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Bhartiya Itihas Ka Aarambhik Madhyakaal
by Mohammad HabeebHabeeb looks at the attack on Indian state by the Gaznis and the establishment of the families. The reader can find the hate factor for those responsible for rift between Hindu and Muslim unity. The important factor of Habeebs thought process is deep sympathy to the people at the grass root level.
Bhartiya Itihas ke Kuch Vishay Bhag 1 class 12 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: भारतीय इतिहास के कुछ विषय (भाग 1) कक्षा 12 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभारतीय इतिहास के कुछ विषय (भाग 1) 12 वीं कक्षा का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। यह किताब हड़प्पा से शुरू होती है और भारतीय संविधान के बनने पर खत्म होती है। इसमें पाँच हजार वर्षों का सामान्य सर्वेक्षण नहीं बल्कि कुछ विशेष विषयों का गहन अध्ययन किया गया है। इस किताब में आर्थिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक विषयों को चुनकर बदलाव के अलग-अलग आयामों को समझने की कोशिश की है वहीं इनके बीच की दीवारों को भी तोड़ने का प्रयास किया है। इस किताब के कुछ विषय आपको उस युग की राजनीति तथा सत्ता और शक्ति की प्रकृति से परिचित करवाएँगे, वहीं कुछ में यह समझने का प्रयास है कि समाज कैसे संगठित होता है, कैसे काम करता है और कैसे बदलता है। कुछ और अध्याय बताते हैं धार्मिक जीवन और रीति-रिवाज़ों के बारे में, अर्थव्यवस्थाओं के विषय में और ग्रामीण एवं शहरी समाजों में बदलाव के बारे में।
Bhartiya Itihas ke Kuch Vishay Bhag 2 class 12 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: भारतीय इतिहास के कुछ विषय (भाग 2) कक्षा 12 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभारतीय इतिहास के कुछ विषय (भाग 2) 12 वीं कक्षा का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। यह किताब हड़प्पा से शुरू होती है और भारतीय संविधान के बनने पर खत्म होती है। इसमें पाँच हजार वर्षों का सामान्य सर्वेक्षण नहीं बल्कि कुछ विशेष विषयों का गहन अध्ययन किया गया है। इस किताब में आर्थिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक विषयों को चुनकर बदलाव के अलग-अलग आयामों को समझने की कोशिश की है वहीं इनके बीच की दीवारों को भी तोड़ने का प्रयास किया है। इस किताब के कुछ विषय आपको उस युग की राजनीति तथा सत्ता और शक्ति की प्रकृति से परिचित करवाएँगे, वहीं कुछ में यह समझने का प्रयास है कि समाज कैसे संगठित होता है, कैसे काम करता है और कैसे बदलता है। कुछ और अध्याय बताते हैं धार्मिक जीवन और रीति-रिवाज़ों के बारे में, अर्थव्यवस्थाओं के विषय में और ग्रामीण एवं शहरी समाजों में बदलाव के बारे में।
Bhartiya Itihas ke Kuch Vishay Bhag 3 class 12 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: भारतीय इतिहास के कुछ विषय (भाग 3) कक्षा 12 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभारतीय इतिहास के कुछ विषय (भाग 3) 12 वीं कक्षा का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। यह किताब हड़प्पा से शुरू होती है और भारतीय संविधान के बनने पर खत्म होती है। इसमें पाँच हजार वर्षों का सामान्य सर्वेक्षण नहीं बल्कि कुछ विशेष विषयों का गहन अध्ययन किया गया है। इस किताब में आर्थिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक विषयों को चुनकर बदलाव के अलग-अलग आयामों को समझने की कोशिश की है वहीं इनके बीच की दीवारों को भी तोड़ने का प्रयास किया है। इस किताब के कुछ विषय आपको उस युग की राजनीति तथा सत्ता और शक्ति की प्रकृति से परिचित करवाएँगे, वहीं कुछ में यह समझने का प्रयास है कि समाज कैसे संगठित होता है, कैसे काम करता है और कैसे बदलता है। कुछ और अध्याय बताते हैं धार्मिक जीवन और रीति-रिवाज़ों के बारे में, अर्थव्यवस्थाओं के विषय में और ग्रामीण एवं शहरी समाजों में बदलाव के बारे में।
Bhartiya Kala Bhag 2 class 12 - RBSE Board: भारतीय कला भाग 2 कक्षा 12 - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerभारतीय कला भाग 2 कक्षा 12 वीं का पुस्तक हिंदी भाषा में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने प्रकाशित किया गया है । इस पाठ्यपुस्तक में तीन इकाइयों में विभक्त कर अध्ययन सुलभ बनाते हुए विभिन्न कला खण्डों में भारतीय कला इतिहास के क्रमिक विकास को प्रस्तुत कर खण्ड – 'अ' में मध्यकालीन लघु चित्र शैलियों के उद्भव विकास और कलागत विषयवस्तु को अध्ययन की दृष्टि से शामिल किया गया है, वहीं खण्ड- 'ब' में स्वतन्त्रता आन्दोलन और स्वतन्त्रता पश्चात के कला रूपों को आधुनिक भारतीय चित्रकला की अध्ययन वस्तु बनाया है । चूंकि पुस्तक का प्रस्तुतीकरण काल क्रमानुसार है, अतः खण्ड - 'स' में मध्यकालीन मूर्तन एवं मंदिर स्थापत्य के विषय संदर्भ में भारतीय एवं राजस्थानी मूर्तिशिल्पों के साथ - साथ आधुनिक मूर्तिकला का विश्लेषणात्मक अध्ययन भी प्रस्तुत किया गया है । पुस्तक में यथास्थान चित्र, मानचित्र व रेखाचित्र आदि का समावेश अध्ययन के उद्देश्यों की प्राप्ति में सहायक सिद्ध होगा ।
Bhartiya Kavya Shastra Avam Pashchatya Sahitya Chintan B.A. SEM-V Ranchi University, N.P.U: भारतीय काव्यशास्त्र एवं पाश्चात्य साहित्य चिन्तन बी.ए. सेमीस्टर-V राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by Sabhapati Mishraप्रस्तुत पुस्तक ‘भारतीय काव्यशास्त्र एवं पाश्चात्य साहित्य चिन्तन’ डॉ. सभापति मिश्र द्वारा लिखित है, जो जयभारती प्रकाशन, इलाहाबाद द्वारा चतुर्थ संस्करण के रूप में प्रकाशित किया जा रहा है। इस पाठ्यपुस्तक में काव्यशास्त्र प्राचीन ज्ञाशशाखा है जो अद्यतन प्रवाहित है। इस शास्त्र की एक सुंदीर्घ परम्परा रही है जिसका प्रवर्तन आचार्य भरतमुनि के 'नाट्यशास्त्र' में दृष्टिगोचर होता है। इसी प्रकार अरस्तू ने 'पोइटिक्स' में काव्यशास्त्र के सिद्धान्तों का निरूपण किया है। काव्यशास्त्र का प्रमुख उद्देश्य काव्य के तत्त्वों का विवेचन करना एवं काव्य के स्वरूप का निरूपण करना है। काव्यशास्त्र में अमिधा, लक्षणा और व्यंजना तीन शब्दशक्तियाँ मानी गयी हैं। काव्य सर्जन महाकाव्य, खण्डकाव्य, गीतिकाव्य आदि रूपों में होता है। काव्यशास्त्र के अन्तर्गत विविध काव्यभेदों के सिद्धान्त निरूपित किये गये हैं। काव्यभेदों के स्नान गद्य के भी भेद हैं। प्रस्तुत पुस्तक में भारतीय काव्यशास्त्र के साथ-साथ पाश्चात्य साहित्य-चिन्तन का विवेचन किया गया है।
Bhartiya Nari aur Muktee
by Brinda KaratThe book a compilation of articles from various newspapers and magazines, describes the pathetic condition of women in India in 21st century.
Bhartiya Rajvyasththa Evam Samvidhan Railway Group D (Competitive Exam)
by Indic TrustThe candidates who are preparing for the Railway Group D examination can refer this book for learning about the Indian polity and our constitution.
Bhartiya Samajshastra ke Pathpradarshak- Competitive Exam
by M. L. Gupta D. D. Sharmaइस पुस्तक में भारतीय समाजशास्त्रियों के सामाजिक चिन्तन, उनके विचारों की व्याख्या प्रस्तुत की गयी है। भारतीय समाजशास्त्रियों में राधाकमल मुकर्जी, डी.पी. मुकर्जी, आन्द्रे बिताई, जी. एस. घुरिये, इरावती कर्वे, एम. एम. श्रीनिवास, एस सी दुबे और योगेन्द्र सिंह प्रमुख है। समाज संरचना तथा सामाजिक पारिस्थितिकी, सांस्कृतिक विविधाएं, सामाजिक स्तरीकरण, कृषक समाज की समस्या समाज की लोक संस्कृति, जाति भेद उनके सम्बन्ध, भारत में सामाजिक तनाव, भारतीय ग्राम की सामाजिक संरचना, आनुनिकीकरण आदि के बारे में सरल भाषा में लिखा गया है। जिससे छात्रों को भारत में होने वाले विभिन्न परिवर्तन, समस्याओं उन्नति, संस्कृति का ज्ञान होता है और वह इन विचारों को अपने भावी जीवन में उपयोग कर सके।
Bhartiya Sangeet (Badalta Paridrashya): भारतीय संगीत (बदलता परिदृश्य)
by Girish Chandra Upretiभारतीय संगीत (बदलता परिदृश्य) गिरीश चंद्र उप्रेती द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, जो भारतीय शास्त्रीय संगीत, उसकी परंपराओं और विकास पर विस्तृत चर्चा करती है। बारह अध्यायों में विभाजित यह पुस्तक राग, ध्रुपद, ख्याल, श्रुति, ठुमरी, भजन, ग़ज़ल और संगीत में लय की भूमिका को विस्तार से समझाती है। इसमें प्रमुख संगीतज्ञों के योगदान, संगीत शिक्षकों की भूमिका और भारतीय संगीत में समय के साथ हुए परिवर्तनों पर भी प्रकाश डाला गया है। लेखक ने अपने अनुभव और प्रसिद्ध संगीतकारों के सान्निध्य से प्राप्त ज्ञान के आधार पर यह स्थापित किया है कि शास्त्रीय संगीत स्थिर नहीं, बल्कि निरंतर विकसित होता रहता है। उन्होंने सादरा गायन शैली पर भी जानकारी दी है, जिसे उन्होंने स्वयं सीखा था। संगीतज्ञों के संस्मरणों और शास्त्रीय संगीत की प्रचलित धारणाओं पर आलोचनात्मक दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हुए यह पुस्तक संगीत प्रेमियों, शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होती है।
Bhartiya Shasan avom Rajneeti - M.A.,P.S.C.- Ranchi University, N.P.U
by S. C. SinhalBhartiya Shasan avom Rajneeti text book for M.A.,P.S.C. According to the Latest Syllabus based on University Grants Commission (U.G.C.) from Ranchi University, Nilambar Pitambar University in hindi.
Bhasha Manjari class 6 - JCERT: भाषा मंजरी ६वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchiप्रस्तुत पुस्तक "भाषा मंजरी" कक्षा 6 के लिए झारखंड शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद द्वारा प्रकाशित हिंदी भाषा की पाठ्यपुस्तक है। इस पुस्तक का उद्देश्य छात्रों की भाषाई क्षमता को गद्य और पद्य के माध्यम से विकसित करना है। इसमें विभिन्न साहित्यिक विधाओं जैसे निबंध, कहानी, कविता, और जीवनी शामिल हैं, जो छात्रों की कल्पनाशीलता, सृजनशीलता और संप्रेषण कौशल को निखारने में सहायक हैं। यह पुस्तक झारखंड की प्राकृतिक, सांस्कृतिक, और भाषाई विविधता को भी प्रदर्शित करती है, जिससे छात्रों में अपने परिवेश और संस्कृति के प्रति जुड़ाव बढ़ता है। पुस्तक में पारंपरिक और डिजिटल शिक्षण संसाधनों का समावेश किया गया है, जिससे छात्रों को सीखने का व्यापक और समृद्ध अनुभव प्राप्त हो सके। इसमें क्यु. आर. कोड के माध्यम से डिजिटल सामग्री तक पहुँच का भी प्रावधान है। कुल मिलाकर, यह पुस्तक विद्यार्थियों को भाषा के व्यावहारिक और सैद्धांतिक ज्ञान से सशक्त बनाने का प्रयास करती है।
Bhasha Manjari class 7 - JCERT: भाषा मंजरी ७वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchi"भाषा मंजरी" कक्षा 7 के लिए झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा प्रकाशित हिंदी पाठ्य पुस्तक है, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों को भाषा का ज्ञान देने के साथ-साथ उनके सामाजिक और सांस्कृतिक विकास को बढ़ावा देना है। इस पुस्तक में कविताएँ, कहानियाँ और निबंध शामिल हैं, जो विभिन्न भावनात्मक और बौद्धिक मुद्दों पर आधारित हैं। महादेवी वर्मा की प्रसिद्ध कहानी "गिल्लू" में एक गिलहरी और मानव के बीच का अनोखा संबंध दिखाया गया है, जिसमें मानवीय संवेदनाएँ और पशुओं के प्रति करुणा का चित्रण है। भगवती प्रसाद बाजपेयी की कहानी "मिठाईवाला" में एक फेरीवाले की जीवन संघर्ष और बच्चों के प्रति उसका स्नेह दिखाया गया है। वहीं, रामावतार त्यागी की देशभक्ति से ओत-प्रोत कविता "चाहता हूँ" में मातृभूमि के प्रति समर्पण की भावना व्यक्त की गई है। इस पुस्तक का हर पाठ विद्यार्थियों को अपनी भाषा को समझने, साहित्य का आनंद लेने और जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारे में सोचने के लिए प्रेरित करता है। प्रत्येक पाठ के बाद अभ्यास के रूप में सवाल होते हैं, जो विद्यार्थियों की कल्पनाशक्ति, चिंतन क्षमता और लेखन कौशल को निखारते हैं। पुस्तक का मुख्य उद्देश्य है कि बच्चों को हिंदी भाषा की बारीकियों से परिचित कराया जाए और उन्हें अपने परिवेश और समाज से जुड़ी रचनाओं को समझने का अवसर दिया जाए, जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो सके।
Bhasha Manjari class 8 - JCERT: भाषा मंजरी ८वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchi"भाषा मंजरी" कक्षा 8 की हिंदी पाठ्यपुस्तक, झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा प्रकाशित की गई है। इसका उद्देश्य छात्रों को विभिन्न साहित्यिक विधाओं से परिचित कराना और उनकी भाषाई कुशलताओं को बढ़ावा देना है। यह पुस्तक न केवल भाषा की समझ को विकसित करने में सहायक है, बल्कि बच्चों के रचनात्मक और आलोचनात्मक सोच को भी प्रोत्साहित करती है। इसमें कविताएँ, कहानियाँ, निबंध, जीवनी, यात्रा-वृत्तांत और व्यंग्य जैसी विविध रचनाएँ शामिल हैं, जो छात्रों के बौद्धिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। पुस्तक में "पुष्प की अभिलाषा" जैसी राष्ट्रप्रेम से प्रेरित कविताएँ हैं, जो देशभक्ति की भावना को जागृत करती हैं। इसी तरह "छोटा जादूगर" जैसी प्रेरणादायक कहानियाँ हैं, जो साहस, मातृसेवा और स्वावलंबन की भावना को उजागर करती हैं। "अशोक का शस्त्र त्याग" एकांकी शांति और अहिंसा का संदेश देती है, जबकि "डायन: एक अंधविश्वास" अंधविश्वास और सामाजिक कुरीतियों पर गहरी चोट करती है। इन पाठों के माध्यम से बच्चों को जीवन के सामाजिक और नैतिक मूल्यों का भी पाठ पढ़ाया जाता है। इसके अतिरिक्त, इस पुस्तक में झारखंड की संस्कृति, कला, और प्राकृतिक सौंदर्य का भी उल्लेख किया गया है, जिससे छात्रों को अपने राज्य की समृद्ध धरोहर के प्रति गर्व की अनुभूति होती है। साथ ही, "भाषा-संदर्भ" जैसे व्यावहारिक अभ्यासों के माध्यम से छात्रों की व्याकरणिक समझ को भी सुदृढ़ किया जाता है। यह पुस्तक न केवल शैक्षिक विकास बल्कि बच्चों में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समझ को भी बढ़ावा देने का प्रयास करती है।
Bhauteek Bhugol Ke Mul Sinddhant class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत 11 वीं कक्षा का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस किताब में कुल छः ईकाई दि गयी है, और उसमें पंधरह अध्याय दिए है । यह पुस्तक, ज्ञानवर्धक, ज्ञानोपयोगी एवं उपलब्धि स्तर की वृद्धि में सहायक सिद्ध होगी, यद्यपि संवर्धन एवं परिष्करण की सम्भावनाएँ सदैव भविष्य के लिए संचित रहती हैं, यह किताब में स्पष्टिकरण किया है।
Bhautik Bhugol - Ranchi University, N.P.U: भौतिक भूगोल - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by Savindra Singhभौतिक भूगोल के विक्षय-क्षेत्र में होने वाले परिवर्तनों को देखते हुए भौतिक भूगोल की इस पुस्तक में भी परिवर्तन किए गये हैं। विषय वस्तु के विस्तरण को सीमित किया गया है तथा अनावश्यक एवं पुरानी पड़ गयी पाठ्य सामग्री को पुस्तक से हटा दिया गया है तथा नवीन तथ्यों को सम्मिलित किया गया है। पुस्तक का कलेवर भी सीमित किया गया है ताकि विद्यार्थी विषय वस्तु को आसानी से समझ एवं ग्रहण कर सकें।
Bhautik Bhugol Ke Mul Siddhant class 11 - NCERT - 23: भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में छह इकाईयाँ दी गई है। इकाई 1 में भूगोल एक विषय के रूप में भूगोल एक समाकलित विषय के रूप में, स्थानिक गुण विज्ञान के रूप में; भूगोल की शाखाएँ; भौतिक भूगोल की विशेषता। इकाई 2 में पृथ्वी-पृथ्वी की उत्पत्ति एवं विकास, पृथ्वी का आंतरिक भाग; वेगनर का महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत एवं प्लेट विवर्तनिकी, भूकंप एवं ज्वालामुखी। इकाई 3 में भू-आकृतियाँ खनिज एवं शैल-शैलों के प्रमुख प्रकार एवं उनकी विशेषताएँ; भू-आकृतिक प्रक्रियाएँ-अपक्षय, बृहत्क्षरण, अपरदन एवं निक्षेपण, मृदा-निर्माण, भू-आकृतियाँ तथा उनका विकास। इकाई 4 में जलवायु वायुमंडल-संघटन एवं संरचना; मौसम एवं जलवायु के तत्व, वर्षण: वाष्पीकरण, संघनन-ओस, पाला, धुंध, कोहरा एवं मेघ; वर्षा-प्रकार एवं विश्व वितरण, विश्व जलवायु-वर्गीकरण (कोपेन), ग्रीनहाउस प्रभाव, भूमंडलीय ऊष्मन एंव जलवायु परिवर्तन और इकाई 5 में जल (महासागर) जलीय चक्र; महासागर-अंतः समुद्री उच्चावच, लवणता एवं तापमान का वितरण; महासागरीय-तरंगें, ज्वार भाटा एवं धाराएँ आदी के बारे में पाठपुस्तक बताया गया है। इकाई 6 में पृथ्वी पर जीवन इस इकाई के विवरण: जैवमंडल - पाद्प एवं अन्य जीवों की विशेषताएँ, पारितंत्र; जैव-भू रासायनिक चक्र, पारिस्थितिक संतुलन तथा जैवविविधता एवं संरक्षण।
Bhautik Bhugol Ke Mul Sidhant class 11 - NCERT: भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत 11वीं कक्षा - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में पाँच इकाईयाँ दी गई है। इकाई 1 में भूगोल एक विषय के रूप में भूगोल एक समाकलित विषय के रूप में, स्थानिक गुण विज्ञान के रूप में; भूगोल की शाखाएँ; भौतिक भूगोल की विशेषता। इकाई 2 में पृथ्वी - पृथ्वी की उत्पत्ति एवं विकास, पृथ्वी का आंतरिक भाग; वेगनर का महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत एवं प्लेट विवर्तनिकी, भूकंप एवं ज्वालामुखी। इकाई 3 में भू-आकृतियाँ खनिज एवं शैल-शैलों के प्रमुख प्रकार एवं उनकी विशेषताएँ; भू-आकृतिक प्रक्रियाएँ - अपक्षय, बृहत्क्षरण, अपरदन एवं निक्षेपण, मृदा-निर्माण, भू-आकृतियाँ तथा उनका विकास। इकाई 4 में जलवायु वायुमंडल - संघटन एवं संरचना; मौसम एवं जलवायु के तत्व, वर्षण: वाष्पीकरण, संघनन-ओस, पाला, धुंध, कोहरा एवं मेघ; वर्षा-प्रकार एवं विश्व वितरण, विश्व जलवायु - वर्गीकरण (कोपेन), ग्रीनहाउस प्रभाव, भूमंडलीय ऊष्मन एंव जलवायु परिवर्तन और इकाई 5 में जल (महासागर) जलीय चक्र; महासागर - अंतः समुद्री उच्चावच, लवणता एवं तापमान का वितरण; महासागरीय-तरंगें, ज्वार भाटा एवं धाराएँ आदी के बारे में पाठपुस्तक बताया गया है।
Bhautik Bhugol Ke Mul Sidhant class 11 - RBSE Board: भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerभौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत कक्षा 11वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है, इस पाठ्यपुस्तक में छहः इकाईयाँ दी गई है। इकाई 1 में भूगोल एक विषय के रूप में भूगोल एक समाकलित विषय के रूप में, स्थानिक गुण विज्ञान के रूप में; भूगोल की शाखाएँ; भौतिक भूगोल की विशेषता। इकाई 2 में पृथ्वी - पृथ्वी की उत्पत्ति एवं विकास, पृथ्वी का आंतरिक भाग; वेगनर का महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत एवं प्लेट विवर्तनिकी, भूकंप एवं ज्वालामुखी। इकाई 3 में भू-आकृतियाँ खनिज एवं शैल-शैलों के प्रमुख प्रकार एवं उनकी विशेषताएँ; भू-आकृतिक प्रक्रियाएँ - अपक्षय, बृहत्क्षरण, अपरदन एवं निक्षेपण, मृदा-निर्माण, भू-आकृतियाँ तथा उनका विकास। इकाई 4 में जलवायु वायुमंडल - संघटन एवं संरचना; मौसम एवं जलवायु के तत्व, वर्षण: वाष्पीकरण, संघनन-ओस, पाला, धुंध, कोहरा एवं मेघ; वर्षा-प्रकार एवं विश्व वितरण, विश्व जलवायु - वर्गीकरण (कोपेन), ग्रीनहाउस प्रभाव, भूमंडलीय ऊष्मन एंव जलवायु परिवर्तन और इकाई 5 में जल (महासागर) जलीय चक्र; महासागर - अंतः समुद्री उच्चावच, लवणता एवं तापमान का वितरण; महासागरीय-तरंगें, ज्वार भाटा एवं धाराएँ आदी के बारे में पाठपुस्तक बताया गया है।
Bhautik Vigyan class 12 - RBSE Board: भौतिक विज्ञान 12वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerभौतिक विज्ञान के उत्तरोत्तर विकास को दृष्टिगत रखकर विद्यार्थियों को अद्यतन विषय सामग्री प्रदान करने हेतु माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान ने भौतिकी की पाठ्यसामग्री को निये सिरे से तैयार किया है । प्रस्तुत पुस्तक, बारहवीं कक्षा के लिए भौतिक विज्ञान हेतु माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा निर्धारित नवीन पाठ्यक्रमानुसार लिखी गई है । पाठ्यपुस्तक में प्रत्येक संकल्पना के अन्त में आंकिक उदाहरण और अध्याय के अन्त में सारगर्भित महत्त्वपूर्ण बिन्दु दिये गये हैं । अभ्यासार्थ प्रश्नों में बहुचयानात्मक, अति - लघुउत्तरात्मक, लघुउत्तरात्मक, निबन्धात्मक एवं आंकित प्रश्न भी दिये गये हैं । प्रश्नों के चयन में अखिल भारतीय स्तर पर चिकित्सा, अभियान्त्रिकी व अन्य पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रतियोगी परीक्षाओं के स्तर का ध्यान रखा गया है । पुस्तक को संशोधित एवं परिमार्जित रूप में, विद्यार्थियों के लिये अधिकाधिक उपयोगी बनाने की दृष्टि से, जिन विषय मर्मज्ञों एवं शिक्षकों ने सहयोग प्रदान किया है।
Bhautiki Bhag 1 Class 11 - RBSE Board: भौतिकी भाग 1
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerभौतिकी भाग 1 पाठ्यपुस्तक में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अन्य क्षेत्रों अथवा दैनिक जीवन में कुछ अनुप्रयोगों को दर्शाना, सरल प्रयोग सुझाना, भौतिकी के विभिन्न क्षेत्रों में अभिधारणाओं में संबंध, एकरसता अथवा नीरसता को तोड़कर पुस्तक को सजीव बनाना है। पुस्तक के प्रत्येक अध्याय के अंत में सारांश, विचारणीय विषय, अभ्यास तथा अतिरिक्त अभ्यास एवं उदाहरण जैसे विशिष्ट लक्षणों को बनाए रखा गया है। संकल्पनाओं पर आधारित कई अभ्यासों को अध्यायों के अंत में दिए गए अभ्यासों से 'उदाहरण एवं उनके हल' के रूप में पाठ्य सामग्री में स्थानांतरित किया गया है। यह आशा की जाती है कि ऐसा करने से अध्याय में दी गई संकल्पनाएँ अधिक बोधगम्य बन जाएँगी।
Bhautiki Bhag 1 class 11 - NCERT: भौतिकी भाग 1 कक्षा 11 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभौतिकी भाग 1 11 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अन्य क्षेत्रों अथवा दैनिक जीवन में कुछ अनुप्रयोगों को दर्शाना, सरल प्रयोग सुझाना, भौतिकी के विभिन्न क्षेत्रों में अभिधारणाओं में संबंध, एकरसता अथवा नीरसता को तोड़कर पुस्तक को सजीव बनाना है। पुस्तक के प्रत्येक अध्याय के अंत में सारांश, विचारणीय विषय, अभ्यास तथा अतिरिक्त अभ्यास एवं उदाहरण जैसे विशिष्ट लक्षणों को बनाए रखा गया है। संकल्पनाओं पर आधारित कई अभ्यासों को अध्यायों के अंत में दिए गए अभ्यासों से 'उदाहरण एवं उनके हल' के रूप में पाठ्य सामग्री में स्थानांतरित किया गया है। यह आशा की जाती है कि ऐसा करने से अध्याय में दी गई संकल्पनाएँ अधिक बोधगम्य बन जाएँगी।
Bhautiki Bhag 1 class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: भौतिकी भाग 1 कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभौतिकी भाग-1 कक्षा 11 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में आठ अध्याय दिये गये है, भौतिकी की विशेष प्रकृति, धारणाओं की समझ के अलावा कुछ परिपाटियों का ज्ञान, आधारभूत गणितीय साधन, महत्त्वपूर्ण भौतिक स्थिरांकों के आंकिक मान, सूक्ष्म स्तर से गैलेक्सीन स्तर के परिसर तक उपयोगी मात्रकों की प्रणाली की अपेक्षा करती है। विद्यार्थियों की सहायता के लिए हमने पुस्तक के अंत में परिशिष्ट A1 से A7 के रूप में आवश्यक साधन एवं डाटाबेस दिए हैं। अतिरिक्त जानकारी या किसी अध्याय विशेष में वर्णित विषय के उपयोग के लिए कुछ अध्यायों के अंत में भी कुछ परिशिष्ट दिए गए हैं।
Bhautiki Bhag 1 class 12 - NCERT - 23: भौतिकी भाग-१ १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभौतिकी भाग 1 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अन्य क्षेत्रों अथवा दैनिक जीवन में कुछ अनुप्रयोगों को दर्शाना, सरल प्रयोग सुझाना, भौतिकी के विभिन्न क्षेत्रों में अभिधारणाओं में संबंध, एकरसता अथवा नीरसता को तोड़कर पुस्तक को सजीव बनाना है। पुस्तक के प्रत्येक अध्याय के अंत में सारांश, विचारणीय विषय, अभ्यास तथा अतिरिक्त अभ्यास एवं उदाहरण जैसे विशिष्ट लक्षणों को बनाए रखा गया है। संकल्पनाओं पर आधारित कई अभ्यासों को अध्यायों के अंत में दिए गए अभ्यासों से 'उदाहरण एवं उनके हल' के रूप में पाठ्य सामग्री में स्थानांतरित किया गया है। यह आशा की जाती है कि ऐसा करने से अध्याय में दी गई संकल्पनाएँ अधिक बोधगम्य बन जाएँगी।
Bhautiki Bhag 2 class 11 - NCERT: भौतिकी भाग 2 कक्षा 11 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadभौतिकी भाग 2 11 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पाठ्यपुस्तक में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अन्य क्षेत्रों अथवा दैनिक जीवन में कुछ अनुप्रयोगों को दर्शाना, सरल प्रयोग सुझाना, भौतिकी के विभिन्न क्षेत्रों में अभिधारणाओं में संबंध, एकरसता अथवा नीरसता को तोड़कर पुस्तक को सजीव बनाना है। पुस्तक के प्रत्येक अध्याय के अंत में सारांश, विचारणीय विषय, अभ्यास तथा अतिरिक्त अभ्यास एवं उदाहरण जैसे विशिष्ट लक्षणों को बनाए रखा गया है। संकल्पनाओं पर आधारित कई अभ्यासों को अध्यायों के अंत में दिए गए अभ्यासों से 'उदाहरण एवं उनके हल' के रूप में पाठ्य सामग्री में स्थानांतरित किया गया है। यह आशा की जाती है कि ऐसा करने से अध्याय में दी गई संकल्पनाएँ अधिक बोधगम्य बन जाएँगी।