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Vaani Vyvahaar Me (Sanxipt): वाणी व्यवहार मॅ

by Dada Bhagwan

‘वाणी,व्यवहार में’, यह पुस्तक में हमें वाणी से संबंधित कई सारे मौलिक सिद्धांतों की जानकारी प्राप्त होती है| वाणी मुख्यतः निर्जीव है, यह सिर्फ एक टेप रिकॉर्ड है, जिसकी पूरी रिकॉर्डिंग हमारे पिछले जन्मो में हुई है| वाणी, एक बहुत ही अमूल्य वस्तु है जिसकी कीमत समझना बहुत ज़रूरी है| हमारी वाणी ऐसी होनी चाहिए कि जिससे किसीको भी दुःख ना हो| दादाश्री इस किताब में हमें वाणी कि महत्वता, हमारे रोजिंदा जीवन में होने वाले व्यवहार को लक्ष में रखकर, बहुत सारे उदाहरणों के साथ बताते है जिससे हमें यह समझ में आता है कि हम हमारी वाणी को किस तरह कोमल और मधुर बना सकते है| जिस तरह किसी टेप को बजाने से पहले उसमें रिकॉर्डिंग करनी होती है उसी तरह हमारे मुँह से जो वाणी निकलती है वह सब पिछले जन्मो में की हुई रिकॉर्डिंग का ही परिणाम है| वाणी के सिद्धांतों को और अधिक गहराई में समझने के लिए यह किताब अवश्य पढ़े|

Vah: वह: किन्नर समुदाय के संघर्ष की गाथा

by Shrigopal Singh Sisodia 'Nisar'

यह उपन्यास किन्नर पर आधारित है और हमें उनसे जुड़ी रूढ़ियों और तथ्यों से परिचित कराता है।

Vaishnav Ki Phisalan: वैष्णव की फिसलन

by Harishankar Parsai

वैष्णव की फिसलन हरिशंकर परसाई ‘वैष्णव की फिसलन’ प्रसिद्ध व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई की श्रेष्ठ रचनाओं का संकलन है। इस संग्रह की व्यंग्य रचनाएँ यह स्थापित करने में कामयाब हैं कि जीवन की श्रेष्ठ आलोचना की संज्ञा व्यंग्य है। सहज ढंग से चुभती हुई भाषा में ये व्यंग्य रचनाएँ अपनी बात कहते हुए गहरी चोट कर जाती हैं। इस व्यंग्य-संग्रह की रचनाओं की सफलता के पीछे जो सबसे बड़ी चीज़ है वह है - लेखक की पैनी दृष्टि, जिससे छुपकर भी कुछ भी छुपा नहीं रह जाता और अव्यक्त भी व्यक्त होने लगता है। यह संग्रह चिन्ताओं का नहीं चिन्तन का संग्रह है, और यह लेखक की कुशलता ही है कि इसे वह विचार और संवेदना के सामंजस्य से कर पाया है। ‘वैष्णव की फिसलन’ में संकलित रचनाएँ हमारे आसपास की ज़िन्दगी को उघाड़कर इस प्रकार सामने रख देती हैं कि ऊपर से सीधी-सादी दिखनेवाली घटनाएँ और स्थितियाँ नए अर्थ देने लगती हैं, उनके अन्तर्निहित आशय उजागर हो उठते हैं। इस संग्रह की रचनाएँ आज के जीवन की विसंगतियों और विरूपताओं, अवरोधों और कुंठाओं पर चोट करती हैं और बताती हैं कि विसंगति के विरुद्ध क़लम कैसे तलवार का काम करती है।

Vaishveekrut Sansar Mein Nagarikata: वैश्वीकृत संसार में नागरिकता

by R. C. Varmani

पिछले कुछ दशकों में सामाजिक विज्ञानों के क्षेत्र में नागरिकता की धारणा एक केन्द्रीय विषय के रूप में उभरी हैं। नागरिकता का एक आदर्शात्मक धारणा एवम् एक सामाजिक-राजनीतिक तथ्य दोनों स्तरों पर गम्भीरता से अध्ययन किया जा रहा है। क्योंकि राज्य का प्राथमिक सम्बध जनता से है, अतः राजनीति का पहला विषय उन नियमों का चयन करना होता है जो इन सम्बधों को संचालित करेगें-अर्थात् सामाजिक नियमन के लिए कुछ ऐसे मूल नियमों का अस्तित्व अनिवार्य है जो यह निश्चित करें कि कौन किसी राज्य विशेष का सदस्य माना जायेगा, यह सदस्यता किस तरह प्राप्त की जा सकती है, शासकों के कर्त्तव्य क्या हैं अथवा व्यक्ति के क्या अधिकार हैं आदि। ये सभी प्रश्न नागरिकता की प्रकृति के अध्ययन तथा इसका अधिकार, स्वतन्त्रता, समानता तथा न्याय के साथ सम्बन्ध से जुड़े हुये हैं। टी.एच. मार्शल के सिद्धान्त का अनुसरण करते हुये नागरिकता का आधुनिक उदारवादी सिद्धान्त कानूनी समानता तथा राजनीतिक भागेदारी के अतिरिक्त आर्थिक एवम् सामाजिक अधिकारों पर भी बल देता है। परन्तु पिछले कुछ दशकों से नागरिक एवम् राजनीतिक अधिकारों के पहले चरण तथा सामाजिक-आर्थिक अधिकारों के दूसरे चरण का एक तीसरे चरण तक विस्तार किया जा रहा है जिसमें कई अधिकार शामिल है जैसे पर्यावरण अधिकार, आदिवासी अथवा मूल-निवासी अधिकार, एक राष्ट्र-राज्य के अन्दर बह-सांस्कृतिक तथा अल्पसख्यंक समूह अधिकार तथा प्रजातान्त्रिक अधिकारों के स्थान पर मानवीय अधिकारों को प्राथमिकता आदि। वर्तमान पुस्तक नागरिकता से सम्बन्धित इन समकालीन विषयों की एक संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत करती है।

Vajpayee - Ek Rajneta ke Agyat Pehlu: वाजपेयी: एक राजनेता के अज्ञात पहलू

by Ullekh N. P.

सांसद में नेहरूवाद से मिलते-जुलते अपने 'धर्मनिरपेक्ष' बयानों के बावजूद अटल बिहारी वाजपेयी यदा-कदा कट्टरपंथी जमात में थोड़ी घुसपैठ कर जाते थे। 1983 में उन्होंने असम चुनावों के दौरान भड़काऊ भाषण दिया जिससे प्रदेश में 'बांग्लादेशी विदेशियों' की मौजूदगी बड़ा मुद्दा बन गया। यहां तक कि भाजपा ने भी वाजपेयी के भाषण से किनारा कर लिया। संभवतः इस भाषण के कारण उस वर्ष असम के नल्ली में 2000 से अधिक लोगों का संहार हुआ, जिनमें से ज़्यादातर मुस्लिम थे। वाजपेयी भारत के चतुर राजनेताओं में से एक हैं और उन्हें कई तरह की विरोधाभासी बातें करने के लिए जाना जाता है : उग्रवादी राष्ट्रवादी से अपने गुप्त पारिवारिक जीवन तक, साम्यवाद के प्रति रुझान, भोजनप्रियता और यदि स्वयं को उदारवादी के रूप में पेश न कर सके तो मध्यमार्गी की तरह पेश करने तक। यह पुस्तक वाजपेयी के करियर के अहम पड़ावों और एक अनुभवी राजनेता के रूप में उनकी विशेषताओं को खंगालती हुई उनके अपनी पार्टी के नेताओं से संबंधों और आरएसएस तथा उसके सहयोगी संगठनों के साथ प्रेम व् द्वेष वाले संबंधों पर नज़र डालती है। बेहतरीन शोध, पुख़्ता तथ्यों से समर्थित तथा अंतर्कथाओं और उपाख्यानों के साथ, अंतर्दृष्टियों से युक्त साक्षात्कारों तथा सहेजने योग्य छायाचित्रों से सज्जित यह पुस्तक एक कवि-राजनेता के जीवन की झलक पेश करती है।

Vansh Se Rajya Tak

by Romila Thapar

The book contains lectures of Heras Memorial lecture series on state and dynasties in ancient india. The lectures were given by Romila Thapar in February 1980 at St Xaviers college. In these lectures the nature of Indian society in the first millenium BC has been highlighted.

Varadaan Sankshipt Sanskaran Abhyasa Pustika

by Premchand

Education Book

Vardaan - Sankshipt Sanskaran

by Premchand

Vardaan is a tragic story of two lovers. The lovers who played together since childhood and dreamt of spending their lives together, dreams shattered like playing cards. The novel has the love story of Virjan and Pratap and at the same time Madhvi and Pratap. In the end Madhvi decides to leave everything and becomes a yogini. An intense story which is a must-read for Premchand lovers.

Vartaman Tirthankar Shree Simandhar Swami: वर्तमान तीर्थकर श्री सीमंधर स्वामी

by Dada Bhagwan

इस काल में इस क्षेत्र से सीधे मोक्ष पाना संभव नहीं है, ऐसा शास्त्रों में कहा गया हैं। लेकिन लंबे अरसे से, महाविदेह क्षेत्र में श्री सीमंधर स्वामी के दर्शन से मोक्ष प्राप्ति का मार्ग खुला ही हैं। लेकिन परम पूज्य दादाश्री उसी मार्ग से मुमुक्षुओं को मोक्ष पहुँचानें में निमित्त हैं और इसकी प्राप्ति का विश्वास, मुमुक्षुओं को निश्चय से होता ही है। इस काल में, इस क्षेत्र में वर्तमान तीर्थंकर नहीं हैं। लेकिन महाविदेह क्षेत्र में वर्तमान तीर्थंकर श्री सीमंधर स्वामी विराजमान हैं। वे भरत क्षेत्र के मोक्षार्थी जीवों के लिए मोक्ष के परम निमित्त हैं। ज्ञानीपुरुष ने खुद उस मार्ग से प्राप्ति की और औरों को वह मार्ग दिखाया है। प्रत्यक्ष प्रकट तीर्थंकर की पहचान होना, उनके प्रति भक्ति जगाना और दिन-रात उनका अनुसंधान करके, अंत में, उनके प्रत्यक्ष दर्शन पाकर, केवलज्ञान को प्राप्त करना, यही मोक्ष की प्रथम और अंतिम पगडंडी है। ऐसा ज्ञानियों ने कहा हैं। श्री सीमंधर स्वामी की आराधना, जितनी ज़्यादा से ज़्यादा होगी, उतना उनके साथ अनुसंधान विशेष रहेगा। इससे उनके प्रति ऋणानुबंध प्रगाढ़ होगा। अंत में परम अवगाढ़ दशा तक पहुँचकर उनके चरणकमलों में ही स्थान प्राप्ति की मोहर लगती है।

Vartman Tirthankar Shree Simandhar Swami (Small): वर्तमान तीर्थकर श्री सीमंधर स्वामी

by Dada Bhagwan

इस काल में इस क्षेत्र से सीधे मोक्ष पाना संभव नहीं है, ऐसा शास्त्रों में कहा गया हैं। लेकिन लंबे अरसे से, महाविदेह क्षेत्र में श्री सीमंधर स्वामी के दर्शन से मोक्ष प्राप्ति का मार्ग खुला ही हैं। लेकिन परम पूज्य दादाश्री उसी मार्ग से मुमुक्षुओं को मोक्ष पहुँचानें में निमित्त हैं और इसकी प्राप्ति का विश्वास, मुमुक्षुओं को निश्चय से होता ही है। इस काल में, इस क्षेत्र में वर्तमान तीर्थंकर नहीं हैं। लेकिन महाविदेह क्षेत्र में वर्तमान तीर्थंकर श्री सीमंधर स्वामी विराजमान हैं। वे भरत क्षेत्र के मोक्षार्थी जीवों के लिए मोक्ष के परम निमित्त हैं। ज्ञानीपुरुष ने खुद उस मार्ग से प्राप्ति की और औरों को वह मार्ग दिखाया है। प्रत्यक्ष प्रकट तीर्थंकर की पहचान होना, उनके प्रति भक्ति जगाना और दिन-रात उनका अनुसंधान करके, अंत में, उनके प्रत्यक्ष दर्शन पाकर, केवलज्ञान को प्राप्त करना, यही मोक्ष की प्रथम और अंतिम पगडंडी है। ऐसा ज्ञानियों ने कहा हैं। श्री सीमंधर स्वामी की आराधना, जितनी ज़्यादा से ज़्यादा होगी, उतना उनके साथ अनुसंधान विशेष रहेगा। इससे उनके प्रति ऋणानुबंध प्रगाढ़ होगा। अंत में परम अवगाढ़ दशा तक पहुँचकर उनके चरणकमलों में ही स्थान प्राप्ति की मोहर लगती है।

Vasant

by National Council Of Educational Research Training

This book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 6th subject Hindi, studying through Hindi medium. This accessible version of the book doesn't leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.

Vasant Bhag-1 class 6 - NCERT - 23: वसंत भाग-१ ६वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

वसंत भाग-१ यह किताब राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (2005) के आधार पर तैयार किए गए पाठ्यक्रम पर आधारित है। यह पारंपरिक भाषा शिक्षण की कई सीमाओं से आगे जाती है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की नयी रूपरेखा भाषा को बच्चे के व्यक्तित्व का सबसे समृद्ध संसाधन मानते हुए उसे पाठ्यक्रम के हर विषय से जोड़कर देखती है। इस नाते पाठ्यसामग्री का चयन और अभ्यासों में बच्चे के भाषायी विकास की समग्रता को ध्यान में रखा गया है। कई अभ्यास-प्रश्न भाषा शिक्षण की परिचित परिधि से बाहर जाकर प्रकृति, समाज, विज्ञान, इतिहास आदि में बच्चे की जिज्ञासा को नए आयाम देते हैं। उदाहरण के लिए शमशेर बहादुर सिंह की कविता 'चाँद से थोड़ी सी गप्पें' में दिया गया एक प्रश्न चंद्रमा की कलाओं के बारे में है और सुभद्रा कुमारी चौहान की कविता 'झाँसी की रानी' में इतिहास और भूगोल के भी कुछ प्रश्न दिए गए हैं। ऐसे प्रश्नों के ज़रिए बच्चों को हिंदी की विपुल शब्द-संपदा के विविध हिस्सों का स्पर्श मिलेगा। वे आज के शहरी जीवन में अपेक्षाकृत कम सुनाई पड़ने वाले शब्दों और प्रयोगों को अपना सकेंगे।

Vasant Bhag 2

by National Council Of Educational Research Training

This book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 7th subject Hindi, studying through Hindi medium. This accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.

Vasant Bhag 2 class 7 - NCERT: वसंत भाग 2 कक्षा 7 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

यह पाठ्यपुस्तक राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (2005) के आधार पर तैयार किए गए पाठ्यक्रम पर आधारित है। यह पारंपरिक भाषा-शिक्षण की कई सीमाओं से आगे जाती है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की नयी रूपरेखा भाषा को विद्यार्थी के व्यक्तित्व का सबसे समृद्ध संसाधन मानते हुए उसे पाठ्यक्रम के हर विषय से जोड़कर देखती है। इस नाते पाठ्यसामग्री का चयन और अभ्यासों में विद्यार्थी के भाषायी विकास की समग्रता को ध्यान में रखा गया है। कई प्रश्न-अभ्यास भाषा शिक्षण की परिचित परिधि से बाहर जाकर प्रकृति, समाज, विज्ञान, इतिहास आदि में विद्यार्थी की जिज्ञासा को नए आयाम देते हैं। पाठ केंद्रित प्रश्नों को क्रमशः विस्तार देते हुए पाठ के आसपास के ज्ञान-क्षेत्रों को भी दूसरे प्रश्न-समूहों में साथ रखने का प्रयास किया गया है। भाषा की बात करते हुए ऐसे शब्दों और प्रयोगों पर विद्यार्थी का ध्यान दिलाया गया है जिन्हें समाज की जीवंतता को साहित्यिक कृतियों में समेटते हुए साहित्यकार अपनी कृति में रखना आवश्यक समझते हैं और अकसर ऐसे आंचलिक शब्द और वाक्य प्रयोग आज के शहरी जीवन में अपेक्षाकृत कम सुनाई पड़ते हैं।

Vasant Bhag-2 class 7 - NCERT - 23: वसंत भाग-२ ७वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

वसंत भाग २ यह पाठ्यपुस्तक राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (2005) के आधार पर तैयार किए गए पाठ्यक्रम पर आधारित है। यह पारंपरिक भाषा-शिक्षण की कई सीमाओं से आगे जाती है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की नयी रूपरेखा भाषा को विद्यार्थी के व्यक्तित्व का सबसे समृद्ध संसाधन मानते हुए उसे पाठ्यक्रम के हर विषय से जोड़कर देखती है। इस नाते पाठ्यसामग्री का चयन और अभ्यासों में विद्यार्थी के भाषायी विकास की समग्रता को ध्यान में रखा गया है। कई प्रश्न-अभ्यास भाषा शिक्षण की परिचित परिधि से बाहर जाकर प्रकृति, समाज, विज्ञान, इतिहास आदि में विद्यार्थी की जिज्ञासा को नए आयाम देते हैं। पाठ केंद्रित प्रश्नों को क्रमशः विस्तार देते हुए पाठ के आसपास के ज्ञान-क्षेत्रों को भी दूसरे प्रश्न-समूहों में साथ रखने का प्रयास किया गया है।

VASANT bhag 3

by National Council Of Educational Research Training

This book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 8th subject Hindi, studying through Hindi medium. This accessible version of the book doesn't leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.

Vasant Bhag 3 class 8 - NCERT: वसंत भाग 3 कक्षा 8 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

कक्षा 8 के लिए हिंदी की पाठ्यपुस्तक, एन.सी.ई.आर.टी. इस पुस्तक की रचना के लिए बनाई गई पाठ्यपुस्तक निर्माण समिति के परिश्रम के लिए कृतज्ञता व्यक्त करती है। परिषद् भाषा सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर नामवर सिंह और इस पुस्तक के मुख्य सलाहकार प्रोफ़ेसर पुरुषोत्तम अग्रवाल की विशेष आभारी है। इस पाठ्यपुस्तक के विकास में कई शिक्षकों ने योगदान किया, इस योगदान को संभव बनाने के लिए हम उनके प्राचार्यों के आभारी हैं। हम उन सभी संस्थाओं और संगठनों के प्रति कृतज्ञ हैं जिन्होंने अपने संसाधनों, सामग्री तथा सहयोगियों की मदद लेने में हमें उदारतापूर्वक सहयोग दिया। हम माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रोफ़ेसर मृणाल मीरी एवं प्रोफ़ेसर जी.पी. देशपांडे की अध्यक्षता में गठित निगरानी समिति (मॉनिटरिंग कमेटी) के सदस्यों को अपना मूल्यवान समय और सहयोग देने के लिए धन्यवाद देते हैं।

Vasant Bhag-3 class 8 - NCERT - 23: वसंत भाग ३ ८वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

वसंत भाग 3 कक्षा 8 के लिए हिंदी की पाठ्यपुस्तक। यह पुस्तक हिंदी के भाषा संसार में अनेक बोली-भाषा और क्षेत्रीय प्रभावों का समावेश है। ये भाषा संसार के पोषक अंग हैं और धरोहर भी। जब पाठों में आंचलिक पहचान के साथ रचे गए किसी साहित्य को रखा जाता है तब उसमें लोक प्रचलित शब्द, मुहावरे और क्षेत्रीय परिवेश का चित्रण होता है। कथ्य और कथा परिवेश को तो पाठक पहचान लेता है परंतु भाषा के क्षेत्रीय तत्व अन्य क्षेत्र के पाठकों के लिए अपरिचित होते हैं। इस तरह का साहित्य भाषा के स्तर पर नया अनुभव भी देता है। पाठ चयन करते हुए विषयों के साथ विधाओं का स्तबक बनाने का प्रयास किया गया है। इस गुलदस्ते में यदि एक विषय निबंध की विधा में है तो उसी विषय को दूसरे तेवर में प्रस्तुत करने वाली कविता के चयन का प्रयास भी किया गया है। विविध भाषा-परिवेशों से विद्यार्थी को परिचित कराना भाषा शिक्षण की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है। पुस्तक में इसकी पूर्ति का प्रयास किया गया है।

Vayuyan Ki Kahani

by Bimal Kumar Srivastav

इस पुस्‍तक में वायुयान के आविष्‍कार और उसकी तकनीकियों को संक्षिप्‍त रूप में बताया गया है। आधुनिक वायुयान का आविष्‍कार सबसे पहले राइट बंधुओं ने किया था। इन्‍हें ही विमानों का वास्‍तविक आविष्‍कारक माना जाता है।In this book the invention of the aircraft and its techniques are briefly described. The invention of the modern aircraft was first created by the Wright Brothers. These are considered to be the real inventors of the planes.

Ve Din: वे दिन

by Nirmal Verma

इतिहास निर्मल वर्मा के कथा-शिल्प में उसी तरह मौजूद रहता है, जैसे हमारे जीवन में लगातार मौजूद लेकिन अदृश्य। उससे हमारे दुख और सुख तय होते हैं, वैसे ही जैसे उनके कथा-पात्रों के। कहानी का विस्तार उसमें बस यह करता है कि इतिहास के उन मूक और भीड़ में अनचीन्हे ‘विषयों’ को आलोक-वृत्त से घेरकर नुमायाँ कर देता है, ताकि वे दिखने लगें, ताकि उनकी पीड़ा की सूचना एक जवाबी सन्देश की तरह इतिहास और उसकी नियन्ता शक्तियों तक पहुँच सके। इस उपन्यास के पात्र, निर्मल जी के अन्य कथा-चरित्रों की तरह सबसे पहले व्यक्ति हैं, लेकिन मनुष्य के तौर पर वे कहीं भी कम नहीं हैं, बल्कि बढ़कर हैं, किसी भी मानवीय समाज के लिए उनकी मौजूदगी अपेक्षित मानी जाएगी। उनकी पीड़ा और उस पीड़ा को पहचानने, अंगीकार करने की उनकी इच्छा और क्षमता उन्हें हमारे मौजूदा असहिष्णु समाज के लिए मूल्यवान बनाती है। वह चाहे रायना हो, इंदी हो, फ्रांज हो या मारिया, उनमें से कोई भी अपने दुख का हिसाब हर किसी से नहीं माँगता फिरता।

Veena Bhag-1 class 3 - NCERT - 23: वीणा भाग-१ ३रीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

"वीणा" तीसरी कक्षा के छात्रों के लिए हिंदी पाठ्यपुस्तक है, जिसमें छात्रों के संपूर्ण विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया है। यह पुस्तक राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2023 के निर्देशों का पालन करती है। इसे पाँच इकाइयों में विभाजित किया गया है, जो बच्चों के पर्यावरण, मित्रता, खेल, श्रम और देशभक्ति जैसे महत्वपूर्ण विषयों को कवर करती हैं। पुस्तक में कविताएँ, कहानियाँ, निबंध, पत्र, संवाद और पहेलियाँ शामिल हैं, जो बच्चों के सोचने, समझने और प्रश्न पूछने की क्षमता को विकसित करने में सहायक हैं। पुस्तक के माध्यम से बच्चों को भारतीय पौराणिक कथा परंपरा से लेकर आधुनिक और तकनीकी रूप से विकसित भारत की छवि से परिचित कराया गया है। इसमें भाषा के सौंदर्यशास्त्रीय, सामाजिक, सांस्कृतिक, मनोवैज्ञानिक और साहित्यिक पक्षों को भी शामिल किया गया है, जिससे बच्चे केवल नियमबद्ध व्यवस्था के रूप में भाषा को न देखें, बल्कि इसके विभिन्न पहलुओं को भी समझें। इसके अलावा, पुस्तक में समावेशन, बहुभाषिकता, जेंडर समानता और सांस्कृतिक जुड़ाव को भी महत्व दिया गया है। यह पुस्तक बच्चों के सीखने की प्रक्रिया को आनंदमय और लाभप्रद बनाने के उद्देश्य से तैयार की गई है, ताकि वे सहजता से अपने मध्य स्तर में प्रवेश कर सकें और समग्र रूप से विकसित हो सकें।

Vidhvans

by Premchand

प्रेमचन्द की प्रसिद्ध कहानियाँ

Vidhya Samaj Shastra Class 12 - U.P Board: विद्या समाज शास्त्र कक्षा 12 - यूपी बोर्ड

by Vidya Prakashan Mandir P Ltd

Vidya Samaj Shastra Question Bank Class 12 माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश द्वारा निर्धारित NCERT पाठ्यक्रम, अंक-विभाजन एवं प्रश्न-पत्र की योजना पर आधारित सर्वोत्कृष्ट परीक्षा मार्गदर्शक। 1. विगत 10 वर्षों की बोर्ड परीक्षाओं के प्रश्नोत्तर का अध्यायवार संकलन 2. परीक्षोपयोगी प्रश्नों का निर्धारित शब्द-सीमा एवं तथ्यपरक उत्तरों सहित संकलन 3. बोर्ड परीक्षा की दृष्टि से चयनित परीक्षोपयोगी प्रश्नों के सम्पूर्ण हल की प्रस्तुति 4. NCERT की पाठ्य-पुस्तक से चयनित परीक्षोपयोगी प्रश्नोत्तरों का संकलन 5.विद्यार्थियों की सुविधा के लिए नवीनतम पाठ्यक्रम एवं अंक-विभाजन तथा प्रश्न-पत्र की योजना का संकलन 6. 2021 की परीक्षा हेतु 3 प्रतिदर्श प्रश्न-पत्र (3 Model Papers) 7. For other NCERT guides you can search bookshare website.

Vidya Bhugol Class 12 - U.P Board: विद्या भुगोल कक्षा १२ - यू.पी. बोर्ड

by Vidya Prakashan Mandir P Ltd

Vidya Bhugol Question Bank Class 12 माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश द्वारा निर्धारित NCERT पाठ्यक्रम, अंक-विभाजन एवं प्रश्न-पत्र की योजना पर आधारित सर्वोत्कृष्ट परीक्षा मार्गदर्शक। 1. विगत 10 वर्षों की बोर्ड परीक्षाओं के प्रश्नोत्तर का अध्यायवार संकलन 2. परीक्षोपयोगी प्रश्नों का निर्धारित शब्द-सीमा एवं तथ्यपरक उत्तरों सहित संकलन 3. बोर्ड परीक्षा की दृष्टि से चयनित परीक्षोपयोगी प्रश्नों के सम्पूर्ण हल की प्रस्तुति 4. NCERT की पाठ्य-पुस्तक से चयनित परीक्षोपयोगी प्रश्नोत्तरों का संकलन 5.विद्यार्थियों की सुविधा के लिए नवीनतम पाठ्यक्रम एवं अंक-विभाजन तथा प्रश्न-पत्र की योजना का संकलन 6. 2021 की परीक्षा हेतु 3 प्रतिदर्श प्रश्न-पत्र (3 Model Papers) 7. For other NCERT guides you can search bookshare website.

Vidya Hindi Class 10 - U.P Board: विद्या हिंदी कक्षा 10 - यूपी बोर्ड

by Vidya Prakashan Mandir P Ltd.

Vidya Hindi Question Bank Class 10 माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश द्वारा निर्धारित NCERT पाठ्यक्रम, अंक-विभाजन एवं प्रश्न-पत्र की योजना पर आधारित सर्वोत्कृष्ट परीक्षा मार्गदर्शक। 1. विगत 10 वर्षों की बोर्ड परीक्षाओं के प्रश्नोत्तर का अध्यायवार संकलन 2. परीक्षोपयोगी प्रश्नों का निर्धारित शब्द-सीमा एवं तथ्यपरक उत्तरों सहित संकलन 3. बोर्ड परीक्षा की दृष्टि से चयनित परीक्षोपयोगी प्रश्नों के सम्पूर्ण हल की प्रस्तुति 4. NCERT की पाठ्य-पुस्तक से चयनित परीक्षोपयोगी प्रश्नोत्तरों का संकलन 5.विद्यार्थियों की सुविधा के लिए नवीनतम पाठ्यक्रम एवं अंक-विभाजन तथा प्रश्न-पत्र की योजना का संकलन 6. 2021 की परीक्षा हेतु 3 प्रतिदर्श प्रश्न-पत्र (3 Model Papers) 7. For other NCERT guides you can search bookshare website.

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