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Gandhiji (Hindi)
by Jugatram Daveपिछले बारह बरससे गुजरातके बालक इस पुस्तकको बड़े चावके साथ पढ़ते आ रहे हैं| बारह बरस पहले श्री जुगतरामभाईने इसे गुजरातके हमारे बालमित्रोंके लिए लिखा था| उन्हीं दिनोंमें मैंने इसका एक अनुवाद किया था, जो बादमें कहीं लापता हो गया| बारह साल बाद अबको मुझे मौका मिला और मैंने इसका दुबारा अनुवाद किया| पुस्तक आपके हाथमें है| आप इसे पढ़िये| उत्साह और उमंगके साथ पढ़िये| बार-बार पढ़िये और पढ़कर गांधीजीके जीवनको समझनेकी कोशिश कीजिये| ईश्वर करे, पूज्य गांधीजीके जीवनकी ये झाँकियाँ हममें से हरएकको ऊँचा उठाने और आगे बढ़नेवाली हों!
Gandhijiki Sankshipt Aatmakatha: गांधीजीकी संक्षिप्त आत्मकथा
by Kashinath Trivediबापूकी 'आत्मकथा' एक बड़ा ग्रंथ है। इस पुस्तकमें उसका सार तैयार किया गया है। ऐसा करते समय बापूके लेखन-क्रम, भाषा इत्यादिको प्रायः मूलके जैसा ही रखा गया है। केवल विषयको संक्षिप्त करने और सिलसिला जोड़नेके लिए कहीं-कहीं नयी भाषाका प्रयोग किया गया है। अतः सहज रूपसे यह कहा जा सकता है कि इस संक्षिप्त आत्मकथा' का ९९.९९ से भी अधिक भाग मूलका अवतरण ही है। इस 'संक्षिप्त आत्मकथा' को नये ढंगसे विभक्त किया गया है और कुछ अध्यायोंको उन विषयों के अनुरूप नये नाम दिये गये हैं। अध्यायों की गिनती प्रत्येक खण्डकी अलग-अलग न करके समूची पुस्तककी एक ही रखी गई है। बापूकी 'आत्मकथा' एक ऐसा ग्रंथ है, जो बापूको समझने में बहुत सहायक होता है। इसका संक्षिप्त संस्करण तैयार करनेका यह प्रयास इस अभिलाषासे किया गया है कि यह विशिष्ट व्यक्तियोंको और खासकर नयी पीढ़ीको बापूका अभ्यास करनेके लिए प्रेरित करे।
Gandi Baat - Novel: गंदी बात - उपन्यास
by Shri. Kshitij Royक्षितिज रॉय लिखित गंदी बात इस किताब मे एक पूरी तरह से एक काल्पनिक कथा दिखाई है जिसमे यह दिखाया है की प्यार मे मजबूर इंसान का हाल क्या होता है
Ganit Bhag-1 class 12 - NCERT - 23: गणित भाग-1 कक्षा 12 - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित भाग 1 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। विषय की प्रमाणिकता की दृष्टि से पुस्तक को प्रभावित करने वाले कुछ आवश्यक तत्वों का उल्लेख करते हैं। ये विशिष्टताएँ लगभग इस पुस्तक के सभी पाठों में परिलक्षित हैं। प्रस्तुत पाठ्यपुस्तक में 6 मुख्य अध्याय और दो परिशिष्ट शामिल हैं। पाठपुस्तक मे भूमिका : विषय के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर बल; पूर्व में पढ़ाए गए विषय-वस्तुओं का परस्पर संबंध; अध्याय में खंडो को शमिल करते हुए धारणाओं और अवधारणाओं का संगठन, धारणाओं / अवधारणाओं की जानकारी को प्रेरणादायक बनाते हुए, जहाँ भी संभव हो सका दृष्टांत उपलब्ध कराए गए हैं। विषय के प्रत्येक खंड में पर्याप्त और विविध उदाहरण/अभ्यास दिए गए हैं। विषय को और अधिक प्रेरणादायक बनाने के उद्देश्य से विषय की संक्षिप्त ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पाठ के अंत में दी गई है और प्रत्येक पाठ के प्रारंभ में संबंधित कथन एवं सुप्रसिद्ध गणितज्ञों के चित्र दिये गए हैं। अंततः विषय की संकल्नाओं के सूत्र एवं परिणाम के प्रत्यक्ष सार-कथन के लिए पाठ का संक्षिप्त सारांश भी प्रस्तुत किया गया है।
Ganit Bhag 1 class 8 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: गणित भाग 1 कक्षा 8 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.गणित भाग 1 पाठ्यपुस्तक कक्षा 8वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में दस अध्याय दिये गए है। इस पाठ्यपुस्तक में बड़ी से बड़ी संख्या को अलग-अलग रूप में लिखना, घात की सहायता से चक्रवृद्धि ब्याज की गणना करना, साथ ही साथ ज्यामितीय आकृतियों के विशिष्ट गुणों को भी समझाया गया हैं। बीजीय व्यंजकों का गुणनखंडन करने के साथ-साथ किसी वस्तु द्वारा स्थान घेरने से संबंधित अवधारणाओं का भी स्पष्टीकरण किया गया । यह पुस्तक गणित शिक्षा के उद्देश्यों एवं बच्चों के उपलब्धि स्तर को ध्यान में रखकर बनाई गई है। गणित से संबंधित सार्थक प्रश्न बना सकें, उन्हें हल कर सकें। साथ ही अपने दैनिक जीवन के अनुभवों से निर्मित गणितीय ज्ञान का रूपान्तर अपनी सुविधानुसार कर सकें। इस पुस्तक के लेखन में विभिन्न शासकीय और अशासकीय संस्थाओं तथा प्रबुद्ध नागरिकों का मार्गदर्शन और सहयोग मिला है।
Ganit Bhag 2 class 12 - NCERT: गणित भाग 2 कक्षा 12 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित भाग 2 12 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। विषय की प्रमाणिकता की दृष्टि से पुस्तक को प्रभावित करने वाले कुछ आवश्यक तत्वों का उल्लेख करते हैं। ये विशिष्टताएँ लगभग इस पुस्तक के सभी पाठों में परिलक्षित हैं। प्रस्तुत पाठ्यपुस्तक में 6 मुख्य अध्याय और दो परिशिष्ट शामिल हैं। पाठपुस्तक मे भूमिका : विषय के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर बल; पूर्व में पढ़ाए गए विषय-वस्तुओं का परस्पर संबंध; अध्याय में खंडो को शमिल करते हुए धारणाओं और अवधारणाओं का संगठन, धारणाओं / अवधारणाओं की जानकारी को प्रेरणादायक बनाते हुए, जहाँ भी संभव हो सका दृष्टांत उपलब्ध कराए गए हैं। विषय के प्रत्येक खंड में पर्याप्त और विविध उदाहरण/अभ्यास दिए गए हैं। विषय को और अधिक प्रेरणादायक बनाने के उद्देश्य से विषय की संक्षिप्त ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पाठ के अंत में दी गई है और प्रत्येक पाठ के प्रारंभ में संबंधित कथन एवं सुप्रसिद्ध गणितज्ञों के चित्र दिये गए हैं। अंततः विषय की संकल्नाओं के सूत्र एवं परिणाम के प्रत्यक्ष सार-कथन के लिए पाठ का संक्षिप्त सारांश भी प्रस्तुत किया गया है।
Ganit Bhag 2 class 8 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: गणित भाग 2 कक्षा 8 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.गणित भाग 2 पाठ्यपुस्तक कक्षा 8वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में नौं अध्याय दिये गए है। इस पाठ्यपुस्तक में बड़ी से बड़ी संख्या को अलग-अलग रूप में लिखना, घात की सहायता से चक्रवृद्धि ब्याज की गणना करना, साथ ही साथ ज्यामितीय आकृतियों के विशिष्ट गुणों को भी समझाया गया हैं। बीजीय व्यंजकों का गुणनखंडन करने के साथ-साथ किसी वस्तु द्वारा स्थान घेरने से संबंधित अवधारणाओं का भी स्पष्टीकरण किया गया । यह पुस्तक गणित शिक्षा के उद्देश्यों एवं बच्चों के उपलब्धि स्तर को ध्यान में रखकर बनाई गई है। गणित से संबंधित सार्थक प्रश्न बना सकें, उन्हें हल कर सकें। साथ ही अपने दैनिक जीवन के अनुभवों से निर्मित गणितीय ज्ञान का रूपान्तर अपनी सुविधानुसार कर सकें। इस पुस्तक के लेखन में विभिन्न शासकीय और अशासकीय संस्थाओं तथा प्रबुद्ध नागरिकों का मार्गदर्शन और सहयोग मिला है।
Ganit class 1 - Maharashtra Board: गणित १ली कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneपहली कक्षा के लिए बनाई गई गणित पाठ्यपुस्तक विद्यार्थियों को संख्याओं, जोड़-घटाव, आकारों और मापन की मूलभूत समझ प्रदान करती है। यह पुस्तक बच्चों को खेल-खेल में गिनती, संख्याओं की पहचान, पैटर्न, वस्तुओं की तुलना, समय और मुद्रा से परिचित कराती है। इसमें रंगीन चित्र, कविताएँ, गतिविधियाँ और सरल अभ्यास दिए गए हैं, जिससे बच्चे गणित को सहजता से सीख सकें। पुस्तक में जोड़ने-घटाने की अवधारणाएँ, दैनिक जीवन के उदाहरणों और रोचक कहानियों के माध्यम से प्रस्तुत की गई हैं। बच्चों को तार्किक सोच और गणितीय कौशल विकसित करने के लिए विभिन्न अभ्यास और प्रश्नोत्तरी शामिल की गई हैं, जिससे वे संख्याओं के साथ मित्रता कर सकें और गणित को रुचिकर एवं आसान बना सकें।
Ganit class 10 - NCERT: गणित 10वीं कक्षा - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित कक्षा 10वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक का अध्ययन करते समय आप यह देखेंगे कि पाठ्यपुस्तक विकास समिति ने इन तथ्यों को ध्यान में रखा है। विशेष रूप से इस पुस्तक के सृजन से बच्चों को गणित के अन्वेषण के लिए स्थान उपलब्ध कराने और गणितीय रूप में तर्क देने की योग्यता विकसित करने को ध्यान में रखकर किया गया है। साथ ही इस पुस्तक में दो परिशिष्ट-गणित में उपपत्तियाँ और गणितीय निदर्शन दिए गए हैं। इन्हें इस पुस्तक में उन बच्चों के लिए रखा गया है, जो इनके पठन में रुचि रखते हों, और इस समय इसका स्थान केवल ऐच्छिक पठन के लिए ही है। समय अंतराल में इन विषयों को मुख्य पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जा सकता है।
Ganit class 10 - NCERT - 23: गणित १०वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित कक्षा 10वीं का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक का अध्ययन करते समय आप यह देखेंगे कि पाठ्यपुस्तक विकास समिति ने इन तथ्यों को ध्यान में रखा है। विशेष रूप से इस पुस्तक के सृजन से बच्चों को गणित के अन्वेषण के लिए स्थान उपलब्ध कराने और गणितीय रूप में तर्क देने की योग्यता विकसित करने को ध्यान में रखकर किया गया है। साथ ही इस पुस्तक में दो परिशिष्ट-गणित में उपपत्तियाँ और गणितीय निदर्शन दिए गए हैं। इन्हें इस पुस्तक में उन बच्चों के लिए रखा गया है, जो इनके पठन में रुचि रखते हों, और इस समय इसका स्थान केवल ऐच्छिक पठन के लिए ही है। समय अंतराल में इन विषयों को मुख्य पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जा सकता है।
Ganit class 10 - RBSE Board: गणित 10वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerमाध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान द्वारा कक्षा 10 के लिए निर्धारित नवीन पाठ्यक्रम के अनुसार ही इस पुस्तक का लेखन किया गया है । राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, तथा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के परिप्रेक्ष्य में भी इस पुस्तक का अद्यतन किया गया है । मानक शब्दावली का प्रयोग किया गया है । सरलता एवं बोधगम्यता का विशेष ध्यान रखा गया है । प्रश्नों को हल करने की विधियाँ सरल एवं सहज बने इस हेतु पर्याप्त संख्या में दृष्टांतीय उदाहरण एवं वस्तुनिष्ठ प्रश्न भी हर अध्याय में सम्मिलित किये गये हैं । विद्यार्थियों, अध्यापकों एवं अन्य पाठकों से निवेदन है कि इस पुस्तक के अध्ययन / अध्यापन के परिणामस्वरूप जो अनुभूति हों अथवा किसी भी प्रकार की न्यूनता ध्यान में आए तो उससे लेखकगण, संयोजक को अवगत करवाने का कष्ट करें जिससे कि पुस्तक के स्तर में वांछित सुधार किया जा सके ।
Ganit class 10 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: गणित कक्षा 10 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.गणित कक्षा 10 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में गणित पढ़ने का मूल उद्देश्य गणित के नियमों का उचित स्थानों का अध्ययन किया गया है। दसवीं कक्षा में गणित विषय के अन्तर्गत इन्हीं गतिविधियों पर खास जोर दिया गया है, जहाँ विद्यार्थी समूह चर्चा करेंगे, किताब पढ़कर समझेंगे, करके देखेंगे, सवाल हल करेंगे, खुद नए सवाल बनाएँगे। गणित के तार्किक ढाँचे को समझना एवं कथनों को गणितीय ढंग से सिद्ध करना, गणित सीखने-सिखाने का एक अहम् पहलू है। इस किताब में गणितीय कथनों को जाँचने के तरीके पर जोर दिया गया है ताकि विद्यार्थी गणितीय कथनों को ऐसे ही मान लेने के बजाए उन्हें पहले सिद्ध करें, उसमें निहित तर्क को समझें, साथ ही जाँचने और सिद्ध करने में अंतर भी जान सकें। अतः आप कक्षा में विद्यार्थियों को नए कथन लिखने उन्हें स्वयं सिद्ध करने का ढंग ढूँढने या पहले किए गए प्रमेयों को पढ़कर समझने एवं समझाने के अवसर दें।
Ganit class 11 - NCERT: गणित कक्षा 11 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित 11 वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है। प्रस्तुत पाठ्यपुस्तक में 16 मुख्य अध्याय और दो परिशिष्ट शामिल हैं। पाठपुस्तक मे भूमिका : विषय के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर बल; पूर्व में पढ़ाए गए विषय-वस्तुओं का परस्पर संबंध; अध्याय में खंडो को शमिल करते हुए धारणाओं और अवधारणाओं का संगठन, धारणाओं / अवधारणाओं की जानकारी को प्रेरणादायक बनाते हुए, जहाँ भी संभव हो सका दृष्टांत उपलब्ध कराए गए हैं। विषय के प्रत्येक खंड में पर्याप्त और विविध उदाहरण/अभ्यास दिए गए हैं। विषय को और अधिक प्रेरणादायक बनाने के उद्देश्य से विषय की संक्षिप्त ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पाठ के अंत में दी गई है और प्रत्येक पाठ के प्रारंभ में संबंधित कथन एवं सुप्रसिद्ध गणितज्ञों के चित्र दिये गए हैं।
Ganit class 11 - RBSE Board: गणित 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerगणित यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान के कक्षा XI के नवीन पाठ्यक्रम के अनुसार लिखी गई है। पुस्तक को प्रस्तुत करते समय नवीन पाठ्यक्रम की मूल भावना को ध्यान में रखा गया है। विषय वस्तु को सरल एवं स्पष्ट भाषा में प्रस्तुत करने का भरसक प्रयास किया गया है। विभिन्न संकल्पनाओं का विवेचन पर्याप्त विस्तार से किया गया है। हिन्दी भाषा के साथ जहां आवश्यक हो अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग भी किया गया है। विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखकर पर्याप्त संख्या में दृष्टांतीय उदाहरण दिये गये हैं। प्रश्नमाला में भी पर्याप्त मात्रा में सभी प्रकार के प्रश्नों का समावेश किया गया है तथा प्रत्येक अध्याय के अन्त में मुख्य बिन्दु के रूप में अध्याय का सारांश दिया गया है जो अध्याय को दोहराने में विद्यार्थियों को अत्यन्त सहायक सिद्ध होगा।
Ganit class 11 - S.C.E.R.T Raipur - Chhattisgarh Board: गणित कक्षा 11 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Chhattisgarh Raipur C.G.गणित कक्षा 11 वीं का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में पंधरह अध्याय दिये गये है, जिसमे हर अध्याय के विवरण कि व्याख्या कि गई है ।
Ganit Class 12 - RBSE Board: गणित 12वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerगणित यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान के कक्षा XII के नवीन पाठ्यक्रम के अनुसार लिखी गई है। पुस्तक को प्रस्तुत करते समय नवीन पाठ्यक्रम की मूल भावना को ध्यान में रखा गया है। विषय वस्तु को सरल एवं स्पष्ट भाषा में प्रस्तुत करने का भरसक प्रयास किया गया है। विभिन्न संकल्पनाओं का विवेचन पर्याप्त विस्तार से किया गया है। हिन्दी भाषा के साथ जहां आवश्यक हो अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग भी किया गया है। विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखकर पर्याप्त संख्या में दृष्टांतीय उदाहरण दिये गये हैं। प्रश्नमाला में भी पर्याप्त मात्रा में सभी प्रकार के प्रश्नों का समावेश किया गया है। यह प्रत्येक अध्याय के अन्त में मुख्य बिन्दु के रूप में अध्याय का सारांश दिया गया है जो अध्याय को दोहराने में विद्यार्थियों को अत्यन्त सहायक सिद्ध होगा।
Ganit class 2 - Maharashtra Board: गणित २रीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneदूसरी कक्षा के लिए बनाई गई गणित पाठ्यपुस्तक विद्यार्थियों को संख्याओं, गणितीय संक्रियाओं और ज्यामिति की मूलभूत समझ प्रदान करती है। यह पुस्तक छात्रों को गिनती, जोड़, घटाव, आकृतियों की पहचान, संख्याओं की तुलना, पैटर्न, मापन, समय और पैसे से संबंधित गणनाएँ सिखाने के लिए रोचक गतिविधियों और खेलों का उपयोग करती है। छात्रों को संख्या प्रणाली, पहाड़े, भार, लंबाई, क्षेत्रफल और संख्याओं की विस्तारित अवधारणाओं को व्यावहारिक और सरल तरीके से समझाने के लिए विभिन्न दृष्टांतों और अभ्यासों को शामिल किया गया है। यह पुस्तक बच्चों को गणित के प्रति रुचि उत्पन्न करने, तर्कशीलता विकसित करने और समस्या-समाधान कौशल को बढ़ाने में मदद करती है, जिससे वे अपने दैनिक जीवन में गणितीय अवधारणाओं का सहजता से उपयोग कर सकें।
Ganit class 5 - RBSE Board: गणित 5वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurइस पाठ्यपुस्तक की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित है- विद्यार्थियों को विषय से परिचय उनके आसपास से संबंधित उदाहरणों से कराया गया हैं। इसमें यह भी ध्यान रखा गया है कि अधिगम हेतु आवश्यक सामग्री कम लागत या आसपास के परिवेश से उपलब्ध हो सके ताकि कक्षा शिक्षण में अध्यापक उन सामग्रियों का उपयोग कर, गतिविधि के माध्यम से बालकों की सहभागिता के साथ अधिगम को प्रभावी बना सके। बालक को केंद्र बिन्दु मानकर सीखने की प्रक्रिया में बालक का भागीदारी सुनिश्चित कर उन्हें स्वयं करके देखने अपनी गलतियों को स्वयं ठीक करने के लिए समुचित अवसर उपलब्धा करवाने एवं उनमें समझ विकसित करने के लिए कार्य किया जाए। निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम-2009 के प्रावधानानुसार सतत् एंव व्यापक मूल्यांकन के अनुसार विषयवस्तु निर्मित की गई है। अतः बालकों को स्तरानुसार समूह में बाँटकर समूह शिक्षण पर बल देकर बालकों में दक्षताएँ विकसित की जाए। पाठ्यपुस्तक में अवधारणाओं का विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है तथा अधिक संख्या में चित्रों के माध्यम से समझाया गया है। उदाहरण और अभ्यास सम्मिलित किए गए हैं, ताकि विद्यार्थियों में अवधारणाओं को अपने स्तर पर समझ कर प्रश्नों को बेहतर ढंग से हल करने की दक्षता में वृद्धि हो सके तथा समस्याओं को हल करने में उनकी भागीदारी बढ़ सके । बालकों में गणितीय सोच विकसित करने, गणितीय तथ्यों की पुनः खोज करने, आरेखण एवं मापन के लिए उपयुक्त दक्षता के विकास हेतु अनेक गतिविधियाँ दी गई हैं जिन्हें 'करो और सीखो' का नाम दिया गया है। बालकों को यह गतिविधियाँ इसी भावना जिम्मेदारी, सहिष्णुता एवं सहयोग के अनुरुप करवाया जाना अपेक्षित है। पाठ्यपुस्तक में राष्ट्रीय सरोकार यथा पर्यावरण संरक्षण, सड़क सुरक्षा, जेण्डर संवेदनशीलता, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, सामाजिक अवरोधों की समाप्ति की आवश्यकता एवं जागरूकता आदि का ध्यान में रखा गया है। अध्यापकों को इन तथ्यों के प्रति सचेत रहना चाहिए। उन्हें विद्यार्थियों के मस्तिष्क में उक्त प्रमुख संदेशों को गणितीय समस्याओं की शब्दावली के माध्यम से पहुँचाने चाहिए । बालकों को इन राष्ट्रीय सरोकारों के साथ जोड़ने एवं इनके प्रति उनमें समझ बनाने का प्रयास किया जाना अपेक्षित है।
Ganit class 6 - RBSE Board: गणित 6वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurइस पाठ्यपुस्तक की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित है- विद्यार्थियों को विषय से परिचय उनके आसपास से संबंधित उदाहरणों से कराया गया हैं। इसमें यह भी ध्यान रखा गया है कि अधिगम हेतु आवश्यक सामग्री कम लागत या आसपास के परिवेश से उपलब्ध हो सके ताकि कक्षा शिक्षण में अध्यापक उन सामग्रियों का उपयोग कर, गतिविधि के माध्यम से बालकों की सहभागिता के साथ अधिगम को प्रभावी बना सके। बालक को केंद्र बिन्दु मानकर सीखने की प्रक्रिया में बालक का भागीदारी सुनिश्चित कर उन्हें स्वयं करके देखने अपनी गलतियों को स्वयं ठीक करने के लिए समुचित अवसर उपलब्धा करवाने एवं उनमें समझ विकसित करने के लिए कार्य किया जाए। निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम-2009 के प्रावधानानुसार सतत् एंव व्यापक मूल्यांकन के अनुसार विषयवस्तु निर्मित की गई है। अतः बालकों को स्तरानुसार समूह में बाँटकर समूह शिक्षण पर बल देकर बालकों में दक्षताएँ विकसित की जाए। पाठ्यपुस्तक में अवधारणाओं का विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है तथा अधिक संख्या में चित्रों के माध्यम से समझाया गया है। उदाहरण और अभ्यास सम्मिलित किए गए हैं, ताकि विद्यार्थियों में अवधारणाओं को अपने स्तर पर समझ कर प्रश्नों को बेहतर ढंग से हल करने की दक्षता में वृद्धि हो सके तथा समस्याओं को हल करने में उनकी भागीदारी बढ़ सके । बालकों में गणितीय सोच विकसित करने, गणितीय तथ्यों की पुनः खोज करने, आरेखण एवं मापन के लिए उपयुक्त दक्षता के विकास हेतु अनेक गतिविधियाँ दी गई हैं जिन्हें 'करो और सीखो' का नाम दिया गया है। बालकों को यह गतिविधियाँ इसी भावना जिम्मेदारी, सहिष्णुता एवं सहयोग के अनुरुप करवाया जाना अपेक्षित है। पाठ्यपुस्तक में राष्ट्रीय सरोकार यथा पर्यावरण संरक्षण, सड़क सुरक्षा, जेण्डर संवेदनशीलता, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, सामाजिक अवरोधों की समाप्ति की आवश्यकता एवं जागरूकता आदि का ध्यान में रखा गया है। अध्यापकों को इन तथ्यों के प्रति सचेत रहना चाहिए। उन्हें विद्यार्थियों के मस्तिष्क में उक्त प्रमुख संदेशों को गणितीय समस्याओं की शब्दावली के माध्यम से पहुँचाने चाहिए । बालकों को इन राष्ट्रीय सरोकारों के साथ जोड़ने एवं इनके प्रति उनमें समझ बनाने का प्रयास किया जाना अपेक्षित है।
Ganit class 6 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: गणित कक्षा 6 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.गणित पाठ्यपुस्तक कक्षा 6 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में समूह में वस्तुओं की संख्या, प्राकृत संख्याओं की समझ व उन पर हुई सामान्य संक्रियाओं से आगे बढ़कर संख्याओं का सामान्य प्रतिरुपण व नियम, चर की अवधारणा, सिद्ध करने की धारणा, व्यापीकृत नियमों, व्यवहारिक गणित, आदि के बारे में सीखेंगे। इसके साथ-साथ हमे आकृतियों की रचना, प्रकार व आकार के बारे में समझाने का प्रयास किया गया है। इस विषय में हमे आंकड़ो को व्यवस्थित करके प्रस्तुत करना और उनसे निष्कर्ष निकालना भी सीखाया गया है।
Ganit class 7 - JCERT: गणित ७वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchiयह गणित पुस्तक झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् द्वारा कक्षा 7 के छात्रों के लिए तैयार की गई है, जिसका उद्देश्य गणित को सरल, रोचक और व्यावहारिक बनाना है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की सिफारिशों और झारखंड के स्थानीय परिवेश को ध्यान में रखते हुए, इसमें छात्रों के अनुभवों और उनकी दैनिक जीवन की समस्याओं पर आधारित गतिविधियाँ और अभ्यास शामिल किए गए हैं। पुस्तक में पूर्णांक, भिन्न, और दशमलव जैसे प्रारंभिक विषयों को सिखाने के साथ उनके जोड़, घटाव, गुणा और भाग के नियमों को समझाया गया है। अनुपात और समानुपात, लाभ-हानि, और प्रतिशत के अध्याय बच्चों को व्यावसायिक गणितीय अवधारणाओं से परिचित कराते हैं। इन विषयों को छात्रों के जीवन में उपयोगी और सार्थक बनाने के लिए रोजमर्रा की समस्याओं से जोड़कर प्रस्तुत किया गया है। ज्यामिति और प्रायोगिक ज्यामिति के अध्यायों में बच्चों को त्रिभुज, कोण, रेखा, सममिति और त्रिविमीय आकृतियों की समझ विकसित करने के लिए सरल मॉडल और गतिविधियों का समावेश किया गया है। बीजगणितीय व्यंजक और सरल समीकरण के माध्यम से छात्रों को अमूर्त विचारों और समीकरणों की अवधारणा सिखाई गई है। इसके अलावा, घातांक और घात, परिमाप और क्षेत्रफल, और वृत्त के क्षेत्रफल जैसे अध्याय गणितीय अवधारणाओं को विस्तारित करते हैं। आँकड़ा प्रबंधन अध्याय बच्चों को संख्याओं के व्यवस्थित उपयोग और उनके सार्थक विश्लेषण की शिक्षा देता है। इसमें दंड आलेख, माध्य, माध्यिका और बहुलक जैसे विषय शामिल हैं। प्रत्येक अध्याय में QR कोड दिए गए हैं, जिनसे डिजिटल सामग्री तक पहुंच प्राप्त की जा सकती है। पुस्तक की भाषा सरल और छात्रों की मानसिक समझ के अनुरूप है। इसमें पर्याप्त अभ्यास और गतिविधियाँ दी गई हैं, ताकि छात्र स्वाभाविक रूप से समस्या-समाधान कौशल और गणितीय सोच विकसित कर सकें। यह पुस्तक न केवल गणितीय अवधारणाओं को स्पष्ट करती है, बल्कि छात्रों को आत्मविश्वास और तर्कशक्ति के साथ भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए भी तैयार करती है।
Ganit class 7 - Maharashtra Board: गणित ७वीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड
by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Puneसातवीं कक्षा की गणित पाठ्यपुस्तक विद्यार्थियों को विभिन्न गणितीय अवधारणाओं को समझने में सहायक होगी। इसमें अंकगणित, बीजगणित, ज्यामिति और सांख्यिकी के मूलभूत सिद्धांतों को सरल भाषा और उदाहरणों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। घातांकों के नियम, दशमलव पद्धति, परिमेय संख्याएँ, गुणा और भाग जैसे विषयों पर विशेष ध्यान दिया गया है। पुस्तक में तारांकित चुनौतीपूर्ण प्रश्न भी दिए गए हैं, जो छात्रों की गणितीय सोच और समस्या-समाधान क्षमता को बढ़ाते हैं। साथ ही, वैज्ञानिक और खगोल शास्त्र में गणित के उपयोग पर भी चर्चा की गई है। इस पाठ्यपुस्तक को पढ़ने से छात्र न केवल गणित के मूल सिद्धांतों को समझ पाएंगे, बल्कि उनकी तार्किक और विश्लेषणात्मक क्षमताएँ भी विकसित होंगी।
Ganit class 7 - NCERT: गणित कक्षा 7 - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadगणित कक्षा 7 के लिए पाठ्यपुस्तक, एन.सी.ई.आर.टी. इस पुस्तक की रचना के लिए बनाई गई पाठ्यपुस्तक निर्माण समिति के परिश्रम के लिए कृतज्ञता व्यक्त करती है। परिषद् इस पाठ्यपुस्तक के सलाहकार समूह के अध्यक्ष प्रोफेसर जयंत विष्णु नारलीकर और इस पुस्तक के सलाहकार डॉ. हृद्यकांत दीवान की विशेष आभारी है। इस पाठ्यपुस्तक के विकास में कई शिक्षकों ने योगदान दिया; इस योगदान को संभव बनाने के लिए हम उनके प्राचार्यों के आभारी हैं। हम उन सभी संस्थाओं और संगठनों के प्रति कृतज्ञ हैं जिन्होंने अपने संसाधनों, सामग्री तथा सहयोगियों की मदद लेने में हमें उदारतापूर्वक सहयोग दिया। हम, विशेष रूप से माध्यमिक एवं उच्चतर शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रो. मृणाल मिरी और प्रो. जी.पी. देशपांडे की अध्यक्षता में गठित, राष्ट्रीय मानीटरिंग समिति द्वारा प्रदत्त बहुमूल्य समय एवं योगदान के लिए कृतज्ञ हैं। व्यवस्थागत सुधारों और अपने प्रकाशनों में निरंतर निखार लाने के प्रति समर्पित एन.सी.ई.आर.टी. टिप्पणियों एवं सुझावों का स्वागत करेगी जिनसे भावी संशोधनों में मदद ली जा सके।
Ganit class 7 - NCERT - 23: गणित ७वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadयह पुस्तक कक्षा VI में प्रारंभ की गई प्रक्रिया को मजबूती प्रदान करते हुए उसे आगे जारी रखती है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 (NCF- 2005) में निहित मुख्य मुद्दों पर चर्चा की थी। इन मुद्दों में शामिल थे, गणित को बच्चों की क्षमताओं के विकास से जोड़ना तथा जटिल परिकलनों और एल्गोरिथ्मों के अनुसरण समझ एवं समझ की रूपरेखा का निर्माण करना। बच्चों के मस्तिष्क में गणितीय विचार केवल बताने या व्याख्याएँ देने से विकसित नहीं होते हैं। बच्चों को गणित सीखने, गणित में आत्मविश्वास जागृत करने तथा उसके मूलभूत विचारों को समझने के लिए उन्हें अवधारणाओं की अपनी स्वयं की एक रूपरेखा बनानी चाहिए। इसके लिए उन्हें एक ऐसी कक्षा की आवश्यकता होगी जिसमें वे विचार विमर्श कर सकें, समस्याओं के हल खोजें, नए प्रश्न बनाकर केवल उनको हल करने की विधियाँ विकसित करके उन्हें हल ही न करें, अपितु स्वयं को समझ में आने वाली अपनी भाषा में परिभाषाएँ भी बना सकें। जरूरी नहीं है कि ये परिभाषाएँ, आदर्श परिभाषाओं की तरह व्यापक और परिपूर्ण हों।
Ganit class 7 - RBSE Board: गणित 7वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurइस पाठ्यपुस्तक के निर्माण की प्रक्रिया का प्रमुख आधार राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 (NCF-2005) एवं शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के मार्गदर्शक के सिद्धान्त है। इस पाठ्यपुस्तक के निर्माण की प्रक्रिया में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, नई दिल्ली (एन.सी.ई.आर.टी.) व अन्य राज्यों के पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों का अध्ययन कर उनमें उपस्थित महत्त्वपूर्ण एवं आवश्यक विषय वस्तु एवं मूल्यपरक बिन्दुओं को राजस्थान के परिप्रेक्ष्य में समाहित किया गया है। पाठ्यपुस्तक में अवधारणाओं का विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है तथा अधिक संख्या में चित्रों के माध्यम से समझाया गया है। उदाहरण और अभ्यास सम्मिलित किए गए हैं, ताकि विद्यार्थियों में अवधारणाओं को अपने स्तर पर समझ कर प्रश्नों को बेहतर ढंग से हल करने की दक्षता में वृद्धि हो सके तथा समस्याओं को हल करने में उनकी भागीदारी बढ़ सके । बालकों में गणितीय सोच विकसित करने, गणितीय तथ्यों की पुनः खोज करने, आरेखण एवं मापन के लिए उपयुक्त दक्षता के विकास हेतु अनेक गतिविधियाँ दी गई हैं जिन्हें 'करो और सीखो' का नाम दिया गया है। बालकों को यह गतिविधियाँ इसी भावना जिम्मेदारी, सहिष्णुता एंव सहयोग के अनुरुप करवाया जाना अपेक्षित है । अध्यापक अपनी सुविधानुसार कक्षा के बालकों को छोटे - छोटे समूह एवं उपसमूह बनाकर उन्हें गतिविधि करने का मौका दें ताकि स्व-अध्ययन कि प्रवृत्ति को बढ़ाकर एक सहयोगी के रूप में अपनी जिम्मेदारी तय कर सके । पाठ्यपुस्तक में विद्यार्थियों के अवबोधन एवं परिपक्वता के स्तर के अनुरूप शब्दावली एवं पारिभाषिक शब्दों का प्रयोग किया गया है। प्रत्येक अध्याय के अंत में महत्त्वपूर्ण संकल्पनाओं एवं परिणामों को "हमने सीखा" के रूप में स्थान दिया गया है ।