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Bhagat Singh Aur Unke Sathiyon Ke Dastavez: भगतसिंह और उनके साथियों के दस्तावेज

by Chaman Lal Jagmohan Singh

भगत सिंह की विचारधारा और उनकी क्रान्तिकारिता के ज्वलन्त प्रमाण जिन लेखों और दस्तावेजों में दर्ज हैं, वे आज भी पूर्ववत् प्रासंगिक हैं, क्योंकि 'इस' आजादी के बाद भी भारतीय समाज उस आजादी से वंचित है, जिसके लिए उन्होंने और उनके असंख्य साथियों ने बलिदान दिया था। हिन्दी में पहली बार प्रकाशित यह कृति भगत सिंह के भावनाशील पत्रों, विचारोत्तेजक लेखों, ऐतिहासिक दस्तावेजों, वक्तव्यों तथा उनके साथियों और पूर्ववर्ती शहीदों की कलम से निकले महत्वपूर्ण विचारों की ऐसी प्रस्तुति है जो वर्तमान सामाजिक, राजनीतिक स्थितियों की बुनियादी पड़ताल करने में हमारी दूर तक मदद करती है। यह पुस्तक भगत सिंह की विचारधारात्मक भूमिका की समग्रतः हमारे सामने रखती है।

Bhagini Rajyasri

by Surendra Tiwari

‘भगिनी राज्यश्री’ विश्व प्रसिद्ध सम्राट हर्षवर्द्धन और उनकी बहन राज्यश्री के जीवन से जुड़ी घटनाओं पर आधारित उपन्यास है। सीधी, सरल और सहज भाषा में लिखा गया यह उपन्यास निश्चित रूप से किशोर-वय के लिए मनोरंजक और प्रेरणादायक है।रने की दृष्टि से बेहद उपयोगी है।

Bhagwat Geeta: भगवत गीता

by Satyanandji Maharaj Sraswati

भगवत गीता.

Bhagya Twister: भाग्य ट्विस्टर

by Owen Jones

वेन का जन्म उत्तरी वेल्स के एक सुदूर खेत में एक जंगली, तूफानी रात में हुआ था। परिवार चाहता था कि उसकी डिलीवरी अस्पताल में हो क्योंकि वह बड़ा होने वाला था और ग्विनेड का पहला बच्चा था, लेकिन उसकी माँ और दादी रियानोन ने सोचा कि यह बहुत खतरनाक हो सकता है। परिवार की बाइबिल के अनुसार, उनके सभी परिवार 324 वर्षों के लिए फार्म, द ड्रैगन्स गार्डन में पैदा हुए थे - और वे सभी या तो चुड़ैल या जादूगर थे...

Bharat 2015

by Rajendra Bhatta Remi Kumari Bhuvnesh

This is an annual publication by Govt. of India giving details of the development in the field of urban development, Industry, art and culture, economy, health, education etc. The information provided are authenticated by Govt. and is important for researches and educationists. Civil service aspirants find this publication to be one of the most desired peace of information for the examination.

Bharat Aur Samkalin Vishv 2 class 10 - NCERT: भारत और समकालीन विश्व 2 10वीं कक्षा - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

भारत और समकालीन विश्व 2 कक्षा 10वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में पहले दो अध्यायों (खंड 1) में इसी इतिहास को समझने की कोशिश की गई है। खंड II में हम अर्थव्यवस्थाओं और आजीविकाओं पर विचार करेंगे। पिछले साल आपने चरवाहों और वनवासियों के बारे में पढ़ा था, जिन्हें बीते ज़माने के अवशेषों की तरह देखा जाता है जबकि वास्तव में वे इसी आधुनिक दुनिया का हिस्सा हैं। खंड III में आप मुद्रण संस्कृति के इतिहास को पढ़ेंगे। छपी हुई चीजों से घिरे हुए हम लोगों को यह कल्पना करना भी मुश्किल दिखाई पड़ सकता है कि एक जमाने में प्रिंटिंग जैसी चीज होती ही नहीं थी।

Bharat Aur Samkalin Vishwa Bhag - 1

by National Council Of Educational Research Training

This book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 9th subject Social Science, studying through hindi medium. This accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.

Bharat Aur Samkalin Vishwa Bhag-1 class 9 - Himachal Pradesh Board: भारत और समकालीन विश्व भाग-१ कक्षा ९ - हिमाचल प्रदेश बोर्ड

by Himachal Pradesh Board of School Education - Dharamshala

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड, धर्मशाला द्वारा प्रकाशित कक्षा 10 के लिए "सामाजिक विज्ञान भारत और समकालीन विश्व-1" का डिजिटल संस्करण, 2013 से 2022 तक की विभिन्न संस्करणों और पुनर्मुद्रितियों को शामिल करता है। इसका सारांश पाठ्यक्रम और शिक्षण प्रक्रिया के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों के बीच एक सेतु के रूप में काम करता है। यह मूल्यांकन, संबोधन, और अच्छी तरह से प्रस्तुत सामग्री की महत्वता पर जोर देता है। इस किताब के खंड 1 में कुछ ऐसी घटनाओं और प्रक्रियाओं पर ध्यान दिया गया है जो आधुनिक विश्व को समझने की दृष्टि से काफ़ी महत्त्वपूर्ण हैं। इस साल खंड में आप फ्रांसीसी क्रांति, रूसी क्रांति और नात्सीवाद के बारे में पढ़ेंगे। खंड 2 में नाटकीय घटनाओं पर दृष्टिपात करते हुए हम लोगों के जीवन की सामान्य बातों - उनकी आर्थिक गतिविधियों और आजीविका के स्वरूप - तक जाएंगे। इस हिस्से में आप देखेंगे कि जनजातीय समुदायों और चरवाहों के लिए समकालीन विश्व का क्या मतलब रहा है; उन्होंने इन बदलावों का सामना किस तरह किया और उन्हें किस तरह प्रभावित किया।

Bharat Aur Samkalin Vishwa Bhag-1 class 9 - JCERT: भारत और समकालीन विश्व भाग-१ ९वीं कक्षा - जेसीईआरटी

by Jharkhand Shakshuka Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchi

भारत और समकालीन विश्व - 1 (कक्षा 9) की पुस्तक का उद्देश्य इतिहास के माध्यम से यह समझना है कि आधुनिक विश्व किस प्रकार विकसित हुआ। इसमें बताया गया है कि हमारे चारों ओर जो परिवर्तन हो रहे हैं, वे इतिहास की लंबी घटनाओं और प्रक्रियाओं का परिणाम हैं। पुस्तक में विभिन्न ऐतिहासिक घटनाओं पर चर्चा की गई है, जो आधुनिक समाजों और अर्थव्यवस्थाओं को समझने के लिए महत्वपूर्ण हैं। पुस्तक दो खंडों में विभाजित है। पहले खंड में ऐतिहासिक घटनाओं और क्रांतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जैसे कि फ्रांसीसी क्रांति, रूसी क्रांति, और नात्सीवाद का उदय। ये घटनाएँ केवल एक देश तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उन्होंने वैश्विक स्तर पर समाज और राजनीति को प्रभावित किया। फ्रांसीसी क्रांति ने समानता, स्वतंत्रता और भाईचारे के विचारों को जन्म दिया, जो बाद में दुनिया भर में लोकतांत्रिक आंदोलनों के प्रेरणास्रोत बने। इसी तरह, रूसी क्रांति ने समाजवाद के विचार को जन-मानस में स्थापित किया और कई देशों के उपनिवेशवाद विरोधी आंदोलनों को प्रेरित किया। दूसरे खंड में लोगों के जीवन और उनकी आजीविका पर ध्यान दिया गया है। इसमें आदिवासी समुदायों और घुमंतू चरवाहों जैसे समाजों पर औपनिवेशिक शासन और आधुनिक आर्थिक बदलावों का प्रभाव दिखाया गया है। इस खंड में बताया गया है कि कैसे आधुनिकता केवल बड़े शहरों और औद्योगिक क्षेत्रों में ही नहीं, बल्कि ग्रामीण और आदिवासी समाजों में भी आई। यह खंड उन सामाजिक समूहों का इतिहास प्रस्तुत करता है जो पारंपरिक रूप से इतिहास की मुख्य धारा से बाहर रखे जाते हैं। यह पुस्तक केवल घटनाओं का वर्णन नहीं करती, बल्कि उन सामाजिक और आर्थिक प्रक्रियाओं को भी उजागर करती है, जिन्होंने आज के समकालीन विश्व का निर्माण किया है।

Bharat Aur Samkalin Vishwa Bhag-1 class 9 - NCERT - 23: भारत और समकालीन विश्व भाग 1 कक्षा 9 - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

भारत और समकालीन विश्व भाग 1 कक्षा 9वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में दो खंड है, खंड 1 में कुछ ऐसी घटनाओं और प्रक्रियाओं पर ध्यान दिया गया है जो आधुनिक विश्व को समझने की दृष्टि से काफ़ी महत्त्वपूर्ण हैं। खंड 2 में नाटकीय घटनाओं पर दृष्टिपात करते हुए हम लोगों के जीवन की सामान्य बातों - उनकी आर्थिक गतिविधियों और आजीविका के स्वरूप - तक जाएंगे। इस हिस्से में आप देखेंगे कि जनजातीय समुदायों और चरवाहों के लिए समकालीन विश्व का क्या मतलब रहा है; उन्होंने इन बदलावों का सामना किस तरह किया और उन्हें किस तरह प्रभावित किया। अगले साल आप औद्योगीकरण और शहरीकरण, पूँजीवाद और उपनिवेशाद के बारे में और विस्तार से जानेंगे।

Bharat Aur Samkalin Vishwa Bhag-2 class 10 - Himachal Pradesh Board: भारत और समकालीन विश्व भाग-२ कक्षा १० - हिमाचल प्रदेश बोर्ड

by Himachal Pradesh Board of School Education - Dharamshala

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड, धर्मशाला द्वारा प्रकाशित कक्षा 10 के लिए "सामाजिक विज्ञान भारत और समकालीन विश्व-2" का डिजिटल संस्करण, 2013 से 2022 तक की विभिन्न संस्करणों और पुनर्मुद्रितियों को शामिल करता है। इसका सारांश पाठ्यक्रम और शिक्षण प्रक्रिया के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों के बीच एक सेतु के रूप में काम करता है। यह मूल्यांकन, संबोधन, और अच्छी तरह से प्रस्तुत सामग्री की महत्वता पर जोर देता है। इस पुस्तक के पहले दो अध्यायों (खंड 1) में इसी इतिहास को समझने की कोशिश की गई है। यहाँ किस तरह यूरोप में राष्ट्रवाद का विचार उपजा, किस तरह भूभागों को एकजुट किया गया और राष्ट्रीय सरकारें बनाई गईं। यह दशकों तक चलने वाली प्रक्रिया थी जिसमें बहुत सारे युद्ध और क्रांतियाँ हुई, बहुत सारे वैचारिक संघर्ष और राजनीतिक टकराव हुए। यूरोप की चर्चा (अध्याय 1) से हम अपना ध्यान भारत (अध्याय 2) में राष्ट्रवाद के विकास पर केंद्रित करेंगे, जहाँ राष्ट्रवाद का स्वरूप उपनिवेशवाद तथा साम्राज्यवाद विरोधी आंदोलनों से तय हुआ था। खंड 2 में हम अर्थव्यवस्थाओं और आजीविकाओं पर विचार करेंगे। पिछले साल आपने चरवाहों और वनवासियों के बारे में पढ़ा था, जिन्हें बीते ज़माने के अवशेषों की तरह देखा जाता है जबकि वास्तव में वे इसी आधुनिक दुनिया का हिस्सा हैं जिसमें हम रहते हैं। इस साल हम उन घटनाओं पर विचार करेंगे जिन्हें आधुनिकता का प्रतीक माना जाता है- वैश्वीकरण और औद्योगीकरण। इस भाग में हम इन बदलावों के इतिहास के विविध आयामों की पड़ताल करेंगे। अध्याय 4 में आप देखेंगे कि किस तरह भूमंडलीकृत विश्व एक लंबे और जटिल इतिहास से उपजा है। प्राचीन काल से ही तीर्थयात्री, व्यापारी, मुसाफिर अपने साथ सामानों, जानकारियों और दक्षताओं को लिए दूर-दूर तक जाते रहे हैं। खंड 3 में आप मुद्रण संस्कृति के इतिहास को पढ़ेंगे। छपी हुई चीजों से घिरे हुए हम लोगों को यह कल्पना करना भी मुश्किल दिखाई पड़ सकता है कि एक जमाने में प्रिंटिंग जैसी चीज होती ही नहीं थी। अध्याय 5 में इस बात पर विचार किया गया है कि किस तरह समकालीन दुनिया का इतिहास छपाई तकनीक के विकास के साथ अभिन्न रूप से जुड़ा रहा है। वहाँ आप देखेंगे कि छपाई ने सूचनाओं और विचारों, बहसों और चर्चाओं, विज्ञापन और प्रचार तथा नाना प्रकार के नए साहित्य के प्रसार को किस तरह संभव बनाया है।

Bharat Aur Samkalin Vishwa Bhag-2 class 10 - JCERT: भारत और समकालीन विश्व भाग-२ १०वीं कक्षा - जेसीईआरटी

by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchi

"भारत और समकालीन विश्व - 2" (कक्षा 10) झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् द्वारा प्रकाशित है और इसमें आधुनिक इतिहास के महत्वपूर्ण पहलुओं को शामिल किया गया है। इसमें राष्ट्रवाद के उदय, उपनिवेशवाद, और वैश्विक स्तर पर सामाजिक-आर्थिक परिवर्तनों पर विस्तार से चर्चा की गई है। पुस्तक के पहले खंड में यूरोप में राष्ट्रवाद के उदय को समझाया गया है, जहाँ 19वीं सदी के दौरान राष्ट्र-राज्यों की अवधारणा विकसित हुई। फ्रांसीसी क्रांति के बाद, यूरोप में राजनीतिक और सामाजिक विचारों में बड़ा बदलाव आया, जिसने राष्ट्रवाद को एक प्रमुख ताकत बना दिया। यूरोप में सत्ता संघर्ष, क्रांतियाँ और स्वतंत्रता की आकांक्षाएँ नए राष्ट्रों के निर्माण की प्रक्रिया को तेज करती रहीं। पुस्तक का दूसरा खंड जीविका, अर्थव्यवस्था और समाज पर केंद्रित है। इसमें वैश्वीकरण और औद्योगीकरण के इतिहास को विस्तार से बताया गया है, जहाँ वैश्विक व्यापारिक नेटवर्क, संसाधनों का शोषण और उपनिवेशों में श्रमिकों के संघर्ष पर चर्चा की गई है। तीसरे खंड में मुद्रण संस्कृति के विकास का उल्लेख है, जिसने विचारों के प्रसार, समाज में जागरूकता और राजनीतिक आंदोलनों को गति दी। मुद्रण तकनीक ने न केवल साहित्य और पत्रकारिता को बढ़ावा दिया, बल्कि राजनीतिक चेतना और राष्ट्रवादी विचारधारा को जन-जन तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कुल मिलाकर, यह पुस्तक छात्रों को आधुनिक इतिहास के महत्वपूर्ण घटनाओं और प्रक्रियाओं को समझने में मदद करती है और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तनों का व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करती है।

Bharat Aur Samkalin Vishwa Bhag-2 class 10 - NCERT - 23: भारत और समकालीन विश्व भाग-२ १०वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

भारत और समकालीन विश्व 2 कक्षा 10वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में पहले दो अध्यायों (खंड 1) में इसी इतिहास को समझने की कोशिश की गई है। खंड 2 में हम अर्थव्यवस्थाओं और आजीविकाओं पर विचार करेंगे। पिछले साल आपने चरवाहों और वनवासियों के बारे में पढ़ा था, जिन्हें बीते ज़माने के अवशेषों की तरह देखा जाता है जबकि वास्तव में वे इसी आधुनिक दुनिया का हिस्सा हैं। खंड 3 में आप मुद्रण संस्कृति के इतिहास को पढ़ेंगे। छपी हुई चीजों से घिरे हुए हम लोगों को यह कल्पना करना भी मुश्किल दिखाई पड़ सकता है कि एक जमाने में प्रिंटिंग जैसी चीज होती ही नहीं थी।

Bharat Aur Samkalin vishwa-2

by National Council Of Educational Research Training

This book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 10th subject Social Science, studying through hindi medium. This accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.

Bharat Aur Vishwa Ka Itihas Evam Bhartiya Kala Evam Sanskriti Railway Group D (Competitive Exam)

by Indic Trust

This book helps the students to learn the history of India as well as world along with the art forms and culture. The student finds this book very easy to learn as it is in the form of notes and the candidate can revise the matter very fast during examinations.

Bharat Ava Vishva Ka Bhugol: भारत एवं विश्व का भूगोल

by माजिद हुसेन

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने वर्ष 2013 में सिविल सेवा मुख्य परीक्षा हेतु अपने परीक्षा पैटर्न और पाठ्यक्रम को पुनरीक्षित किया था। वर्ष 2011 में प्रारंभिक परीक्षा के आकार और पैटर्न में भी परिवर्तन किया गया था। पुनरीक्षित पाठ्यक्रम और विद्यार्थियों से प्राप्त उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के आलोक में “भारत एवं विश्व का भूगोल” पुस्तक को विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी प्रकाशनों से प्राप्त नवीनतम आंकड़ों और सूचनाओं को ध्यानपूर्वक सम्मिलित कर पुनरीक्षित और अद्यतन किया गया है। इस पुनरीक्षित संस्करण में भूगोल, पर्यावरण और पारिस्थितिकी तथा आपदा प्रबंधन के लगभग सभी विषयों को शामिल किया गया है, जोकि प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा के सामान्य अध्ययन पत्र—II, III और —IV में निर्धारित हैं।

Bharat Bhautik Paryavaran Class 11 - RBSE Board

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

भारत भौतिक पर्यावरण कक्षा 11वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है, इस पाठ्यपुस्तक में चार खंड और दिए गए है। पाठ्यपुस्तक में खंड 1 प्रस्तावना में स्थिति-विश्व में भारत का स्थान एवं आंतरिक संबंध, खंड 2 - भूआकृति विज्ञान में संरचना एवं उच्चावच; भूआकृतिक विभाजन; अपवाह तंत्र; जल विभाजक संकल्पना; हिमालय और प्रायद्वीपीय, खंड 3 - जलवायु, वनस्पति एवं मृदा में मौसम एवं जलवायु - तापमान, वायुदाब, पवन और वर्षा का स्थानिक एवं कालिक वितरण; भारतीय मानसूनः क्रियाविधि, आरंभ एवं परिवर्तिता - स्थानिक एवं कालिक; जलवायु प्रकार; प्राकृतिक वनस्पति-वनों के प्रकार एवं वितरण, वन्य जीवन संरक्षरण, जीव मंडल निचय, मृदा-प्रमुख प्रकार एवं विभाजन, मृदा अवकर्षण एवं संरक्षण और खंड 4 - प्राकृतिक संकट तथा आपदाएँ: कारण, परिणाम तथा प्रबंध में बाढ़ तथा सूखा; भूकंप तथा सुनामी; चक्रवात; भू-स्खलन आदी के विषय पर चर्चा की गई है।

Bharat Bhautik Paryavaran class 11 - NCERT - 23: भारत भौतिक पर्यावरण ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

भारत भौतिक पर्यावरण 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में चार खंड और दिए गए है। पाठ्यपुस्तक में खंड 1 प्रस्तावना में स्थिति-विश्व में भारत का स्थान एवं आंतरिक संबंध, खंड 2 - भूआकृति विज्ञान में संरचना एवं उच्चावच; भूआकृतिक विभाजन; अपवाह तंत्र; जल विभाजक संकल्पना; हिमालय और प्रायद्वीपीय, खंड 3 - जलवायु, वनस्पति एवं मृदा में मौसम एवं जलवायु - तापमान, वायुदाब, पवन और वर्षा का स्थानिक एवं कालिक वितरण; भारतीय मानसूनः क्रियाविधि, आरंभ एवं परिवर्तिता - स्थानिक एवं कालिक; जलवायु प्रकार; प्राकृतिक वनस्पति-वनों के प्रकार एवं वितरण, वन्य जीवन संरक्षरण, जीव मंडल निचय, मृदा-प्रमुख प्रकार एवं विभाजन, मृदा अवकर्षण एवं संरक्षण और खंड 4 - प्राकृतिक संकट तथा आपदाएँ: कारण, परिणाम तथा प्रबंध में बाढ़ तथा सूखा; भूकंप तथा सुनामी; चक्रवात; भू-स्खलन आदी के विषय पर चर्चा की गई है।

Bharat Bhautik Paryavaran class 11 - NCERT: भारत भौतिक पर्यावरण 11वीं कक्षा

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

भारत भौतिक पर्यावरण 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में चार खंड और दिए गए है। पाठ्यपुस्तक में खंड 1 प्रस्तावना में स्थिति-विश्व में भारत का स्थान एवं आंतरिक संबंध, खंड 2 - भूआकृति विज्ञान में संरचना एवं उच्चावच; भूआकृतिक विभाजन; अपवाह तंत्र; जल विभाजक संकल्पना; हिमालय और प्रायद्वीपीय, खंड 3 - जलवायु, वनस्पति एवं मृदा में मौसम एवं जलवायु - तापमान, वायुदाब, पवन और वर्षा का स्थानिक एवं कालिक वितरण; भारतीय मानसूनः क्रियाविधि, आरंभ एवं परिवर्तिता - स्थानिक एवं कालिक; जलवायु प्रकार; प्राकृतिक वनस्पति-वनों के प्रकार एवं वितरण, वन्य जीवन संरक्षरण, जीव मंडल निचय, मृदा-प्रमुख प्रकार एवं विभाजन, मृदा अवकर्षण एवं संरक्षण और खंड 4 - प्राकृतिक संकट तथा आपदाएँ: कारण, परिणाम तथा प्रबंध में बाढ़ तथा सूखा; भूकंप तथा सुनामी; चक्रवात; भू-स्खलन आदी के विषय पर चर्चा की गई है।

Bharat Evam Vishva Ka Bhugol-civil Service

by Majid Hussain

जब हम इस पुस्तक का सूक्ष्म अध्ययन करने की कोशिश करते हैं,तो पाते हैं कि इसमें अपने देश भारत के अतिरिक्त विश्व के विविध पहलुओं को समाहित कर उसकी विश्लेषणात्मक रूप से चर्चा की गयी है जिन्हें सिविल सेवा एवं हिंदी भाषी राज्यों के राज्य सेवा की प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षाओं में सामान्य अध्ययन के अद्यतन सिलेबस में पूर्णतया स्थान दिया गया है।इसके प्रत्येक अध्याय में निहित विषय वस्तु को और अधिक पठनीय एवं ग्राह्य बनाने हेतु यथासम्भव मानचित्रों / चार्टों /तालिकाओं का उपयोग किया गया है ताकि अभ्यर्थियों / पाठकों को इस विषय को पढ़ने में आनंद की अनुभूति हो, क्योंकि मानचित्र भूगोल की आत्मा होती है तथा इसके बिना कोई भी भौगोलिक अध्ययन अधूरा है।

Bharat Ka Bhugol - Ranchi University, N.P.U: भारत का भूगोल - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.

by Majid Husain

भारत का भूगोल मुख्य रूप से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए लिखी गयी है। प्रमुख शीर्षक ने अपने 9 वें संस्करण में प्रवेश कर एक नियमावली स्थापित की है और अपने खंड में एक उत्कृष्ट बिक्रीवाली पुस्तक बनी हुई है। यह एक व्यापक रूप से पढ़ी जाने वाली सन्दर्भ पुस्तक है ,जो व्यवस्थित एवं व्यापक तरीके से भारत के भौगोलोक परिदृश्य के प्रासंगिक विषयों से संबंधित है। यह पुस्तक प्रतियोगी परीक्षार्थियों के अतिरिक्त स्नातक एवं स्नातकोत्तर तथा शोधकर्ताओं एवं शिक्षाविदों के द्वारा भी तेजी से उपयोग में लायी जा रही है। मुख्य विशेषताएं: • यूपीएससी के नवीन पाठ्यक्रम पर आधारित ,सैद्धांतिक अवधारणाओं में मजबूत, मूल मानचित्रों एवं आरेखों के साथ संशोधित एवं परिवर्द्धित • जम्मू और कश्मीर ,लद्दाख,अम्फान चक्रवात, विज़ाग गैस रिसाव, कोविड 19, टिड्डी आक्रमण आदि विभिन्न विषयों का विस्तृत विवरण • भूविभिन्नता, भू-पर्यटन, जीवाश्म पार्क और भूवैज्ञानिक विरासत स्थल तथा राष्ट्रीय भूवैज्ञानिक स्मारक से संबंधित विभिन्न विषयवस्तु • महाद्वीपीय प्लेट के बड़े भूभाग और भारतीय मरुस्थल के विस्तृत शीर्षक को समाहित किया गया है • भारत में मृदा ह्रास पर विश्लेषण के साथ सरकार द्वारा योजनाओं और परियोजनाओं के साथ भूमि क्षरण और मिट्टी में सुधार को शामिल किया गया है • राष्ट्रीय नई खनिज नीति 2019 और डेयरी वृद्धि की सरकारी नीतियां • नवीकरणीय ऊर्जा और तेल उद्योग, विद्युत् क्षेत्र में सरकार की पहल एवं कच्चे तेल के उत्पादन को समाहित किया गया है • भारत में सामान्य भूमि उपभोग, बंजर भूमि,अवनति भूमि, कृषि नीति, भूमि सुधार, कृषि क्षेत्र में स्थित सरकारी योजनाएं, कृषि में नवप्रवर्तन तथा भारत के विभिन्न बागवानी फसलों के उत्पादन हिस्सों को अत्यंत अद्यतन बनाया गया है • वस्त्र विकास के लिए सरकारी पहल ,राष्ट्रीय इस्पात नीति 2017 ,उर्वरक उद्योग एवं दवा की विविध विषयवस्तु को अद्यतन बनाया गया है • सड़क मार्ग, जहाज रीसाइक्लिंग ,हवाई यातायात तथा यातायात दुर्घटनाओं समझौते एवं परियोजनाओं का विवेचन • एकीकृत जल संग्रहण प्रबंधन कार्यक्रम (IWMP) तथा परियोजना चरण III में मेट्रो का नवीन विस्तार

Bharat Ka Itihas (C. 1206-1550) BA (Hons) Sem-III Ranchi University N.P.U.

by A. K. Mittal

Bharat Ka Itihas (C. 1206-1550) text book for B.A (Hons.) Sem-III from Ranchi University, Nilambar Pitambar University in hindi.

Bharat Ka Itihas (Prarambh Se 1200 E. Tak) F.Y.B.A. M.P. University

by A. K. Mittal Dr R. Agarwal

भारत का इतिहास (प्रारंभ से 1200 ई. तक)भारत का इतिहास मध्य प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में बी.ए. (इतिहास) प्रथम वर्ष के प्रथम प्रश्न-पत्र के लिए निर्धारित नए वार्षिक पद्धाति के अनुसार पाठ्यक्रम पर आधारित है। नवीनतम् जानकारी व सरल भाषा होने के साथ-साथ पुस्तक में स्पष्ट मानचित्रा (Maps) व तालिकाआ (Charts) के द्वारा क्लिष्ट विषयों को भी विद्यार्थियों को समझने के अनुकूल बनाया गया है। पुस्तक पूर्णतया नवीन पाठ्यक्रम के अनुरूप है। प्रत्येक अध्याय से सम्बन्धित लघु एवं वस्तुनिष्ठ प्रश्न भी दिए गये हैं।

Bharat Ka Itihas B.A (Hons.) Sem-I Ranchi University, N.P.U

by A. K. Mittal

Bharat Ka Itihas text book for B.A (Hons.) Sem-I from Ranchi University, Nilambar Pitambar University in hindi.

Bharat Ka Itihas Part 1 class 12 - RBSE Board: भारत का इतिहास भाग 1 कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

भारत का इतिहास इस पाठ्यपुस्तक मे भारत के ऐतिहासिक व राष्ट्रीय गौरव, भारतीय इतिहास व संस्कृति के वैभवशाली अतीत, सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक, आर्थिक, साहित्यिक, कलात्मक एवं वैज्ञानिक उपलब्धियों, महान् शासकों व महापुरुषों का तथ्यात्मक विवरण, मौर्य और गुप्त वंश के शासकों की गौरवमयी उप्लाब्धीया, राजस्थान के स्वाधीनता आन्दोलन का विवरण देते हुए किसान एवं जनजातीय आन्दोलनों के माध्यम से आम आदमी के संघर्ष को निकट से दिखाया है।

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