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Mansarovar Bhag 4: मानसरोवर भाग ४
by Premchandप्रेमचंद ने 14 उपन्यास व 300 से अधिक कहानियाँ लिखीं। उन्होंने अपनी सम्पूर्ण कहानियों को 'मानसरोवर' में संजोकर प्रस्तुत किया है, प्रस्तुत उपन्यास मानसरोवर के चौथे भाग का संस्करण है। इनमें से अनेक कहानियाँ देश-भर के पाठ्यक्रमों में समाविष्ट हुई हैं, कई पर नाटक व फ़िल्में बनी हैं जब कि कई का भारतीय व विश्व की अनेक भाषाओं में अनुवाद हुआ है। अपने समय और समाज का ऐतिहासिक संदर्भ तो जैसे प्रेमचंद की कहानियों को समस्त भारतीय साहित्य में अमर बना देता है। उनकी कहानियों में अनेक मनोवैज्ञानिक बारीक़ियाँ भी देखने को मिलती हैं। विषय को विस्तार देना व पात्रों के बीच में संवाद उनकी पकड़ को दर्शाते हैं। ये कहानियाँ न केवल पाठकों का मनोरंजन करती हैं बल्कि उत्कृष्ट साहित्य समझने की दृष्टि भी प्रदान करती हैं।
Mansarovar Bhag 6: मानसरोवर भाग ६
by Premchandप्रेमचंद ने 300 से अधिक कहानियाँ लिखीं। उन्होंने अपनी सम्पूर्ण कहानियों को 'मानसरोवर' में संजोकर प्रस्तुत किया है। इनमें से अनेक कहानियाँ देश-भर के पाठ्यक्रमों में समाविष्ट हुई हैं, कई पर नाटक व फ़िल्में बनी हैं जब कि कई का भारतीय व विश्व की अनेक भाषाओं में अनुवाद हुआ है। अपने समय और समाज का ऐतिहासिक संदर्भ तो जैसे प्रेमचंद की कहानियों को समस्त भारतीय साहित्य में अमर बना देता है। उनकी कहानियों में अनेक मनोवैज्ञानिक बारीक़ियाँ भी देखने को मिलती हैं। विषय को विस्तार देना व पात्रों के बीच में संवाद उनकी पकड़ को दर्शाते हैं। ये कहानियाँ न केवल पाठकों का मनोरंजन करती हैं बल्कि उत्कृष्ट साहित्य समझने की दृष्टि भी प्रदान करती हैं।
Mansarovar Bhag 7: मानसरोवर भाग ७
by Premchandप्रेमचंद ने 14 उपन्यास व 300 से अधिक कहानियाँ लिखीं। उन्होंने अपनी सम्पूर्ण कहानियों को 'मानसरोवर' में संजोकर प्रस्तुत किया है। इनमें से अनेक कहानियाँ देश-भर के पाठ्यक्रमों में समाविष्ट हुई हैं, कई पर नाटक व फ़िल्में बनी हैं जब कि कई का भारतीय व विश्व की अनेक भाषाओं में अनुवाद हुआ है। अपने समय और समाज का ऐतिहासिक संदर्भ तो जैसे प्रेमचंद की कहानियों को समस्त भारतीय साहित्य में अमर बना देता है। उनकी कहानियों में अनेक मनोवैज्ञानिक बारीक़ियाँ भी देखने को मिलती हैं। विषय को विस्तार देना व पात्रों के बीच में संवाद उनकी पकड़ को दर्शाते हैं। ये कहानियाँ न केवल पाठकों का मनोरंजन करती हैं बल्कि उत्कृष्ट साहित्य समझने की दृष्टि भी प्रदान करती हैं।
Mansarovar Bhag 8: मानसरोवर भाग ८
by Premchandप्रेमचंद ने 14 उपन्यास व 300 से अधिक कहानियाँ लिखीं। उन्होंने अपनी सम्पूर्ण कहानियों को 'मानसरोवर' में संजोकर प्रस्तुत किया है। इनमें से अनेक कहानियाँ देश-भर के पाठ्यक्रमों में समाविष्ट हुई हैं, कई पर नाटक व फ़िल्में बनी हैं जब कि कई का भारतीय व विश्व की अनेक भाषाओं में अनुवाद हुआ है। अपने समय और समाज का ऐतिहासिक संदर्भ तो जैसे प्रेमचंद की कहानियों को समस्त भारतीय साहित्य में अमर बना देता है। उनकी कहानियों में अनेक मनोवैज्ञानिक बारीक़ियाँ भी देखने को मिलती हैं। विषय को विस्तार देना व पात्रों के बीच में संवाद उनकी पकड़ को दर्शाते हैं। ये कहानियाँ न केवल पाठकों का मनोरंजन करती हैं बल्कि उत्कृष्ट साहित्य समझने की दृष्टि भी प्रदान करती हैं।
Manto Pandrah Kahaniya: मंटो पन्द्रह कहानियाँ
by Saadat Hasan Manto‘अगर आप मेरी कहानियाँ बरदाश्त नहीं कर सकते, तो दरअसल ज़माना ही नाक़ाबिले-बरदाश्त है।’ यह कहना था मंटो का जो अपनी कहानियों में वह लिखते थे जो सब आवरणों को हटाने के बाद ज़माने के चेहरे पर नज़र आता है। उन्होंने मज़लूमों, ग़रीब-गुरबा और उन औरतों की कहानियाँ लिखीं जिन्हें समाज ने हाशिए पर धकेलकर छोड़ दिया था। उन्होंने उन भावनाओं को लेकर भी कहानियाँ लिखीं जिन्हें सफ़ेदपोश समाज खुली रोशनी में स्वीकार नहीं कर पाता। उन्होंने ऐसे-ऐसे अहसासात को ज़बान बख़्शी जिन्हें हम कभी अपनी चालाकी और कभी अल्फ़ाज़ की कमी की वजह से यूँ ही ग़ायब हो जाने देते हैं। इसलिए आज भी उनकी कहानियाँ हमें अपनी कहानियाँ लगती हैं; वे अपने वक़्त से इतना आगे चल रहे थे कि आज भी हमें अपने आगे ही चलते दिखाई देते हैं। यह संकलन उनकी कुछ बहुत चर्चित और कुछ ऐसी कहानियों को लेकर बनाया गया है जिनका ज़िक्र बहुत ज़्यादा नहीं होता। संकलन किया है जानी-पहचानी सिने-अभिनेत्री और निर्देशक नंदिता दास ने। उनकी चर्चित फ़िल्म ‘मंटो’ के साथ-साथ प्रकाशित यह किताब क़िस्सागो मंटो की पूरी शख़्सियत को सामने ले आती है। बकौल नंदिता: ‘उनकी कहानियों के पात्र अक्सर वे लोग होते हैं जो समाज के कोनों में रहते हैं और औरतों के लिए सहानुभूति भरी नज़र रखते हैं। यही बात उन्हें और लेखकों से अलग करती है।’
Marta Kya Na Karta
by K. Shivkumarइस पुस्तक में केरल के पुजारी की कहानी है।This is story of a prist in Keral.
Martin Luther King
by Dinkar KumarAgainst the backdrop of beatings, killings, bombings, threats and imprisoning, emerged Martin Luther King, driven to uplift all Americans, even if it meant martyrdom. This biography is a stellar introduction to the foremost leader of the civil rights movement. We gain critical insight into the Kennedy and Johnson Administrations, as King negotiated with the presidents for equal rights for blacks.
MASO 102 Samajshastriy Siddhant - IGNOU: MASO 102 समाजशास्त्रीय सिद्धान्त - इग्नू
by Indira Gandhi Rashtriya Mukta VishvavidyalayaMASO 102 समाजशास्त्रीय सिद्धान्त – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस किताब में सत्ताईस परस्पर संबद्ध इकाइयाँ हैं, इन इकाइयों में समाजशास्त्रीय सिद्धान्त की अवधारणा को समझाने का प्रयास किया गया है। इसके साथ ही इसकी प्रकृति, निर्माण, प्रमुख प्रकारों तथा महत्त्व को स्पष्ट करना भी इस इकाई का उद्देश्य है। आशा है कि इस किताब में समाजशास्त्रीय सिद्धान्त की अवधारणा को समझ पाएँगे; समाजशास्त्रीय सिद्धान्त की प्रकृति अथवा इसकी विशेषताओं की व्याख्या कर पाएँगे; समाजशास्त्रीय सिद्धान्तों का निर्माण समझ पाएँगे; समाजशास्त्रीय सिद्धान्तों के प्रकारों की व्याख्या कर पाएँगे; तथा समाजशास्त्रीय सिद्धान्तों के महत्त्व को स्पष्टतया समझ पाएँगे।
Mata Pita Aur Bachcho Ka Vyavhar (Sanxipt): माता-पिता और बच्चो का व्यवहार (संक्षिप्त)
by Dada Bhagwanबच्चों की सही परवरिश में माँ-बाप का बहुत बड़ा हाथ होता है| बच्चों के साथ हमेशा प्रेमपूर्वक व्यवहार ही करना चाहिए ताकि उन्हें अच्छे संस्कार प्राप्त हो| माँ-बाप बच्चों का व्यवहार सदैव मित्राचारी का होना चाहिए| यदि माँ-बाप बच्चों के साथ डाट कर या मार कर व्यवहार करेंगे तो बच्चे निश्चित ही उनका कहा नहीं मानेंगे और गलत रास्ते पर चढ जाएँगे| माँ-बाप के उच्च संस्कार ही घर में आनंद और शान्ति का माहौल खड़ा कर सकते है| माता पिता का कर्तव्य है कि वह बच्चों की मनोस्थिति को जानकार उसके अनुसार उनके साथ वर्तन करे| आज के ज़माने में टीनएजर्स को संभालना अत्यंत मुश्किल हो गया है| किस तरह से माँ-बाप उनके साथ व्यवहार करे ताकि उन्हें अच्छे संस्कार मिले और वह किसी गलत रास्ते पर ना चले, इस बात कि पूरी समझ हमें इस पुस्तक में मिलती है जिसमें दादाजी ने हमें माँ-बाप बच्चों के सम्बन्ध सुधारने के लिए बहुत सारी चाबियाँ दी है|
Mati Ke Tare
by Pushpa Saxena‘माटी के तारे’ उन बच्चों की कहानियाँ हैं, जो अपनी निर्धनता के कारण उपेक्षित, अभिशप्त और तिरस्कृत जीवन जीने को बाध्य हैं। संविधान द्वारा इन बच्चों को भी समान अधिकार दिए गए हैं, पर ये अपने अधिकारों से सर्वथा अनभिज्ञ हैं। बाल श्रमिक या बंधुआ मज़दूर बने रहना ही क्या इनकी नियति है? इनकी इस नियति के लिए कौन उत्तरदायी है, यह एक बड़ा प्रश्नचिह्न है। कागज़ों पर अधिकार लिख देने से उनकी सार्थकता पूर्ण नहीं होती। ये अधिकार उन हाथों तक पहुँचाए जाने चाहिए जिन्होंने तिरस्कार को अपनी नियति मान लिया है। इस दिशा में सबसे पहले इन बच्चों को शिक्षा द्वारा जागरूक बनाया जाना चाहिए। अगर मेरी कहानियाँ इन नन्हे-मुन्नो के अंदर छिपी चिनगारी को प्रज्ज्वलित कर सकें तथा इन्हें प्रेरित कर एक वट वृक्ष का रूप दे सकें, तो मैं अपनी लेखनी को सार्थक समझूँगी।
Mauritius Mathematics Grade 7 (Part-I) - MIE
by Mauritius Institute of EducationMauritius Mathematics Grade 7 (Part-I) Textbook Mauritius Institute of Education.
Maurya Samrajya ka Punravlokan
by Romila ThaparThe book is a review of the Mauryas Reign in India. 40 years after writing about the fall of Ashoka and Mauryas, Romila Thapar and other historians have done an extensive research. The reconstruction of the time goes on in the two lectures given in the book.
Maut Ke baad: मौत के बाद
by Chandraprakash Pandeyचौदहवीं शताब्दी की शुरूआत में वेटिकन सिटी स्थित 'रोमन कैथोलिक चर्च' के तत्कालीन पादरी और कैथोलिक सम्प्रदाय के सबसे बड़े मुखिया पोप 'जॉन अष्टम' की उस शाम जहर देकर हत्या कर दी गयी, जिस शाम उन्होंने बाइबिल के उस अध्याय को बदलने का आदेश जारी किया था, जो इस बात की गवाही देता था कि वेटिकन की धरती पर जीसस की बजाय शैतान की इबादत करने वाले लोग भी मौजूद थे। पोप की हत्या किसी धार्मिक अथवा राजनीतिक नहीं बल्कि एक शैतानी साजिश का परिणाम थी, ईसाइयत जब-तक इस नतीजे पर पहुंची, तब-तक बहुत देर हो चुकी थी और डेनियल ने शैतान के अनुबन्ध पर हस्ताक्षर करके उस गहरी साजिश की जड़ों को फिर से हरा कर दिया था। हॉरर उपन्यासों की दुनिया एक नवीन हस्ताक्षर। शैतानियत पर लिखा गया हिन्दी का पहला हॉरर उपन्यास ।
Maut Ki Siskiyan (Zoë Delante Thriller (Hindi) #1)
by C.L. Roberts-Huthमौत की सिसकियाँ - सी. एल. रॉबर्ट्स - हुथ हिंदी अनुवाद पुस्तक विवरण विक्कन के लिए आराम नहीं। विजेता: पिनकल बुक अचीव्मेंट अवार्ड - सर्वश्रेष्ठ असाधारण रहस्य एक ख़ूनी की खोज में, एक ड़ायन के क़बीले के दू:स्वप्न और एक सिलसिलेवार ख़ूनी, जो मृतदेहो को बॉल्टिमॉर शहर के ग्रामीण विस्तार में एक अनुष्ठान के वर्तुल में छोड़ देता है, जो को उन दोनो के शक्तिशाली संघर्ष के बीच में लाकर खड़ा कर दिया।आकाशीय तत्वों और भूतल से बँधे शरीर के अँगो के बीच की दौड़ हमारी निडर भेदक को अंत तक दौड़ाती रहती है। ' इसमें थोड़ी उत्सुकता, थोड़ा प्रणय, और बहुत सारा रहस्य और जादू है। अगर आपको उत्तेजनापूर्ण, असाधारण कहानी अच्छी लगती है तो ज़रूर पढ़िए।'- इंडीहार्ट ' अगर आपको बहुत सी घुमावदार अपराधकथा पसंद है तो ज़रूर पढ़िए।'- क्रिस्टिन मेरी, लेखिका इवाल्व्ड पब्लिशिंग पेश करते है- एक महिला के अपने � <P><P><i>Advisory: Bookshare has learned that this book offers only partial accessibility. We have kept it in the collection because it is useful for some of our members. Benetech is actively working on projects to improve accessibility issues such as these.</i>
Mayavan - Ek Rahasyamay Jungle: मायावन - एक रहस्यमय जंगल
by Shivendra Suryavanshiमाया सभ्यता अमेरिका की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में गिनी जाती है, जिसके प्राप्त अवशेषों में भगवान शिव, गणेश और नरसिंह आदि देवताओं की मूर्तियां प्रचुर मात्रा में पायी गयी हैं। भारतवर्ष से इतनी दूर आखिर कैसे हिंदू सभ्यता विकसित हुई? यह आज भी रहस्य बना हुआ है। कुछ पुरातत्वविद् माया सभ्यता का सम्बन्ध दैत्यराज मयासुर से जोड़ते हैं। मयासुर, एक ऐसा दैत्य, जिसे उसके अद्भुत निर्माणकार्य के लिये देवताओं ने भी सराहा। तारकासुर के समय में ‘त्रिपुरा’नामक 3 भव्य नगरों का निर्माण, दैत्यराज वृषपर्वन के लिये बिंदुसरोवर के निकट अद्भुत सभाकक्ष का निर्माण, रामायणकाल में रावण के लिये सोने की लंका का निर्माण एवं महाभारतकाल में पांडवों के लिये, खांडवप्रस्थ के वन में अकल्पनीय इन्द्रप्रस्थ का निर्माण मयासुर की अद्भुत शिल्पकला की कहानी कहतें हैं। रावण की पत्नि मंदोदरी का पिता मयासुर, वास्तुशिल्प और खगोलशास्त्र में प्रवीण था। खगोलशास्त्र के क्षेत्र में मयासुर ने भगवान सूर्य नारायण से विद्या सीखकर ‘सूर्य सिद्धान्तम’की रचना की। आज भी हम ज्योतिष शास्त्र की गणनाएं सूर्य सिद्धान्तम के आधार पर ही करते हैं। महादेव के इस परमज्ञानी शिष्य ने किस प्रकार की ये अद्भुत रचनाएं? क्या भगवान शिव की पारलौकिक शक्तियां मयासुर के पास थीं? तो दोस्तों तैयार हो जाइये, इस कथानक के अद्भुत संसार में डूब जाने के लिये, जहां का हर एक दृश्य आपको वस्मीभूत कर देगा। हिमालय की गुफाओं से माया सभ्यता तक, ग्रीस के ओलंपस पर्वत से अंटार्कटिका की बर्फ की चादर तले फैले, एक अविश्वसनीय और अद्वितीय कथानक को पढ़ने के लिये।
Measure What Matters: मेजर व्हाट मैटर्स
by John Doerrकिताब "मेजर व्हाट मैटर्स" का मुख्य विषय (ऑब्जेक्टिव्स एंड की-रिजल्ट्स) प्रणाली पर आधारित है, जिसका उपयोग गूगल, बोनो और गेट्स फाउंडेशन जैसी बड़ी संस्थाएं करती हैं। इस प्रणाली का उद्देश्य संगठनों के लक्ष्यों और परिणामों को स्पष्ट रूप से परिभाषित करके उच्च स्तर की पारदर्शिता और उत्तरदायित्व सुनिश्चित करना है। ऑब्जेक्टिव्स एंड की-रिजल्ट्स से संगठनों को अपनी प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित करने और एक दिशा में आगे बढ़ने में मदद मिलती है। किताब में बताया गया है कि कैसे यह प्रणाली संगठनों को परिणाम देने के लिए प्रेरित करती है, चाहे वह छोटी स्टार्ट-अप कंपनियां हों या बड़े वैश्विक संस्थान। इसमें सफलता के लिए टीम वर्क, जवाबदेही, और प्रयास पर जोर दिया गया है। ऑब्जेक्टिव्स एंड की-रिजल्ट्स का सही उपयोग करने से संस्थाओं को स्थिरता और नवाचार के उच्चतम स्तर तक पहुंचने में मदद मिलती है। इस प्रणाली की खासियत यह है कि यह कंपनियों को उनके मुख्य लक्ष्यों पर फोकस करने में मदद करती है और उन्हें सही दिशा में ले जाती है, जिससे वे बेहतर प्रदर्शन कर पाते हैं। ऑब्जेक्टिव्स एंड की-रिजल्ट्स का मूल सिद्धांत सरलता और मापने योग्य परिणाम है, जिससे कंपनियों के लक्ष्य प्राप्त करने की प्रक्रिया को व्यवस्थित किया जा सके।
Media Kanoon aur Aachaar Sanhita
by Shalini JoshiCitizens’ rights and institutional autonomy are dependent on ethical journalism, but corporatisation, market controls, political pressures and favouritism have made it difficult for media professionals to follow ethical standards and practice socially responsible journalism. This is a reference book for academics working in media studies, media professionals and students of journalism and mass communication. It is also meant for people in positions of authority in media organisations, for whom an understanding of ethical guidelines and duties of the media as well as legal limitations are of vital importance. This book will be of help both to academics and students and to journalists who face ethical dilemmas and experience the many challenges to fearless journalism.
Mehnant Ki Kammai Ka Sukh
by Darshan Singh Aashatदर्शन सिंह दवारा रचित यह पुस्तक मंगू किसान की कहानी है, जो अपने खेत में हल चलाता है और अपने खेत में मेहनत की कमाई पर खुश रहता है। The book ‘Mehnat Ki kammai ka Sukh’ published by Darshan Singn Aashat is based on the story of a farmer who remains happy on the hard earned work in his field.
Meluha Ke Mritunjay: मेलूहा के मृत्युंजय
by Amish Tripathiजब बुराई एक महाकाय रूप धारण कर लेती है, जब ऐसा प्रतीत होता है कि सबकुछ लुप्त हो चुका है, जब आपके शत्रु विजय प्राप्त कर लेंगे, तब एक महानायक अवतरित होगा।क्या वह रूखा एवं खुरदुरा तिब्बती प्रवासी शिव सचमुच ही महानायक है? और क्या वह महानायक बनना भी चाहता है अथवा नहीं? अपने प्रारब्ध एवं कर्तव्य की ओर खिंच जाने वाले एवं साथ ही प्रेम से प्रेरित शिव क्या सूर्यवंशियों के प्रतिशोध में उनका नेतृत्व करेंगे और बुराइयों का नाश करेंगे?यह शिव रचना त्रयी की प्रथम पुस्तक है। शिव एक साधारण मनुष्य है जिसके कर्म उसे देवों के देव महादेव में परिवर्तित कर देते हैं।
Mendak Aur Gilaharee
by Ghijjubhai Badhekaइस पुस्तक में गिजुभाई बधेका ने बच्चों की कहानियों के बारे में बताया है। यह कहानियाँ बच्चों के लिए मनोरंजन से भरपूर है। In this book Ghijjubhai Badheka discribe about the children’s stories. This stories full of entertainment for kids.
Mera Aajeevan Karavas: मेरा आजीवन कारावास
by Vinayak Damodar Savarkarभारतीय क्रांतिकारी इतिहास में स्वातंत्र्यवीर विनायक दामोदर सावरकर का व्यक्तित्व अप्रतिम गुणों का द्योतक है। ‘सावरकर’ शब्द ही अपने आपमें पराक्रम, शौर्य और उत्कट देशभक्ति का पर्याय है। अपनी आत्मकथा मेरा आजीवन कारावास में उन्होंने जेल-जीवन की भीषण यातनाओं—ब्रिटिश सरकार द्वारा दो-दो आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद अपनी मानसिक स्थिति, भारत की विभिन्न जेलों में भोगी गई यातनाओं और अपमान, फिर अंडमान भेजे जाने पर जहाज पर कैदियों की यातनामय नारकीय स्थिति, कालापानी पहुँचने पर सेलुलर जेल की विषम स्थितियों, वहाँ के जेलर बारी का क्रूरतम व्यवहार, छोटी-छोटी गलतियों पर दी जानेवाली अन शारीरिक यातनाएँ, यथा—कोड़े लगाना, बेंत से पिटाई करना, दंडी-बेड़ी लगाकर उलटा लटका देना आदि का वर्णन मन को उद्वेलित कर देनेवाला है। विषम परिस्थितियों में भी कैदियों में देशभक्ति और एकता की भावना कैसे भरी, अनपढ़ कैदियों को पढ़ाने का अभियान कैसे चलाया, किस प्रकार दूसरे रचनात्मक कार्यों को जारी रखा तथा अपनी दृढ़ता और दूरदर्शिता से जेल के वातावरण को कैसे बदल डाला, कैसे उन्होंने अपनी खुफिया गतिविधियाँ चलाईं आदि का सच्चा इतिहासवर्णित है। इसके अतिरिक्त ऐसे अनेक प्रसंग, जिनको पढ़कर पाठक उत्तेजित और रोमांचित हुए बिना न रहेंगे। विपरीत-से-विपरीत परिस्थिति में भी कुछअच्छा करने की प्रेरणा प्राप्त करते हुए आप उनके प्रति श्रद्धानत हुए बिना न रहेंगे।
Mera Desh Mere Log: मेरा देश मेरे लोग
by Amit Khanडॉक्टर मानिक शाह ने बेपनाह दौलत कमाने के लिये चीन जाने का फैसला किया, लेकिन वह फैसला डॉक्टर मानिक शाह को हद से ज्यादा महंगा पड़ा। कैदी बनकर रह गया मानिक शाह चीन में। उसे अपना देश, अपने लोग याद आने लगे। वो हिन्दुस्तान पहुँचने के लिये त्राहि-त्राहि कर उठा। और तब उसे हिन्दुस्तान वापस लाने के लिये कमांडर करण सक्सेना चीन जा पहुँचा। फिर जो कुछ हुआ, वो दहला देने वाला था। एक के बाद एक दिमाग की नसों को झंझोड़ देने वाली ऐसी हैरतअंगेज योजनायें, जो आपने पहले कभी हिन्दी के जासूसी उपन्यासों में नहीं पढ़ी होंगी। देशभक्ति के ज़ज्बे से भरा एक ऐसा शानदार उपन्यास- जो सिर्फ कहानी नहीं है, सिर्फ काल्पनिक दास्तान नहीं है बल्कि एक चिंगारी है। ऐसी ज़बरदस्त चिंगारी, जो हर गैरतमंद और वतनपरस्त हिन्दुस्तानी के दिल में लगकर शोला बन जाना चाहती है।
Mera Teesra Hindi Vyakran - ICSE: मेरा तीसरा हिंदी व्याकरण
by Dr Preeti 'Sagar'बेरी गार्डन द्वारा लिखित "मेरा तिसरा हिंदी व्याकरण" हिंदी व्याकरण के लिए एक व्यापक मार्गदर्शिका है, जो उन्नत अवधारणाओं पर केंद्रित है। पुस्तक चरण-दर-चरण दृष्टिकोण प्रदान करती है, जिसमें संज्ञा रूप, क्रिया संयुग्मन, वाक्य निर्माण, काल और आवाज़ जैसे विषयों को शामिल किया गया है। यह अभ्यास और प्रासंगिक बातचीत के माध्यम से व्यावहारिक अनुप्रयोग को प्रोत्साहित करता है। लेखक की आकर्षक लेखन शैली, स्मरणीय तकनीकों और चार्ट के साथ, समझने और याद रखने में सुविधा प्रदान करती है। चाहे आप शुरुआती या मध्यवर्ती शिक्षार्थी हों, यह पुस्तक हिंदी व्याकरण में आपकी दक्षता बढ़ाने के लिए आवश्यक उपकरण प्रदान करती है। यह हिंदी में महारत हासिल करने के लिए व्यावहारिक और व्यापक मार्गदर्शिका चाहने वाले छात्रों, शिक्षकों और भाषा प्रेमियों के लिए एक अमूल्य संसाधन है।
MHD-16 Bhartiya Upanyas Vivechana - IGNOU
by IgnouEleven articles have been compiled in this curriculum. Development and expansion of the Indian novel in these articles have been seriously discussed. This book will help students to study novels.