- Table View
- List View
Laxmi Bahu
by Srimati GopaldeviLaxmi Bahu is the Hindi translation work of the Bengali novel Lakhi Bau. It has been written for the womenfolk to follow the steps of Laxmi in the novel. There has been a little bit of change from the Bengali version to make its appeal universal in nature.
Lekhashastra Alaabhkari Sansthayen Evam Sajhedaree Khate class 12 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: लेखाशास्त्र अलाभकारी संस्थाएँ एवं साझेदारी खाते कक्षा 12 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.लेखाशास्त्र अलाभकारी संस्थाएँ एवं साझेदारी खाते कक्षा 12 वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में पांच अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है ।
Lekhashastra Alabhakari Sansthayen Evam Sajhedaree Khate class 12 - NCERT: लेखाशास्त्र अलाभकारी संस्थाएँ एवं साझेदारी खाते कक्षा 12 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadलेखाशास्त्र अलाभकारी संस्थाएँ एवं साझेदारी खाते 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में पाँच अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है ।
Lekhashastra Alabhakari Sansthayen Evam Sajhedaree Khate class 12 - NCERT - 23: लेखाशास्त्र अलाभकारी संस्थाएँ एवं साझेदारी खाते १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadलेखाशास्त्र अलाभकारी संस्थाएँ एवं साझेदारी खाते 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में चार अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है। इस पाठपुस्तक में साझेदारी लेखांकन-आधारभूत अवधारणाएँ, साझेदारी फर्म का पुनर्गठनः साझेदार का प्रवेश, साझेदारी फर्म का पुनर्गठन–साझेदार की सेवानिवृत्ति/मृत्यु और साझेदारी फर्म का विघटन आदी जैसे विषयों पर चर्चा की गई है।
Lekhashastra Bhag 1 class 11 - RBSE Board: लेखाशास्त्र भाग 1 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerलेखाशास्त्र भाग 1 11वीं कक्षा का माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान, अजमेर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में आठ अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है ।
Lekhashastra Bhag 2 class 11 - RBSE Board: लेखाशास्त्र भाग 2 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerलेखाशास्त्र वित्तीय लेखांकन भाग 2 11वीं कक्षा का माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान, अजमेर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में इस पाठपुस्तक में सात अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है । पुस्तक में वित्तीय विवरण 1, वित्तीय विवरण 2, अपूर्ण अभिलेखों से खाते, लेखांकन में कम्प्यूटर का अनुप्रयोग और कम्प्यूटर लेखांकन प्रणाली आदि के बारे में जानकारी दि गई है।
Lekhashastra Company Khate Evam Vittiya Vivaranon Ka Vishleshan class 12 - NCERT: लेखाशास्त्र कंपनी खाते एवं वित्तीय विवरणों का विश्लेषण कक्षा 12 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadलेखाशास्त्र कंपनी खाते एवं वित्तीय विवरणों का विश्लेषण 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में छह अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है । पाठपुस्तक में वर्ष 2011 में लागू की गयी कंपनी अधिनियम 1956 की संशोधित अनुसूची VI (वर्तमान में कंपनी अधिनियम 2013 की अनुसूची III) के अनुसार भारतीय कंपनियों द्वारा तैयार किए गए वित्तीय विवरणों के प्रारूप और प्रदर्शन में बदलाव किया गया है जिसमें तुलन-पत्र और लाभ व हानि विवरण के विशेष संदर्भ में दर्शायी जाने वाली परिसंपत्तियों और देयताओं के सुनिश्चित वर्गीकरण एवं नामावली में परिवर्तन प्रमुख हैं ।
Lekhashastra Company Khate Evam Vittiya Vivaranon Ka Vishleshan class 12 - NCERT - 23: लेखाशास्त्र कंपनी खाते एवं वित्तीय विवरणों का विश्लेषण १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadलेखाशास्त्र कंपनी खाते एवं वित्तीय विवरणों का विश्लेषण 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में छह अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है। पाठपुस्तक में वर्ष 2011 में लागू की गयी कंपनी अधिनियम 1956 की संशोधित अनुसूची VI (वर्तमान में कंपनी अधिनियम 2013 की अनुसूची III) के अनुसार भारतीय कंपनियों द्वारा तैयार किए गए वित्तीय विवरणों के प्रारूप और प्रदर्शन में बदलाव किया गया है जिसमें तुलन-पत्र और लाभ व हानि विवरण के विशेष संदर्भ में दर्शायी जाने वाली परिसंपत्तियों और देयताओं के सुनिश्चित वर्गीकरण एवं नामावली में परिवर्तन प्रमुख हैं।
Lekhashastra Company Khate Evam Vittiya Vivaranon Ka Vishleshan class 12 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: लेखाशास्त्र कंपनी खाते एवं वित्तीय विवरणों का विश्लेषण कक्षा 12 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.लेखाशास्त्र कंपनी खाते एवं वित्तीय विवरणों का विश्लेषण कक्षा 12 वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में छह अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है ।
Lekhashastra Vittiya Lekhankan Bhag 1 class 11 - NCERT: लेखाशास्त्र वित्तीय लेखांकन भाग 1 11वीं कक्षा - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadलेखाशास्त्र वित्तीय लेखांकन भाग 1 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में आठ अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है ।
Lekhashastra Vittiya Lekhankan Bhag 1 class 11 - NCERT - 23: लेखाशास्त्र वित्तीय लेखांकन भाग-१ ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadलेखाशास्त्र वित्तीय लेखांकन भाग 1 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में इस पाठपुस्तक में सात अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है। इस पुस्तक में लेखांकन-एक परिचय, लेखांकन के सैद्धांतिक आधार, लेन-देनों का अभिलेखन–1, लेन-देनों का अभिलेखन–2, बैंक समाधान विवरण, तलपट एवं अशुद्धियों का शोधन और ह्रास, प्रावधान और संचय आदि के बारे में जानकारी दि गई है।
Lekhashastra Vittiya Lekhankan Bhag 1 class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: लेखाशास्त्र वित्तीय लेखांकन (भाग 1) कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.लेखाशास्त्र वित्तीय लेखांकन (भाग - 1) कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में आठ अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि कि गई है ।
Lekhashastra Vittiya Lekhankan Bhag 2 class 11 - NCERT: लेखाशास्त्र वित्तीय लेखांकन भाग 2 11वीं कक्षा - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadलेखाशास्त्र वित्तीय लेखांकन भाग 2 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में इस पाठपुस्तक में पाँच अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है । इस पुस्तक में वित्तीय विवरण 1, वित्तीय विवरण 2, अपूर्ण अभिलेखों से खाते, लेखांकन में कम्प्यूटर का अनुप्रयोग और कम्प्यूटर लेखांकन प्रणाली आदि के बारे में जानकारी दि गई है।
Lekhashastra Vittiya Lekhankan Bhag 2 class 11 - NCERT - 23: लेखाशास्त्र वित्तीय लेखांकन भाग-२ ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadलेखाशास्त्र वित्तीय लेखांकन भाग 2 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में इस पाठपुस्तक में पाँच अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है । इस पुस्तक में वित्तीय विवरण 1, वित्तीय विवरण 2, अपूर्ण अभिलेखों से खाते, लेखांकन में कम्प्यूटर का अनुप्रयोग और कम्प्यूटर लेखांकन प्रणाली आदि के बारे में जानकारी दि गई है।
Lekhashastra Vittiya Lekhankan Bhag 2 class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: लेखाशास्त्र वित्तीय लेखांकन (भाग 2) कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.लेखाशास्त्र वित्तीय लेखांकन (भाग – 2) कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में छह अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है ।
Lekin Phir Bhi (Kavya - Sangrah): लेकिन फिर भी
by Rajesh Asudani ‘Raqeeb’"लेकिन फिर भी" राजेश आसूदाणी 'रक़ीब' का काव्य-संग्रह है, जो गहन भावनात्मक और दार्शनिक विषयों पर आधारित है। इस संग्रह की कविताएँ मानवीय अनुभवों की जटिलताओं को व्यक्त करती हैं, जिसमें व्यक्तिगत भावनाओं से लेकर ब्रह्मांडीय चिंतन तक की झलक मिलती है। आसूदाणी की रचनाएँ प्रेम, वियोग, अस्तित्व की पीड़ा और सामाजिक मुद्दों को छूती हैं, और पारंपरिक ग़ज़ल शैली को आधुनिक संदर्भों में प्रस्तुत करती हैं। संग्रह का प्रमुख विषय जीवन में अंतर्विरोधों की उपस्थिति को दर्शाता है, जैसा कि पंक्तियों में व्यक्त किया गया है, "ख़ूब नमी है लेकिन फिर भी आग लगी है लेकिन फिर भी"। यह काव्य यात्रा मानवीय भावनाओं और विचारों की गहराई में उतरकर, जीवन के अनिश्चित पहलुओं में व्याप्त पीड़ा, आशा और धैर्य को उकेरती है।
Life Aajkal: लाइफ आजकल
by Alok Kumarइन कहानियों में प्यार भी है तो तकरार भी, दोस्ती भी है तो लड़ाई भी, विश्वास भी है तो धोखा भी, मिलन है तो जुदाई भी। किसी कहानी में वो लड़का भी है जो लड़कियों से बात करने में शर्माता है तो मुहल्ले की वो दीदी भी हैं जो समाज से लड़कर अपनी जिंदगी संवारने में लगी हैं। यहाँ दो दोस्त भी हैं जो एक ही लड़की से प्यार कर बैठते हैं तो वो लड़की भी जो दोस्ती में प्यार खोज रही है। वहीं एक बेटी है जो बेटा होने का फ़र्ज निभा रही है। लाइफ आजकल की कहानियाँ उन सपनों की भी हैं जो कभी तो पूरे होते हैं और कभी अधूरे ही रह जाते हैं।
Life Ke Kadawe Sach: लाइफ के कड़वे सच
by Shwetabh Gangwar“लाइफ के कड़वे सच” यह किताब नज़रियों का संकलन है। यह किसी एक बकैती के बारे में कत्तई नहीं है। यह किताब आपको उपदेश देने के लिए नहीं है। यह आपको सोचने के लिए, उत्साहित करने के लिए लिखी गई है, और इसीलिए मेरी फक्कड़ वाली भाषा, किताब का शीर्षक और यह लंठई भरा नज़रिया अपनाया गया है। हालांकि किताब में उपदेश बहुत हैं, पर मैं चाहता हूं आप एक बार इस पर सोचें ज़रूर। ज़रूरी बात यह है कि यह किताब आपको हर उस फालतू की चीज़ से मुक्त करना चाहती है जिसे आप ख़ुद से अनजाने ही चिपकाए घूम रहे हैं और घुट भी रहे हैं- चाहे वह ख़ुशी पाने के तरीक़े हों या फिर आपकी ज़िंदगी से जुड़े लोग। ऐसी चीज़ें हर मामले में टांग अड़ाकर खड़ी होती हैं। चूंकि यह किताब आपको आज़ाद कराने को लेकर है, तो यह आपकी ज़िंदगी से जुड़े कई मसलों पर बात करेगी। जब भी आप किसी बात से असहमत हों, तब उस मुद्दे को विस्तार से लिख डालें कि ऐसा क्यों है, आपके तर्क के पीछे वजहें क्या हैं और ऊपरवाले से प्रार्थना करें कि अपने तर्क को पढ़ते वक़्त ऐसा न लगे कि आप इसलिए असहमत हैं क्योंकि आपके जज़्बातों को ठेस पहुंच रही है।
Lilly in Delhi: लिल्ली इन दिल्ली
by Satya Vardhan Dobriyal"लिल्ली इन दिल्ली" एक रोचक और आकर्षक उपन्यास है जो दिल्ली के जीवन और संस्कृति की विभिन्न पहलुओं को दर्शाता है। इस पुस्तक की मुख्य पात्र, लिल्ली, एक जीवंत और उत्साही चरित्र है जो दिल्ली की गलियों और बाजारों में अपने साहसिक कारनामों का अनुभव करती है। कहानी में लिल्ली की यात्रा और उसके द्वारा देखे गए विभिन्न स्थानों का वर्णन है, जिसमें दिल्ली की ऐतिहासिक धरोहरें, मशहूर बाजार और आधुनिक जीवनशैली शामिल हैं। यह पुस्तक न केवल बच्चों के लिए मनोरंजक है बल्कि वयस्कों के लिए भी एक नॉस्टैल्जिक यात्रा का अनुभव प्रदान करती है। लेखक सत्य वर्धन डोबरियाल ने बड़ी कुशलता से दिल्ली की जीवंतता और विविधता को चित्रित किया है, जिससे पाठक स्वयं को दिल्ली की गलियों में घूमता हुआ महसूस करते हैं। यह उपन्यास पाठकों को दिल्ली की समृद्ध संस्कृति और इतिहास से रूबरू कराता है और एक आनंदमय यात्रा का अनुभव कराता है।
Literary Vistas and Hard Times (Optional English) For B.A. Sem-III - Bangalore University
by Vasantha SeriesAs per the New CBCS Syllabus of III Sem. B.A. - Bangalore University. Also Useful for Semester Schemes of All Other Universities.
Logon Ko 90 Seconds Mein Kaise Prabhavit Karen: लोगों को 90 सेकेंड में प्रभावित करें
by Nicholas Boothmanचाहे आप बिक्री कर रहे हों, मोल-भाव कर रहे हों, इंटरव्यू ले रहे हों, नेटवर्क बना रहे हों या किसी टीम का नेतृत्व कर रहे हों - सफलता दूसरे लोगों को विश्वास दिलाने पर निर्भर करती है। और दूसरे लोगों को विश्वास दिलाना अर्थपूर्ण संबंध बनाने पर निर्भर करता है। तुरंत संबंध बनाने के विशेषज्ञ निकोलस बूथमैन बताते हैं कि उन साधनों का इस्तेमाल कैसे किया जाए, जो हम सभी के पास होते हैं - चेहरा, शरीर, नज़रिया और आवाज़ - ताकि आप ज़बरदस्त पहला प्रभाव छोड़ सकें, तुरंत तालमेल और विश्वास स्थापित कर सकें और लोक-व्यवहार की कला में महारत हासिल कर सकें, जिससे आप दूसरों के विचार अपनाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
Lok Prashasan B.A. Evam M.A. - Ranchi University, N.P.U: लोक प्रशासन बी.ए. एवं एम.ए. - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by Dr Shriram Maheshwari Amareshwar Awasthiलोक प्रशासन का नवीन संस्करण पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करते हुए हमें हर्ष है । यह पुस्तक अपने विषय का प्रामाणिक ग्रन्थ बन सकी है, इसने हमारे उत्तरदायित्व को और भी गम्भीर बना दिया है। नया संस्करण पूर्ण रूप से संशोधित किया गया है तथा इसमें कई नवीन अध्यायों का समावेश किया गया है। पुस्तक में अद्यतन घटनाओं व कार्यकलापों का भी वर्णन है। पुस्तक की भाषा आद्योपान्त पुनः पढ़ी गयी है तथा इसे सरल व बोधगम्य बनाने का पूर्ण प्रयत्न किया गया है। इस पुस्तक के प्रत्येक विषय को मैंने पूर्णतया संशोधित करने का प्रयास किया है तथा इसमें अद्यतन घटनाओं एवं क्रियाकलापों; यथा-लोकपाल तथा लोकायुक्त तथा सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा-2013 को समावेशित किया है। सिविल सेवाओं और यू.जी.सी.-NET जैसी उच्च स्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रतिभागियों तथा परास्नातक (एम. ए) कक्षा के विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए मैंने 'प्रशासन के सिद्धान्त, 'संगठन के सिद्धान्त', 'लोकपाल एवं लोकायुक्त' तथा सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा की नयी परीक्षा पद्धति-2013 पर अधिक विस्तृत, नूतन एवं सारगर्भित सामग्री उपलब्ध कराने का प्रयास किया है।
Lok Prashasan class 11 - RBSE Board: लोक प्रशासन 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerलोक प्रशासन, कक्षा 11 के विद्यार्थियों के लिखी गई पाठ्यपुस्तक प्रस्तुत करते हुए अत्यंत प्रसन्नता है । पुस्तक लेखन के समय केन्द्र में प्रमुख रूप से वे विद्यार्थी थे जो प्रशासनिक दृष्टि से प्रशासनिक संरचना के बारे में अवधारणात्मक समझ को विकसित करने हेतु अध्ययन कर रहे हैं । यह सत्य है कि नीति क्रियान्वयन तथा एक सीमा तक नीति निर्माण में प्रशासनिक संरचना तथा विशेषतः प्रशासकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है । प्रशासनिक संरचना, प्रशासनिक संस्थाओं को समझना आवश्यक है उनके लिए प्रशासनिक संरचनाऐं एवं संस्थाऐं जिन प्रशासनिक (सांगठनिक) सिद्धान्तों पर कार्य करती है, उसकी समझ भी अपरिहार्य है । भारत में प्रशासनिक संस्थाओं और उनके कार्यकरण का स्वरूप पारिस्थितिकीय दृष्टि से अपनी अलग पहचान भी रखता है । वर्तमान के इस परिवर्तनशील, तकनीकि युग में, जहाँ भूमण्डलीकरण, निजीकरण एवं उदारीकरण के प्रभाव ने अनेक आमूलचूल परिवर्तनों की समझ को अनिवार्य बना दिया है वहीं इन प्रभावों से लोक प्रशासन भी अधिक परिवर्तनशील एवं गत्यात्मक बना है । इसी को दृष्टिगत रखकर पुस्तक लेखन किया गया है ।
Lok Prashasan class 12 - RBSE Board: लोक प्रशासन कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerलोक प्रशासन कक्षा 12 वीं का पुस्तक हिंदी भाषा में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने प्रकाशित किया गया है । इस पाठ्यपुस्तक मे उन्तीस अध्याय और उनके अभ्यास प्रश्न दिये गये है । लोक प्रशासन प्रशासन की एक अधिक व्यापक अवधारणा का ही एक पहल है। इसलिए लोक प्रशासन का अर्थ समझने से पहले यह आवश्यक है कि हम 'प्रशासन' शब्द का अर्थ समझें। अंग्रेजी शब्द 'administer' (प्रशासन करना) दो लातिन शब्दों ad और minister के मेल से निकलता है जिनका अर्थ है 'सेवा करना' या 'प्रबंधित करना' । 'प्रशासन' का शाब्दिक अर्थ है सार्वजानिक मामलों का प्रबंधन ।
Lokmanya
by Rambalak ShastriAs per the name of it, the book describes the life of Lokmany bal Gangadhar Tilak. The play describes some interesting stories of Lokmanya's life. Readers are bound to get lots of motivation after reading it.