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Hindi class 5 - Kerala Board - SCERT: हिंदी कक्षा ५ - केरला बोर्ड

by Kerala Rajya Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad

हिंदी भारत की राजभाषा है, और विश्व भर में उसकी प्रबल सत्ता है। हिंदी साहित्य सर्जना सर्वाधिक है, विशाल एवं गहरी है। पाँचवीं कक्षा की इस पुस्तक में आपके लिए छोटी-छोटी कविताएँ, कहानियाँ, चित्र कथाएँ आदि समाहित हैं जो सरस एवं सारपूर्ण हैं। पाँचवीं कक्षा के बच्चे हिंदी भाषा से परिचय पा रहे हैं। इसके लिए बालगीत, चित्र-कथा, भाषाई खेल आदि का सहारा ले सकते हैं। इस उद्देश्य को ध्यान में रखकर कुछ गतिविधियाँ तैयार की गई हैं। वह है 'तलाश' । इसके लिए चार कालांश निर्धारित है। किताब में प्रक्रियाओं के लिए संकेत चिह्न दिया गया है। उसके अनुसार ही कार्य चलाएँ। अधिगम उपलब्धियाँ हर इकाई के अंत में दी गई हैं, जिनसे आप पहले से परिचय पाएँ। निर्धारण कार्य भी करें। यदि छात्र अधिगम उपलब्धियाँ पाने में असमर्थ रहे तो उपचारात्मक गतिविधियाँ भी अपनाएँ। हर इकाई की शुरुआत चित्र से होती है। चित्रवाचन का अवसर दें। प्रश्नों के ज़रिए छात्रों को प्रतिक्रिया करने का अवसर भी दें। इकाइयों में अक्षर खेल दिया गया है। इसका सम्यक लाभ उठाएँ। ‘शब्दार्थ' में शब्दों का प्रासंगिक अर्थ दिया गया है। कक्षा में आप हिंदी का माहौल बनाएँ। ऐ.सी.टी का भी यथासंभव उपयोग करें। आशा है कि आप इस पुस्तक का पूरा लाभ उठाएँगे और हिंदी भाषा के वाक्य विन्यास, वर्तनी, प्रयोग, सही उच्चारण आदि में पर्याप्त सहायता देंगे।

Hindi class 5 - RBSE Board: हिंदी 5वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipur

प्रस्तुत पुस्तक राष्ट्रीय पाठ्यचर्या 2005 की रूपरेखा को आधार मानते हुए बच्चों के बौद्धिक, शैक्षणिक, सामाजिक सद्भाव, शारीरिक विकास, जीवन मूल्यों एवं राष्ट्रीय भावनाओं को विकसित करने सहित भाषा के माध्यम से बालक / बालिकाओं के सर्वांगीण विकास हेतु कक्षा 3, 4 व 5 के लिए समृद्ध सामग्री का चयन किया गया है। पाठ्यसामग्री में विशेष रूप से प्रकृति प्रेम, देशप्रेम, भावनात्मक एकता, सामाजिक चेतना, संवेदनशीलता, महिला सशक्तीकरण, जेंडर संवेदनशीलता, सांस्कृतिक गौरव, पर्यावरण संरक्षण, आपसी प्रेम, स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता, श्रम व कार्य के प्रति सम्मान, लोकतांत्रिक मूल्यों का विकास, सामाजिक सरोकारों के प्रति सजगता, शिष्टाचार आदि को सम्मिलित किया गया है। विविधताओं को समेटने हेतु विषयगत एवं विधागत दोनों ही रूपों के समावेश का प्रयास है। इसमें कहानी, कविता, संवाद, आत्मकथा, खेल, वृतांत, निबंध आदि विधाओं को सम्मिलित करने हेतु जीवंत चित्रों के माध्यम से पाठ्यसामग्री को सुरुचिपूर्ण बनाने का प्रयास किया गया है।

Hindi class 5 - RBSE: हिंदी कक्षा 5 - आरबीएसई

by Rajasthan State Textbook Board

Hindi Textbook for Class 5

Hindi class 6 - RBSE Board: हिंदी 6वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipur

पाठ्यपुस्तक में पाठ्यसामग्री चयन में राजस्थानी परिवेश को प्रधानता दी गई है। सामग्री चयन करते समय संवैधानिक मूल्यों, जेंडर संवेदनशीलता, विशेष योग्यजन, स्वच्छता, स्वास्थ्य आदि मुद्दों को भी ध्यान में रखा गया है। पाठों के माध्यम से देश भक्ति, जीवदया, जल संरक्षण, प्रकृति प्रेम, मानवीय संवेदना, स्वावलंबन, नैतिक मूल्यों, पर्यावरण संरक्षण आदि को विकसित करने की कोशिश की गई, जिनसे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके । पाठ्यपुस्तक में हिंदी की कविता, कहानी, प्रेरक प्रसंग, यात्रा वृत्तांत, संस्मरण, निबंध, व्यंग्य, जीवनी, एकांकी, पत्र, आत्मकथा आदि विधाओं का समावेश किया गया है। बच्चों के स्तर व रुचि को ध्यान में रखते हुए प्रसिद्ध लेखकों-कवियों की स्थापित रचनाएँ ली गई हैं। पाठ्यपुस्तक के प्रति विद्यार्थी के अपनेपन को और सघन बनाने के लिए पाठों के अतिरिक्त रोचक सामग्रियाँ भी दी गई हैं जो बच्चों में पढ़ने के प्रति ललक, पुस्तकालय से जुड़ाव, विद्यार्थी की जानकारी और जिज्ञासा को बढ़ाने वाली हैं जो केवल पढ़ने के लिए' शीर्षक से दी गई हैं।

Hindi class 6 - RBSE: हिंदी कक्षा 6 - आरबीएसई

by Rajasthan State Textbook Board

Hindi Textbook for Class 6

Hindi class 7 - RBSE Board: हिंदी 7वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipur

पाठ्यपुस्तक में पाठ्यसामग्री चयन में राजस्थानी परिवेश को प्रधानता दी गई है। सामग्री चयन करते समय संवैधानिक मूल्यों, जेंडर संवेदनशीलता, विशेष योग्यजन, स्वच्छता, स्वास्थ्य आदि मुद्दों को भी ध्यान में रखा गया है। पाठों के माध्यम से देश भक्ति, जीवदया, जल संरक्षण, प्रकृति प्रेम, मानवीय संवेदना, स्वावलंबन, नैतिक मूल्यों, पर्यावरण संरक्षण आदि को विकसित करने की कोशिश की गई, जिनसे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके । पाठ्यपुस्तक में हिंदी की कविता, कहानी, प्रेरक प्रसंग, यात्रा वृत्तांत, संस्मरण, निबंध, व्यंग्य, जीवनी, एकांकी, पत्र, आत्मकथा आदि विधाओं का समावेश किया गया है। बच्चों के स्तर व रुचि को ध्यान में रखते हुए प्रसिद्ध लेखकों-कवियों की स्थापित रचनाएँ ली गई हैं। पाठ्यपुस्तक के प्रति विद्यार्थी के अपनेपन को और सघन बनाने के लिए पाठों के अतिरिक्त रोचक सामग्रियाँ भी दी गई हैं जो बच्चों में पढ़ने के प्रति ललक, पुस्तकालय से जुड़ाव, विद्यार्थी की जानकारी और जिज्ञासा को बढ़ाने वाली हैं जो केवल पढ़ने के लिए' शीर्षक से दी गई हैं।

Hindi class 7 - RBSE: हिंदी कक्षा 7 - आरबीएसई

by Rajasthan State Textbook Board

Hindi Textbook for Class 7

Hindi class 8 - RBSE Board: हिंदी 8वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

प्रस्तुत पुस्तक हिंदी कक्षा-8 वर्ग के विद्यार्थियों के लिये माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान की कृषि विज्ञान की पाठ्यक्रम समिति के द्वारा नवीन पाठ्यक्रमानुसार की गई है। पाठ्यपुस्तक में पाठ्यसामग्री चयन में राजस्थानी परिवेश को प्रधानता दी गई है । सामग्री चयन करते समय संवैधानिक मूल्यों, जेंडर संवेदनशीलता, विशेष योग्यजन, स्वच्छता, स्वास्थ्य आदि मुद्दों को भी ध्यान में रखा गया है । पाठों के माध्यम से देशभक्ति, जीवदया, जल संरक्षण, प्रकृति प्रेम, मानवीय संवेदना, स्वावलंबन, नैतिक मूल्यों, पर्यावरण संरक्षण आदि को विकसित करने की कोशिश की गई, जिनसे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके । पाठ्यपुस्तक में हिंदी की कविता, कहानी, प्रेरक प्रसंग, यात्रा वृत्तांत, संस्मरण, निबंध, व्यंग्य, जीवनी, एकांकी, पत्र, आत्मकथा आदि विधाओं का समावेश किया गया है । बच्चों के स्तर व रुचि को ध्यान में रखते हुए प्रसिद्ध लेखकों-कवियों की स्थापित रचनाएँ ली गई हैं । पाठ्यपुस्तक के प्रति विद्यार्थी के अपनेपन को और सघन बनाने के लिए पाठों के अतिरिक्त रोचक सामग्रियाँ भी दी गई हैं जो बच्चों में पढ़ने के प्रति ललक, पुस्तकालय से जुड़ाव, विद्यार्थी की जानकारी और जिज्ञासा को बढ़ाने वाली हैं जो ‘केवल पढ़ने के लिए’ शीर्षक से दी गई हैं ।

Hindi class 8 - RBSE: हिंदी कक्षा 8 - आरबीएसई

by Rajasthan State Textbook Board

Hindi Textbook for Class 8

Hindi class 8 - S.C.E.R.T - Kerala Board: हिंदी कक्षा 8 - एस.सी.ई.आर.टी. - केरला बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Kerala

हिंदी कक्षा 8वी यह पाठ्यपुस्तक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, केरल (शिक्षा विभाग, केरल सरकार) ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में पाँच इकाई दि गई है। इस पाठ्यपुस्तक में साहित्यिक विधाएँ- कहानियाँ, कविताएँ, एकांकी, लेख आदि सम्मिलित हैं, इन्हींके साथ दैनिक व्यवहार में आनेवाली कुछ व्यावहारिक विधाएँ भी हैं। इनमें से गुज़रकर हिंदी भाषा और साहित्य के बुनियादी अंशों को समझाने की भरसक कोशिश की गई है।

Hindi class 9 - GSTB: हिंदी वर्ग 9 - जीएसटीबी

by Gstb

भाषाकीय नये अभ्यासक्रम का एक उदेश्य यह है, कि इस स्तर के छात्र व्यवहारिक भाषा का उपयोग करने के साथ-साथ अपनी भाषा-अभिव्यक्ति को विशेष प्रभावशाली बनाएँ । साहित्यिक स्वरूप एवं सर्जनात्मक भाषा का परिचय के साथ-साथ हिन्दी भाषा की खुबियों को समझकर अपने स्व-लेखन में प्रयोग करना सिखें, इस लिए स्व-लेखन के लिए छात्रों को पूर्ण अवकाश दिया गया है । समझकर अपने स्व-लेखन में प्रयोग करना सिखें, इस लिए स्व-लेखन के लिए छात्रों को पूर्ण अवकाश दिया गया है । इस पाठ्यपुस्तक को रुचिकर, उपयोगी एवं क्षतिरहित बनाने का पूरा प्रयास मंडल द्वारा किया गया है, प्रस्तुत प्रार्थना मे 'सत्यं शिवं सुंदरम्' की भावना के साथ दीन-दुखियों की रक्षा करना, मानवता की उपासना करना, भेदभावों को दूर करना, बैरभाव से मुक्त हो कर विश्वबन्धुत्व की स्थापना करना-जैसे वैश्विक मूल्यों को हस्तान्तरण करने की प्रेरणा देनेवाली यह प्रार्थना मराठी से अनुदित है । प्रस्तुत निबंध में द्विवेदीजी ने यह समझाया है कि तत्कालीन भारतीय समाज में व्याप्त अनाचार केवल बाहरी स्तर पर है ; वास्तव में आज भी लोगो में मानवीय मूल्यो के प्रति आस्था कायम है । अपने जीवन में घटित कुछ घटनाओं के द्वारा बताया है कि हमें निराश नहीं होना चाहिए अपितु हमें जीवन के प्रति आस्थावान बने रहना चाहिए । प्रस्तुत पाठ्यपुस्तक में २४ प्रकरण है पूरक वांचन और स्वाध्याय भी दिये गे है.

Hindi class 9 - S.C.E.R.T - Kerala Board: हिंदी कक्षा 9 - एस.सी.ई.आर.टी. - केरला बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Kerala

हिंदी कक्षा 9वी यह पाठ्यपुस्तक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, केरल (शिक्षा विभाग, केरल सरकार) ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में पाँच इकाई दि गई है। इस पाठ्यपुस्तक में कहानी, कविता, पटकथा, डायरी, लेख, व्यंग्य लेख, पत्र, संस्मरण आदि आपकी पसंद की विभिन्न विधाएँ हैं। राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (NSQF) के मुताबिक कौशल विकास के अनुरूप गतिविधियाँ इसमें हैं। साथ ही आपदा प्रबंधन और जीवन कौशलों पर ध्यान दिया गया है। क्यू आर कोड (त्वरित प्रतिक्रिया संकेतावली) का प्रयोग भी पाठ्यपुस्तक में है। इसके साथ सूचना प्रौद्योगिकी का भरसक लाभ उठाया गया है, हिंदी भाषा और साहित्य पर अपना अधिकार पाने के साथ-साथ देश के सतर्क नागरिक के रूप में अपने विकास में भी यह मदद करेगी।

Hindi class 9 - S.C.E.R.T. Raipur - Chhattisgarh Board: हिंदी कक्षा 9 - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Raipur C. G. Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

हिंदी पाठ्यपुस्तक कक्षा 9वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में भाषा शिक्षण के नए संदर्भो को सामने रखकर लिखा गया है। पुस्तक में एक ओर जहाँ वैश्विक समाज के दृष्टिकोण में आए बदलाव को ध्यान में रखकर विषयवस्तु का चयन किया गया है, वहीं दूसरी ओर भाषा के बदलते स्वरूप से परिचित कराने हेतु भक्तिकालीन साहित्य से लेकर आधुनिक साहित्य को यथा संभव स्थान दिया गया है। पाठ्यपुस्तक की रचना 'थीम' आधारित की गई है, इसलिए इसमें सात थीम शामिल हैं- 1 : प्रेरक प्रसंग; 2 : स्थानीय परिवेश; कला और संस्कृति; 3 : समसामयिक मुद्दे; 4 : छत्तीसगढी भाषा व साहित्य; 5 : पर्यावरण एवं प्रकृति; 6 : विज्ञान एवं तकनीकी; 7: विविध। दी गई सातों 'थीम' की विषयवस्तु का संबंध बच्चे के सामाजिक संदर्भ, सामाजिक चेतना, पर्यावरणीय चेतना, वैज्ञानिक दृष्टिकोण, परिवेशीय ज्ञान, छत्तीसगढ़ी व हिंदी भाषा साहित्य को समझने व उस पर तार्किक विश्लेषण कर समझ विकसित करने से है।

Hindi ke Prachin Pratinidhi Kavi: हिन्दी के प्राचीन प्रतिनिधि कवि

by Dr Nagendra

“हिन्दी के प्राचीन प्रतिनिधि कवि” प्रस्तुत ग्रन्थ में हिन्दी के प्राचीन काव्य की विविध धाराओं के प्रवर्तक एवं प्रतिनिधि कवियों का अध्ययन एवं अनुशीलन उपस्थित किया गया है, जो हिन्दी-साहित्य के जिज्ञासु-प्रेमियों के साथ-साथ बी. ए. तथा एम. ए. के हिन्दी छात्रों के लिए अत्यन्त उपयोगी है । इस अध्ययन के अन्तर्गत चेष्टा यह की गई है कि अध्येता को आरम्भ से लेकर रीतिकाल की रीति-बद्ध एवं रीति-मुक्त काव्य-धारा तक के सम्पूर्ण प्रतिनिधि कवियों तथा प्राचीन काव्य की विविध धाराओं का सम्यक ज्ञान प्राप्त हो जाय ।

Hindi Semester 1 & 2 class 5 - GSTB: हिंदी सेमेस्टर 1 और 2 कक्षा 5 - जीएसटीबी

by Dr Sanjay Talsania Mr. Ashwin Patel Shri R Bhavsar

कक्षा 5 हिन्दी (द्वितीय भाषा) का यह पाठ्यपुस्तक छात्रों, अध्यापकों एवं अभिभावकों के समक्ष प्रस्तुत करते हुए पाठ्यपुस्तक मंडल आनंद का अनुभव करता है। प्रस्तुत पाठ्यपुस्तक में यातायात (चित्रपाठ)यातायात के साधनों का और फुल फल वगेरे के बारेमे चित्रों के माध्यम से समज डी गई है , गिनती (२१ से ५०)सुन्दर तरीके से गिनती सिखाने की कोसिस की गई है, नन्हा मुन्ना राही हूँ देशभक्ति कविता है,पुनरावर्तन 1 और दो प्रथम सत्र में है, साथ में चुटकुले और एकांकी का भी समावेश किया गया है, द्वितीय सत्र में चित्र कथा, कविता, जीवन-प्रसंग, कहानी , निबंध, और पहेलियाँ ली गई है, पुनरावर्तन 3 और ४ है .

Hindi Semester 1 & 2 class 5 - GSTB: हिंदी सेमेस्टर 1 और 2 कक्षा 5 - जीएसटीबी

by Gstb

प्रस्तुत पाठ्यपुस्तक को गुणवत्तायुक्त तथा छात्रभोग्य बनाने के लिए भरसक प्रयत्न किया गया है। अपने चतुरंगी स्वरूप के कारण छात्रों को विशेष तौर पर रसप्रद लगे, ऐसा लक्ष्य की रखा गया है। सेमिस्टर 1 और २ दोनों साथ में है १६ पाठ दिये गे हैय और ४ पुनरावर्तन दिये गये है.

History (Core Course 8, Core Course 9 and Core Course 10) B.A (Hons.) Sem-IV -Ranchi University, N.P.U

by A. K. Mittal

History text book According to the Latest Syllabus based on Choice Based Credit System (CBCS) for Sem-IV (Core Course 8,Core Course 9 And Core Course 10) from Ranchi University, Nilambar Pitambar University in hindi.

History Madhyakalin Samaj M.A. SEM-I - Kolhan University Chaibasa, Jharkhand: इतिहास लेखन : अवधारणा, विधि एवं साधन एम. ए. – कोल्हान विश्वविद्यालय चाईबासा, झारखंड

by Prof. Mahabir Singh Tyagi

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा प्रदत्त मॉडल पाठ्यक्रमानुसार Choice Based Credit सेमेस्टर प्रणाली (CBCS) पर आधारित लोकप्रिय तथा छात्रोपयोगी पुस्तक है। इतिहास मध्यकालीन समाज यह पुस्तक कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा झारखंड की एम. ए. 1st सेमेस्टर की कक्षाओं के नवीनतम् पाठ्यक्रमानुसार लघु उत्तरीय तथा वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर सहित है। इस पुस्तक में सम्पूर्ण नवीनतम् पाठ्यक्रम, गत वर्षों के सोल्वड पेपर्स, सरल प्रश्नोत्तर रूप और अधुनातम् क्रमबद्ध विषय-सामग्री दी गई है।

History class 12 - NCERT Guidebook: इतिहास कक्षा 12 - एन सी ई आर टी गाइड

by Anubhuti Verma

History class 12 guide from full marks is the best guide available in the market for the students. Students can take full advantage of the standard answers of the text book questions.

Hitopdesh

by Archana Gupta

हितोपदेश भारतीय जन-मानस तथा परिवेश से प्रभावित उपदेशात्मक कथाएँ हैं। हितोपदेश की कथाएँ अत्यन्त सरल व सुग्राह्य हैं, बुकशेयर के माध्यम से इन्हें सुगम्य भी बनाया गया है। पशु-पक्षियों पर आधारित कहानियाँ इसकी खास विशेषता हैं। रचयिता ने इन पशु-पक्षियों के माध्यम से कथाशिल्प की रचना की है जिसकी समाप्ति किसी शिक्षापद बात से ही हुई है। पशुओं को नीति की बातें करते हुए दिखाया गया है। सभी कथाएँ एक-दूसरे से जुड़ी हुई प्रतीत होती हैं।

Holi (Traditions And Celebrations Ser.)

by Ranjeeta Ramkumar

Holi is about celebrating the triumph over good and evil. It is also a celebration of love. It is a Hindu holiday. People have a bonfire to represent the story of Prahlad and Holika. They also gather in the streets to throw colored paint on one another and have a big feast. Readers will discover how a shared holiday can have multiple traditions and be celebrated in all sorts of ways.

How To Meet Your Soulmate: Hindi

by Bernard Levine

बर्नार्ड लेविन द्वारा लिखित यह सुंदर पुस्तक में अपने मनपसंद हमदम(soul mate) को कैसे ढूंढा जाए और उसके लिए क्या क्या करना चाहिए और कहां कहां जाना चाहिए उसके सटीक उपाय दर्शाये गए है।जीवन में अकेलापन महसूस करनेवाले लोगों (चाहे वो महिला हो या पुरुष)के लिए यह पुस्तक वरदान समान साबित होगी।

Hua So Nyay: हुआ सो न्याय

by Dada Bhagwan

कुदरत के न्याय को यदि इस तरह समझोगे की “हुआ सो न्याय” तो आप इस संसार से मुक्त हो जाओगे। लोग जीवन में न्याय और मुक्ति एक साथ ढूँढते हैं। यहाँ पूर्ण विरोधाभास की स्थिति है। ये दोनों आपको एक साथ मिल ही नहीं सकते। प्रश्नों का अंत आने पर ही मुक्ति की शुरूआत होती है। अक्रम विज्ञान में सभी प्रश्नों का अंत आ जाता है, इसलिए यह बहुत ही सरल मार्ग है। दादाश्री की यह अनमोल खोज है की कुदरत कभी अन्यायी हुई ही नहीं है। जगत् न्याय स्वरूप ही है। जो हुआ सो न्याय ही है। कुदरत कोई व्यक्ति या भगवान नहीं है कि उस पर किसी का जोर चल सके। कुदरत यानि साईन्टिफिक सरकमस्टेन्शियल एवीडेन्स। कितने सारे संयोग इकट्ठे हों, तब कार्य होता है। दादाश्री के इस संकलन में, हुआ सो न्याय का विज्ञान प्रस्तुत किया गया है। इस सूत्र का जितना उपयोग जीवन में होगा, उतनी ही शांति बढेगी।

Hum Aise Bane (Parisar Adyayan Bhag-2) class 5 - Maharashtra Board: हम ऐसे बने (परिसर अध्ययन भाग-२) ५वीं कक्षा - महाराष्ट्र बोर्ड

by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Pune

पाठ्यपुस्तक परिसर अध्ययन भाग 2 (पाँचवीं कक्षा) का उद्देश्य छात्रों को इतिहास और नागरिक शास्त्र का गहन ज्ञान देना है। इसमें इतिहास की वैज्ञानिक पद्धतियों, कालखंड विभाजन, और मानव की विकास यात्रा का वर्णन किया गया है। पाठ्यक्रम आदिमानव से लेकर आधुनिक मानव तक की प्रगति को समझाने पर केंद्रित है। यह कालमापन, प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग, और विभिन्न संस्कृतियों के योगदान की व्याख्या करता है। पुस्तक छात्रों को पर्यावरणीय समस्याओं, सामाजिक समरसता, और नागरिक कर्तव्यों की शिक्षा देती है। इसमें स्वाध्याय, उपक्रम, और चित्रों के माध्यम से छात्रों की रुचि बढ़ाने के प्रयास किए गए हैं। इतिहास को एक विज्ञान के रूप में प्रस्तुत करते हुए, यह प्राचीन सभ्यताओं, उनके साधनों, और मानव जीवन में प्रौद्योगिकी के प्रभाव की भी चर्चा करती है। शिक्षा को आनंददायक और बाल केंद्रित बनाने के लिए यह पुस्तक महत्वपूर्ण संसाधन प्रदान करती है।

Humankind: ह्यूमनकाइंड

by Rutger Bregman

यह एक विश्वास ही है जो वामपन्थियों और दक्षिणपन्थियों को, मनोवैज्ञानिकों और दार्शनिकों को, लेखकों और इतिहासकारों को एकजुट करता है। यह उन सुर्खियों को प्रेरित करता है जो हमें घेरे रहती हैं और उन नियमों को संचालित करता है जो हमारे जीवन पर प्रभाव डालते हैं। पश्चिम के चिन्तन में इस विश्वास की जड़ें, मैकियावेली से लेकर हॉब्स तक और फ्रॉइड से लेकर डॉकिन्स तक, बहुत गहराई तक समाई हुई हैं। हमें सिखाया गया है कि मनुष्य अपने स्वभाव से ही स्वार्थी होते हैं और अपने हित से नियन्त्रित होते हैं। ह्यूमनकाइंड एक नया तर्क प्रस्तुत करती है: यह मानना कि लोग भले होते हैं, व्यावहारिक होने के साथ-साथ क्रान्तिकारी भी है। प्रतिस्पर्धा करने की बजाय सहयोग करने की, अविश्वास करने की बजाय भरोसा करने की प्रवृत्ति का आधार हमारी प्रजाति के आरम्भ से ही हमारी विकास-प्रक्रिया में मौजूद रहा है। दूसरों को उनके निकृष्टतम रूप में देखना न स़िर्फ दूसरों के प्रति हमारे रुख को, बल्कि हमारी राजनीति और अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित करता है। अन्तरराष्ट्रीय स्तर के बेस्टसेलिंग लेखक रुत्ख़ेर ब्रेख़्मान इस महत्त्वपूर्ण पुस्तक में दुनिया के कुछ सर्वाधिक प्रसिद्ध अध्ययनों को आधार मान कर और उन्हें नये सिरे से संयोजित कर मानव-इतिहास के पिछले 200, 000 वर्षों के बारे में एक नया परिप्रेक्ष्य उपलब्ध कराते हैं। वास्तविक जीवन के लॉर्ड ऑफ़ द फ़्लाइज़ से लेकर ब्लिट्ज़ के बाद सामने आये सहयोग तक, स्टेन्फ़ोर्ड प्रिज़न एक्सपेरीमेंट की छिपी हुई गड़बड़ियों से लेकर किटी जेनोवीस की हत्या के सच्चे क़िस्से तक, ब्रेख़्मान साबित करते हैं कि किस तरह मानवीय दयालुता और परोपकार हमारे सोचने के ढंग को बदल सकते हैं- और हमारे समाज में वास्तविक परिवर्तन लाने की भूमिका निभा सकते हैं। यह मानव-स्वभाव के बारे में नया द़ृष्टिकोण अपनाने का समय है।

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