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Tum Meri Jaan Razia B - Novel: तुम मेरी जान रजिया बी - उपन्यास

by Shri. Piyush Mishra

पीयूष मिश्रा लिखित तुम मेरी जान हो रजिया बी इस किताब मे लेखक और रजिया बी इनका कोठे के भीतर का अनुभव लेखक ने बताया है

Tumne Mera Anda To Nahin Dekha

by Eklavya Kanak

“तुमने मेरा अण्‍डा तो नही देखा?” मुर्गी और उसके अण्‍डे की कहानी है। मुर्गी का अण्‍डा सीढ़ि‍यों से लुढ़कर चूहे के बिल में चला जाता है। मुर्गी अपने अण्‍डे को खोजते हुए सबके पास जाती है। "Tumne Mera Anda To Nahin Dekha?" Is the story of the chicken and the egg. Hen's Egg slipped from stairs and goes in rat's hole. For looking her egg, chicken goes to different places.

Turning Points (Chunaution-bhara ek Saphar)

by A.P.J. Abdul Kalam Ashok Gupta

The book Turning Point talks about the incredible Kalam story and the challenges he faced through his journey. The book takes us through the details of his career and the presidency that are generally not known. It throws light not only on his extraordinary personality but also talks about how a country with a great heritage can become great in accomplishment, skills and abilities through effort, perseverance and confidence. It talks about the journey, individual and collective, that will take India to 2020 and beyond as a developed nation.' Turning point' is a sequel of the autobiography 'Wings of Fire' written by our former president APJ Abdul Kalam.

Twelfth Fail: ट्वेल्थ फेल

by Anurag Pathak

अनुराग पाठकलोक व्याहार (हिंदी) डेल कार्नेगी की 12 वीं फेल बुक बताती है कि आप अपने जैसे लोगों को कैसे बना सकते हैं, अपने सोचने के तरीके से लोगों को जीत सकते हैं और लोगों को अपमान या आक्रोश पैदा किए बिना बदल सकते हैं। उन्होंने लोगों को बिना किसी हेर-फेर के महसूस करने के लिए बुनियादी तकनीकों पर जोर दिया। कार्नेगी ऐतिहासिक आंकड़ों, व्यापारिक दुनिया के नेताओं और रोजमर्रा के लोगों के उपाख्यानों के साथ अपने बिंदुओं को दिखाता है।

UGC NET JRF SLET - General Paper 1 - Shikshan Aur Shodh Abhivrutti: यू.जी.सी नेट/जेआर एफ/सेट - सामन्य पेपर 1 - शिक्षण और शोध अभिवृत्ती

by Arihant Limited

शिक्षण और शोध अभिवृत्ती सामन्य पेपर 1 अरिहन्त पब्लिकेशन्स (इण्डिया) लिमिटेड ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यक्रम के अनुसार 10 इकाइयों (शिक्षण अभिवृत्ति, शोध अभिवृत्ति, बोध, सम्प्रेषण, गणितीय तर्क और अभिवृत्ति, युक्तियुक्त तर्क, आँकड़ों की व्याख्या, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी, लोग, विकास एवं पर्यावरण तथा उच्च शिक्षा प्रणाली) में विवरण की व्याख्या की गई है । पुस्तक में विद्यार्थियों को समझाने के लिए सरल भाषा के साथ जगह-जगहें पर उदाहरण, फ्लोचार्ट, चित्र, एवं नवीन तथ्यों इत्यादि का समावेश किया गया है तथा वर्ष 2018 (दिसम्बर और जुलाई) के हल प्रश्न-पत्रों को विस्तृत व्याख्या के साथ दिया गया है।

UGC Net Itihas Prashan (Hindi): यूजीसी नेट इतिहास प्रश्न

by Vineet Kumar Naveen Kumar Kumar Nalin Kumar Ashutosh

यूजीसी नेट इतिहास प्रश्न इस किताब को हिंदी भाषा में अरिहंत पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया गया है, नवीन पाठ्यक्रम की दृष्टीकोन को ध्यान में रखते हुए जूनियर रिसर्च फैलोशिप तथा लैक्चरशिप हेतु राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय पात्रता परीक्षा के अनुरूप 3 मॉडल पेपर्स को स्थान दिया गया है । इस पाठपुस्तक में संशोधित पैटर्न के अनुसार सम्पूर्ण पाठ्यक्रम का अध्यायवार विवरण तथा वर्तमान परीक्षा-पद्धती के अनुरूप वस्तुनिष्ठ प्रश्नो, कथन-कारण, सुमेलन, युग्म, क्रम आदि से सम्बन्धित प्रश्नों का भरपूर समावेश किया गया है ।

UGC Net Itihas Prashna (Hindi)

by Vineet Kumar Naveen Kumar Kumar Nalin Kumar Ashutosh

यूजीसी नेट इतिहास प्रश्न इस किताब को हिंदी भाषा में अरिहंत पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया गया है, नवीन पाठ्यक्रम की दृष्टीकोन को ध्यान में रखते हुए जूनियर रिसर्च फैलोशिप तथा लैक्चरशिप हेतु राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय पात्रता परीक्षा के अनुरूप 3 मॉडल पेपर्स को स्थान दिया गया है । इस पाठपुस्तक में संशोधित पैटर्न के अनुसार सम्पूर्ण पाठ्यक्रम का अध्यायवार विवरण तथा वर्तमान परीक्षा-पद्धती के अनुरूप वस्तुनिष्ठ प्रश्नो, कथन-कारण, सुमेलन, युग्म, क्रम आदि से सम्बन्धित प्रश्नों का भरपूर समावेश किया गया है ।

UGC-NET Junior Research Fellowship and Assistant Professor Eligibility Test - Sangeet Paper-2 Part-1: UGC-NET जूनियर रिसर्च फेलोशिप और सहायक प्रोफेसर पात्रता परीक्षा संगीत पेपर-२ भाग-१

by Dr Gunjan Saxena

Paper- 2 shall consist of 100 objective type compulsory questions each carrying 2 marks which will be based on the subject selected by the candidate.

UGC-NET Junior Research Fellowship and Assistant Professor Eligibility Test - Sangeet Paper-2 Part-2: UGC-NET जूनियर रिसर्च फेलोशिप और सहायक प्रोफेसर पात्रता परीक्षा संगीत पेपर-२ भाग-२

by Dr Gunjan Saxena

Paper- 2 shall consist of 100 objective type compulsory questions each carrying 2 marks which will be based on the subject selected by the candidate.

Uchchtar Samajshastriya Sidhant - Competitive Exam

by S. L. Doshi M. S. Trivedi

इस पुस्‍तक में समाजशास्त्रीय सिद्धान्‍तों को प्रस्‍तुत किया गया है। भारतीय समाज के समाजिक विचार, चिन्‍तन के कारक, उद्भव, सामाजिक सिद्धान्‍त संरचना और अर्थ, विशेषताएँ, प्रकार, और नये विचारकों के सिद्धान्‍तों को मिलाजुला कर इसके पाठयक्रम तैयार किये गये है। समाजशास्त्रीय सिद्धान्‍त और आनुभाविक अनुसंधान से पारस्‍परिकता, प्रकार्यवादी सिद्धान्‍त, सामाजिक क्रिया का सिद्धान्‍त, विसंगति, संघर्ष सिद्धान्‍त, विवेचनात्‍मक सिद्धान्‍त, माइक्रो तथा मेकरो सिद्धान्‍तीकरण एक सूत्र में बाँधने का प्रयास प्रतीकात्‍मक अन्‍तः क्रियावाद के अन्‍तर्गत बौद्धिक आधार, निर्वचन विधि, अभिनय कला, फीनोमिनोलॉजिकल सिद्धान्‍त, लोक विधि विज्ञान, संरचना सिद्धान्‍त, भारत में समाजशास्‍त्रीय निर्माण, उत्तर संरचनावाद या नव संरचनावाद आदि सिद्धान्‍त के विषय शामिल है। इन विषयों के उद्देश्‍य जानकर छात्रों में नयी उपलब्धि होती है।

Udyamita Vikas (Foundation course) B.A. B.Sc. B.Com. B.H.Sc. First Year SEM-I and SEM-II - M.P. University

by Madhya Pradesh Hindi Granth Academy Bhopal

Udyamita Vikas (Foundation course) text book for B.A., B.Sc., B.Com., B.H.Sc. First Year SEM-I and SEM-II According to the Latest Syllabus based on syllabus from Madhya Pradesh Hindi Granth Academy Bhopal in Hindi.

Ugc Net Hindi (Theory & MCQ) Competitive Exam

by Indic Trust

The Book Hindi contains the latest chapters for the preperations of UGC NET Examinations with the practice of multiple choice questions in this book.

Ugc Net Hindi Solved Papers (2004-2017) Competitive Exam

by Indic Trust

This book is a collection of Questions & Answer of last 10 years (2004 - 2017) of Hindi Paper for U.G.C Net students would find it very useful in understanding the types of questions being asked in the examination.

Upahar: उपहार

by Kusumlata Malik

उपहार पुस्तक विकलांगता विमर्श पर आधारित कहानियों का एक संग्रह है, जिसका संपादन कुसुमलता मलिक ने किया है। यह संग्रह विकलांग व्यक्तियों के जीवन में आने वाली सामाजिक, आर्थिक और मानसिक चुनौतियों को संवेदनशीलता से उजागर करता है। पुस्तक में हिंदी साहित्य के प्रतिष्ठित लेखकों जैसे महादेवी वर्मा, प्रेमचंद, विष्णु प्रभाकर, और मन्नू भंडारी की कहानियाँ शामिल हैं। पुस्तक की कहानियाँ विकलांगता को न केवल एक शारीरिक अवस्था, बल्कि सामाजिक और मानसिक संघर्ष के रूप में भी पेश करती हैं। इनमें "गुंगिया" जैसी कहानियाँ सामाजिक उपेक्षा और संवेदनहीनता के बीच संवेदनशीलता को उजागर करती हैं, जबकि "अन्ना" और "अललटप्पू" जैसे लेख विकलांग बच्चों और उनके अभिभावकों की मनोदशा को दर्शाते हैं। पुस्तक का उद्देश्य समाज के पूर्वाग्रहों को चुनौती देना और विकलांग व्यक्तियों के प्रति अधिक समावेशी दृष्टिकोण विकसित करना है। यह संग्रह मानवीय संवेदनाओं की गहराई और साहित्यिक उत्कृष्टता का अनूठा मिश्रण है। उपहार सामाजिक समानता की भावना को बढ़ावा देने और संवेदनशील दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करने का महत्वपूर्ण प्रयास है।

Urban Dhaba: अर्बन ढाबा

by Shaurya Bakshi

2013 के एक वीकेंड, IT सिटी बैंगलोर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर निरपेश अलग नाश्ता करने की तलब में अपने इंजीनियरिंग कॉलेज की करीबी दोस्त नेहा के बताए कैफ़े, अर्बन ढाबा जाता है जहाँ उसकी मुलाक़ात उसके वूदमत आकाश से होती है। यह मुलाक़ात एक दिलचस्प मोड़ लेती है जब निरपेश आकाश को अपनी कॉरपोरेट लाइफ और नेहा के प्यार में जूझती ज़िन्दगी से रूबरू कराता है। निरपेश मन ही मन नेहा से प्यार करता है पर उसे इज़हार करने और अपनी ज़िंदगी में अचानक खोने से डरता है। उसकी रोज़ाना एक जैसी चलने वाली ज़िन्दगी में एक दम से भूकंप आता है जब नेहा का colleague रोहित उसे एक शाम प्रोपोज़ कर देता है और फिर इन्ही हालातों में खूबसूरत लड़की वाणी उसकी लाइफ में एक एक्टिंग वर्कशॉप के दौरान एंट्री मारती है और मन ही मन उसे चाहने लगती है। आकाश जो एक शौकिया लेखक है और जिसे एक इंटरेस्टिंग कहानी की तालाश है, उसको वह कहानी इत्तेफ़ाक़ से निरपेश के लाइफ में चल रहे उतार चढ़ाव में मिलती है। रोहित और नेहा के पनपते रिश्ते और वाणी का उसके प्रति झुकाव की टेंशन को महसूस करते हुए निरपेश एक दिन वाणी को अर्बन ढाबा लेकर आता है ताकि उसके साथ वह एक्टिंग वर्कशॉप के अंत में होने वाले प्ले का प्लाट डिसकस कर सके। वहाँ वाणी की मुलाक़ात आकाश से होती है जिसके बाद आकाश वाणी की खूबसूरती से घायल हो जाता है। इस मुलाक़ात के बाद वह अपने गुज़रे हुए कल और निरपेश वाणी नेहा और रोहित के रोज़ाना बढ़ रहे आपसी रिश्तों के तनाव को और गहरा कर देता है। क्या आकाश की काबलियत वाणी को इम्प्रेस कर पाती है? क्या निरपेश रोहित की पर्सनालिटी के जादू से नेहा को वापस अपनी तरफ खींच पाता है? क्या अर्बन ढाबा की हवाएँ इन सभी के जीवन का सही रुख तय कर पाएंगी?

Uthaigeer

by Laxman Gaikwaad

Uthaigeer is an autobiographical novel as a member of the downtrodden society. A sharp satire on the social inequality which is quite clear and vocal in the story.

Uttrakhand Ki Lok Kathayen

by Deepa Agrawal Swati Kashyap

Uttarakhand city of temples and shrines known as the Dev-land. Gorgeous snow-capped Himalayan peaks, glittering glaciers, valleys and dense forests with flowers decorated their surroundings has affection for the people of this state. For this is the true worship of nature worship. This collection of sixteen stories this close relationship between man and nature shows.

VASANT bhag 3

by National Council Of Educational Research Training

This book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 8th subject Hindi, studying through Hindi medium. This accessible version of the book doesn't leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.

Vaani Vyvahaar Me (Sanxipt): वाणी व्यवहार मॅ

by Dada Bhagwan

‘वाणी,व्यवहार में’, यह पुस्तक में हमें वाणी से संबंधित कई सारे मौलिक सिद्धांतों की जानकारी प्राप्त होती है| वाणी मुख्यतः निर्जीव है, यह सिर्फ एक टेप रिकॉर्ड है, जिसकी पूरी रिकॉर्डिंग हमारे पिछले जन्मो में हुई है| वाणी, एक बहुत ही अमूल्य वस्तु है जिसकी कीमत समझना बहुत ज़रूरी है| हमारी वाणी ऐसी होनी चाहिए कि जिससे किसीको भी दुःख ना हो| दादाश्री इस किताब में हमें वाणी कि महत्वता, हमारे रोजिंदा जीवन में होने वाले व्यवहार को लक्ष में रखकर, बहुत सारे उदाहरणों के साथ बताते है जिससे हमें यह समझ में आता है कि हम हमारी वाणी को किस तरह कोमल और मधुर बना सकते है| जिस तरह किसी टेप को बजाने से पहले उसमें रिकॉर्डिंग करनी होती है उसी तरह हमारे मुँह से जो वाणी निकलती है वह सब पिछले जन्मो में की हुई रिकॉर्डिंग का ही परिणाम है| वाणी के सिद्धांतों को और अधिक गहराई में समझने के लिए यह किताब अवश्य पढ़े|

Vah: वह: किन्नर समुदाय के संघर्ष की गाथा

by Shrigopal Singh Sisodia 'Nisar'

यह उपन्यास किन्नर पर आधारित है और हमें उनसे जुड़ी रूढ़ियों और तथ्यों से परिचित कराता है।

Vaishali Ki Nagarvadhu: वैशाली की नगरवधू

by Acharya Chatursen

यह उपन्यास एक बौद्धकालीन ऐतिहासिक कृति है। लेखक के अनुसार इसकी रचना के क्रम में उन्हें आर्य, बौद्ध, जैन और हिंदुओं के साहित्य का सांस्कृतिक अध्ययन करना पड़ा जिसमें उन्हें 10 वर्षों का समय लगा। यह उपन्यास कोई एक-दो महीनों में पूर्ण नहीं हुआ बल्कि आचार्य शास्त्री ने इत्मीनान से इसके लेखन में 1939-1947 तक कि नौ वर्षों की अवधि लगाई। इस उपन्यास के केंद्र में 'वैशाली की नगरवधू' के रूप में इतिहास-प्रसिद्ध वैशाली की, सौंदर्य की साक्षात प्रतिमा तथा स्वाभिमान और आत्मबल से संबलित 'अम्बपाली' है जिसने अपने जीवनकाल में सम्पूर्ण भारत के राजनीतिक और सामाजिक परिवेश को प्रभावित किया था। उपन्यास में अम्बपाली की कहानी तो है किंतु उससे अधिक बौद्धकालीन सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक स्थितियों का चित्रण उपलब्ध है और यही उपन्यासकार का लक्ष्य भी है। विभिन्न संस्कृतियों यथा जैन और बौद्ध और ब्राह्मण के टकराव के साथ-साथ तत्कालीन विभिन्न गणराज्यों यथा काशी, कोशल तथा मगध एवं वैशाली के राजनीतिक संघर्षों का विवरण भी इस कृति में उपलब्ध है। उपन्यास की नायिका फिर भी अम्बपाली ही है जो आदि से अंत तक उपन्यास में छाई हुई है।

Vaishnav Ki Phisalan: वैष्णव की फिसलन

by Harishankar Parsai

वैष्णव की फिसलन हरिशंकर परसाई ‘वैष्णव की फिसलन’ प्रसिद्ध व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई की श्रेष्ठ रचनाओं का संकलन है। इस संग्रह की व्यंग्य रचनाएँ यह स्थापित करने में कामयाब हैं कि जीवन की श्रेष्ठ आलोचना की संज्ञा व्यंग्य है। सहज ढंग से चुभती हुई भाषा में ये व्यंग्य रचनाएँ अपनी बात कहते हुए गहरी चोट कर जाती हैं। इस व्यंग्य-संग्रह की रचनाओं की सफलता के पीछे जो सबसे बड़ी चीज़ है वह है - लेखक की पैनी दृष्टि, जिससे छुपकर भी कुछ भी छुपा नहीं रह जाता और अव्यक्त भी व्यक्त होने लगता है। यह संग्रह चिन्ताओं का नहीं चिन्तन का संग्रह है, और यह लेखक की कुशलता ही है कि इसे वह विचार और संवेदना के सामंजस्य से कर पाया है। ‘वैष्णव की फिसलन’ में संकलित रचनाएँ हमारे आसपास की ज़िन्दगी को उघाड़कर इस प्रकार सामने रख देती हैं कि ऊपर से सीधी-सादी दिखनेवाली घटनाएँ और स्थितियाँ नए अर्थ देने लगती हैं, उनके अन्तर्निहित आशय उजागर हो उठते हैं। इस संग्रह की रचनाएँ आज के जीवन की विसंगतियों और विरूपताओं, अवरोधों और कुंठाओं पर चोट करती हैं और बताती हैं कि विसंगति के विरुद्ध क़लम कैसे तलवार का काम करती है।

Vaishveekrut Sansar Mein Nagarikata: वैश्वीकृत संसार में नागरिकता

by R. C. Varmani

पिछले कुछ दशकों में सामाजिक विज्ञानों के क्षेत्र में नागरिकता की धारणा एक केन्द्रीय विषय के रूप में उभरी हैं। नागरिकता का एक आदर्शात्मक धारणा एवम् एक सामाजिक-राजनीतिक तथ्य दोनों स्तरों पर गम्भीरता से अध्ययन किया जा रहा है। क्योंकि राज्य का प्राथमिक सम्बध जनता से है, अतः राजनीति का पहला विषय उन नियमों का चयन करना होता है जो इन सम्बधों को संचालित करेगें-अर्थात् सामाजिक नियमन के लिए कुछ ऐसे मूल नियमों का अस्तित्व अनिवार्य है जो यह निश्चित करें कि कौन किसी राज्य विशेष का सदस्य माना जायेगा, यह सदस्यता किस तरह प्राप्त की जा सकती है, शासकों के कर्त्तव्य क्या हैं अथवा व्यक्ति के क्या अधिकार हैं आदि। ये सभी प्रश्न नागरिकता की प्रकृति के अध्ययन तथा इसका अधिकार, स्वतन्त्रता, समानता तथा न्याय के साथ सम्बन्ध से जुड़े हुये हैं। टी.एच. मार्शल के सिद्धान्त का अनुसरण करते हुये नागरिकता का आधुनिक उदारवादी सिद्धान्त कानूनी समानता तथा राजनीतिक भागेदारी के अतिरिक्त आर्थिक एवम् सामाजिक अधिकारों पर भी बल देता है। परन्तु पिछले कुछ दशकों से नागरिक एवम् राजनीतिक अधिकारों के पहले चरण तथा सामाजिक-आर्थिक अधिकारों के दूसरे चरण का एक तीसरे चरण तक विस्तार किया जा रहा है जिसमें कई अधिकार शामिल है जैसे पर्यावरण अधिकार, आदिवासी अथवा मूल-निवासी अधिकार, एक राष्ट्र-राज्य के अन्दर बह-सांस्कृतिक तथा अल्पसख्यंक समूह अधिकार तथा प्रजातान्त्रिक अधिकारों के स्थान पर मानवीय अधिकारों को प्राथमिकता आदि। वर्तमान पुस्तक नागरिकता से सम्बन्धित इन समकालीन विषयों की एक संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत करती है।

Vajpayee - Ek Rajneta ke Agyat Pehlu: वाजपेयी: एक राजनेता के अज्ञात पहलू

by Ullekh N. P.

सांसद में नेहरूवाद से मिलते-जुलते अपने 'धर्मनिरपेक्ष' बयानों के बावजूद अटल बिहारी वाजपेयी यदा-कदा कट्टरपंथी जमात में थोड़ी घुसपैठ कर जाते थे। 1983 में उन्होंने असम चुनावों के दौरान भड़काऊ भाषण दिया जिससे प्रदेश में 'बांग्लादेशी विदेशियों' की मौजूदगी बड़ा मुद्दा बन गया। यहां तक कि भाजपा ने भी वाजपेयी के भाषण से किनारा कर लिया। संभवतः इस भाषण के कारण उस वर्ष असम के नल्ली में 2000 से अधिक लोगों का संहार हुआ, जिनमें से ज़्यादातर मुस्लिम थे। वाजपेयी भारत के चतुर राजनेताओं में से एक हैं और उन्हें कई तरह की विरोधाभासी बातें करने के लिए जाना जाता है : उग्रवादी राष्ट्रवादी से अपने गुप्त पारिवारिक जीवन तक, साम्यवाद के प्रति रुझान, भोजनप्रियता और यदि स्वयं को उदारवादी के रूप में पेश न कर सके तो मध्यमार्गी की तरह पेश करने तक। यह पुस्तक वाजपेयी के करियर के अहम पड़ावों और एक अनुभवी राजनेता के रूप में उनकी विशेषताओं को खंगालती हुई उनके अपनी पार्टी के नेताओं से संबंधों और आरएसएस तथा उसके सहयोगी संगठनों के साथ प्रेम व् द्वेष वाले संबंधों पर नज़र डालती है। बेहतरीन शोध, पुख़्ता तथ्यों से समर्थित तथा अंतर्कथाओं और उपाख्यानों के साथ, अंतर्दृष्टियों से युक्त साक्षात्कारों तथा सहेजने योग्य छायाचित्रों से सज्जित यह पुस्तक एक कवि-राजनेता के जीवन की झलक पेश करती है।

Vansh Se Rajya Tak

by Romila Thapar

The book contains lectures of Heras Memorial lecture series on state and dynasties in ancient india. The lectures were given by Romila Thapar in February 1980 at St Xaviers college. In these lectures the nature of Indian society in the first millenium BC has been highlighted.

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