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Arogya Ki Sanjeevni
by Mahatma GandhiMohan Das Karamchand Gandhi, the father of the Nation of India, wrote this book for the betterment of the mankind. The book tells us how to stay fit by moving all the time. From the basics of eating and drinking, he speaks about the fundamental ways in which a person should live to stay healthy. This is the key to good health.
Arthashastra B.A (Hons.) Sem-I -Ranchi University, N.P.U
by V. C. Sinha Pushpa SinhaArthashastra textbook According to the Latest Syllabus based on the Choice Based Credit System (CBCS) for Sem-I from Ranchi University, Nilambar Pitambar University in Hindi.
Arthashastra class 9 - JCERT: अर्थशास्त्र ९वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchiयह पुस्तक "अर्थशास्त्र" कक्षा 9 के छात्रों के लिए झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् द्वारा प्रकाशित की गई है, जिसमें चार प्रमुख अध्याय हैं। पहला अध्याय "पालमपुर गाँव की कहानी" के माध्यम से उत्पादन और संसाधन प्रबंधन की अवधारणाएँ समझाता है, दूसरा अध्याय "संसाधन के रूप में लोग" शिक्षा, स्वास्थ्य और कौशल के महत्व पर जोर देता है, जिसमें सकल और विलास की कहानियों के जरिए मानव संसाधन के विकास का महत्व बताया गया है। तीसरा अध्याय "निर्धनता: एक चुनौती" भारत में गरीबी की समस्या, इसके कारण और निवारण के उपायों की चर्चा करता है, जबकि चौथा अध्याय "भारत में खाद्य सुरक्षा" देश में खाद्य सुरक्षा के महत्व, सार्वजनिक वितरण प्रणाली और बफर स्टॉक जैसे उपायों की व्याख्या करता है। यह पुस्तक सरल भाषा और रोचक उदाहरणों के माध्यम से छात्रों को अर्थशास्त्र की बुनियादी अवधारणाओं को समझने में सहायक है।
Arthashastra Class 9 - NCERT: अर्थशास्त्र 9वीं कक्षा - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadअर्थशास्त्र 9वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में चार खंड और दिए गए है। पाठ्यपुस्तक में चार अध्याय दिए है - अध्याय एक पालमपूर गाँव की कहानी, अध्याय दो संसाधन के रुप में लोग, अध्याय तीन निर्धनताः एक चुनौती और अध्याय चार भारत मे खाद्य सुरक्षा आदी के विषय पर चर्चा की गई है।
Arthashastra class 9 - NCERT - 23: अर्थशास्त्र ९वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadअर्थशास्त्र 9वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में चार खंड और दिए गए है। पाठ्यपुस्तक में चार अध्याय दिए है - अध्याय एक पालमपूर गाँव की कहानी, अध्याय दो संसाधन के रुप में लोग, अध्याय तीन निर्धनताः एक चुनौती और अध्याय चार भारत मे खाद्य सुरक्षा आदी के विषय पर चर्चा की गई है।
Arthashastra class 9 - RBSE Board: अर्थशास्त्र 9वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer'अर्थशास्त्र' माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान हेतु कक्षा नवमी के हिन्दी विषय हेतु निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुरूप तैयार की गई है। 'हिन्दी भाषा' अपने सामर्थ्य में वृद्धि करते हुए विश्व में सम्पर्क भाषा के रूप मे तीव्रता से प्रसारित हो रही है। ऐसी स्थिति में स्वाभाविक है कि अपने प्रदेश के विद्यालयों के विद्यार्थी हिन्दी भाषा के व्यवहार में विशेष दक्षता अर्जित करें। इस पाठ्यपुस्तक में चार खंड और दिए गए है। पाठ्यपुस्तक में चार अध्याय दिए है - अध्याय एक पालमपूर गाँव की कहानी, अध्याय दो संसाधन के रुप में लोग, अध्याय तीन निर्धनताः एक चुनौती और अध्याय चार भारत मे खाद्य सुरक्षा आदी के विषय पर चर्चा की गई है।
Arthashastra (Core Course 1 and Core Course 2) B.A (Hons.) Sem-I -Ranchi University, N.P.U
by J. P. MishraArthashastra text book According to the Latest Syllabus based on Choice Based Credit System (CBCS) for Sem-I (Core Course 1 and Core Course 2) from Ranchi University, Nilambar Pitambar University in hindi.
Arthashastra Me Praranbhik Ganiteey Paddhatiya B.A (Hons.) Sem-II -Ranchi University, N.P.U Part 1
by Jai MishraArthashastra text book According to the Latest Syllabus based on Choice Based Credit System (CBCS) for Sem-II from Ranchi University, Nilambar Pitambar University in hindi.
Arthashastra Me Praranbhik Ganiteey Paddhatiya B.A (Hons.) Sem-II -Ranchi University, N.P.U Part 2
by Jai MishraArthashastra textbook According to the Latest Syllabus based on the Choice Based Credit System (CBCS) for Sem-II from Ranchi University, Nilambar Pitambar University in Hindi.
Arthashastra mein Sankhiki (Chapter 1 to chapter 5) class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: अर्थशास्त्र में सांख्यिकी (अध्याय 1 ते अध्याय 5) कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.अर्थशास्त्र में सांख्यिकी (अध्याय 1 ते अध्याय 5) कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में 9 अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है ।
Arthashastra mein Sankhiki (Chapter 6 to Last chapter) class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: अर्थशास्त्र में सांख्यिकी (अध्याय 6 ते अंतिम अध्याय) कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.अर्थशास्त्र में सांख्यिकी (अध्याय 6 ते अंतिम अध्याय) कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में 9 अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है ।
Arthashastra mein Sankhiki class 11 - NCERT: अर्थशास्त्र में सांख्य़िकी कक्षा 11 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadअर्थशास्त्र में सांख्य़िकी 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल नौ पाठ हैं, साथ ही साथ परिशिष्ट का भाग भी किताब के अंत में दिया है। अर्थशास्त्र में व्यक्ति और समाज अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तथा समाज के विभिन्न व्यक्तियों एवं समूहों में उपभोग हेतु वितरित करने के लिए इसका चुनाव कैसे करे कि वैकल्पिक प्रयोग वाले अल्प संसाधनों का प्रयोग विभिन्न वस्तुओं के उत्पादन में हो सके, यह अर्थशास्त्र में अध्ययन किया है।
Arthashastra Mein Sankhyiki class 11 - NCERT - 23: अर्थशास्त्र में सांख्यिकी ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadअर्थशास्त्र में सांख्य़िकी 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल आठ पाठ हैं, साथ ही साथ परिशिष्ट का भाग भी किताब के अंत में दिया है। अर्थशास्त्र में व्यक्ति और समाज अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तथा समाज के विभिन्न व्यक्तियों एवं समूहों में उपभोग हेतु वितरित करने के लिए इसका चुनाव कैसे करे कि वैकल्पिक प्रयोग वाले अल्प संसाधनों का प्रयोग विभिन्न वस्तुओं के उत्पादन में हो सके, यह अर्थशास्त्र में अध्ययन किया है।
Arthik Vikas Ki Samajh class 10 - Himachal Pradesh Board: आर्थिक विकास की समझ कक्षा १० - हिमाचल प्रदेश बोर्ड
by Himachal Pradesh Board of School Education - Dharamshalaहिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड, धर्मशाला द्वारा प्रकाशित कक्षा 10 के लिए "आर्थिक विकास की समझ" का डिजिटल संस्करण, 2013 से 2022 तक की विभिन्न संस्करणों और पुनर्मुद्रितियों को शामिल करता है। इसका सारांश पाठ्यक्रम और शिक्षण प्रक्रिया के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों के बीच एक सेतु के रूप में काम करता है। यह मूल्यांकन, संबोधन, और अच्छी तरह से प्रस्तुत सामग्री की महत्वता पर जोर देता है। शिक्षा में सुधार की आवश्यकता पर ध्यान देते हुए राष्ट्रीय पाठ्यचर्चा रूपरेखा 2005 और परीक्षा सुधारों पर राष्ट्रीय फोकस समूह के स्थिति पत्र ने परीक्षाओं में पूछे जाने वाले प्रश्नों के तरीकों में बदलाव के लिए अपील की है। इस पुस्तक में पूछे गए प्रश्न रटने को बढ़ावा देने वाली मूल्यांकन प्रणाली से हटकर पाठकों की रचनात्मक सोच, कल्पनाशीलता, प्रत्युत्तर और विश्लेषण क्षमता को धारदार बनाने वाली प्रणाली अपनायी गई है। यहाँ दिए गए उदाहरणों के आधार पर शिक्षक अतिरिक्त प्रश्नों को भी तैयार कर सकते हैं। इस पुस्तक को तैयार करते समय हमने अनेक संदर्भ सामग्रियों का उपयोग किया है। इसके अलावा समाचार पत्रों की अनेक कतरनों, सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों की रिपोर्टों का भी उपयोग किया है। इनमें से कुछ का उल्लेख शिक्षक के लिए निर्देश में किया गया है और कुछ पुस्तक के अन्त में सुझावित पाठ्य-सामग्रियों में दिए गए हैं।
Arthik Vikas Ki Samajh class 10 - JCERT: आर्थिक विकास की समझ १०वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchiआर्थिक विकास से जुड़ी कक्षा 10 की सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तक "आर्थिक विकास की समझ" का उद्देश्य छात्रों को भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास की प्रक्रिया और उसके विभिन्न पहलुओं से परिचित कराना है। यह पाठ्यपुस्तक छात्रों को तीन प्रमुख आर्थिक क्षेत्रों: कृषि, विनिर्माण और सेवा के आधार पर आर्थिक विकास की व्याख्या करती है। इसके साथ ही इसमें मानव विकास के पहलुओं जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, और जीवन की गुणवत्ता को भी महत्वपूर्ण माना गया है। पाठ्यपुस्तक में बताया गया है कि विकास केवल आर्थिक समृद्धि तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मानव जीवन की बेहतरी के लिए आवश्यक अन्य मानकों जैसे शिशु मृत्यु दर, साक्षरता दर, और जीवन प्रत्याशा को भी शामिल करता है। इसमें विभिन्न राज्यों के उदाहरण के माध्यम से यह समझाया गया है कि उच्च आय वाले राज्य भी कभी-कभी अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में पीछे रह सकते हैं, जैसे स्वास्थ्य और शिक्षा। विकास को समझने के लिए इसमें मापदंडों की चर्चा की गई है जैसे औसत आय, प्रति व्यक्ति आय, और मानव विकास सूचकांक। इसके अलावा, पुस्तक में वैश्वीकरण, मुद्रा और साख की भूमिका, और उपभोक्ता अधिकारों के विषयों पर भी ध्यान दिया गया है।
Arthik Vikas Ki Samajh class 10 - NCERT: आर्थिक विकास की समझ 10वीं कक्षा - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadआर्थिक विकास की समझ कक्षा 10वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल पाँच पाठ हैं – इस पुस्तक में सर्वप्रथम देश में विकास की शुरुआत को अर्थव्यवस्था के तीन क्षेत्रकों-कृषि, विनिर्माण और सेवा के उदय के रूप में देखते हैं । आर्थिक विकास को पृथक रूप में नहीं, बल्कि मानव-विकास की सामान्य अवधारणा, जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा और लोगों के जीवन की गुणवत्ता को व्यापक रूप से परिभाषित करनेवाले (आय सहित) अन्य संकेतकों को भी शामिल किया है, के अंग के रूप में देखने की कोशिश की है । पुस्तक में पाठ के साथ प्रश्न-अभ्यास दिए गए हैं, जो पाठ को रोचक बनाने, उसे स्पष्ट करने में मदद करेंगे। पुस्तक के अंत में लेखक परिचय का संक्षिप्त परिचय भी दिया गया है।
Arthik Vikas Ki Samajh class 10 - NCERT - 23: आर्थिक विकास की समझ १०वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadआर्थिक विकास की समझ कक्षा 10वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल पाँच पाठ हैं – इस पुस्तक में सर्वप्रथम देश में विकास की शुरुआत को अर्थव्यवस्था के तीन क्षेत्रकों-कृषि, विनिर्माण और सेवा के उदय के रूप में देखते हैं । आर्थिक विकास को पृथक रूप में नहीं, बल्कि मानव-विकास की सामान्य अवधारणा, जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा और लोगों के जीवन की गुणवत्ता को व्यापक रूप से परिभाषित करनेवाले (आय सहित) अन्य संकेतकों को भी शामिल किया है, के अंग के रूप में देखने की कोशिश की है । पुस्तक में पाठ के साथ प्रश्न-अभ्यास दिए गए हैं, जो पाठ को रोचक बनाने, उसे स्पष्ट करने में मदद करेंगे। पुस्तक के अंत में लेखक परिचय का संक्षिप्त परिचय भी दिया गया है।
Arthik Vikas Ki Samjh
by National Council Of Educational Research TrainingThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 10th subject Social Science, studying through hindi medium. This accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.
Arthshastra B.A (Hons.) Sixth Semester - Ranchi University, N.P.U: अर्थशास्त्र बी.ए. (ऑनर्स) सेमेस्टर VI - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by Dr J. P. Mishraअर्थशास्त्र यह पुस्तक रांची विश्वविद्यालय, रांची के बी.ए.(ऑनर्स) सेमेस्टर VI हेतु नए पाठ्यक्रमानुसार प्रकाशित की गई है। पुस्तक की अद्वितीय विशेषता यह है कि इसमें पाठ्यक्रम के सभी शीर्षकों का समावेश किया गया है। 'भारत की वर्तमान मौद्रिक नीति' अध्याय में रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया द्वारा घोषित नवीनतम् मौद्रिक नीति को सम्मिलित किया गया है। इसी प्रकार बैंकिंग क्षेत्र सुधार अध्याय में 1 अप्रैल, 2020 से प्रभावी सरकारी बैंकों के महाविलय को सम्मिलित किया गया है, जो पुस्तक की अद्वितीय विशेषताएं हैं। विश्वास है कि विद्यार्थीगण व अध्यापक-बन्धु इस नवीन संस्करण को उपयोगी पाएंगे।
Arthuna Gram
by Ravindra D. PandyaPandya brings out the history of Arthuna gram in this book. The book tells about the archaeology of Bagar Region of Rajasthan. Although writer is not a historian, he has done a marvelous job in doing a deep research on the region.
Ashk se Ishq tak: अश्क से इश्क़ तक
by Aryan Suvada"मुझसे दिल्लगी की बातें न कर, मुझसे इश्क की साजिशें न कर, मैं हूँ काफिर इश्क की, मुझसे वफ़ा की उम्मीद न कर।" कहते हैं, मोहब्बत अपने बन्दे खुद चुनती है। उन्हें भी मोहब्बत ने ही चुना था। प्यार की सच्चाई से बेरुख, 'रिया' और प्रेम-गुरु 'अजय', जब मिले तब क्या हुआ? अश्क या इश्क! आधुनिक रहन-सहन, सिर्फ हमारे जीवन को ही प्रभावित नहीं करता, बल्कि कभी-कभी हमारे मन तक में ऐसा कुठाराघात कर जाता है, जिसके घाव समय के साथ नहीं भरते। ऐसे ही घावों से घिरी थी, रिया खुराना और प्यार को धर्म और ईमान की तरह पूजने वाले अजय चौहान की प्रेम कहानी। अजय की जुबान में समझें तो, "कहते हैं लोग, प्यार का पहला अक्षर अधूरा होता है। प्यार करके देखो। क्या पता! वह खुद अधूरा रहकर, तुम को पूरा कर दे।" क्या प्यार का पहला आधा अक्षर, रिया और अजय को पूरा करेगा या? पढ़िए नए जमाने की ज़रा हटकर प्रेम कहानी... अश्क से इश्क तक।
Ashok Aur Mourya Samaj Ka Patan
by Romila ThaparThe book studies the history during the time of Mauryas. The book based on the Shilalekh of Ashoka describes about the finest period of ancient Indian history. The book gives the readers an entire new angle of looking at Mauryans. This book also describes about the various effect of Buddhism . A must for the students of Research in Indian History.
Ashwatthama: अश्वत्थामा
by Ashutosh Gargअश्वत्थामा महाभारत का शापित योद्धा इसे नियति की विडंबना ही कहेंगे कि महाभारत की गाथा का एक अत्यंत महत्वपूर्ण और अमर पात्र होने के बावजूद, अश्वत्थामा सदा उपेक्षित रहा है. पौराणिक साहित्य में अश्वत्थामा सहित और भी लोग हैं, जिन्हें अमर मन जाता है. परंतु जहाँ अन्य लोगों को अमर होने का ‘वरदान’ प्राप्त हुआ, वहीँ अश्वत्थामा को अमरता 'शाप' में मिली थी! युद्ध की कथा सदा निर्मम नरसंहार, निर्दोषों की हत्या और दुष्कर्मों की काली स्याही से ही लिखी जाती है. तो फिर महाभारत जैसे महायुद्ध में अश्वत्थामा से ऐसे कौन-से दो अक्षम्य अपराध हो गये थे, जिनके लिए श्रीकृष्ण ने उसे एकाकी व जर्जर अवस्था में हज़ारों वर्षों तक पृथ्वी पर भटकने का विकट शाप दे डाला? उसके मन में यह प्रश्न उठता है कि श्रीकृष्ण ने इतना कठोर शाप देकर उसके साथ अन्याय किया या फिर इसके पीछे भगवान का कोई दैवी प्रयोजन था? क्या अश्वत्थामा के माध्यम से भगवान कृष्ण आधुनिक समाज को कोई संदेश देना चाहते थे? अधिकांश जगत अश्वथामा को दुर्योधन कि भांति कुटिल और दुराचारी समझता है. लेखक ने इस उपन्यास में अश्वत्थामा के जीवन के अनछुए पहलुओं को उजागर करते हुए, उस महान योद्धा के दृष्टिकोण से महाभारत की कथा को नए रूप में प्रस्तुत किया है.
Asia Ka Adhunik Itihas - Ranchi University, N.P.U: एशिया का आधुनिक इतिहास - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by Dinanath Vermaप्रस्तुत पुस्तक एशिया की पराधीनता, इसका विरोध और इसके संघर्ष की संक्षिप्त कहानी है । पश्चिम के साम्राज्यवादी देशों ने किस तरह एशिया को सोयी अवस्था में पकड़कर गुलामी की जंजीर में जकड़ा, इसका राजनीतिक और आर्थिक शोषण कर अपना घर भरा, फिर किस प्रकार एशिया ने अपनी स्थिति समझी और पश्चिम को चुनौती देकर उस बीभत्स साम्राज्यवाद से छुटकारा पाया आदि-आदि बातों को अपने ही ढंग से प्रस्तुत करने का यह लेखक का विनम्र प्रयास है । यों तो अंग्रेजी और अन्य भाषाओं में इस युग के एशिया के इतिहास पर यूरोपीय और अमेरिकी लेखकों की अनेकानेक पुस्तकें हैं, लेकिन उनकी रचना मूल रूप से साम्राज्यवादी दृष्टिकोण से ही हुई है और उनमें एशिया के महत्त्व को कम करने का यथासम्भव प्रयास किया गया है । इस पुस्तक के संबंध में एशिया के इतिहास को एक एशियाई दृष्टिकोण से देखने का प्रयास किया है । यह पुस्तक चीन और जापान से शुरू होती है और फिर दक्षिणपूर्वी एशिया तथा पश्चिमी एशियाई देशों की ऐतिहासिक प्रगति का वर्णन करते हुए समाप्त होती है । यद्यपि मिस्र अफ्रीका का देश है, लेकिन पश्चिम एशिया के इतिहास से उसका इतना घनिष्ठ सम्बन्ध है कि उसकी उपेक्षा नहीं की जा सकती । अतएव पुस्तक में मिस्र के इतिहास को भी सम्मिलित कर लिया गया है । इस बात का भी ध्यान रखा गया है कि इन देशों में घटी राजनीतिक घटनाओं के अतिरिक्त आर्थिक और सांस्कृतिक प्रगतियों से भी पाठकों का परिचय कराया जाए ।
Astitva ki Asmita: अस्तित्व की अस्मिता
by Dr Ghanshyam Asudaniअस्तित्व की अस्मिता विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर आधारित 18 हिंदी लघु कथाओं का संग्रह है। लेखक ने महिलाओं के विशेष संदर्भ में समाज के कमजोर वर्गों के शोषण को प्रदर्शित करने का प्रयास किया है। कहानियाँ विभिन्न सामाजिक मुद्दों को सबसे संवेदनशील तरीके से प्रस्तुत करती हैं।