व मिलने से वे राष्ट्र की मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं जिसने गाँवों की तस्वीर और तकदीर दोनों ही बदल दी है। निसंदेह निकट भविष्य में 'स्मार्ट' गाँवों की तर्ज पर तेजी से आगे बढ़ रहे हमारे गाँवों की विकास गाथा एक नया इतिहास रचेगी।

Kurukshetra April 2024: कुरुक्षेत्र अप्रैल २०२४

by Publications Division

अप्रैल 2024 संस्करण, ए जर्नल ऑन रूरल डेवलपमेंट का कुरुक्षेत्र "पर्यटन: समृद्ध ग्रामीण विकास" विषय पर केंद्रित है। यह संस्करण बताता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक विकास और सतत विकास को चलाने के लिए पर्यटन को एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है। कवर में प्रतिष्ठित भारतीय परिदृश्यों और सांस्कृतिक स्थलों की जीवंत छवियां हैं, जो देश भर में विविध पर्यटन संभावनाओं को उजागर करती हैं।

Kurukshetra August 2022: कुरुक्षेत्र अगस्त 2022

by Publications Division

कुरुक्षेत्र अगस्त 2022 पत्रिका का संस्करण ग्रामीण विकास को समर्पित है। पत्रिका में प्रमुख बिंदु ग्रामीण उद्योग हैं।

Kurukshetra August 2023: कुरुक्षेत्र अगस्त २०२३

by Publications Division

कुरूक्षेत्र अगस्त 2023 पत्रिका का संस्करण ग्रामीण विकास को समर्पित है। इस अंक में 'पोषण' से सम्बन्धित महत्वपूर्ण केंद्रीय योजनाओं सहित भारत सरकार के इस दिशा में उल्लेखनीय प्रयासों और दृष्टिकोण की जानकारी समाहित की गई है। खाद्य और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु किए जा रहे सरकारी प्रयासों सहित आगे की राह आसान बनाने हेतु अपने सुझाव भी विशेषज्ञ लेखकों द्वारा दिए गए हैं। उम्मीद है कि ये अंक पोषण सम्बंधित आपके ज्ञान को बढ़ाने और खानपान के सन्दर्भ में आपको जागरूक करने में मददगार होगा।

Kurukshetra December 2022: कुरुक्षेत्र दिसंबर 2022

by Publications Division

कुरुक्षेत्र दिसंबर 2022 पत्रिका का संस्करण ग्रामीण विकास को समर्पित है। पत्रिका में प्रमुख बिंदु ई-गवर्नेस हैं।

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