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Ganit class 10 - NCERT: गणित 10वीं कक्षा - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित कक्षा 10वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक का अध्ययन करते समय आप यह देखेंगे कि पाठ्यपुस्तक विकास समिति ने इन तथ्यों को ध्यान में रखा है। विशेष रूप से इस पुस्तक के सृजन से बच्चों को गणित के अन्वेषण के लिए स्थान उपलब्ध कराने और गणितीय रूप में तर्क देने की योग्यता विकसित करने को ध्यान में रखकर किया गया है। साथ ही इस पुस्तक में दो परिशिष्ट-गणित में उपपत्तियाँ और गणितीय निदर्शन दिए गए हैं। इन्हें इस पुस्तक में उन बच्चों के लिए रखा गया है, जो इनके पठन में रुचि रखते हों, और इस समय इसका स्थान केवल ऐच्छिक पठन के लिए ही है। समय अंतराल में इन विषयों को मुख्य पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जा सकता है।
Ganit class 10 - RBSE Board: गणित 10वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerमाध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान द्वारा कक्षा 10 के लिए निर्धारित नवीन पाठ्यक्रम के अनुसार ही इस पुस्तक का लेखन किया गया है । राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, तथा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के परिप्रेक्ष्य में भी इस पुस्तक का अद्यतन किया गया है । मानक शब्दावली का प्रयोग किया गया है । सरलता एवं बोधगम्यता का विशेष ध्यान रखा गया है । प्रश्नों को हल करने की विधियाँ सरल एवं सहज बने इस हेतु पर्याप्त संख्या में दृष्टांतीय उदाहरण एवं वस्तुनिष्ठ प्रश्न भी हर अध्याय में सम्मिलित किये गये हैं । विद्यार्थियों, अध्यापकों एवं अन्य पाठकों से निवेदन है कि इस पुस्तक के अध्ययन / अध्यापन के परिणामस्वरूप जो अनुभूति हों अथवा किसी भी प्रकार की न्यूनता ध्यान में आए तो उससे लेखकगण, संयोजक को अवगत करवाने का कष्ट करें जिससे कि पुस्तक के स्तर में वांछित सुधार किया जा सके ।
Ganit class 10 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: गणित कक्षा 10 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित कक्षा 10 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में गणित पढ़ने का मूल उद्देश्य गणित के नियमों का उचित स्थानों का अध्ययन किया गया है। दसवीं कक्षा में गणित विषय के अन्तर्गत इन्हीं गतिविधियों पर खास जोर दिया गया है, जहाँ विद्यार्थी समूह चर्चा करेंगे, किताब पढ़कर समझेंगे, करके देखेंगे, सवाल हल करेंगे, खुद नए सवाल बनाएँगे। गणित के तार्किक ढाँचे को समझना एवं कथनों को गणितीय ढंग से सिद्ध करना, गणित सीखने-सिखाने का एक अहम् पहलू है। इस किताब में गणितीय कथनों को जाँचने के तरीके पर जोर दिया गया है ताकि विद्यार्थी गणितीय कथनों को ऐसे ही मान लेने के बजाए उन्हें पहले सिद्ध करें, उसमें निहित तर्क को समझें, साथ ही जाँचने और सिद्ध करने में अंतर भी जान सकें। अतः आप कक्षा में विद्यार्थियों को नए कथन लिखने उन्हें स्वयं सिद्ध करने का ढंग ढूँढने या पहले किए गए प्रमेयों को पढ़कर समझने एवं समझाने के अवसर दें।
Ganit class 11 - NCERT: गणित कक्षा 11 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित 11 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। प्रस्तुत पाठ्यपुस्तक में 16 मुख्य अध्याय और दो परिशिष्ट शामिल हैं। पाठपुस्तक मे भूमिका : विषय के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर बल; पूर्व में पढ़ाए गए विषय-वस्तुओं का परस्पर संबंध; अध्याय में खंडो को शमिल करते हुए धारणाओं और अवधारणाओं का संगठन, धारणाओं / अवधारणाओं की जानकारी को प्रेरणादायक बनाते हुए, जहाँ भी संभव हो सका दृष्टांत उपलब्ध कराए गए हैं। विषय के प्रत्येक खंड में पर्याप्त और विविध उदाहरण/अभ्यास दिए गए हैं। विषय को और अधिक प्रेरणादायक बनाने के उद्देश्य से विषय की संक्षिप्त ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पाठ के अंत में दी गई है और प्रत्येक पाठ के प्रारंभ में संबंधित कथन एवं सुप्रसिद्ध गणितज्ञों के चित्र दिये गए हैं।
Ganit class 11 - RBSE Board: गणित 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerगणित यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान के कक्षा XI के नवीन पाठ्यक्रम के अनुसार लिखी गई है। पुस्तक को प्रस्तुत करते समय नवीन पाठ्यक्रम की मूल भावना को ध्यान में रखा गया है। विषय वस्तु को सरल एवं स्पष्ट भाषा में प्रस्तुत करने का भरसक प्रयास किया गया है। विभिन्न संकल्पनाओं का विवेचन पर्याप्त विस्तार से किया गया है। हिन्दी भाषा के साथ जहां आवश्यक हो अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग भी किया गया है। विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखकर पर्याप्त संख्या में दृष्टांतीय उदाहरण दिये गये हैं। प्रश्नमाला में भी पर्याप्त मात्रा में सभी प्रकार के प्रश्नों का समावेश किया गया है तथा प्रत्येक अध्याय के अन्त में मुख्य बिन्दु के रूप में अध्याय का सारांश दिया गया है जो अध्याय को दोहराने में विद्यार्थियों को अत्यन्त सहायक सिद्ध होगा।
Ganit class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: गणित कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Chhattisgarh Raipur C.G.गणित कक्षा 11 वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में पंधरह अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है ।
Ganit class 2 - Maharashtra Board: गणित २रीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneदूसरी कक्षा के लिए बनाई गई गणित पाठ्यपुस्तक विद्यार्थियों को संख्याओं, गणितीय संक्रियाओं और ज्यामिति की मूलभूत समझ प्रदान करती है। यह पुस्तक छात्रों को गिनती, जोड़, घटाव, आकृतियों की पहचान, संख्याओं की तुलना, पैटर्न, मापन, समय और पैसे से संबंधित गणनाएँ सिखाने के लिए रोचक गतिविधियों और खेलों का उपयोग करती है। छात्रों को संख्या प्रणाली, पहाड़े, भार, लंबाई, क्षेत्रफल और संख्याओं की विस्तारित अवधारणाओं को व्यावहारिक और सरल तरीके से समझाने के लिए विभिन्न दृष्टांतों और अभ्यासों को शामिल किया गया है। यह पुस्तक बच्चों को गणित के प्रति रुचि उत्पन्न करने, तर्कशीलता विकसित करने और समस्या-समाधान कौशल को बढ़ाने में मदद करती है, जिससे वे अपने दैनिक जीवन में गणितीय अवधारणाओं का सहजता से उपयोग कर सकें।
Ganit class 3 - Maharashtra Board: गणित ३रीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneपुस्तक "गणित कक्षा ३ - हिंदी माध्यम" तीसरी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए तैयार की गई गणित की पाठ्यपुस्तक है। इस पुस्तक में अंक ज्ञान, माप, ज्यामितीय आकृतियाँ, जोड़, घटाव, गुणा, भाग, समय मापन, और आंकड़ों का प्रबंधन जैसी महत्वपूर्ण गणितीय अवधारणाओं को सरल भाषा और चित्रों के माध्यम से समझाया गया है। बच्चों की समझ को ध्यान में रखते हुए हर पाठ में गतिविधियाँ, अभ्यास प्रश्न, कहानियाँ और रंगीन चित्र शामिल किए गए हैं, जिससे सीखना रुचिकर और आनंददायक बनता है। पुस्तक में ‘स्वयं-अध्ययन’ को प्रोत्साहित करते हुए प्रश्नसंग्रह, पहेलियाँ, और अभ्यासों की श्रेणीबद्ध व्यवस्था की गई है। इसमें जीवन से जुड़े उदाहरणों द्वारा गणना की विधियाँ समझाई गई हैं, जैसे कि वस्तुओं के समूह बनाकर जोड़-घटाव करना या पहाड़ों द्वारा गुणा सीखना। यह पाठ्यपुस्तक राष्ट्रीय पाठ्यक्रम प्रारूप 2005 और आरटीई अधिनियम 2009 के अनुसार तैयार की गई है। इसका उद्देश्य यह है कि विद्यार्थी स्वयं प्रयास करके सीखें, गणित विषय के प्रति रुचि विकसित करें और गणनात्मक कौशल में दक्षता प्राप्त करें। कुल मिलाकर, यह पुस्तक तीसरी कक्षा के बच्चों को गणित का मजबूत आधार देने हेतु एक प्रभावी और आकर्षक प्रयास है।
Ganit class 4 - Maharashtra Board: गणित ४थीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneयह पुस्तक महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल द्वारा प्रकाशित गणित की कक्षा ४ के छात्रों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई है, जो राष्ट्रीय पाठ्यक्रम प्रारूप 2005 और आरटीई अधिनियम 2009 के अनुसार निर्मित है। यह पुस्तक बाल-केंद्रित शिक्षण पद्धति को ध्यान में रखते हुए ज्ञानरचनावाद और क्रियात्मक शिक्षण को प्रोत्साहित करती है। इसमें प्रमुख गणितीय अवधारणाएँ जैसे संख्याज्ञान, जोड़-घटाव, गुणा-भाग, भिन्न, मापन, क्षेत्रफल, परिमिति, कालमापन, प्रतिरूप, चित्रालेख, आकृतियाँ, कोण आदि को सरल भाषा, रंगीन चित्रों, अभ्यासों, संवादों और जीवन से जुड़े उदाहरणों के माध्यम से समझाया गया है। विद्यार्थियों को सोचने, पूछने, बनाने और प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया गया है। इसमें अभ्यास प्रश्नों की श्रेणीबद्ध संरचना है जो स्व-अध्ययन को बढ़ावा देती है। कक्षा और दैनिक जीवन के अनुभवों से जोड़कर गणितीय संक्रियाओं को समझाया गया है। शिक्षकों के लिए अध्यापन संबंधी सुझाव भी दिए गए हैं। यह पुस्तक बच्चों में गणित के प्रति रुचि और आत्मविश्वास बढ़ाने में सहायक है तथा गणितीय सोच और समस्या समाधान की क्षमता विकसित करती है।
Ganit class 5 - Maharashtra Board: गणित ५वीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneयह पुस्तक महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल द्वारा प्रकाशित गणित विषय की पाँचवीं कक्षा की पाठ्यपुस्तक है, जो राष्ट्रीय पाठ्यक्रम प्रारूप 2005 एवं ‘बालक का मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम - 2009’ को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। इस पुस्तक का उद्देश्य विद्यार्थियों की गणितीय समझ, कौशल और तर्कशक्ति को विकसित करना है। इसमें बड़ी संख्याएँ, जोड़-घटाव, गुणा-भाग, भिन्न, दशमलव, कोण, वृत्त, परिमिति, क्षेत्रफल, बीजगणित की पूर्वतैयारी, चित्रालेख, प्रतिरूप आदि जैसे विविध विषय सरल भाषा में रोचक गतिविधियों, संवादों, रंगीन चित्रों और अभ्यासों के माध्यम से प्रस्तुत किए गए हैं। पुस्तक में खेल, पहेलियाँ, प्रयोग और समूह गतिविधियों का प्रयोग करके गणित को जीवन से जोड़ा गया है। इसमें विद्यार्थियों की जिज्ञासा, निरीक्षण क्षमता और तर्कशक्ति को उभारने का प्रयास किया गया है। अध्यापक और विद्यार्थियों के संवाद भी दिए गए हैं जिससे कक्षा का वातावरण संवादात्मक और सहभागितापूर्ण बने। यह पुस्तक न केवल पाठ्य ज्ञान प्रदान करती है, बल्कि गणित को आनंददायी और व्यावहारिक बनाते हुए विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर रूप से सीखने हेतु प्रेरित करती है।
Ganit class 5 - RBSE Board: गणित 5वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurइस पाठ्यपुस्तक की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित है- विद्यार्थियों को विषय से परिचय उनके आसपास से संबंधित उदाहरणों से कराया गया हैं। इसमें यह भी ध्यान रखा गया है कि अधिगम हेतु आवश्यक सामग्री कम लागत या आसपास के परिवेश से उपलब्ध हो सके ताकि कक्षा शिक्षण में अध्यापक उन सामग्रियों का उपयोग कर, गतिविधि के माध्यम से बालकों की सहभागिता के साथ अधिगम को प्रभावी बना सके। बालक को केंद्र बिन्दु मानकर सीखने की प्रक्रिया में बालक का भागीदारी सुनिश्चित कर उन्हें स्वयं करके देखने अपनी गलतियों को स्वयं ठीक करने के लिए समुचित अवसर उपलब्धा करवाने एवं उनमें समझ विकसित करने के लिए कार्य किया जाए। निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम-2009 के प्रावधानानुसार सतत् एंव व्यापक मूल्यांकन के अनुसार विषयवस्तु निर्मित की गई है। अतः बालकों को स्तरानुसार समूह में बाँटकर समूह शिक्षण पर बल देकर बालकों में दक्षताएँ विकसित की जाए। पाठ्यपुस्तक में अवधारणाओं का विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है तथा अधिक संख्या में चित्रों के माध्यम से समझाया गया है। उदाहरण और अभ्यास सम्मिलित किए गए हैं, ताकि विद्यार्थियों में अवधारणाओं को अपने स्तर पर समझ कर प्रश्नों को बेहतर ढंग से हल करने की दक्षता में वृद्धि हो सके तथा समस्याओं को हल करने में उनकी भागीदारी बढ़ सके । बालकों में गणितीय सोच विकसित करने, गणितीय तथ्यों की पुनः खोज करने, आरेखण एवं मापन के लिए उपयुक्त दक्षता के विकास हेतु अनेक गतिविधियाँ दी गई हैं जिन्हें 'करो और सीखो' का नाम दिया गया है। बालकों को यह गतिविधियाँ इसी भावना जिम्मेदारी, सहिष्णुता एवं सहयोग के अनुरुप करवाया जाना अपेक्षित है। पाठ्यपुस्तक में राष्ट्रीय सरोकार यथा पर्यावरण संरक्षण, सड़क सुरक्षा, जेण्डर संवेदनशीलता, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, सामाजिक अवरोधों की समाप्ति की आवश्यकता एवं जागरूकता आदि का ध्यान में रखा गया है। अध्यापकों को इन तथ्यों के प्रति सचेत रहना चाहिए। उन्हें विद्यार्थियों के मस्तिष्क में उक्त प्रमुख संदेशों को गणितीय समस्याओं की शब्दावली के माध्यम से पहुँचाने चाहिए । बालकों को इन राष्ट्रीय सरोकारों के साथ जोड़ने एवं इनके प्रति उनमें समझ बनाने का प्रयास किया जाना अपेक्षित है।
Ganit class 6 - Maharashtra Board: गणित ६वीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneयह पुस्तक महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल द्वारा प्रकाशित कक्षा ६ की गणित की पाठ्यपुस्तक है, जो राष्ट्रीय पाठ्यक्रम प्रारूप 2005 एवं आरटीई अधिनियम 2009 के अनुसार तैयार की गई है। पुस्तक को विद्यार्थिकेंद्रित, अनुभवात्मक और आनंददायी बनाने के उद्देश्य से तैयार किया गया है, जिसमें गणित को दैनिक जीवन से जोड़कर सिखाने की कोशिश की गई है। इसमें संख्याज्ञान, पूर्णांक, भिन्न, दशमलव, प्रतिशतता, लाभ-हानि, अनुपात, समीकरण, ज्यामिति, त्रिभुज, चतुर्भुज, त्रिविमीय आकृतियाँ, क्षेत्रफल, चित्रालेख, सममिति जैसी विविध गणितीय संकल्पनाओं को सरल भाषा, रंगीन चित्रों, प्रयोगों, समूह कार्यों, खेलों और ICT टूल्स के माध्यम से समझाया गया है। ‘गणित मेरा साथी’, ‘बताओ तो’, ‘करो और देखो’ जैसे शीर्षकों द्वारा बच्चों को सोचने, करने और समझने के लिए प्रेरित किया गया है। अध्यापक और छात्र के संवाद के माध्यम से शिक्षण को अधिक प्रभावशाली बनाया गया है। संकल्पनाओं को अभ्यास प्रश्नों और उदाहरणों द्वारा सुदृढ़ किया गया है। यह पुस्तक छात्रों में गणित के प्रति रुचि, समझ, तर्कशक्ति और आत्मनिर्भरता विकसित करने का एक रचनात्मक और सफल प्रयास है।
Ganit class 6 - RBSE Board: गणित 6वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurइस पाठ्यपुस्तक की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित है- विद्यार्थियों को विषय से परिचय उनके आसपास से संबंधित उदाहरणों से कराया गया हैं। इसमें यह भी ध्यान रखा गया है कि अधिगम हेतु आवश्यक सामग्री कम लागत या आसपास के परिवेश से उपलब्ध हो सके ताकि कक्षा शिक्षण में अध्यापक उन सामग्रियों का उपयोग कर, गतिविधि के माध्यम से बालकों की सहभागिता के साथ अधिगम को प्रभावी बना सके। बालक को केंद्र बिन्दु मानकर सीखने की प्रक्रिया में बालक का भागीदारी सुनिश्चित कर उन्हें स्वयं करके देखने अपनी गलतियों को स्वयं ठीक करने के लिए समुचित अवसर उपलब्धा करवाने एवं उनमें समझ विकसित करने के लिए कार्य किया जाए। निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम-2009 के प्रावधानानुसार सतत् एंव व्यापक मूल्यांकन के अनुसार विषयवस्तु निर्मित की गई है। अतः बालकों को स्तरानुसार समूह में बाँटकर समूह शिक्षण पर बल देकर बालकों में दक्षताएँ विकसित की जाए। पाठ्यपुस्तक में अवधारणाओं का विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है तथा अधिक संख्या में चित्रों के माध्यम से समझाया गया है। उदाहरण और अभ्यास सम्मिलित किए गए हैं, ताकि विद्यार्थियों में अवधारणाओं को अपने स्तर पर समझ कर प्रश्नों को बेहतर ढंग से हल करने की दक्षता में वृद्धि हो सके तथा समस्याओं को हल करने में उनकी भागीदारी बढ़ सके । बालकों में गणितीय सोच विकसित करने, गणितीय तथ्यों की पुनः खोज करने, आरेखण एवं मापन के लिए उपयुक्त दक्षता के विकास हेतु अनेक गतिविधियाँ दी गई हैं जिन्हें 'करो और सीखो' का नाम दिया गया है। बालकों को यह गतिविधियाँ इसी भावना जिम्मेदारी, सहिष्णुता एवं सहयोग के अनुरुप करवाया जाना अपेक्षित है। पाठ्यपुस्तक में राष्ट्रीय सरोकार यथा पर्यावरण संरक्षण, सड़क सुरक्षा, जेण्डर संवेदनशीलता, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, सामाजिक अवरोधों की समाप्ति की आवश्यकता एवं जागरूकता आदि का ध्यान में रखा गया है। अध्यापकों को इन तथ्यों के प्रति सचेत रहना चाहिए। उन्हें विद्यार्थियों के मस्तिष्क में उक्त प्रमुख संदेशों को गणितीय समस्याओं की शब्दावली के माध्यम से पहुँचाने चाहिए । बालकों को इन राष्ट्रीय सरोकारों के साथ जोड़ने एवं इनके प्रति उनमें समझ बनाने का प्रयास किया जाना अपेक्षित है।
Ganit class 6 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: गणित कक्षा 6 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित पाठ्यपुस्तक कक्षा 6 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में समूह में वस्तुओं की संख्या, प्राकृत संख्याओं की समझ व उन पर हुई सामान्य संक्रियाओं से आगे बढ़कर संख्याओं का सामान्य प्रतिरुपण व नियम, चर की अवधारणा, सिद्ध करने की धारणा, व्यापीकृत नियमों, व्यवहारिक गणित, आदि के बारे में सीखेंगे। इसके साथ-साथ हमे आकृतियों की रचना, प्रकार व आकार के बारे में समझाने का प्रयास किया गया है। इस विषय में हमे आंकड़ो को व्यवस्थित करके प्रस्तुत करना और उनसे निष्कर्ष निकालना भी सीखाया गया है।
Ganit class 7 - JCERT: गणित ७वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchiयह गणित पुस्तक झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् द्वारा कक्षा 7 के छात्रों के लिए तैयार की गई है, जिसका उद्देश्य गणित को सरल, रोचक और व्यावहारिक बनाना है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की सिफारिशों और झारखंड के स्थानीय परिवेश को ध्यान में रखते हुए, इसमें छात्रों के अनुभवों और उनकी दैनिक जीवन की समस्याओं पर आधारित गतिविधियाँ और अभ्यास शामिल किए गए हैं। पुस्तक में पूर्णांक, भिन्न, और दशमलव जैसे प्रारंभिक विषयों को सिखाने के साथ उनके जोड़, घटाव, गुणा और भाग के नियमों को समझाया गया है। अनुपात और समानुपात, लाभ-हानि, और प्रतिशत के अध्याय बच्चों को व्यावसायिक गणितीय अवधारणाओं से परिचित कराते हैं। इन विषयों को छात्रों के जीवन में उपयोगी और सार्थक बनाने के लिए रोजमर्रा की समस्याओं से जोड़कर प्रस्तुत किया गया है। ज्यामिति और प्रायोगिक ज्यामिति के अध्यायों में बच्चों को त्रिभुज, कोण, रेखा, सममिति और त्रिविमीय आकृतियों की समझ विकसित करने के लिए सरल मॉडल और गतिविधियों का समावेश किया गया है। बीजगणितीय व्यंजक और सरल समीकरण के माध्यम से छात्रों को अमूर्त विचारों और समीकरणों की अवधारणा सिखाई गई है। इसके अलावा, घातांक और घात, परिमाप और क्षेत्रफल, और वृत्त के क्षेत्रफल जैसे अध्याय गणितीय अवधारणाओं को विस्तारित करते हैं। आँकड़ा प्रबंधन अध्याय बच्चों को संख्याओं के व्यवस्थित उपयोग और उनके सार्थक विश्लेषण की शिक्षा देता है। इसमें दंड आलेख, माध्य, माध्यिका और बहुलक जैसे विषय शामिल हैं। प्रत्येक अध्याय में QR कोड दिए गए हैं, जिनसे डिजिटल सामग्री तक पहुंच प्राप्त की जा सकती है। पुस्तक की भाषा सरल और छात्रों की मानसिक समझ के अनुरूप है। इसमें पर्याप्त अभ्यास और गतिविधियाँ दी गई हैं, ताकि छात्र स्वाभाविक रूप से समस्या-समाधान कौशल और गणितीय सोच विकसित कर सकें। यह पुस्तक न केवल गणितीय अवधारणाओं को स्पष्ट करती है, बल्कि छात्रों को आत्मविश्वास और तर्कशक्ति के साथ भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए भी तैयार करती है।
Ganit class 7 - Maharashtra Board: गणित ७वीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneसातवीं कक्षा की गणित पाठ्यपुस्तक विद्यार्थियों को विभिन्न गणितीय अवधारणाओं को समझने में सहायक होगी। इसमें अंकगणित, बीजगणित, ज्यामिति और सांख्यिकी के मूलभूत सिद्धांतों को सरल भाषा और उदाहरणों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। घातांकों के नियम, दशमलव पद्धति, परिमेय संख्याएँ, गुणा और भाग जैसे विषयों पर विशेष ध्यान दिया गया है। पुस्तक में तारांकित चुनौतीपूर्ण प्रश्न भी दिए गए हैं, जो छात्रों की गणितीय सोच और समस्या-समाधान क्षमता को बढ़ाते हैं। साथ ही, वैज्ञानिक और खगोल शास्त्र में गणित के उपयोग पर भी चर्चा की गई है। इस पाठ्यपुस्तक को पढ़ने से छात्र न केवल गणित के मूल सिद्धांतों को समझ पाएंगे, बल्कि उनकी तार्किक और विश्लेषणात्मक क्षमताएँ भी विकसित होंगी।
Ganit class 7 - NCERT - 23: गणित ७वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadयह पुस्तक कक्षा VI में प्रारंभ की गई प्रक्रिया को मजबूती प्रदान करते हुए उसे आगे जारी रखती है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 (NCF- 2005) में निहित मुख्य मुद्दों पर चर्चा की थी। इन मुद्दों में शामिल थे, गणित को बच्चों की क्षमताओं के विकास से जोड़ना तथा जटिल परिकलनों और एल्गोरिथ्मों के अनुसरण समझ एवं समझ की रूपरेखा का निर्माण करना। बच्चों के मस्तिष्क में गणितीय विचार केवल बताने या व्याख्याएँ देने से विकसित नहीं होते हैं। बच्चों को गणित सीखने, गणित में आत्मविश्वास जागृत करने तथा उसके मूलभूत विचारों को समझने के लिए उन्हें अवधारणाओं की अपनी स्वयं की एक रूपरेखा बनानी चाहिए। इसके लिए उन्हें एक ऐसी कक्षा की आवश्यकता होगी जिसमें वे विचार विमर्श कर सकें, समस्याओं के हल खोजें, नए प्रश्न बनाकर केवल उनको हल करने की विधियाँ विकसित करके उन्हें हल ही न करें, अपितु स्वयं को समझ में आने वाली अपनी भाषा में परिभाषाएँ भी बना सकें। जरूरी नहीं है कि ये परिभाषाएँ, आदर्श परिभाषाओं की तरह व्यापक और परिपूर्ण हों।
Ganit class 7 - NCERT: गणित कक्षा 7 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित कक्षा 7 के लिए पाठ्यपुस्तक, एन.सी.ई.आर.टी. इस पुस्तक की रचना के लिए बनाई गई पाठ्यपुस्तक निर्माण समिति के परिश्रम के लिए कृतज्ञता व्यक्त करती है। परिषद् इस पाठ्यपुस्तक के सलाहकार समूह के अध्यक्ष प्रोफेसर जयंत विष्णु नारलीकर और इस पुस्तक के सलाहकार डॉ. हृद्यकांत दीवान की विशेष आभारी है। इस पाठ्यपुस्तक के विकास में कई शिक्षकों ने योगदान दिया; इस योगदान को संभव बनाने के लिए हम उनके प्राचार्यों के आभारी हैं। हम उन सभी संस्थाओं और संगठनों के प्रति कृतज्ञ हैं जिन्होंने अपने संसाधनों, सामग्री तथा सहयोगियों की मदद लेने में हमें उदारतापूर्वक सहयोग दिया। हम, विशेष रूप से माध्यमिक एवं उच्चतर शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रो. मृणाल मिरी और प्रो. जी.पी. देशपांडे की अध्यक्षता में गठित, राष्ट्रीय मानीटरिंग समिति द्वारा प्रदत्त बहुमूल्य समय एवं योगदान के लिए कृतज्ञ हैं। व्यवस्थागत सुधारों और अपने प्रकाशनों में निरंतर निखार लाने के प्रति समर्पित एन.सी.ई.आर.टी. टिप्पणियों एवं सुझावों का स्वागत करेगी जिनसे भावी संशोधनों में मदद ली जा सके।
Ganit class 7 - RBSE Board: गणित 7वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurइस पाठ्यपुस्तक के निर्माण की प्रक्रिया का प्रमुख आधार राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 (NCF-2005) एवं शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के मार्गदर्शक के सिद्धान्त है। इस पाठ्यपुस्तक के निर्माण की प्रक्रिया में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, नई दिल्ली (एन.सी.ई.आर.टी.) व अन्य राज्यों के पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों का अध्ययन कर उनमें उपस्थित महत्त्वपूर्ण एवं आवश्यक विषय वस्तु एवं मूल्यपरक बिन्दुओं को राजस्थान के परिप्रेक्ष्य में समाहित किया गया है। पाठ्यपुस्तक में अवधारणाओं का विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है तथा अधिक संख्या में चित्रों के माध्यम से समझाया गया है। उदाहरण और अभ्यास सम्मिलित किए गए हैं, ताकि विद्यार्थियों में अवधारणाओं को अपने स्तर पर समझ कर प्रश्नों को बेहतर ढंग से हल करने की दक्षता में वृद्धि हो सके तथा समस्याओं को हल करने में उनकी भागीदारी बढ़ सके । बालकों में गणितीय सोच विकसित करने, गणितीय तथ्यों की पुनः खोज करने, आरेखण एवं मापन के लिए उपयुक्त दक्षता के विकास हेतु अनेक गतिविधियाँ दी गई हैं जिन्हें 'करो और सीखो' का नाम दिया गया है। बालकों को यह गतिविधियाँ इसी भावना जिम्मेदारी, सहिष्णुता एंव सहयोग के अनुरुप करवाया जाना अपेक्षित है । अध्यापक अपनी सुविधानुसार कक्षा के बालकों को छोटे - छोटे समूह एवं उपसमूह बनाकर उन्हें गतिविधि करने का मौका दें ताकि स्व-अध्ययन कि प्रवृत्ति को बढ़ाकर एक सहयोगी के रूप में अपनी जिम्मेदारी तय कर सके । पाठ्यपुस्तक में विद्यार्थियों के अवबोधन एवं परिपक्वता के स्तर के अनुरूप शब्दावली एवं पारिभाषिक शब्दों का प्रयोग किया गया है। प्रत्येक अध्याय के अंत में महत्त्वपूर्ण संकल्पनाओं एवं परिणामों को "हमने सीखा" के रूप में स्थान दिया गया है ।
Ganit class 7 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: गणित कक्षा 7 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित कक्षा 7 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में गणित पढ़ने का मूल उद्देश्य गणित के नियमों का उचित स्थानों का अध्ययन किया गया है। कक्षा 7 में गणित विषय के अन्तर्गत सामन्य तौर पर संख्याओं, उनके गुणों व पारस्परिक संबंधों के साथ-साथ, आस-पास के स्थान की समझ को व्यवस्थित कर उसमें सर्वांगसमता, कोण व अंकन, परिमाण तथा अन्य इसी प्रकार के मापों का समावेश किया गया है।
Ganit class 8 - JCERT: गणित ८वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchiयह पुस्तक झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (JCERT) द्वारा निर्मित है, जो छात्रों के लिए गणितीय अवधारणाओं को सरल और प्रभावी ढंग से समझाने का प्रयास करती है। इसमें राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (NCF 2005) का पालन करते हुए शिक्षकों और छात्रों के लिए क्रियाकलाप, उदाहरण, अभ्यास, और परियोजना कार्य शामिल किए गए हैं। पुस्तक में 17 अध्याय हैं, जिनमें परिमेय संख्याएं, वर्ग और वर्गमूल, घन और घनमूल, घातांक और घात, बीजीय व्यंजक, गुणनखंडन, चतुर्भुज, त्रिविमीय आकार, आँकड़ों का प्रबंधन आदि शामिल हैं। हर अध्याय को 'सरल से कठिन' के क्रम में प्रस्तुत किया गया है ताकि छात्रों की क्षमता के अनुरूप उनका ज्ञान विकसित हो सके। विशेष रूप से, QR कोड का समावेश डिजिटल सामग्री तक पहुंच को आसान बनाता है। गणितीय सिद्धांतों को व्यवहारिक बनाने के लिए पर्याप्त प्रयोग आधारित क्रियाकलाप और गणित प्रयोगशाला के उपयोग का सुझाव दिया गया है। यह पुस्तक छात्रों में तार्किक सोच, समस्या समाधान, और रचनात्मकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बनाई गई है। शिक्षकों को इसे पढ़ाने के दौरान छात्रों की कमजोरियों को पहचानकर सहयोगात्मक और रोचक तरीके अपनाने का सुझाव दिया गया है।
Ganit class 8 - Maharashtra Board: गणित ८वीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneयह पुस्तक आठवीं कक्षा के छात्रों के लिए गणित की विभिन्न अवधारणाओं को सरल और व्यावहारिक रूप में प्रस्तुत करती है। इसमें संख्याओं और संक्रियाओं के गुणधर्म, त्रिभुजों की सर्वांगसमता, रेखागणितीय सिद्धांत, बीजगणितीय संक्रियाएँ और सांख्यिकी जैसे महत्वपूर्ण विषयों को विस्तार से समझाया गया है। परिमेय संख्याओं की जोड़, घटाव, गुणा और भाग की प्रक्रियाएँ स्पष्ट की गई हैं, जिससे विद्यार्थी गणितीय संक्रियाओं को गहराई से समझ सकें। त्रिभुजों की सर्वांगसमता के नियमों के माध्यम से विभिन्न प्रकार के त्रिभुजों की विशेषताओं का अध्ययन कराया गया है। रेखागणितीय सिद्धांतों में समानांतर रेखाएँ, कोण, तिर्यक रेखाएँ और उनके आपसी संबंधों को सरल उदाहरणों के माध्यम से समझाया गया है। बीजगणित में चरांक, बहुपद, सर्वसमिकाएँ और समीकरण हल करने की विधियों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। सांख्यिकी खंड में माध्य, मध्यमान और अन्य सांख्यिकीय गणनाओं की व्याख्या की गई है। यह पुस्तक छात्रों को कठिन अवधारणाओं को समझने में मदद करती है और गणित को उनके दैनिक जीवन से जोड़ने के लिए विभिन्न व्यावहारिक उदाहरण प्रस्तुत करती है, जिससे वे गणित में रुचि विकसित कर सकें।
Ganit class 8 - NCERT - 23: गणित ८वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadप्रस्तुत पुस्तक गणित ८वीं कक्षा उच्चतर प्राथमिक शृंखला की अंतिम पुस्तक है। गणित अधिगमन को भिन्न प्रकार से परिभाषित करना एक रोचक यात्रा रही है। ऐसी सामग्री की रचना करते समय, जो इस स्तर के शिक्षार्थियों की रुचि को संबोधित करे तथा उनके लिए एक पर्याप्त और सुगम्य चुनौती हो, गणित की प्रकृति को सुरक्षित करने और यह प्रश्न कि गणित क्यों पढ़ें, को सम्मिलित करने का प्रयास किया गया है। गणित के उद्देश्य पर अनेक दृष्टिकोण रहे हैं। ये दृष्टिकोण पूर्णतया उपयोगी से संपूर्णतया सौंदर्यपूर्ण या सुरुचिपूर्ण अवबोधनों तक विचरित हैं। इन दोनों का ही अंतत: सार है कि अवधारणों में न उलझना तथा जीवन में प्रतिभागी बनने के लिए शिक्षार्थी को उपलब्ध उपकरणों में संवर्धन करना। NCF में विचारों और शायद अनुभवों के भी गणितीयकरण की क्षमता विकसित करने पर बल दिया गया है। वह क्षमता जिससे एक समृद्ध जीवन और आसपास के परिवेश से अर्थपूर्ण संबंध ज्ञात करने के संघर्ष में गणित द्वारा प्रदान किए गए विचारों और रूपरेखा को समझने में सहायता होती है।
Ganit class 8 - NCERT: गणित कक्षा 8 - NCERT
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadकक्षा 8 के लिए पाठ्यपुस्तक, एन.सी.ई.आर.टी. इस पुस्तक की रचना के लिए बनाई गई पाठ्यपुस्तक निर्माण समिति के परिश्रम के लिए कृतज्ञता व्यक्त करती है। परिषद् इस पाठ्यपुस्तक के सलाहकार समूह के अध्यक्ष प्रोफेसर जयंत विष्णु नारलीकर और इस पुस्तक के सलाहकार डॉ. हृदयकांत दीवान की विशेष आभारी है। इस पाठ्यपुस्तक के विकास में कई शिक्षकों ने योगदान दिया। इस योगदान को संभव बनाने के लिए हम उनके प्राचार्यों के आभारी हैं। हम उन सभी संस्थाओं और संगठनों के प्रति कृतज्ञ हैं जिन्होंने अपने संसाधनों, सामग्री तथा सहयोगियों की मदद लेने में हमें उदारतापूर्वक सहयोग दिया। हम, विशेष रूप से एवं उच्चतर शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रो. मणाल मिरी और प्रो. जी.पी. देशपांडे की अध्यक्षता में गठित, राष्ट्रीय मानीटरिंग समिति द्वारा प्रदत्त बहुमूल्य समय एवं योगदान के लिए कृतज्ञ हैं। व्यवस्थागत सुधारों और अपने प्रकाशनों में निरंतर निखार लाने के प्रति समर्पित एन.सी.ई.आर.टी. टिप्पणियों एवं सुझावों का स्वागत करेगी जिनसे भावी संशोधनों में मदद ली जा सके।
Ganit class 8 - RBSE Board: गणित 8वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurगणित 8वीं कक्षा में पाठ्यपुस्तक की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित है- विद्यार्थियों को विषय से परिचय उनके आसपास से संबंधित उदाहरणों से कराया गया हैं । इसमें यह भी ध्यान रखा गया है कि अधिगम हेतु आवश्यक सामग्री कम लागत या आसपास के परिवेश से उपलब्ध हो सके ताकि कक्षा शिक्षण में अध्यापक उन सामग्रियों का उपयोग कर, गतिविधि के माध्यम से बालकों की सहभागिता के साथ अधिगम को प्रभावी बना सके । निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम-2009 के प्रावधानानुसार सतत् एंव व्यापक मूल्यांकन के अनुसार विषयवस्तु निर्मित की गई है । अतः बालकों को स्तरानुसार समूह में बाँटकर समूह शिक्षण पर बल देकर बालकों में दक्षताएँ विकसित की जाए । पाठ्यपुस्तक में अवधारणाओं का विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है तथा अधिक संख्या में चित्रों के माध्यम से समझाया गया है । उदाहरण और अभ्यास सम्मिलित किए गए हैं, ताकि विद्यार्थियों में अवधारणाओं को अपने स्तर पर समझ कर प्रश्नों को बेहतर ढंग से हल करने की दक्षता में वृद्धि हो सके तथा समस्याओं को हल करने में उनकी भागीदारी बढ़ सके । बालकों में गणितीय सोच विकसित करने, गणितीय तथ्यों की पुनः खोज करने, आरेखण एवं मापन के लिए उपयुक्त दक्षता के विकास हेतु अनेक गतिविधियाँ दी गई हैं जिन्हें ‘करो और सीखो’ का नाम दिया गया है । बालकों को यह गतिविधियाँ इसी भावना जिम्मेदारी, सहिष्णुता एंव सहयोग के अनुरुप करवाया जाना अपेक्षित है ।