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Divyangajanon ke Sashaktikaran ke liye Padadhikariyon evan Gairasarakari Sangathanon Hetu Marganirdeshika-competitive exams

by Rajya Nihshaktata Aayukta Karyalay Jharkhand Sarkar

राज्य निःशक्तता आयुक्त कार्यालय (महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, झारखण्ड सरकार) के द्वारा दिव्यांगजनों, स्वयंसेवी संस्थाओं एवं पदाधिकारियों को जागरूक करने के उद्देश्य से "दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए पदाधिकारियों एवं गैरसरकारी संगठनों हेतु मार्गनिर्देशिका' प्रकाशित किया जा रहा है। दिव्यांगों में प्रतिभा की कमी नहीं है। दिव्यांगों ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करते हुए राष्ट्रीय ही नहीं, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी ख्याति अर्जित की है। दिव्यांगजनों के विकास हेतु सरकार द्वारा कई कल्याणकारी योजनायें संचालित है। इन योजनाओं के सफल कार्यान्वयन हेतु सबकी भागीदारी आवश्यक है ताकि योजनाओं के प्रति सभी जागरूक हो सके और दिव्यांगों को इसका समुचित लाभ प्राप्त हो सके। आशा है कि राज्य निःशक्तता आयुक्त कार्यालय के द्वारा प्रकाशित की जानेवाली मार्गनिर्देशिका दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण हेतु के लिए उपयोगी सिद्ध होगी।

Divyangjanon Ke Liye Rozgar Kaushal: दिव्यांगजनों के लिए रोजगार कौशल

by Skill India and Skill Council for Persons with Disability

“दिव्यांगजनों के लिए रोजगार कौशल” पुस्तक दिव्यांग व्यक्तियों (PwDs) के लिए रोजगार और आजीविका कौशल विकसित करने हेतु एक व्यापक मार्गदर्शिका है। यह पुस्तक विशेष रूप से लोकोमोटर दिव्यांगता, दृष्टिबाधित, श्रवण बाधित और अन्य दिव्यांगता वाले व्यक्तियों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। 70 घंटे के इस प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में आत्मनिर्भरता, आत्मविश्वास निर्माण, और रोजगारपरक कौशल पर जोर दिया गया है। इसमें आत्म-जागरूकता, प्रभावी संचार कौशल, साक्षात्कार की तैयारी, रिज़्यूमे लेखन, और समय प्रबंधन जैसे व्यावसायिक कौशल शामिल हैं। साथ ही, डिजिटल साक्षरता के तहत कंप्यूटर का उपयोग, ईमेल संचालन और ऑनलाइन संसाधनों तक पहुंच के तरीकों को भी सिखाया गया है। पुस्तक में स्वरोजगार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए रोजगार के विविध विकल्पों और व्यावसायिक योजनाओं की जानकारी दी गई है। सरल भाषा, चित्रों, और व्यावहारिक गतिविधियों के माध्यम से इसे सभी के लिए सुलभ बनाया गया है। यह केवल एक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम नहीं, बल्कि दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। Skill India और SCPwD (Skill Council for Persons with Disability) जैसे प्रतिष्ठित संगठनों के सहयोग से विकसित, यह पुस्तक न केवल दिव्यांगजनों के लिए उपयोगी है, बल्कि प्रशिक्षकों और मार्गदर्शकों के लिए भी एक अनूठा संसाधन है। इसका उद्देश्य दिव्यांगजनों को उनके कौशल और क्षमताओं का अधिकतम उपयोग करने के लिए प्रेरित करना है, जिससे वे रोजगार के अवसरों को प्राप्त कर सकें और समाज में सम्मानजनक जीवन व्यतीत कर सकें। आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण पर केंद्रित यह पुस्तक दिव्यांगजनों के जीवन को सकारात्मक रूप से बदलने की दिशा में एक प्रभावी प्रयास है।

Do Bahino Ki Baate (Two Sisters): दों बहिनों की बातें

by Acharya Swadesh

प्रस्तुत कहानी में वैदिक सिद्धांतों के आधार पर आचार्य स्वदेश जी ने ' दों बहिनों की बातें ' की रचना की है। इस कहानी छोटी बहन बड़ी बहन को ईश्वर के बारे मे सब सवाल कर रही है और बड़ी बहन ईश्वर के बारे मे वो जानती है उतना वो समजाती है। बस इसे ही दोनों कैसे बातें करती है वो दर्शाया गया है।

Do Gaj Kafan: दो गज कफन

by Surender Mohan Pathak

"दो गज कफन" एक थ्रिलर उपन्यास है, जिसे सुरेंद्र मोहन पाठक ने लिखा है। यह पुस्तक रहस्य और अपराध के गहन पटल पर आधारित है। कहानी का मुख्य पात्र मानक मोहिले है, जो एक सेल्समैन है और होटल व्यवसायी विलासराव मोडक से महत्वपूर्ण आर्डर हासिल करने के प्रयास में है। घटनाक्रम मुरुड के समुद्र तट पर मोडक के याट सी-हॉक के इर्द-गिर्द घूमता है। कहानी तब नाटकीय मोड़ लेती है जब मोहिले को समुद्र में एक युवती को गिरते हुए देखता है और उसे बचाने की कोशिश करता है। घटनाओं के क्रम में पता चलता है कि याट पर दो व्यक्तियों की हत्या हो चुकी है, जिसमें एक मोडक और दूसरा उसका दोस्त राजाराव है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अनंत भौंसले इस हत्याकांड की जांच में जुटते हैं, जबकि मोहिले, युवती दिव्या मेहता, और एक अन्य महिला महक भटनागर संदिग्ध परिस्थितियों में घटना से जुड़े होते हैं। जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, पात्रों के बीच के संबंध और उनके व्यक्तिगत स्वार्थ खुलते जाते हैं। थ्रिल और सस्पेंस से भरपूर यह उपन्यास मानवीय लालच, संबंधों की पेचीदगियों और पुलिसिया जांच की बारीकियों को जीवंत करता है। लेखक का लेखन शैली पाठकों को बांधे रखती है और अंत तक रोमांच बनाए रखती है। इस प्रकार, "दो गज कफन" एक ऐसा थ्रिलर है जो पाठकों को रहस्य और अपराध की दुनिया में गहरे तक ले जाता है।

Dohri Chaal: दोहरी चाल

by Amit Khan

दुश्मन के एक बेहद खतरनाक फौजी किले की कहानी। वाकई इस बार बड़ा अजीबोगरीब मामला था। इस बार वो मिशन था ही नहीं, जो बताया गया था। सब कुछ रहस्य के गहरे महासागर में छुपा था। आखिर असली मिशन क्या था? दिल की धड़कनों को थाम दे, भीषण प्रकम्पन्न पैदा कर दे- ऐसे विलक्षण मूड में ‘कमांडर करण सक्सेना’ का बेहद तेज़रफ़्तार उपन्यास।

Doodh Na Bakshungi: दूध ना बख्शूंगी

by Ved Prakash Sharma

"दूध ना बख्शूंगी" वेद प्रकाश शर्मा का एक प्रसिद्ध थ्रिलर उपन्यास है, जो बदले, न्याय और पारिवारिक संघर्षों की कहानी है। इस उपन्यास की कहानी एक महिला के प्रतिशोध पर आधारित है, जो अपने बेटे की मौत का बदला लेने के लिए कटिबद्ध है। कहानी में मुख्य पात्र एक ऐसी माँ है, जिसका बेटा एक षड्यंत्र का शिकार होकर मारा जाता है। इस सदमे के बाद, वह माँ कसम खाती है कि जब तक वह अपने बेटे की मौत का बदला नहीं ले लेती, तब तक वह किसी भी कीमत पर शांत नहीं बैठेगी। कहानी में कई उतार-चढ़ाव और रोमांचक घटनाएं हैं, जो पाठकों को बांधे रखती हैं। नायक की ताकत, साहस, और संघर्ष की यह गाथा एक रोमांचक यात्रा पर ले जाती है, जहां वह अपने दुश्मनों का सामना करती है और अपने बेटे की मौत का बदला लेने के लिए किसी भी हद तक जाती है। यह उपन्यास न केवल एक प्रतिशोध की कहानी है, बल्कि इसमें मां-बेटे के रिश्ते की गहराई, न्याय की लड़ाई और एक महिला के अदम्य साहस का भी वर्णन है।

Dost Banaye Naye Naye

by Alka Shanker

Dost Banaye Naye Naye is two story book is written by Alka Shankar tells us the story of two girls who take care of kittens in her home इस पुस्तक में दो कहानियाँ है जिसमें दो बहने बिल्ली के बच्चों को अपने घर में पालती है तथा दूसरी कहानी में लीला की नानी लीला को एक पौधा उपहार में देती है और लीला उसकी देखभाल करती है। दोनों कहानियाँ हमें दूसरों की मदद करना सिखाती है।

Dost Tujhe Salam: दोस्त तुझे सलाम

by Dr Sushma Deshmukh

इस पुस्तक में लिखी कथायें चिकित्सकों के अनुभवों के अथाह सागर से मंथन करके निकले हुए अनमोल माणिक, हीरे, मोती और हमारी रोज़मर्रा की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में मिलने वाले संस्कारों का पाठ हैं। उम्र, शिक्षा तथा अनुभवों का यहाँ प्रश्न ही नहीं उठता। ये कथाएँ करुणा, ममता, हिम्मत, सेवा, सामाजिक कर्त्तव्य जैसे अलग-अलग गुणों का अद्भुत संगम हैं। इन कथाओं में हर बात निराली हैं। ज़िन्दगी में आने वाले तूफ़ान (बीमारी) को हिम्मत से मात देने वाली प्रेरणादायक बातें विलक्षण ही होती हैं। अपने कुटुंब, मित्र, समाज तथा दुनिया के कल्याण के लिए प्राण न्योछावर करने वाले व्यक्ति ही सच्चे आदर्श (हीरो, हीरोइन) हैं।

Dragonfly: ड्रैगनफ़्लाई

by Anadi Shubhanand

अपनी एक्स गर्लफ्रेंड के शहर से अचानक ही गायब हो जाने की वजह जानने की उत्सुकता सीक्रेट सर्विस ऑफिसर अमर वर्मा के लिये धीरे-धीरे एक जुनून में परिवर्तित हो जाती है। आखिरकार जब वह उसके नये एड्रेस पर पहुँचता है तो उसे उसके नाम पर कोई और ही लड़की रहती हुई मिलती है। जब इस पूरे सिलसिले के तार भारत में मौजूद चीनी जासूसों के साथ जुड़ने लगते हैं तब इंडियन सीक्रेट सर्विस के सामने एक मौका आता है कि वह अपने दुश्मन देश के जासूसों और देश के गद्दारों को सबक सिखा सकें पर कोई तो था जो रहस्य की कई परतों में छिपा उनके प्लान को फेल करने के लिये घात लगा कर बैठा था। उस अनोखी शख्सियत का कोड नेम था ‘ड्रैगनफ़्लाई’।

Draupadi: द्रौपदी

by Pratibha Rai

द्रौपदी महाभारत ही नहीं, भारतीय जीवन तथा संस्कृति का एक अत्यन्त विलक्षण और महत्त्वपूरर्ण चरित्र है- परन्तु साहित्य ने अब तक उसे प्राय: छुआ नहीं था। उपन्यास के रूप में इस रचना का एक विशिष्ट लक्ष यह भी है कि इसे एक महिला ने उठाया और वाणी दी है, जिस कारण वे इसके साथ न्याय करने में पूर्ण स्थान हुई हैं। डॉ. प्रतिभा राय उडिया की अग्रणी लेखिका हैं जिनके अनेक उपन्यास प्रकाशित होकर लोकप्रिय हो चुके हैं। उन्हें अनेक पुरस्कार मिले हैं, फिल्मे बनी है तथा कई कृतियां हिन्दी में भी आमने आ चुकी हैं। कृष्ण समर्पित तथा पांच पांडवों से ब्याही द्रोपदी का जीवन अनेक दिशाओं में विभवत्त है है फिर भी उसका व्यक्तित्व बँटत्ता नहीं, टूटता नहीं, वह एक ऐसी इकाई के रूप में निरन्तर जीती है जो तत्कालीन घटनाचक्र क्रो अनेक विशिष्ट आयाम देने में समर्थ है। नारी-मन की वास्तविक पीडा, सुख-दुख और व्यक्तिगत अन्तर्संबंधों की जटिलता को गहराई से पकड़ पाना, इस उपन्यास की विशेषता है।

Drishti Bhart Evam Viswa Ka Bhugol Competitive Exam

by Indic Trust

This book is a collection of Multipile Choice Questions of new and old NCERT syllubus of Class 6 to Class 12 for the preprations of competitive exams.

Drishti Bhartiya Arthvyavastha Competitive Exam

by Indic Trust

All the important concepts that show the Indian economy to the initial test, in which more than fifty percent of questions related to the economy are related to our ' Indian economy ' Book It will be our endeavor that we can fulfill the expectations of our readers and in their success.

Drishti Bhartiya Itihas Evam Rastriya Aandolan Competitive Exam

by Indic Trust

This book is very helpfull in competitive exam. In the book Bhartiya Itihas Evam Aandolan have a brief chapters with multipile choice questions composed by indic trust.

Drishti Bhartiya Savidhan Evam Rajvayastha Competitive Exam

by Indic Trust

The series ‘ The second edition of the Indian Constitution and the State System are experiencing a heart felt joy while presenting it. The readers who took hands and much appreciated.

Drishti Kala Evam Sanskriti Competitive Exam

by Indic Trust

The Art and Culture is ussally it is a part of history topic. Civil Services Examination. In preparing for the questions related to this ,after reading the books related to the history.

Drishti Paryavaran Evam Paristhithiki Competitive Exam

by Indic Trust

Significantly, it is possible to achieve success for a deep understanding of general studies in the initial examination. It has been confirmed recently I.A.S. 2018 Can be done from the initial examination paper. There is not even a single book in Hindi for a very long time on the ecological ecology that resolves all the complications.

Drishti Prasan Sangrah Competitive Exam

by Indic Trust

This book is a collections long type questions for the prepration of IAS MAINS exams.

Drishti Report Competitive Exam

by Indic Trust

It is important that the year 2013 Came in I.A.S. Major changes were made in the course of the course. I.A.S. Various State Public Service Commissions have also adopted this change course of change with greater change. syllabus The effect of this change was that the weightage of the general study in the main examination was not only the union ,But different State Public Service Commissions also increased. Therefore, it is now necessary for success in these examinations Candidates holding on the subject of general study will be strong.

Drishti Samanya Vigyan - Competitive Exam - NCERT

by Indic Trust

As you may know, it is necessary to have a basic understanding of the subject for success in any exam. The best way to do this is that the subject's VI From XII Upto N.C.E.RT have study carefully.

Drishti To The Point Competitive Exam

by Indic Trust

Notable that year 2013 Came in I.A.S. Major changes were made in the main (main) examination. Before main Two papers of General Studies in Examination ( 300-300 Points were used) , While presently number four ( 250-250 Digit). It is clear that the role of general study in the main examination is very important today. only one Due to being an optional subject, it has been further strengthened that the success of the main exam in general study It is not possible without bringing better points. The year 2013 After the tendency of questions in general examinations in general examinations Think of it, it is clear that most of these questions have been based on current affairs.

Drishtikon: दृष्टिकोण

by Lal Krishna Advani

श्री लालकृष्ण आडवाणी के ब्लॉग सभी आयु वर्ग के पाठकों के लिए प्रासंगिक हैं। जहाँ उनके समकालीनों के लिए इनमें पुरानी स्मृतियाँ हैं, वहीं देश के भविष्य को आकार देने के लिए बेचैन युवाओं के लिए इतिहास संबंधी अंतर्दृष्टि है। वे सरदार पटेल जैसे नेताओं के दौर की उथल-पुथल तथा आधुनिक भारत के निर्माण में उनके विशिष्ट योगदान की जानकारी देते हैं। आडवाणीजी के ब्लॉग दोहरे उद्देश्यों की पूर्ति करते हैं, इनमें अतीत की झलक है और ये भारतीयों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। ये ब्लॉग दो युगों का मेल कराते हैं—पहला युग वह है, जिससे स्वयं आडवाणी संबंधित हैं, और दूसरा वह, जिसमें वे मार्गदर्शक की भूमिका में हैं। आडवाणी एक प्रभावशाली राजनेता रहे हैं। दशकों लंबे राजनीतिक जीवन में श्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ अहम भूमिका निभाते हुए उन्होंने न केवल भारतीय जनता पार्टी का गठन किया, बल्कि उसका उत्तरोत्तर विकास भी किया। अगर भाजपा आज राष्ट्रीय स्तर पर जानी-पहचानी जाती है, तो उसका श्रेय अटल-आडवाणी की विचारदृष्टि को है, जिन्होंने इसे हाशिए से उठाकर केंद्रीय भूमिका में पहुँचाया। उन्होंने धर्मनिरपेक्षता को पुनर्परिभाषित किया। सोमनाथ से अयोध्या की उनकी ऐतिहासिक यात्रा के कारण देश को धर्मनिरपेक्षता को फिर से परिभाषित करने तथा विरोधियों द्वारा समर्थित छद्म-धर्मनिरपेक्षता से इसे भिन्न समझने पर विवश होना पड़ा। आडवाणी का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण योगदान सार्वजनिक जीवन में उच्च मानदंड स्थापित करने और उनका अनुपालन करने का प्रबल आग्रह है। उन्होंने सदैव राजनीतिक शुचिता और पारदर्शिता की हिमायत की है। आडवाणीजी के ब्लॉग की ताकत उनके व्यक्तित्व की तरह प्रत्यक्ष, निर्भीक और स्पष्टवादी है। वे किसी मुद्दे को दबाने या हलका करने का प्रयत्न नहीं करते। वे तथ्यों को बढ़ा-चढ़ाकर बताने का प्रयास नहीं करते, बल्कि बिलकुल वास्तविक रूप में पेश करते हैं। उनका लेखन उनके मन की तरह स्वच्छ है। उनके ब्लॉग अनेक व्यापक विषयों पर केंद्रित हैं : इतिहास, राजनीति, पुस्तकें, और भी बहुत कुछ। भारतीय राजनीतिक भविष्य में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के लिए आडवाणी के ब्लॉग बहुत प्रभावशाली मार्गदर्शक की भूमिका निभा सकते हैं; अन्य पाठकों के लिए भी ये ब्लॉग बहुत दिलचस्प और पठनीय हैं।

Duniya Meri Jeb Mein: दुनिया मेरी जेब में

by James Hadley Chase Kanwal Sharma

जेम्स हैडली चेज़ का उपन्यास "दुनिया मेरी जेब में" (The World in My Pocket) एक रोमांचक अपराध कथा है। कहानी एक साहसी चोर और उसके साथियों की है, जो एक बड़ी बैंक लूटने की योजना बनाते हैं। यह योजना जटिल और जोखिम भरी है, जिसमें हर कदम पर सावधानी बरतनी पड़ती है। जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, उनके बीच विश्वासघात, धोखा और लालच के कारण मुश्किलें बढ़ती जाती हैं। चेज़ की लेखनी चरित्र चित्रण और घटनाओं के विस्तार में निहित है, जिससे पाठक अंत तक बंधा रहता है। "दुनिया मेरी जेब में" एक क्लासिक अपराध कथा है जो रहस्य और रोमांच के शौकीनों के लिए बेहद आकर्षक है।

Durva Bhag 1 class 6 - Goa Board: दूर्वा भाग 1 कक्षा 6 - गोवा बोर्ड

by Shikshan Sanchalnalay Goa Sarkar Panaji Goa

कक्षा छह के लिए तैयार की गई दूर्वा भाग-1 पाठपुस्तक है। इस पाठ्यपुस्तक में पाठों की संरचनाएँ पूर्वनिर्धारित और अभिक्रमिक हैं। जिन पाठों में जो संरचनाएँ शिक्षण बिंदु के रूप में प्रमुखतः निर्धारित की गई हैं, उन्हें ही पाठ में स्वभाविक ढंग से उभारने का प्रयास किया गया है। पाठों के साथ लिखित और मौखिक अभ्यास दिए गए हैं। मानक हिंदी वर्णमाला, बारहखड़ी एवं संयुक्ताक्षरों के विभिन्न रूपों को वर्गीकृत करके प्रस्तुत किया गया है। अधिगम की दृष्टि से कठिन माने जानेवाले संयुक्त वर्णों तथा र के तीन रूपों को नवें, दसवें और ग्यारहवें पाठ में सिखाया गया है। पाठ के अभ्यासों में व्याकरणिक भाषा-अभ्यास के बदले भाषा संबंधी सहज प्रयोगों को रखा गया है। बातचीत में प्रयुक्त होनेवाले भाषा-अवयवों, जैसे–'हाँ-नहीं' आदि के अंतर को प्रश्नोत्तर के रूप में बताया गया है। पाठों का संयोजन इस प्रकार किया गया है जिससे विद्यार्थी हिंदी के विभिन्न भाषा रूपों से परिचित हो सकें, पत्र-लेखन के विभिन्न पहलुओं को सिखलाने के लिए अलग से एक पाठ दिया गया है। शब्द और वस्तु से परिचय के साथ शब्द-लेखन करवाने के लिए चित्रों से शब्दों का मिलान करने तथा खाली स्थान भरने संबंधी वर्ग पहेली सरीखे अभ्यास दिए गए हैं ।

Durva Bhag-1 class 6 - NCERT - 23: दूर्वा भाग १ ६वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

यह पुस्तकमाला कक्षा छह से आठ तक के स्तरों पर द्वितीय भाषा के रूप में हिंदी शिक्षण करने वाले हिंदीतर क्षेत्रों के जवाहर नवोदय विद्यालय सहित सभी विद्यालयों के लिए निर्मित की गई है। कक्षा छह के लिए तैयार की गई दूर्वा भाग-1 की कुछ विशेषताएँ इस प्रकार हैं- इस पुस्तक में भाषा शिक्षण के लिए सर्वप्रथम चित्र के माध्यम से शब्द परिचय करवाया गया है। इसी के साथ लिपि की संरचना और शब्द के उच्चारण को भी विद्यार्थी जान सकता है। इससे सुनने, बोलने और पढ़ने की क्षमता विकसित हो सकेगी। विद्यार्थियों में सुनने, समझने और बोलने की क्षमता को सशक्त बनाने के लिए प्रारंभ में मौखिक पाठों के साथ ग्यारह पाठ दिए गए हैं। इनमें बारंबारता (फ्रीक्वेंसी) की प्रक्रिया अपनाई गई है, ताकि सिखाई जानेवाली भाषा से विद्यार्थी का परिचय उत्तरोत्तर बढ़ सके। बलाघात, अनुतान आदि उच्चारण संबंधी विशेषताओं को सिखलाने के लिए पाठों में वार्तालाप अधिक रखे गए हैं। पाठों की संरचनाएँ पूर्वनिर्धारित और अभिक्रमिक हैं। जिन पाठों में जो संरचनाएँ शिक्षण बिंदु के रूप में प्रमुखतः निर्धारित की गई हैं, उन्हें ही पाठ में स्वभाविक ढंग से उभारने का प्रयास किया गया है, ताकि विद्यार्थी हिंदी भाषा की संरचना से परिचित हो सके, साथ ही अपनी ज्ञात भाषा और हिंदी की संरचनाओं की समानता तथा उनके अंतर की पहचान भी कर सके।

Durva Bhag 2 class 7 - Goa Board: दूर्वा भाग 2 कक्षा 7 - गोवा बोर्ड

by Shikshan Sanchalnalay Panaji Goa

दूर्वा भाग-2 कक्षा 7 के लिए हिंदी की पाठ्यपुस्तक है। यह किताब राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (2005) के आधार पर तैयार किए गए पाठ्यक्रम पर आधारित है। यह पारंपरिक भाषा-शिक्षण की सभी सीमाओं से आगे जाती है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की नयी रूपरेखा भाषा को बच्चे के व्यक्तित्व का सबसे समृद्ध संसाधन मानते हुए उसे पाठ्यक्रम के हर विषय से जोड़कर देखती है। भाषा की शिक्षा मातृभाषा से प्रभावित मात्र ही नहीं होती बल्कि वह द्वितीय भाषा कौशल की समृद्धि में भी लाभप्रद और सहायक सिद्ध होती है। इसी को ध्यान में रखकर विद्यार्थियों के हिंदी की सामान्य संरचनाओं की जानकारी को धीरे-धीरे उसकी विशिष्ट और विपुल संरचनाओं की जानकारी से जोड़ने की कोशिश इसमें की गई है। इसमें यथासंभव सहज और सरल भाषिक संरचनाओं वाले सरस और रोचक पाठों का चयन किया गया है। पाठों के चयन में हिंदी के महत्त्वपूर्ण रचनाकारों की बाल रचनाओं को शामिल कर द्वितीय भाषा के रूप में हिंदी पढ़ने-पढ़ानेवालों को हिंदी की समृद्ध साहित्य परंपरा के प्रति रुचि बढ़ाने की भी कोशिश है। पाठों की भाषा और विषयवस्तु न, केवल महत्त्वपूर्ण है बल्कि अन्य विषयों के ज्ञान को भी अपने में समेटे हुए है, जो विद्यार्थियों की भाषा और साहित्य को पढ़ने-समझने और जानने-बताने की रुचि को बढ़ाने में सहायक होगी।

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