- Table View
- List View
Samaj Shastra class 12 - RBSE Board: समाजशास्त्र कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerसमाजशास्त्र इस पाठ्यपुस्तक में भारतीय समाज में परिवर्तन एवं चुनौतियाँ, पश्चिमौकरण, आधुनिकीकरण, संस्कृतीकरण एवं धर्मनिरपेक्षीकरण को सामाजिक परिवर्तन की प्रक्रियाओं के रूप में अध्ययन किया गया तथा पंचायती राज, राजनैतिक दल एवं दबाब समूह को सामाजिक परिवर्तन के उपकरण के रूप में देखा गया। अत : राजस्थान में जो आन्दोलन हुए उनमें से किसान, जनजाति एवं पर्यावरण आन्दोलन का राष्ट्रीय महत्त्व है । इन आन्दोलनों के प्रमुख मुद्दे, उद्देश्य, सम्बंधित घटनाक्रम एवं प्रभाव को भी प्रासंगिकता को दृष्टि से प्रस्तुत किया है ।
Samajh_ka_pher
by ShankerA Simple story which tells us not to take decision without thinking mother kills the mongoose without verifying the fact and repents afterwards. एक साधारण कहानी है, जो बताता है कि हमें बिना सोचे निर्णय नहीं लेने चाहिए जिस प्रकार मां ने बिना सोचे समझे तथ्य की पुष्टि किये बिना नेवला को मार डालती है और बाद में पश्चाताप करना पड़ा।
Samajik Anusandhan - Competitive Exam
by Ram Ahujaयह पुस्तक स्नाकोत्तर छात्रों को लिए सैद्धान्तिक ज्ञान को सरल विधि से प्रस्तुत करने में सहायक सिद्ध होती है इसमें वैज्ञानिक अनुसंधान, सामाजिक अनुसंधान जाँच के तर्क के नियम, समस्या निरूपण प्रश्नावली, साक्षात्कार, अवलोकन, वैयक्तिक अध्ययन का अर्थ विशेषताएं, और सिद्धान्त, उद्देश्य, विषय वस्तु, प्रक्षेपी तकनीकें, आधार सामग्री संसाधन, माप और अनुमाप तकनीकें आदि विषय को बहुत ही सरल भाषा में समझाने का तरीका बताया है। सभी विषय की अलग अलग समस्यायें, उनकी क्या सीमायें है उनके गुण, लाभ, और उनके सिद्धान्तों के विकास के बारे में वर्णन किया गया है। इस प्रकार यह पुस्तक वास्तव में सामाजिक अनुसंधान के समस्त विषय को सही तरीके से छात्रों के पढ़ने और सीखने के लिए उपयोगी सिद्ध हुई है।
Samajik Aur Rajnitik Jeevan 2 class 7 - NCERT: सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन 2 कक्षा 7 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadसामाजिक एवं राजनीतिक जीवन माध्यमिक शाला स्तर पर समाज विज्ञान के पाठ्यक्रम में पुराने चले आ रहे विषय, नागरिक शास्त्र की जगह लेने वाला एक नया विषय है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 में यह ज़ोर देकर कहा गया है कि नागरिक शास्त्र को छोड़ देना ज़रूरी है और उसकी जगह लेने वाले नए विषय में सरकारी संस्थाओं और उनके कार्यों को दिए जाने वाले महत्त्व को संतुलित किया जाना चाहिए। जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट होता है; इस विषय में आज के भारत के सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक जीवन के मुद्दों को केंद्र में रखा जाएगा।
Samajik Aur Rajnitik Jeevan class 8 - NCERT: सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन कक्षा 8 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadकक्षा 8 के लिए पाठ्यपुस्तक, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् (एन.सी.ई.आर.टी.) इस पुस्तक की रचना के लिए बनाई गई पाठ्यपुस्तक विकास समिति के परिश्रम के लिए कृतज्ञता व्यक्त करती है। परिषद्, सामाजिक विज्ञान सलाहकार समूह के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर हरि वासुदेवन, पाठ्यपुस्तक समिति की मुख्य सलाहकार शारदा बालगोपालन और सलाहकार दिप्ता भोग की विशेष आभारी हैं। इस पाठ्यपुस्तक के निर्माण में कई शिक्षकों ने योगदान दिया। इस योगदान को संभव बनाने के लिए हम उनके प्राचार्यों के आभारी हैं। हम उन सभी संस्थाओं और संगठनों के प्रति कृतज्ञ हैं जिन्होंने अपने संसाधनों, सामग्री और सहयोगियों की मदद लेने में हमें उदारतापूर्वक सहयोग दिया। हम माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रोफ़ेसर मृणाल मोरी एवं प्रोफ़ेसर जी.पी. देशपांडे की अध्यक्षता में गठित निगरानी समिति ( मॉनिटरिंग कमेटी) के सदस्यों को अपना मूल्यवान समय और सहयोग देने के लिए धन्यवाद देते हैं।
Samajik Avam Rajnitik Jeevan Bhag-3 class 8 - NCERT - 23: सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन भाग-३ ८वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by NcertThis book prescribed by central board of secondary education, India for the stduents of class 8th subject Social Studies, studying through hindi medium. This accessible version of the book doesn't leave any part of the book. The book is handy companion of the school going students
Samajik Avam Rajnitik Jivan-III
by National Council Of Educational Research TrainingThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 8th subject Social Science, studying through Hindi medium. This accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.
Samajik Avm Rajaneetik Jivan-2
by National Council Of Educational Research TrainingThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 7th subject Social Science, studying through Hindi medium. This accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.
Samajik Avm Rajneetik Jivan
by National Council Of Educational Research TrainingThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 6th subject social science, studying through Hindi medium. This accessible version of the book doesn't leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.
Samajik Evam Rajnitik Jeevan Bhag-1 class 6 - NCERT - 23: सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन भाग-१ ६वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad'सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन' किस तरह से अलग है? इस किताब में एक अलग तरह की सोच अपनाई गई है वह स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करने का प्रयास किया है। इसमें तीन तत्त्वों का सम्मिश्रण है। 1. बच्चे ठोस अनुभवों के माध्यम से अच्छी तरह से सीखते हैं। इस विचार को केंद्र में रखते हुए यह प्रयास किया गया कि संस्थाओं या प्रक्रियाओं पर चर्चा काल्पनिक वृतांतों अथवा केस स्टडी या उन अभ्यासों के आधार पर की जाए जो बच्चों के अपने अनुभवों से जुड़े हों। 2. अवधारणाओं का बच्चों से इस रूप में परिचय करवाना ताकि उनकी समझ बने न कि वे तथ्यों एवं सूचनाओं तक सीमित रह जाएँ। इसके लिए जो तरीके अपनाए गए हैं, वे हैं सूचनाओं की कटौती। पाठ और अभ्यास में बच्चों को ऐसे प्रश्न दिए गए हैं जो उन्हें सोचने के लिए प्रेरित करें और परिभाषाएँ कम से कम रखी गई हैं। 3. बच्चे सामाजिक और पारिवारिक संरचनाओं से गहरे रूप से जुड़े हुए होते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए हमने यह प्रयास किया है कि विभिन्न विषयों पर चर्चा करते हुए आदर्श एवं यथार्थ में संतुलन बना रहे।
Samajik Evam Rajnitik Jeevan Bhag-2 Class 7 - NCERT - 23: सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन भाग-२ ७वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadसामाजिक एवं राजनीतिक जीवन माध्यमिक शाला स्तर पर समाज विज्ञान के पाठ्यक्रम में पुराने चले आ रहे विषय, नागरिक शास्त्र की जगह लेने वाला एक नया विषय है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 में यह ज़ोर देकर कहा गया है कि नागरिक शास्त्र को छोड़ देना ज़रूरी है और उसकी जगह लेने वाले नए विषय में सरकारी संस्थाओं और उनके कार्यों को दिए जाने वाले महत्त्व को संतुलित किया जाना चाहिए। जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट होता है; इस विषय में आज के भारत के सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक जीवन के मुद्दों को केंद्र में रखा जाएगा।
Samajik Evam Rajnitik Vyavstha Bhag-1 class 6 - JCERT: सामाजिक एवं राजनीतिक व्यवस्था भाग-१ ६वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchi"सामाजिक एवं राजनीतिक व्यवस्था" कक्षा 6 की पाठ्यपुस्तक है, जो झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा प्रकाशित की गई है। इस पुस्तक का उद्देश्य छात्रों को सामाजिक और राजनीतिक ढांचे की समझ प्रदान करना है। यह विविधता, सामाजिक भेदभाव, डायन प्रथा, संविधान, सरकार, स्थानीय स्वशासन और आजीविका जैसे विषयों पर आधारित है। पुस्तक में बच्चों को सामाजिक मुद्दों के प्रति जागरूक करने, संवैधानिक मूल्यों की समझ विकसित करने और तर्कशील नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया गया है। इसमें सामाजिक भेदभाव, रूढ़िवादिता, और समानता के लिए संघर्ष जैसे विषयों पर विशेष ध्यान दिया गया है। डायन प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों पर भी चर्चा की गई है, जिसे खत्म करने के लिए सरकारी प्रयासों का उल्लेख किया गया है। पुस्तक में स्थानीय स्वशासन और सरकार की भूमिका को भी विस्तार से समझाया गया है। यह पाठ्यपुस्तक बच्चों में तर्कशीलता, सामाजिक जिम्मेदारी और संवैधानिक मूल्यों की नींव रखने का प्रयास करती है, जिससे वे समाज के जिम्मेदार नागरिक बन सकें। पुस्तक में QR कोड द्वारा डिजिटल सामग्री तक पहुँच का प्रावधान भी है, जो छात्रों की सीखने की प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी और रोचक बनाता है।
Samajik Evam Rajnitik Vyavstha Bhag-2 class 7 - JCERT: सामाजिक एवं राजनीतिक व्यवस्था भाग-२ ७वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchi“सामाजिक एवं राजनीतिक व्यवस्था - II” यह पुस्तक सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए बनाई गई है और झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा प्रकाशित की गई है। इसमें लोकतंत्र, राज्य सरकार, सामाजिक समस्याएँ, संचार के साधन, और सड़क सुरक्षा जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई है। पुस्तक का उद्देश्य छात्रों में नागरिक जीवन के प्रति समझ विकसित करना और उन्हें सामाजिक तथा राजनीतिक विषयों पर तर्कशील बनाने का प्रयास है। इसमें लोकतंत्र के विकास, सरकार के चुनाव, समानता और मानव गरिमा के महत्व पर जोर दिया गया है। बाल संसद जैसे उपक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता और सामूहिकता की भावना को प्रोत्साहित किया जाता है। पुस्तक में लोकतंत्र के विभिन्न रूपों, राज्य सरकार की कार्यप्रणाली, राजनीतिक दलों की भूमिका, और बाल-शोषण जैसी समस्याओं के बारे में जानकारी दी गई है। इसके अलावा, यह विद्यार्थियों को लैंगिक भेदभाव, सामाजिक असमानता, और संचार माध्यमों की भूमिका जैसे मुद्दों पर जागरूक बनाने का प्रयास करती है। सड़क सुरक्षा और प्राथमिक उपचार के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई है ताकि विद्यार्थी सुरक्षित जीवन व्यतीत कर सकें।
Samajik Evam Rajnitik Vyavstha Bhag-3 class 8 - JCERT: सामाजिक एवं राजनीतिक व्यवस्था भाग-३ ८वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchiकक्षा 8 की सामाजिक विज्ञान पुस्तक “सामाजिक एवं राजनीतिक व्यवस्था - III” छात्रों को भारतीय संविधान, संसदीय शासन, न्यायपालिका, सामाजिक न्याय और आर्थिक व्यवस्था से परिचित कराती है। इसमें 7 अध्याय शामिल हैं, जो संविधान के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हैं। पहले अध्याय में भारतीय संविधान के निर्माण और उसके आयामों की चर्चा है, जैसे संघवाद, संसदीय पद्धति, और मौलिक अधिकार। यह बताता है कि संविधान ने कैसे भारतीय समाज में न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुता की नींव रखी। दूसरे अध्याय में भारतीय संविधान के आधारभूत मूल्यों पर चर्चा की गई है, जिसमें समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता, और गणराज्य की अवधारणाओं को समझाया गया है। तीसरा अध्याय संसदीय शासन प्रणाली को स्पष्ट करता है, जहां विधायिका और कार्यपालिका के बीच का संबंध समझाया गया है। इसमें लोकसभा और राज्यसभा के गठन और कार्यप्रणाली पर विशेष ध्यान दिया गया है। न्यायपालिका पर आधारित चौथा अध्याय भारतीय न्यायिक प्रणाली की संरचना और उसकी स्वतंत्रता पर जोर देता है। पाँचवा अध्याय सामाजिक न्याय की अवधारणा को समझाता है, जबकि छठे अध्याय में आर्थिक क्षेत्र में सरकार की भूमिका पर चर्चा की गई है। अंतिम अध्याय सामाजिक समस्याओं, जैसे बाल विवाह, बाल श्रम, और नशाखोरी जैसी चुनौतियों पर केंद्रित है। यह पुस्तक छात्रों में तार्किक समझ और नागरिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूकता विकसित करने का प्रयास करती है।
Samajik Samasyaen
by Ram AahujaaThis Book gives a research based assessment of social problems existing in India. There has been lots of development in India but there also has been rise of complex social problems of late there has been lots of youth unrest and agitations, violence against women and drugs abuse cases in India. India has seen change of Government in the name of corruption and black money. This Book is an effort to analyse and understand these problems it is an honest attempt by the writer to apply principles and indicate the flaws in our attempt to solve the issues.
Samajik Vidnyan class 9 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान कक्षा 9 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.Samajik Vidnyan text book for 9th standard from Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad, Raipur, C.G. in Hindi.
Samajik Vigyan Bhugol Bhag 2 class 6 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान भूगोल भाग 2 कक्षा 6 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.सामाजिक विज्ञान भूगोल भाग-2 (पृथ्वी : हमारा आवास) कक्षा 6 वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में नो अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है । इस पुस्तक में सौरमंडल में पृथ्वी, ग्लोबः अक्षांस एवं देशांतर, पृथ्वी की गतियाँ, मानचित्र, पृथ्वी के प्रमुख परिमंडल, पृथ्वी के प्रमुख स्थलरुप, भारत देश, भारत में जलवायु, वनस्पती तथा वन्य प्राणी आदि के बारे में बताया गया है।
Samajik Vigyan Bhugol Bhag 2 class 7 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान भूगोल भाग 2 कक्षा 7 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.सामाजिक विज्ञान भूगोल भाग 2 पाठ्यपुस्तक कक्षा 7 वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में दस अध्याय दिए गए है, इसमें पर्यावरण, हमारी पृथ्वी के अंदर और हमारी बदलती पृथ्वी, वायु, जल, प्राकृतिक वनस्पति एवं वन्य जीवन, मानवीय पर्यावरण : बस्तियाँ, परिवहन एवं संचार, मानव-पर्यावरण अन्योन्यक्रिया : उष्णकटिबंधीय एवं उपोष्ण प्रदेश, शीतोष्ण घासस्थलों में जीवन, रेगिस्तान में जीवन और परिशिष्ट आदी के बारे में बताया गया है। सामाजिक भूगोल के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य के चयनित संदर्भो की चर्चा पाठ्यपुस्तक में की गई है।
Samajik Vigyan Bhugol Bhag 2 class 8 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान भूगोल भाग 2 कक्षा 8 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.सामाजिक विज्ञान भूगोल भाग 2 पाठ्यपुस्तक कक्षा 8वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में छह अध्याय दिये गए है। इस पाठ्यपुस्तक में संसाधन, भूमि, मृदा, जल, प्राकृतिक वनस्पति और वन्य जीवन संसाधन, खनिज और शक्ति संसाधन, कृषि, उद्योग, मानव संसाधन आदी के बारे अभ्यास किया गया है। कल्पनाशील गतिविधियों और सवालों की मदद से, सीखने और सीखने के दौरान अनुभवों पर विचार करने का अवसर दिया गया हैं। यह पाठ्यपुस्तक सोच-विचार और विस्मय, छोटे समूहों में विचार-विमर्श और ऐसी गतिविधियों को प्राथमिकता देती है जिन्हें करने के लिए व्यावहारिक अनुभवों की आवश्यकता होती है।
Samajik Vigyan class 10 - MP Board: समाज विज्ञान कक्षा 10 - एमपी बोर्ड
by madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopalThis is the social-science 10th standard textbook from Madhya pradesh rajya shiksha kendra bhopal
Samajik Vigyan class 10 - RBSE Board: सामाजिक विज्ञान 10वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerमाध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर द्वारा सामाजिक विज्ञान शिक्षण हेतु तैयार की गई पाठ्यपुस्तक में उन सभी भौगोलिक, आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक तथा ऐतिहासिक तथ्यों एवं घटनाओं का समावेश किया गया है, जिनकी वर्तमान में विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए महती आवश्यकता है । इससे बालक का सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन किया जा सकेगा । पाठ्यपुस्तक को मुख्य रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया है । भूगोल, सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन तथा इतिहास । पाठ्यपुस्तक में सम्मिलित चित्रों, मानचित्रों, घटनाओं का भरपुर उपयोग किया गया है, ताकि छात्रों की तार्किकता में वृद्धि हो सके । यथा संभव बालकों को शैक्षिक भ्रमण पर ले जावें और वहाँ की वस्तु स्थिति से अवगत करावें । भ्रमण के बाद विद्यालय में आकर समूह परिचर्चा करते हुए प्रतिवेदन तैयार करें । बालकों को रटने की प्रवृति की जगह अपने विवेक का प्रयोग करते हुए आगे बढने के अवसर प्रदान करें । अध्याय के अंत में दिए गए प्रश्नों के उत्तर भी वह अपने विवेकानुसार लिखने का प्रयास करें । छात्रों को ध्यान में रखते हुए बहुचयनात्मक, रिक्त स्थान पूर्ति, अतिलघुत्तरात्मक, निबंधात्मक प्रश्नों का समावेश किया गया है ।
Samajik Vigyan class 10 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: सामाजिक विज्ञान कक्षा 10 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.सामाजिक विज्ञान पाठ्यपुस्तक कक्षा 10 वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में अध्ययन इतिहास, राजनीति विज्ञान, भूगोल और अर्थशास्त्र जैसी अलग-अलग इकाईयों के रूप में न होकर समग्र सामाजिक विज्ञान के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। पाठ्यपुस्तक में राष्ट्रीय पाठ्यचर्या के चार शैक्षिक स्तंभों की प्रमुख अवधारणाओं को रेखांकित किया गया है जो विद्यार्थियों में रचनात्मक, ज्ञान एवं कौशल को बढ़ावा देते हैं। सामाजिक विज्ञान से हमें मानवीय मूल्यों और विश्व के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण और पूर्व में घटित घटनाओं को न दोहराते हुए उससे सीख लेने की शिक्षा मिलती है। देश की अर्थ व्यवस्था में हमारी भागीदारी सुनिश्चित करने का व्यापक दृष्टिकोण तथा सुशासन व्यवस्था की समझ विकसित करने का कार्य सामाजिक विज्ञान करता है। पाठ में प्रयोगात्मक और परिवेशीय आयामों को सम्मिलित किया गया है।
Samajik Vigyan class 6 - RBSE: सामाजिक विज्ञान वर्ग 6 - आरबीएसई
by Rajasthan State Textbook BoardEducation book
Samajik Vigyan Class 6 - RBSE Board: सामाजिक विज्ञान 6वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurराजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, उदयपुर द्वारा सामाजिक विज्ञान शिक्षण हेतु तैयार की गई पाठ्यपुस्तक में उन सभी भौगोलिक, आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक तथा ऐतिहासिक तथ्यों एवं घटनाओं का समावेश किया गया है, जिनकी वर्तमान में विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए महती आवश्यकता है । इससे बालक का सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन किया जा सकेगा । पाठ्यपुस्तक को मुख्य रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया है । भूगोल, सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन तथा इतिहास । साथ ही शिक्षकों से अपेक्षा है कि अध्यायों को इकाई वार विभाजित कर क्रमानुसार सभी भागों को नियमित रूप से सम्मिलित करते हुए अध्ययन कार्य करावें । पाठ्यपुस्तक में सम्मिलित चित्रों, मानचित्रों, घटनाओं का भरपुर उपयोग करें, ताकि छात्रों की तार्किकता में वृद्धि हो सके । यथा संभव बालकों को शैक्षिक भ्रमण पर ले जावें और वहाँ की वस्तु स्थिति से अवगत करावें । भ्रमण के बाद विद्यालय में आकर समूह परिचर्चा करते हुए प्रतिवेदन तैयार करें । अध्याय में दी गई गतिविधियों को करवाते हुए छात्रों का भरपूर सहयोग लें तथा उन्हें सीखने का अवसर प्रदान करें । बालकों को रटने की प्रवृति की जगह अपने विवेक का प्रयोग करते हुए आगे बढने के अवसर प्रदान करें । अध्याय के अंत में दिए गए प्रश्नों के उत्तर भी वह अपने विवेकानुसार लिखने का प्रयास करें । छात्रों को ध्यान में रखते हुए बहुचयनात्मक, रिक्त स्थान पूर्ति, अतिलघुत्तरात्मक, निबंधात्मक प्रश्नों का समावेश किया गया है ।
Samajik Vigyan class 7 - RBSE Board: सामाजिक विज्ञान 7वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurराजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, उदयपुर द्वारा सामाजिक विज्ञान शिक्षण हेतु तैयार की गई पाठ्यपुस्तक में उन सभी भौगोलिक, आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक तथा ऐतिहासिक तथ्यों एवं घटनाओं का समावेश किया गया है, जिनकी वर्तमान में विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए महती आवश्यकता है । इससे बालक का सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन किया जा सकेगा । पाठ्यपुस्तक को मुख्य रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया है । भूगोल, सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन तथा इतिहास । साथ ही शिक्षकों से अपेक्षा है कि अध्यायों को इकाई वार विभाजित कर क्रमानुसार सभी भागों को नियमित रूप से सम्मिलित करते हुए अध्ययन कार्य करावें । पाठ्यपुस्तक में सम्मिलित चित्रों, मानचित्रों, घटनाओं का भरपुर उपयोग करें, ताकि छात्रों की तार्किकता में वृद्धि हो सके । यथा संभव बालकों को शैक्षिक भ्रमण पर ले जावें और वहाँ की वस्तु स्थिति से अवगत करावें । भ्रमण के बाद विद्यालय में आकर समूह परिचर्चा करते हुए प्रतिवेदन तैयार करें । अध्याय में दी गई गतिविधियों को करवाते हुए छात्रों का भरपूर सहयोग लें तथा उन्हें सीखने का अवसर प्रदान करें । बालकों को रटने की प्रवृति की जगह अपने विवेक का प्रयोग करते हुए आगे बढने के अवसर प्रदान करें । अध्याय के अंत में दिए गए प्रश्नों के उत्तर भी वह अपने विवेकानुसार लिखने का प्रयास करें । छात्रों को ध्यान में रखते हुए बहुचयनात्मक, रिक्त स्थान पूर्ति, अतिलघुत्तरात्मक, निबंधात्मक प्रश्नों का समावेश किया गया है ।